सन 3019 Niyati Kapadia द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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सन 3019

सन 3019

एक हवा में उड़ते स्पेस शीप में से कायरा ने देखा उसका बेटा एक अजीब से प्राणी के साथ जमीन पर खड़ा बाते कर रहा था। उस प्राणी की शक्ल काले रंग के गोल मटके जैसी थी और उसमे से एन्टेना जैसे कई वायर बाहर निकल रहे थे। जैसे ही एफसी -1 घर में आया उसकी मम्मी ने कहा,

“एफसी -1 तुम्हारे साथ वो कोन था? कितना अजीब सा लग रहा था।“

“अरे मम्मी वो तो मेरी दोस्त हिली है, वह यूरेनस से यहा आई है। उसके प्लेनेट पर किसिने भी गुलाब का फूल नहीं देखा है। मैंने कहा मेरे पास एक फूल है, बीस साल से हमने उसे डीप फ्रीज में सँभाल कर रखा है। वो तो मेरी बात मानने को तैयार ही नहीं थी। उसके मुताबिक हमारे पास एक गुलाब का फूल होना मतलब हम यूनिर्वस के चंद अमीरों में से एक है!” एफसी-1 ने अपना मास्क और एस्ट्रोनर जेसा शूट उतारते हुए कहा।

“उसका कहना गलत नहीं है। तुम्हें पता है न एक पौधे की किंमत क्या हे आज? एक पौधा मतलब एक जिंदगी! जिसके घर में जीतने पौधे होंगे उतने ही इन्सान वह रह पाएंगे। हमारे प्लेनेट पर पहले कई सारे पेड़ थे, पौधे थे पर धीरे धीरे करके उस समय के मूर्ख इन्सानोने सारे पौधे काट डाले, पृथ्वी की हवा में ऑक्सीज़न की कमी हो गई, सूरज की गरमी बढ़ गई, पूरी पृथ्वी पानी में डूब गई और नए पौधोने उगना ही बंध कर दिया।“ एमेफ-8 ने एक कमरे के दरवाजे पर देखा, उसकी आंखे वहाँ के सिक्योरिटी केमेराने स्कैन की फिर दरवाजा खुल गया। एमेफ-8 वहाँ से एक गमला ले आई। छोटे से गमले में तीन पौधे थे।

“ये देख कितनी देख भाल के बाद ये तीन पौधे में बचा पायी हूँ तभी हम तीनों जिंदा है वरना तूँ जानता है क्या होता! नई दुनिया बसाई गई तब कुछ नियम बनाए गए है हमे उसका पालन करना होगा। इस स्पेस शिप के बाहर हम जिंदा नहीं रह शकते ये शूट और मास्क हमे थोड़ा समय ही बचा शकते है। हमारे इस घर के अंदर फ्री में मिलनेवाली ऑक्सीज़न बनाई रखने के लिए हमे पौधे चाहिए, सब को चाहिए... ओक्सिजेन सिलिन्डर भी सब के लिए पर्याप्त नहीं है, इसी लिए ये तैर हुआ था की जिसके घर में जीतने पौधे होंगे उतने ही मनुष्य जीवित रहेंगे बाकी को सरकारी लेबॉरेटरी भेज दिया जाएगा जहा पर उनका शरीर नए एक्सपीरिमेंट करने के काम लिया जाएगा।”

एफसी-1 ने उन नन्हें पौधो को देखते हुए कहा, “ये कितने प्यारे है ना। पर ये तीनों अलग अलग क्यो है?”

“इन में से एक आम का पेड़ है, आम एक फल हुआ करता था लोग उसका रस निकाल कर खाते थे। कच्चे आम के फल में से कुछ आचार जैसा भी बनाते थे। ये वाला बरगद का पौधा है, इसकी जड़े डालियो में से निकलती है और उन जड़ो में से ही ये फैलता रहता है। मैंने इसे इसीलिए लगाया है की ताकि कुछ वरसों बाद इस में से दूसरा पौधा तैयार कर शकु। तुम्हारे डीएनए को किसिके साथ जोड़कर अगर तुम बच्चा लाना चाहो तो नया पौधा काम आएंगा। जब मैंने तुम्हें इस दुनिया में लाने के बारे में सोचा था तब मेरे पिताजीने मुजे ये नन्हा तुलसी का पौधा दिया था। कहा था उसके फूल आते ही बीज बनेगे और उस मे से शायद और पौधे उगे। मेने टुगल पर सर्च किया पर इसके फूलो के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिली। मेरे पिताजी कहते थे ये एक मेजिकल प्लान्ट है हजार साल पहले लोग इसकी पुजा किया करते थे।“

“में इसी बारे में तुम से बात करना चाहता हूँ।“ एफसी-1 ने अपनी बेटरी निकाल कर उसे चारजिंग में रखते हुए कहा, “में अपनी डीएनए हिली के साथ मिलाकर एक बेबी लाना चाहता हूँ।“

“क्या कहा? तू पागल हों गया है क्या? वह पृथ्वी की नहीं है। क्या पता वो कौन से प्लेनेट से आई, कौन सी अजीब चीज है? वह अगर हम पर हमला करेंगी तो?” एमेफ -8 ने डरते हुए कहा।

“वो अच्छी है। वो लड़की है या लड़का में नहीं जनता उन लोगो में जेंडर डिफरंस नहीं होता। सब एक से होते है। में जब मंगल ग्रह पर अपनी मेमोरी चार्ज करवाने गया था तभी मेरी उसके साथ पहेचान हुई थी। ये लोग अपने प्लेनेट पर पेड़ पौधे लगा रहे है, कुछ अजीब तरह के जानवर भी है वहाँ, पर वो लोग हमारे प्लेनेट के लोगो जैसे मूरख नहीं है जो अपने आप ही अपनी जिंदगी को खतम कर स्पेस शीप में जीने के लिए मजबूर है।“ एफसी-1 ने अपनी बात रखते हुए कहा।

“वो लोग कैसे जीते है?”

“तुम विश्वास नहीं करोगी माँ उनके प्लेनेट पर ढेर सारे पेड़ पौधे है उनही से वो लोग बिना मास्क के सांस ले शकते है, अपना खाना जुटाते है। वहा पानी जैसी कोई चीज है जिसे वो लोग सँभाल कर खर्च करते है उसने मुजे वो अपने मुह से पीने के लिए दी थी, आह... जब वो चीज मेरे होठों से छुई मुजे अजीब सा सुकून मिला माँ। वो लोग हमारी तरह बेटरी पर नहीं जीते पेड़ पर उगने वाले फल खाते है और पानी पीते है। उनके प्लेनेट पर बारिस होती है, तुम जानती हो बारिस क्या होती है, मैंने कभी नहीं देखी। उसने बताया आसमान में से साफ पानी की बुँदे अपने आप गिरती है उसे बारिस कहते है। में भी वहाँ जाकर उनकी दुनिया देखना चाहता हूँ पर उन लोगो ने पृथ्वी के किसी भी जीव को वहाँ जाने पर पाबंधी लगा रखी है। उनका मानना है की हम वहाँ जायेंगे तो हम उनके ग्रह को भी पृथ्वी जैसा रेत का ढेर बना देंगे जहा पर उड़ते हुए स्पेश शीप के अलावा कुछभी नहीं है!”

एमेफ-8 सोच में पड गई फल खाना, बारिस का पानी पीना ये सब सुना सुना सा क्यों लग रहा है, जैसे उसने भी ये सब किया है...

“तुम मानो या न मानो पर में हिली के साथ जाऊंगा मैंने फेंसला कर लिया है। हिली कितना प्यारा नाम है हमारी तरह एक नंबर नहीं!“

एफसी-1 बोल रहा था पर उसकी माँ को कुछ सुनाई नहीं दे रहा था। उसने बाहर जाना चाहा, सूरज की तेज किरने किसी भी जीव को एक पल में जलाकर रख दे उतनी तेज थी फिर भी वह मास्क लगाकर बाहर निकली, आज जैसे वो अपनी दुनिया, ये पृथ्वी देखना चाहती थी। अपना शूट पहने बगैर ही उसने बाहर कदम रखा और पूरा बदन मानो जलाने लगा। सूरज के सामने देखना तो सोचा भी नहीं जा शकता था। ये हमारी पृथ्वी एसी नहीं थी, यहा पर ढेर सारे पेड़ थे, नदिया थी, समुद्र था, पशु पक्षी थे वो सब कहाँ चले गए? ये क्या हो गया? में ये मास्क पहने बगैर घर से बाहर भी नहीं जा शकती। मेरा बेटा मेरी बात नहीं सुन रहा और किसी लड़की के बजाय उस अंजान ग्रह के प्राणी के साथ जीवन बिताना चाहता है.

“माँ कहा था धूप में अकेली बाहर मत निकाला करो पर तुम मेरी सुनती कहाँ हो! गिर गई न चक्कर खाकर।“ एफसी-1 कह रहा था।

“डांटो मत प्यार से बात करो।“ किसी लड़की की आवाज आई और एमेफ -8 ने अपनी आंखे खोली।

“अब कैसा लग रहा है?” उसका बेटा पूछ रहा था। एमेफ-8 ने उस लड़की की तरफ देखा। साउथ अफ्रीकाकी एक लड़की वहाँ खड़ी थी। उसका रंग काला था और उसने अपने बालो कों छोटी छोटी सी चोटियो मे बांध रखा था, मानो उसके शीर पर से एन्टेना निकल रहे हों। एमेफ-8 को हिली याद आ गई। उसकी नजर चारो और देख रही थी।

“क्या हुआ माँ? हमने तय किया है की तुम्हारी मरजी के अलावा में हिली के साथ नहीं जाऊँगा। तुम ज्यादा परेशान मत हों।“

“हा माँ केवल सही कह रहा है में उसे अपने साथ आफ्रीका नहीं ले जा रही। आप अपनी तबीयत खराब न करे।“ हीलिने बड़े ही प्यार से सूप का बाउल उठाया और एक चममच भर के एमेफ-8 के मुह के आगे रखा। उसने धीरे से चम्मच मुह में लेकर सूप पीया और वह हंस पड़ी, वो सब एक सपना था! उसका बेटा केवल और वो नमिता गुजराती अभी भी पृथ्वी पर आम लोगो के साथ आम जिंदगी जी रहे थे।

उसे अपने बीते कल की सारी बाते याद आ गई। हिली आफ्रिका में वनस्पति और प्राणीओ को बचाने के लिए काम करती है केवल भी उसके साथ वहाँ जाकर पर्यावरण की रक्षा हेतु काम करना चाहता था और वह इस बात से नाराज थी। अपना देश छोड़ कर पराये देश में जनेकी जरूरत क्या यह सोचती हुई वह गुस्से में घर से बाहर निकल गई थी उनके घर के बहार आम और बरगद का पेड़ है वहाँ तक पहो ते ही वह बेहोश हो गई थी। उसे बाद में पता चला की केवलने उसे आराम करने के लिए एक नींद का इंजेक्शन लगाया था, वह आधा दिन और एक पूरी रात सोने के बाद उठी थी...

नमिता: हिली अच्छी लड़की है केवल तुम उसके साथ मिलकर काम कर शकते हों मुजे कोई एतराज नहीं।

ये बोलते समय उस के आंखो के सामने सपने में देखा अजीब जीव आ गया जिसके साथ एफसी-1 अपने डीएनए मिलाकर बच्चा लाना चाहता था।