सकारात्मक ऊर्जायें - आत्मायें Atal Painuly द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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सकारात्मक ऊर्जायें - आत्मायें

सकारात्मक आत्मायें -

परिचय -
जैस इंसान अच्छे -बुरे हेते है वैसे ही आत्मायें भी हेती है ,क्योकि भुत भी कभी इंसान ही था ,और किसी जीव की प्रकुति को कोई परिवर्तित नही कर सकता है , अच्छी आत्मायें बहुत कम होती है ,अक्सर अच्छी वस्तुये़ कम ही होती है । जैसे पुरी सुष्टि का अधिंकाश भाग अन्धंकार में है पर प्रकाश केवल सीमित ही है । पुरी पुथ्वी पर समुद्रीजल असीमित है और पीने योग्य साफ जल केवल कुछ मात्रा में है । यही सुष्टि का नियम है । बुराई हर जगह व्याप्त है और अच्छाई केवल सीमित ही है। ऐसी ही आत्माओं का भी है क्योकि प्रकुति से तो सब बंधे है । अब मै कुछ अच्छी आत्माअों के बारे में बताता हुँ , इनमें से कुछ तो वीर सैनिकों की आत्मायें है या किसी अच्छे ब्राह्मण की या किसी संत फकीर की जो किसी निश्चित समय तक इस प्रकुति से बंधा है ।

1).- ब्रह्म बाबा - कई गांवों और कस्बों में पीपल के या बरगद के पेड़ के नीचे निवास करते है , आमतौर पर यह आंत्माये सकारात्मक प्रवुत्ति की होती है ,और यह अपने स्थान पर नकारात्मक शाक्ति को पंसन्द नही करते है ,और यह कई स्थानों पर दुष्ट प्रवुत्ति की शाक्तियों से रक्षा भी करते है आपके गांव या कस्बे में ऐसा कोई न कोई पेड़ अवश्य होगा जिस पर ब्रह्म बाबा रहते होगे ,और यह अपने स्थान को पवित्र बनायेे रखना चाहते है कभी अगर कोई उनके स्थान पर कुछ गड़बड़ करता है तो उसको दोष होता है मतलब बिमार हो जाता है ।

2.)- बेताल - बेताल के बारे में तो आपने सुना ही होगा ,बेताल भी अच्छे बुरे होते है पर यह बहुत शान्तिप्रिय और एंकान्त में रहना पंसन्द करते है और यह मानव बस्तियों से दुर रहते है । यह हमेशा धनधोर जंगलों में रहना पसन्द करती है यह बुद्धिमान आत्मायें है जो किसी के हाथ आसानी से नही लगती है ,और यह गुणों के अनुसार श्वेत रंग की होती है , और इनको जमीन पर रहना बिल्कुल पंसन्द नही होता है ।

3) अग्नि पिशाच - अग्नि पिशाच पिशाचों में सबसे अच्छी होती है ,और यह अक्सर पर्वतीय स्थानों पर दिखाई देती है इनके सर पर एक अग्नि के समीन ज्योति जलती रहती है , अक्सर यह आत्मा उच्च हिमालयी क्षेत्रों में निवास करती है और यह जंगल में पिशाच श्रेणी की सबसे अच्छी आत्मायें है ।

4)- पीर बाबा - पीर बाबा के बारे में तो सबकों पता ही होगा यह अक्सर पीरों की मजा़रे होती है , यह भी भुत ,पिशाच,चुडौ़लों से उच्च कोटि की शाक्ति होती है , यह शाक्ति किसी भी छोटी -बडी़ बिमारियों का भी समाधान करने की क्षमता होती है हमारे देश में कई सारे पीर बाबा है , इनकी शाक्ति भी एक सीमा तक ही रक्षा करती है , क्योकि इनसे बडी़ भी कई शाक्तियाँ है जिनके सामने यह भी छोटी है ,पर आम लोगों के लिये तो ये भी बहुत शाक्तिशाली है ।

5).कछिया प्रेत - यह एक प्रेत है जो बुरी शाक्ति से रक्षा करता है ,पर यह निम्न कोटि का होता है ,यह केवल डुब्डुबें ,और बडुऔं से बचाता है ।

6). वीर सैनिकों की आत्मायें - यह कुछ वीर सैनिकों की आत्मायें है जो देश की सरहद पर की रक्षा के लिये तत्पर है , कई आत्मायें तो उन सैनिकों के थप्पड़ मारती है जो सही ढ़ग से काम नही करते ऐसे दो सैनिकों की आत्मायें तो एक चीन तिब्बत सीमा पर तैनात रहती है और एक अरुणाचल में है और हैरानी की बात है कि दोनों सैनिक उत्तराखण्ड के ही है , दोनों का मन्दिर भी बना है ।