मनचाहा - 27 V Dhruva द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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मनचाहा - 27

मैं और रवि भाई मेरे रुम में बैठकर TV देखते-देखते इधर उधर की बातें करने लगे। कुछ देर बाद रवि भाई अपने कमरे में जाने को उठें हीं थे कि मैंने रवि भाई से कहा कि,- भैया मैं आपसे कुछ बात करना चाहती हुं।
रवि भाई- हां, बोलना बच्चा।
मैं- भैया वो... मैं.. कहना चाहती थी कि..
रवि भाई- क्या हुआ? हकला क्यों रही है?
मैंने तपाक से रवि भाई को कहा कि- अवि ने मुझे प्रपोज किया और जबरदस्ती कीस भी।
रवि भाई- क्या? उसने तुझे कीस किया?? उसकी हिम्मत कैसे..कब हुआ यह सब?
मैं- जब बस का एक्सिडेंट हुआ था उस रात। देर रात तक मुझे निंद नहीं आई तो मैं छत पर गई थी। तब वो भी पता नहीं कहां से टपक पड़े छत पर।

फिर मैंने भैया को उस रात की कहानी बताई। उसके बाद हम सब जब Tiffin top गए थे तब हमारे बीच हुई बहस और गाल पर किस करना बताया। और कल रात भी वह मुझे छोड़ने रूम में आए थे तब भी हमारी बहस हुई थी और तब भी उन्होंने जबरदस्ती किस कि थी। यह कहते कहते मुझे रोना आ गया। मैंने भैया से कहां- मुझसे यह बर्दाश्त नहीं हो रहा। आप उनको समझाए plz। वो कुछ भी करले मैं उन्हें हां नहीं कहने वाली।
मैं रवि भाई के पास बैठकर उनकी गोद में सर रखकर रोने लगी।? रवि भाई मुझे शांत करा रहे थे और बोले कि मैं उससे बात करुंगा। वो इस तरह से तुम्हें परेशान नहीं कर सकता। मैं अभी जाकर बात करता हूं अवि से। मुझे बिना किसी टेंशन के सोने को कहां फिर रूम से बाहर चले गए।

पाखि और रवि बात कर रहे थे तब अवि बिस्तर पर पैर पसारे सो गया था। रवि अवि के रुम में बाहर लगा बेल बिना रुके लगातार बजाने लगा। बेल की आवाज एकदम से आने की वजह से अवि डरकर बिस्तर से नीचे गिर जाता है। वह जल्दी उठकर दरवाजा खोलता है। जैसे ही अवि ने दरवाजा खोला रवि ने एक जोरदार मुक्का उसे लगा दिया। ?
सामने रवि को देखकर अवि उसे दो-चार गालियां दे देता है और कहता है- कमीने मारता क्यों है?
रवि- साले कमीने प्रपोज करने तक ठीक था पर ‌तु पाखि को जबरदस्ती कीस क्यों करता रहता है? दूसरी लड़कियों जैसी नहीं है वह। जानतें हो कितनी बुरी तरह से रो रही है वो?
अवि- मैंने तुझे पहले ही कहा है तु पहले मेरा दोस्त, मेरा भाई है बादमें उसका भाई। तुझे मेरी नहीं पड़ी है? मेरी मदद तो करता नहीं उसे मनाने में और उपर से उसकी तरफदारी करता है। भुल गया मेरी दोस्ती?
रवि- पाखि की जगह निशु और तेरी जगह मैं होता तभी तु यही कहता?
अवि- इसमें तुम दोनों कहा बीच में आ गए? मैं पाखि से प्यार करता हूं कोई अय्याशी नहीं करनी उसके साथ मुझे। मैं ऐसी हरकत इस लिए करता हुं के शायद उसको लगे की मै सच में उससे प्यार करता हुं और वो मान जाए। बाकी उसे दर्द देने का मैं सपने में भी नहीं सोच सकता। तु जानता है फिर भी...।
रवि- मुझे सिर्फ इतना पता है तु उसे अब परेशान नहीं करेगा और छूएगा तो बिल्कुल ही नहीं वरना अपनी दोस्ती खत्म समझाना। मैं एक बहन खो चुका हुं दूसरी को खोना नहीं चाहता। क्या पता तेरी एसी हरकत की वजह से उसने कुछ कर लिया तो...।
अवि- तु यह क्या बोल रहा है? तु मुझे छोड़ देगा?
रवि- पाखि से दूर रहना वरना यही होगा।?

यह कहकर रवि गुस्से में वहां से चला जाता है। अवि को पता नहीं चल रहा वो अब क्या करें। वो दोनों में से किसीको खोना नहीं चाहता।
अवि- है भगवान! तुम्ही कोई रास्ता दिखाओ। एक काम करता हुं थोड़ी देर सो जाता हुं। सोने के बाद ही कुछ आइडिया दिमाग में आएगा। पांच बजे नीचे भी जाना है।

सब अपने अपने रूम में आराम करने लगे।
जैसे साढ़े पांच बजे सब तैयार हो के एक एक कर नीचे आने लगे। अवि अबतक नहीं आया था। नीशु ने जब कोल किया तो अवि तैयार हो रहा था।सब लोग बहुत ही अच्छे लग रहे हैं। अवि और पाखि के कपड़े कुछ हद तक matching होने वाला है। पाखि के लहंगे का कलर डार्क ग्रीन और गोल्डन है जबकि अवि के कुर्ते का कलर डार्क ग्रीन है और पजामे का कलर ओफ व्हाइट। सब लड़कियों के लिए पार्लर वाली एक लड़की को बुलाया गया था। तो सभी लड़कियां मेकअप और हेयर स्टाइल करवाने रिद्धि के बताएं हुए कमरे में चली गई। अवि जब नीचे आया तो सीधे रवि के पास गया। रवि का मुंह अब तक फूला हुआ था।
अवि- सब लड़कियां कहा है, अबतक नहीं आई?
रवि ने कोई जवाब नहीं दिया तो पास खड़े साकेत ने कहा- वह सब तो कबकी आ गई। रिद्धि ने पार्लर वाली लड़की को इन सबको तैयार करने बुलाया है, तो सब वही गए है।
अवि- चल रवि बाहर तक जरा चक्कर लगकर आते है।
रवि का हाथ पकड़कर अवि उसे बाहर ले जाता है और कहता है- साले बहुत हो गया। इस तरह का बरताव मत कर मेरे साथ। क्या लड़कियों की तरह रूठा हुआ है, बहुत अजीब लग रहा है तुझे मनाना।
रवि कोई जवाब नहीं देता तों अवि उसे कहता है- अच्छा बाबा तेरी भाभी को, मेरा मतलब है तेरी बहन को नहीं परेशान करुंगा बस। अब तो मान जा।
रवि- अगर तुने परेशान किया तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा।
अवि- समझ गया मेरे बाप पर तु बोलना बंद मत करना। इतने सालों में पहली बार तु मुझसे रूठा है अगर मुझसे बात नहीं कि तो रो दूंगा मैं। फिर गीत गाने लगा "तु जो रूठा तो कौन हंसेगा..तु जो छूटा तो कौन रहेगा"।
इस गीत पर दोनों हंसने लगते हैं और एक-दूसरे को गले लगाते है।
अवि- plz यार तुम मनाना उसे मेरे लिए। तु जो कहेगा वो मैं करुंगा plz। वो मुझे नहीं मिली तो मैं न जाने क्या कर बैठु।
रवि- तु सुधारेगा नहीं न। तेरा यह रूप पहले तो नहीं दिखा।
अवि- प्यार भी पहले कहां हुआ था।? अच्छा चल अंदर जाते है।

दोनों रिसेप्शन के वेइटिंग एरिया में चले गए। कुछ समय बाद सब लड़कियां तैयार होकर आ गई। उन्हें देख सबके मुंह खुले के खुले रह गए।? अवि पाखि को देखकर बेहोश होने का नाटक करने लगा और रवि के कंधे पर सर रखते हुए बोला- यार तेरी बहन सच में बहुत खुबसूरत है।
रवि- बहन तो तेरी भी अच्छी लग रही है, उसे भी कमेंट्स दे जरा।
राजा- (दिशा के पास जा कर) wow! दिशा, क्या लग रही हो।? मुझे पता नहीं था तुम इतनी खूबसूरत भी लग सकती हो। इतना बोलते ही सनन्.. आवाज आइ राजा के गालों पर।?
दिशा- इससे पहले अच्छी नहीं लगती थी ?।
राजा गाल को सहलाते हुए कहता है- तु हमेशा अच्छी ही लगती है मेरी मां, पर आज कुछ ज्यादा ही अच्छी लगती हो। जी चाहता है कि अभी बाहों में भर लूं।
दिशा- इसमें चाहने की क्या बात है?

इतना कहकर राजा को गले लगा लेती है और सब उन्हें देख तालियां बजाने लगते है।?पाखि की नजर जब अवि पर पड़ती है तो अवि उसे इशारे से कहता है, बहुत खुबसूरत लग रही है और आंख मारता है।?यह देख पाखि अपना मुंह दूसरी तरफ करके बाहर चली जाती है। अवि भी उसके पीछे चला जाता है।
निशा रवि के पास जाती है और पूछती है- कैसी लग रही हुं मैं?
रवि- अच्छा तैयार किया है पार्लर वाली ने।
निशु- लग कैसी रही हुं यह बोलना।
रवि- तु हमेशा अच्छी ही लगती है उसमें क्या कहना।
निशु- लड़कियों को compliment देना कब सीखेगा?
रवि- कभी नहीं ?।
निशा पैरों को पछाड़ती हुई बाहर चली जाती है। रवि भी हंसता हुआ बाहर आ जाता है। बाकी सब भी गार्डन में आ जाते है। रिद्धि भी तैयार होकर उन सबके पास आती है। उसको देख कर काव्या उसे कहती है- आज तो क़यामत आने वाली है रजत जीजू पर। ध्यान रखना कहीं बेहोश न हो जाए। रिद्धि यह सून के शरमा जाती है। वो भी सबको कहती है- आप सब भी बहुत ही खूबसूरत लग रही है। मुझसे सब दूर ही रहना, क्या पता रजत मुझे छोड़ तुममें से किसी को पसंद करले ?। अच्छा मैं चलतीं हुं, रजत भी आता ही होगा।
मीना- हां-हां जा वरना वो बांवरा हो जाएगा तेरे बिना।
इस बात पर सब ठहाके लगाने लगे।
साकेत पाखि के पास आकर हंसते हुए कहता है- पाखि u r looking beautiful, अब भी कहता हु अपना इरादा बदल दे। हां कह दे मुझे।
पाखि- thanks, but इरादा तो नहीं बदलेगा। sorry...?
उन दोनो को देखकर अवि जलन महसूस करने लगता है और रवि उसकी खिल्ली उड़ाते हुए कहता है,- जलने की बू आ रही है कहीं से। फायर ब्रिगेड बुला लेता हुं। आज तो जरूरत पड़ेगी क्यों अवि?
अवि उसकी पिठ पर मुक्का मार देता है और कहता है- उस उल्लू को भगा वहां से वरना युद्ध छिड़ जाएगा यहां।?
रवि- देख अवि साकेत उसका फ्रेंड है। मैं उससे बात ना करने का क्या रीज़न बताऊं? तु इस तरह पाबंदी लगाने को कहेगा तो पाखि कभी तेरे साथ नहीं आएगी। उसके घरवालों ने उसे पूरी छूट दे रखी है इस बारे में। वो जिससे चाहे बात कर सकती है। उसे कभी किसी चीज के लिए मना नहीं किया है और ना ही मै करना चाहता हूं तो समझ लें इस बात को।
अवि- ओह। तो तो संभलना पड़ेगा। गलती से कुछ मुंह से निकल गया तो लेने के देने पड़ जाएंगे। कोई नहीं भाई, फ्रेंड से ही तो बात कर रही है उसमें क्या जलना।?

रवि पाखि के पास जाकर कहता है- बहुत खुबसूरत लग रही है पाखि।
तभी पास में खड़ी नीशु बोल पड़ी- जब मैंने पूछा तो मुझे तो नहीं कहा खुबसूरत लग रही हुं।?
रवि- उसके लिए खुबसूरत होना भी तो चाहिए ना।
यह सुनकर निशु रवि को मारने दौडती है। रवि और निशु के बीच पकड़म पकड़ाई का खेल शुरू हो गया। साकेत दूसरे लोग खड़े थे वहां चला गया। इस मौके का फायदा उठाते अवि पाखि के पास पहुंच जाता है।
अवि- u r looking so beautiful and hot. आज तो तेरे लिपस्टिक लगे होंठों को नहीं बिगाडूंगा।
पाखि- आज तो आपने छूने की कोशिश कि न तो मैं भूल जाउंगी के आप निशु के भाई है। संभलकर रहना और मेरा मुड़ खराब मत करना।
अवि- मेरे साथ रहकर लोगों के मुड़ अच्छे हो जातें है न कि बिगड़ते।
पाखि- बेवकूफ़ ही होंगे वे।
अवि- तब तो तेरा रविभाई सबसे बडा बेवकूफ है ?।
पाखि- ऐय... मेरे भाई के बारे में कुछ मत कहना वरना..।
अवि- यह तुम दोनों भाई बहन हमेशा धमकी क्यों देते रहते हो? तुम्हें क्या लगता है मैं घर जाऊंगा?
पाखि- नहीं डरते??
अवि- हां, थोड़ा डर लगता तो है।
पाखि- फिर भी बाझ नहीं आते।
अवि- क्या करूं ओ लेडी मैं हूं आदत से मजबूर।?
पाखि- एक बात बताइए, इतने सालों से मैं आपके घर आ रही हुं। कई बार वहां डिनर तक रुकीं भी और कई बार तो रहने भी आई हुं। उस वक्त तो आप बिल्कुल सीधे लगते थे एकदम सती सावित्रा टाइप। ये एकदम से हलकट कैसे बन गए।
अवि- वह सती सावित्री होता है मेरी जान।
पाखि- आप का gender चेंज नहीं कर सकती ना इसलिए सावित्रा।?
अवि- वैसे मैं उस वक्त भी तुम्हें ही देखता था पर तुम कहां ध्यान देती थी मुझ पर तो पता चले।
पाखि- ध्यान तो मैं अब भी नहीं देती फिर क्यों परेशान करते रहते हैं?
अवि- गलत बोल रही हो। परेशान नहीं प्यार करता हूं तुमसे। देखा तुमने हमारा प्यार हमारे कपड़ों में भी दिखता है।
पाखि- क्या?
अवि- हमारे कपड़ों का रंग भी तो मेच कर रहा है। हमारी चोइस कितनी मिलती जुलती है।

इन दोनों के बातचीत दरमियान मनोज आ जाता है। वो पाखि से कहता है,- आप लोगों को रोकी बुला रहा है।
अवि- यह तुझे ही क्यों बोला मैं नहीं दिख रहा था यहां?
पाखि- जाने दीजिए न क्या आप भी।
हम सबके साथ बेक स्टेज जाते है। वहां रोकी और मौनी सबको इंस्ट्रक्शन दे रहे थे।
मौनी- wow guys! all r looking very nice.
सबने साथ में thank u कहां।
रोकी- आप सबका डांस में तो देखना ही नहीं पड़ेगा। हां, दिशा इस बार अच्छे से संभाल लेना।
दिशा- अरे रोकी सर आप देख लेना, स्टेज पर आग लगा दूंगी.. आग ?।
साकेत- तब तो फायर ब्रिगेड बुला लेना रोकी भाई। जो यह बोलती है वह करती ही है।
मौनी- हमने रिद्धि और रजत की एंट्री धमाकेदार करवाने का सोचा है। आप सबकी हेल्प चाहिए।
काव्या- हम सब रेडी है इसके लिए। बताइए क्या करना है?
मौनी- उनके आने से पहले हम एक गाना बजाएंगे। आप सब कपल्स जिस जोड़ी के साथ है उसी के साथ डांस करते हुए आएंगे। मेरा मतलब एक जोड़ी आएगी डांस करते हुए। वे जब स्टेज के पास आ जाएं तब दूसरी जोड़ी एंट्री करेंगी। आप चारों कपल्स आ जाएंगे उसके बाद रिद्धि और रजत आएंगे डांस करते हुए। हमारे पास आधा घंटा है सब सेट हो जाएगा। रिद्धि और रजत आते ही होंगे।
सब डांस सिखने में व्यस्त हो जाते हैं। मनोज वही खड़ा रहकर पाखि को देखता रहता है। कोई उसकी इस हरकत पर ध्यान नहीं देता। उसका खुराफाती दिमाग क्या सोच रहा है यह किसी को नहीं पता।

सात बजे मेहमान आने लगते है। स्टेज पर रिद्धि और रंजना दीदी के मम्मी पापा, और दोनों लड़कियों के सास-ससुर आ जाते है। पहले थोड़ा इंट्रोडक्शन होता है। सब अपने बच्चों का बचपन याद करते है और आज इतने बड़े हो गए की कंधे से कंधा मिला रहें है। यह सब बातचीत होती रहती है। कुछ देर बाद रोकी और मौनी इवेंट को अपने हाथों में लेते है। रोकी पहले रिद्धि और रजत की एंगेजमेंट अनाउंस करता है और कपल को बुलाता है। तभी सारी लाइट्स ओफ हो जाती है और एक तरफ रोशनी होती है और सोंग चलने लगता है। हम सब एक-एक कर डांस करके आते हैं। सब गेस्ट्स तालियां बजाने लगते हैं, और लास्ट में रिद्धि और रजत आते हैं। उनके आते ही सब लाइट्स ओन कर देते है। सब तालियों से उनका स्वागत करते हैं। हम सब अपनी अपनी जगह पर बैठ जाते हैं। पहले रिद्धि और रजत की रींग सेरेमनी होती है बाद में डांस प्रोग्राम शुरू करते हैं।

सबका डांस बहुत अच्छा हो रहा है अब बारी आती है हमारे ग्रुप की।

क्रमशः