OUT OF CONTROL - 3 Raaj द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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OUT OF CONTROL - 3

                       (जैसे कि हमने देखा जेरी ने पूरी रात वो किताब पढ़ी । अब उसे नींद नही आ रही थी ।अब आगे।)
                       उस किताब की बातों ने जेरी को चौका दिया था ।   वो सोच में पड़ गया था कि इस किताब की बातों पर वो यकीन करें या न करे । करीब 5 बजे उसको नींद आयी ।वैसे उसे आज स्कूल मे हॉलिडे था इसलिए सुबह उठने की जल्दी नही थी । 
           करीब 10 बजे जेरी अचानक नींद में से जाग गया । लगता था उसने कोई  सपना देखा हो । उसने तुरंत स्टेसी और चक को कॉल किया  ।और उसे कोलमा पब्लिक गार्डन में बुलाया ।रोबेर्ट भी जाग चुका था । दोनों ने साथ में नास्ता किया । और फिर वो अपनी पुरानी सायकिल लेकर कोलमा पब्लिक गार्डन पहुचा ।
चक और स्टेसी पहले से वही आ चुके थे ।
स्टेसी : क्या हुआ जेरी , हमे यहा क्यों बुलाया सब ठीक तो हैं ना ।
जेरी: हा सब ठीक है , वो कल रात में लाइब्रेरी में से वो किताब नही ले आया था उसमें..........
जेरिने किताब की सारी बातों को बताया और कहा : और हा आज सुबह ही मेने एक अजीब सा सपना देखा में किसी जंगल मे जा रहा था  मेरे सामने एक छोटा सा पौधा आया । वो पौधे में से एक अनोखे रंग की रोशनी निकल रही थी । जो काफी तीव्र थी । लेकिन मेरी आँखें बिल्कुल जल नही रही थी । उस रौशनी का रंग जैसा था वैसा रंग मैने आज तक नही देखा ।पता नही वो क्या था लेकिन मेरा ये सपना कुछ न कुछ तो कहना चाहता था ।

स्टेसी : वैसे भी वो सपना था । और इसका कोई मतलब नही हो शकता ।
जेरी : नही स्टेसी , मेने ऐसा कभी महसूस नही किया जब मैंने उस रोशनी को देखा था तो मेरे अंदर के सारे भाव गुस्सा , नफरत , प्रेम , इच्छा ... सब एक पल के लिए गायब हो गए थे । भले ही वो एक सपना था लेकिन वो एक हकीकत के जैसा था 
चक  : तो तुम अब क्या करना चाहते हो ?
जेरी : सबसे पहले तो मैं उस किताब के लेखक से मिलना चाहता हु और फिर उन्हें में अपने सपने के बारे में बताना चाहता हूँ ।
चक : वो तो ठीक हैं लेकिन हैम उसे ढूंढेंगे कैसे ।
जेरी : उस किताब मैं बेंजमीन रॉय का अड्रेस भी लिखा हुआ हैं । यहासे   करीब 50 km दूर साउथ  जोअरा  में उनका घर हैं । अगर हम बस से जाए तो सिर्फ एक घंटा लगेगा । और शाम  तक तो हम वापस भी आ जाएंगे ।

स्टेसी : ठीक है तो तुम वाकई उनसे मिलना चाहते हो तो हमे जल्दी निकलना चाहिए क्योंकि अभी  12 बज चुके हैं ।
चक : एक काम करते है हम अभी सायकिल से बस स्टॉप पहोचते हैं फिर हमारी सायकिल वही पार्किंग में रखके साऊथ जोअरा की बस पकड़ लेते हैं ।
चक , स्टेसी और जेरी तीनो सायकिल निकालकर बसस्टॉप की निकल  पड़े ।  और बसस्टोप पहुचकर पार्किंग में साइकिल लगाई ।जेरी  ने तूरन्त साऊथ जोअरा की तीन टिकिट ली । और  बस के इंतजार में खड़े हो गए ।

       थोड़ी देर मै बस आ गई । तीनो बस पर चढ़ गए । तीनो में से कोई नही जानता था उनका ये सफर उन्हें कहा ले जायेगा । लेकिन जेरी की बेंजमीन रॉय से मिलने की तड़प बढ़ती जा रही थी ।  वो जल्द से जल्द उनसे मिलना चाहता था और उन्हें अपने सपने के बारे मे बताना चाहता था । चक और स्टेसी भी जेरी के सच्चे दोस्त थे  । वो एक दूसरे की हमेशा मदद करते थे ।

             आखिर वो पहुंच गए । तीनो बस में से उतर ने लगे । वैसे जेरी साउथ जोअरा में कई बार आ चुका था लेकिन चक और स्टेसी के साथ पहली बार आया था ।
चक :  वैसे हमे जाना कहा हैं ?
जेरी : यहासे करीब 1 km दूर बेले स्ट्रीट हैं वही का  अड्रेस लिखा हुआ है बुक में । हम  वहा जा के किसीको पूछ लेंगे ।
स्टेसी : 1 km , ठीक हैं  हम चलके ही वहा चले जायेंगे ।
चक : ठीक हैं ।
        तीनो बेले स्ट्रीट की दिशामें चलने लगे।  थोड़ीदेर बाद वो बेले स्ट्रीट पहुच गए । स्टेसी ने घड़ी मैं देखा दोपहर के ठीक दो बजे थे । 
थोड़ी दूर एक बुढा इंसान खड़ा था । लगता था वो किसी का इंतजार कर रहा यह । तीनो उनसे पता पूछने के लिए आगे बढ़े ।
जेरी : excuse me, क्या आप हमें बता शकते हैं  बेंजमीन रॉय  का घर कोनसा है ।
बुढा आदमी : बेंजमीन रॉय ,  नाम तो कही सुना हुआ लगता हैं , हा याद आया इस नाम का आदमी यहाँ bunglow no 3 में रहता था लेकिन 4-5 साल से कोई नही जानता कि वो कहा हैं । 
जेरी : क्या आप कभी उनसे मिले हैं ?
 बुढा आदमी : हा एक - दो बार मैं उससे मिला तो हूँ लेकिन ज्यादा बात नही हुई कभी उससे । शायद वो किसी कॉलेज में प्रोफेसर था । उसके अलावा मुजे और कुछ मालूम नही ।
जेरी : थैंक यू  सो मच सर  , आपसे मिलकर खुसी हुई  ।

जेरी , स्टेसी और चक बेंजमीन रॉय के घर के नजदीक आये  ।
चक : फोकट मैं हम यहाँ आये ।
 स्टेसी : हा यार , कोई बात नही  , कभी कभी ऐसा हो जाता हैं क्यों जेरी?
अचानक जेरी की नजर घर के गेट के पास रखे गमले पर पड़ी ।वो नीचे बैठकर उस गमले को गौर से देखने लगा ।
गमला मेघधनुष के  7 अलग अलग रंगों से बना हुआ था । सबसे ऊपर जम्बुनी रंग था और आखिर में लाल रंग था । 
स्टेसी : लगता है इसपर काले अक्षरों से कुछ लिखा हैं ।
जेरी :  हा, स्टेसी काफी छोटे अक्षरों से लिखा हैं  । यहाँ पर लिखा हैं कि 
           "  करलो तुम कुछ ऐसा याद 
                 ना रंग हैं ना हैं स्वाद ।
                वगैर इसके सब बरबाद
               साथ हैं तो तुम होंगे आबाद । "
                
चक : इसका क्या मतलब हुआ ।
जेरी : एक मिनिट ,ना रंग है ना स्वाद मतलब की पानी स्टेसी अपनी बैग से पानी की बोटल निकालकर मुजे दो ।
         स्टेसी पानी की बोटल निकालकर जेरीको देती हैं । जेरी पानी की पूरी बोटल गमले में डाल देता हैं । तुरंत गमले के सारे रंग   पौधे के अंदर चले जाने लगते हैं और पौधा रंग बदलने लगता हैं । अचानक वो पौधा एक  रंग में बदल जाता हैं जिसकी उपस्थिति के बारे में कोई इंसान नही जानता ।यही रंग जेरी ने अपने सपनेमें देखा था । धीरे धीरे पौधा चमकने लगता हैं ।
जेरी : कही मैं फिरसे सपना तो नही देख रहा ?
स्टेसी और चक : नही जेरी, ये हकीकत हैं । क्या हमें इसे छूना चाहिए ।

           जेरी , स्टेसी और चक तीनो अपनी आंखें बंद करते हैं और उस पोधेको छूते हैं  । उस पौधे को छूतेही बेन्जेमिन के घर का दरवाजा खुल जाता हैं । तीनो घर के अंदर प्रवेश करते हैं ।
 
To be continue...