दी एडवेंचर्स ऑफ़ शेरलोक होम्स
रेड हेडेड लीग
(2)
जैसे ही हम अंदर घुसे, उसने दरवाज़ा बंद कर दिया ताकि वह हमसे प्राइवेट बात कर सके |
मेरे असिस्टेंट ने उससे कहा, "ये मिस्टर जैबेज़ विल्सन हैं और ये लीग का सदस्य बनना चाहते हैं |"
"और ये इसके लिए एकदम उपयुक्त भी हैं!" उस आदमी ने उत्तर दिया | "इनके पास वह सब कुछ है जो हमें चाहिए |मुझे याद नहीं आ रहा कि अब तक कोई इतना अच्छा उम्मीदवार मेरी नज़रों से गुजरा है |" वह एक कदम पीछे गया, अपना सिर एक तरफ उचकाया और मेरे बालों को इस तरह घूरने लगा कि मुझे संकोच होने लगा | फिर अचानक वह तेज़ी से आगे आया, मेरा हाथ पकड़ कर घुमाया और बड़ी गर्मजोशी से मेरी सफलता पर बधाई दी |
"वैसे इतनी जल्दबाज़ी गलत होगी | मुझे विश्वास है कि आप मुझे एक बहुत जरूरी सावधानी बरतने के लिए माफ़ कर देंगे |" इसके साथ ही उसने दोनों हाथों से मेरे बाल पकड़ कर इतनी ज़ोर से खींचे कि मेरी चीख निकल गयी | मेरे बाल छोड़ता हुआ वह बोला, "आपकी आँखों में पानी आ गया, इसका मतलब सब ठीक वैसे ही है, जैसा होना चाहिए | लेकिन हमे बहुत सावधान रहना पड़ता है क्योंकि हम दो बार विग और एक बार पेंट की वजह से धोखा खा चुके हैं| मैं अगर तुम्हें जूतों की पोलिश प्रयोग करने का किस्सा सुनाऊंगा तो तुम्हें इंसानी फितरत से ही नफ़रत हो जाएगी |"
वह खिड़की के पास गया और वहाँ से ज़ोर से चिल्लाया कि वैकेंसी भर गयी है | नीचे से कुछ निराशा से भरी आवाजें सुनाई दी और सारे लोग अलग-अलग दिशाओं में चले गए आखिर में वहाँ मेरे और उस मैनेजर के अलावा कोई भी लाल बालों वाला व्यक्ति नहीं बचा |
वह मुझसे बोला, "मेरा नाम डंकन रॉस है और मैं भी हमारे दयालु दानकर्ता के द्वारा छोड़े गए फंड का एक पेंशनर हूँ | क्या आप विवाहित है मिस्टर विल्सन? क्या आपका परिवार है?" मैंने जवाब दिया कि नहीं, मैं एक विधुर हूँ और मेरा कोई परिवार नहीं हैं | यह सुनते ही उसका मुँह लटक गया | वह बड़ी गंभीरता से बोला, "अरे! यह तो बहुत चिंता वाली बात है | मुझे ये सुनकर बहुत दुःख हुआ | यह फंड लाल बालों वाले लोगों की संख्या बढ़ाने और उनकी देखभाल के लिए है| ये तो निहायत अफ़सोस की बात है कि आप बैचलर निकले |"
मिस्टर होम्स मैं तो एकदम उदास हो गया था क्योंकि मुझे लगा किअब ये जगह मुझे नहीं मिलने वाली| लेकिन कुछ देर सोचने के बाद वह बोला कि सब ठीक हो जायेगा | "किसी और के केस में यह बात आड़े आ सकती थी लेकिन आप जैसे बालों वाले व्यक्ति के लिए कुछ बातों में समझौता किया जा सकता है| आप अपना यह नया काम कब से शुरू कर सकते हैं ?
" वैल, मुझे थोड़ा सोचना पड़ेगा क्योंकि मेरा पहले से ही एक बिज़नेस है|"
इस पर विन्सेंट स्पॉल्डिंग बोला, “अरे! मिस्टर विल्सन! आप उसकी चिंता मत करिये | आप की तरफ से वह काम मैं देख लूँगा|"
“और काम का समय क्या रहेगा ?"
"दस से दो !"
"मिस्टर होम्स ! महाजनी का काम ज्यादातर शाम को होता है, खासकर बृहस्पतिवार और शुक्रवार की शाम जो कि तनख्वाह के दिन से ठीक पहले पड़ता है सो सुबह के समय कुछ कमाने के लिए यह काम बिलकुल मेरे अनुकूल बैठ रहा था| इसके अलावा मुझे पता था कि मेरा असिस्टेंट एक अच्छा आदमी है और वो सारा काम सँभाल लेगा |
तो मैंने कहा, "ठीक है यह काम मुझे बिलकुल सूट कर रहा है| वैसे तनख्वाह क्या होगी?"
"4 पौंड प्रति सप्ताह !"
"और काम ?"
"बहुत ही थोड़ा सा है |"
"थोड़े से काम से आपका क्या मतलब है?"
"बस आपको ऑफिस में रहना है, कम से कम बिल्डिंग में तो रहना ही पड़ेगा | अगर आप बिल्डिंग छोड़कर जायेंगे तो आप सदस्य नहीं रहेंगे| वसीयत में यह पॉइंट बिलकुल साफ-साफ लिखा हुआ है| अगर आप उस समय ऑफिस से हिले भी तो ये माना जायेगा कि आपने शर्तों का पालन नहीं किया|"
"अरे! यह तो दिन में सिर्फ चार घंटे की बात है, मैं तो जाने की सोचूंगा भी नहीं |"
"कोई बहाना नहीं चलेगा| न बीमारी, न बिज़नेस,न कोई और| आपको रोज आना होगा नहीं तो आपकी सदस्यता खत्म हो जाएगी |"
"लेकिन काम क्या होगा? ये तो बताइये |"
“काम है -- एन्सायक्लोपीडिआ ब्रिटैनिका की नकल तैयार करना और यह उसका पहला खंड है| आपको स्याही, पैन और पेपर अपने साथ लाना है, हम आपको ये कुर्सी और मेज़ देंगे| तो आप कल से काम पर आने को तैयार हैं ?"
"बिलकुल!"
“तो गुड बाय मिस्टर जैबेज़ विल्सन! मैं फिर से आपको इस महत्वपूर्ण पद के लिए बधाई देता हूँ जिसका मिलना आपकी बहुत बड़ी खुशनसीबी है |"
उसने ससम्मान मुझे विदा किया और मैं अपने असिस्टेंट के साथ घर आ गया | मैं अपनी किस्मत पर इतना खुश था कि मुझे कुछ समझ ही नहीं आ रहा था कि मुझे क्या कहना चाहिए या क्या करना चाहिए |
खैर मैंने सारा दिन इसके बारे में सोचा और शाम तक मेरा उत्साह कम होने लगा और मुझे यकीन होने लगा कि मेरे साथ कोई छल या धोखाधड़ी होने वाली है| हालाँकि वो धोखा क्या होगा इसकी कल्पना मैं नहीं कर पाया | साथ ही यह भी अविश्वसनीय लग रहा था कि कोई ऐसी वसीयत भी बना सकता है, या कोई ब्रिटैनिका की नकल करने जैसे साधारण काम के लिए इतनी अच्छी तनख्वाह दे सकता है | विन्सेंट स्पॉल्डिंग ने मुझे उत्साहित करने की पूरी कोशिश की, रात तक मैं इसी तरह सोचता रहा, लेकिन अगले दिन सुबह मैंने इस मामले के भीतर जाने का निश्चय कर लिया इसलिए मैंने एक छोटी स्याही की दवात, क़्विल पैन और सात फुलस्केप पेपर खरीदे और पोप्स कोर्ट के लिए चल दिया|
वहाँ पहुंच कर मुझे एक सुखद आश्चर्य हुआ कि सब कुछ ठीक ठाक ही लग रहा था | मेरे लिए मेज़ तैयार थी और मिस्टर डंकन रॉस वहां थे ताकि मैं ठीक से काम शुरू कर सकूं | उन्होंने मुझे ‘A’ अक्षर से काम शुरू करने को कहा और फिर चले गए | लेकिन वे बीच-बीच में ये देखने के लिए आते रहे कि मुझे कोई मुश्किल तो नहीं पेश आ रही | 2 बजे वो मुझे ‘गुड-डे’ कहने आये, मेरे किये हुए काम की तारीफ की और मेरे बाहर आने पर ऑफिस बंद कर दिया |
मिस्टर होम्स यही क्रम रोज चलता रहा | फिर शनिवार को मैनेजर आया और मुझे एक हफ्ते के काम के 4 पौंड चुका कर चला गया | यही अगले हफ्ते हुआ और फिर उसके अगले हफ्ते भी | हर सुबह दस बजे मैं वहां पहुँच जाता था और दोपहर 2 बजे चला आता था | धीरे-धीरे मिस्टर डंकन रॉस ने सुबह बस एक बार आना शुरू कर दिया और फिर कुछ समय बाद तो आना बिलकुल ही बंद कर दिया | फिर भी, बेशक, मैंने कभी एक पल के लिए भी वो कमरा छोड़ने का साहस नहीं किया क्योंकि मुझे डर था कि वे कभी भी आ सकते हैं और काम इतना अच्छा और मेरे अनुरूप था कि मैं इसे खोने का जोखिम नहीं उठाना चाहता था |
इसी तरह आठ हफ्ते बीत गए और मैं 'एबट' (महंत), 'आर्चरी' (तीरंदाज़ी), आर्मर (कवच), आर्किटेक्चर (वास्तुकला) और एटिक (अटारी) आदि के बारे में लिख चुका था और मुझे उम्मीद थी कि इसी प्रकार लगन से काम करता रहा तो जल्दी ही 'B' अक्षर पर पहुँच जाऊँगा | मेरे बस कुछ कागज़ ही खर्च हुए थे और मैंने लगभग एक शेल्फ अपने काम से भर दी थी | और फिर.. अचानक..आज सुबह ये सब ख़त्म हो गया |"
" ख़त्म हो गया?"
"जी हाँ सर! आज सुबह जब हमेशा की तरह दस बजे मैं वहॉं पहुंचा तो दरवाजा बंद था और ताला लगा हुआ था | गत्ते का एक छोटा चौकोर टुकड़ा एक कील से दरवाजे के बीचोबीच लगाया हुआ था | यह देखिये! आप खुद ही पढ़ लीजिये !”
उसके हाथ में नोट-पेपर के नाप का एक सफेद गत्ते का टुकड़ा था, जिस पर लिखा हुआ था - रेड हेडेड लीग भंग की जाती है| 9 अक्टूबर, 1890
शर्लाक होल्म्स और मैंने इस अशिष्ट घोषणा और इसके पीछे खड़ी रोनी सूरत का निरीक्षण किया | हमें ये बात इतनी मज़ेदार लगी कि हम दोनों की हँसी फूट पड़ी|
"इसमें हंसने की क्या बात हैं, अगर तुम लोगों को इस बात पर सिर्फ हँसना है तो मैं कहीं और चला जाऊँगा |"-हमारा क्लाइंट चिल्लाया, उसका चेहरा शर्मिंदगी से लाल हो चुका था |
*अरे नहीं-नहीं,” होम्स उसे फिर से कुर्सी पर धकेलता हुआ चिल्लाया |
"मैं किसी भी हालत में आपके केस को हाथ से जाने नहीं दूंगा| यह एकदम झकास और असाधारण केस है | लेकिन माफ करना यह थोड़ा मज़ेदार तो है न! अब आप बताइये आपने जब इस नोट को पढ़ा तो आपने क्या किया?"
" सर ! मैं तो हक्का बक्का रह गया था | मुझे समझ नहीं आ रहा था कि क्या किया जाये? मैंने आसपास के दफ्तरों में भी पूछताछ की लेकिन किसी को भी कुछ पता नहीं था | आखिरकार मैं ग्राउंड फ्लोर पर रहने वाले मकान-मालिक के पास गया जो कि एक अकाउंटैंट है| मैंने उससे पूछा कि रेड हेडेड लीग का क्या हुआ? उसने कहा कि उसने ऐसी किसी लीग के बारे में नहीं सुना| तब मैंने पूछा कि डंकन रॉस कौन हैं | उसका जवाब था कि ये नाम तो उसके लिए बिलकुल नया है | फिर मैंने कहा कि नंबर ४ कमरे वाले सज्जन? उसने कहा, " कौन? वह लाल बालों वाले?"
"जी हाँ !"
" ओह, उनका नाम तो विलियम मॉरिस है | वे एक वकील हैं और उन्होंने अपना नया घर बनने तक मेरा कमरा कुछ दिनों के लिए किराये पर लिया था | कल वे यहाँ से चले गए |"
"अब वे मुझे कहाँ मिल सकते हैं |"
"उनके नए ऑफिस में!" उसने मुझे उनका पता बताया – 17, किंग एडवर्ड स्ट्रीट, सेंट पॉल्स के नज़दीक |"
मैं वहाँ भी गया मिस्टर होम्स ! लेकिन जब मुझे वो जगह मिली तो वो तो कृत्रिम नी-कैप बनाने का कारख़ाना निकला और वहाँ भी किसी ने न तो मिस्टर विलियम मॉरिस का नाम सुना था और न ही डंकन रॉस का |”
"फिर आपने क्या किया?" होम्स ने पूछा |
"मैं सक्से-कोबर्ग स्क्वायर पर अपने घर आ गया और अपने असिस्टेंट से सलाह की लेकिन वह भी मेरी कोई सहायता नहीं कर पाया | उसने बस इतना कहा कि अगर मैं इंतज़ार करूँ तो शायद मुझे डाक से कोई सूचना मिल जाये लेकिन ये बात मुझे कुछ जंची नहीं| मिस्टर होम्स, मैं इस नौकरी को इतनी आसानी से खोना नहीं चाहता था, इसलिए, जैसा कि मैंने सुना था कि आप मुसीबत में फंसे हुए गरीब लोगों की मदद करते हैं, मैं सीधा आपके पास चला आया|"
होम्स ने कहा, "ये आपने बहुत समझदारी का काम किया है | आपका केस बहुत ही अनूठा है और मुझे इसको सुलझाने में बहुत ख़ुशी होगी | जितना आपने मुझे बताया है, उसके अनुसार ये मामला ऊपर से जैसा लग रहा है, उससे कहीं ज्यादा गंभीर है |"
"वाकई गंभीर है, मुझे हफ्ते के चार पौंड का नुक़सान जो हो रहा है|" मिस्टर जैबेज़ विल्सन ने कहा|
होम्स ने कहा, "जहाँ तक आपकी व्यक्तिगत चिंता की बात है तो मुझे नहीं लगता कि आपको इस अजीबोगरीब लीग के खिलाफ कोई शिकायत होनी चाहिए | एक तो आपको लगभग तीस पौंड की अच्छी खासी धनराशि मिली और ऊपर से ‘A’ अक्षर से आरम्भ होने वाले हर विषय की इतनी बारीक़ जानकारी भी मिली | यानि उनके द्वारा आपका कोई नुकसान तो नहीं हुआ |"
"नहीं सर, लेकिन मैं उनके बारे में जानना चाहता हूँ, वे लोग कौन है और आखिर उन्होंने मेरे साथ ये खेल क्यों खेला? ये खेल उन्हें बत्तीस पौंड महंगा पड़ा |"
"हम आपके लिए इन प्वाइंट्स को सुलझाने की कोशिश करेंगे | लेकिन उससे पहले आपको मेरे एक-दो सवालों के जवाब देने होंगे मिस्टर विल्सन ! जिस असिस्टेंट ने आपको इस विज्ञापन के बारे में बताया, वो आपके पास कितने समय से काम कर रहा था|"
"तब उसे आये हुए करीब एक महीना हुआ था |"
"आपके पास कैसे आया था?"
"मेरा एक इश्तिहार पढ़कर!"
"क्या सिर्फ वही आया था?"
"नहीं, 12 लोग आये थे|"
"तो आपने उसी को क्यों चुना?"
"क्योंकि वह अच्छा भी था और पैसे भी कम माँग रहा था |"
"असल में आधी तनख्वाह!"
"जी हाँ!"
"और.. कैसा दीखता है ये...विन्सेंट स्पॉल्डिंग|"
"छोटे कद का है...तगड़ा सा है..फुर्तीला है| उसके चेहरे पर बाल भी नहीं हैं जबकि वो तीस साल से कम का नहीं है | और हाँ! उसके माथे पर तेज़ाब का सफेद निशान है|
होम्स अपनी कुर्सी पर काफी उत्तेजित सा होकर बैठ गया और बोला, "मैंने काफी सोचा है, क्या आपने कभी ध्यान दिया कि उसके कान छिदे हुए हैं?"
“हाँ सर! उसने बताया था कि जब वह छोटा था तो एक जिप्सी ने उसके कान छेद दिए थे |"
"हम्म!" होल्म ने जैसे गहरे सोच-विचार में डूबते हुए पूछा, "वो अभी भी आपके साथ है?"
"हाँ सर! मैं अभी उसे दुकान पर छोड़ कर आया हूँ |"
"तो आपकी अनुपस्थिति में आपका बिज़नेस चलता रहता है?"
" चिंता करने के लिए कुछ भी नहीं है सर! सुबह के समय कभी भी कुछ खास काम नहीं होता है|"
"बस! मेरा काम हो जायेगा, मिस्टर विल्सन ! मुझे एक दो दिन में इस मामले में आपको कुछ जानकारी
दे कर बड़ी ख़ुशी होगी | आज शनिवार है और मुझे उम्मीद है कि सोमवार तक बात साफ हो जाएगी |"
जब हमारा मेहमान चला गया तो होम्स ने मुझसे पूछा “अच्छा वॉटसन ! तुम्हें इस सबसे क्या समझ आया?"
"मुझे तो अभी तक कुछ समझ नहीं आया | ये तो सबसे पेचीदा मामला लगता है |" मैंने बिलकुल बेझिझक कह दिया |
होम्स बोला," आमतौर पर, सबसे विचित्र लगने वाली बात सबसे कम रहस्यमय साबित होती है | असल में जो अपराध आम और बगैर किसी खासियत के होते हैं, उन्हीं में ज्यादा माथापच्ची करनी पड़ती है| बिलकुल वैसे ही, जैसे किसी आम से चेहरे को पहचानना ज्यादा मुश्किल होता है| लेकिन हमें इस मामले में बहुत फुर्ती से काम लेना होगा|”
"तो? तुम अब क्या करने वाले हो?" मैंने पूछा
"सिगार पियूँगा, तीन पाइप में शायद कुछ बाहर आये| और तुम मुझसे पचास मिनट तक कुछ नहीं बोलोगे|" वह दुहरा होकर और अपने पतले घुटनों को अपनी बाज जैसी नाक से सटा कर कुर्सी पर बैठ गया| वहाँ वह आँख बंद करकर बैठा रहा, उसकी काली मिट्टी की पाइप किसी अजीब चिड़िया की चोंच की तरह उसके मुँह से लगी हुई थी| मुझे लगा कि वह सो गया है जबकि मैं खुद ही ऊंघ रहा था कि अचानक वह कुर्सी से उछल पड़ा, उसके हाव-भाव ये बता रहे थे कि उसने कोई फैसला ले लिया है| उसने अपनी सिगार अँगीठी की ताक पर रखी और बोला, "वॉटसन! आज दोपहर सेंट जेम्स हॉल में ‘सरासाते’ की परफॉर्मेंस है| तुम्हारा क्या ख्याल है? तुम्हारे मरीज़ तुम्हें कुछ घंटों के लिए बख्श देंगे ?"
"आज मुझे कोई काम नहीं है| वैसे भी मेरा काम मुझे कभी भी ज्यादा व्यस्त नहीं रखता |"
"तो फिर अपना हैट पहनो और चलो| पहले हम शहर में जायेंगे, रास्ते में हम लंच भी कर सकते हैं | मुझे मालूम हैं कि आज के कार्यक्रम में जर्मन म्यूजिक भी काफी ज़्यादा सुनने को मिलेगा जो मुझे इटालियन और फ्रेंच म्यूजिक से ज्यादा पसंद हैं| असल में ये इंट्रोस्पेक्टिव टाइप होता हैं और आज मैं यही करना चाहता हूँ | चलो, चलते हैं|"
हम एल्डर्सगेट तक अंडरग्राउंड ट्रेन से गए और फिर थोड़ा सा पैदल चलकर आज सुबह सुनी हुई अनोखी कहानी के घटना स्थल सक्से-कोबर्ग स्क्वेयर तक पहुंचे| ये एक सँकरा, छोटा, पुराना सा लेकिन सभ्य इलाका था, जहाँ ईंटों से बने फीके दुमंजिला घरों की चार कतारें थी, जिनके बाहर छोटे-छोटे से बाड़ लगे अहाते बने हुए थे | जंगली घास और फीकी लौरेल की झाड़ियों के कुछ झुरमुटों वाले लॉन वहाँ के धुएँ से भरे खराब से वातावरण से कड़ा मुक़ाबला कर रहे थे|
कोने के एक घर पर लटक रही तीन सुनहरी गेंदों और सफेद रंग से “जैबेज विल्सन” लिखे भूरे बोर्ड से हम समझ गए कि हमारा लाल रंग के बालों वाला क्लाइंट यहीं अपना व्यापर चलाता है | शर्लाक होल्म्स अपना सिर एक और झुकाये इसके सामने रुका और सिकुड़ी हुई पलकों के बीच चमकती हुई आँखों से इसे ठीक से देखा | फिर वह धीरे-धीरे गली के ऊपर चला गया, फिर घर को गौर से देखता हुआ वापस उसी कोने पर आया | अंत में वह महाजन की दुकान की ओर लौटा और अपनी छड़ी से रास्ते के फर्श पर दो तीन बार जोर-जोर से ठकठकाते हुए दरवाजे पर गया और उसे खटखटा दिया|
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