ड्रैकुला 10 - Part - 2 Mohd Siknandar द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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ड्रैकुला 10 - Part - 2

ड्रैकुला 10

Part - 2

इतने सब गाँव वाले अपने हाथ मे मशाल लेकर वहाँ पर आ गये । जिस से सब का हौसला और भी बढ़ने लगा । गाँव का एक व्यक्ति चिल्लाकर कहता है कि “ भाइयो आज ड्रैकुला बचना नहीं चाहिए ।” थोड़ी देर बाद- सब गाँव वाले शाही सेना के साथ मिलकर पेड़ के मजबूत लट्टे से किले का दरवाज़ तोड़ डाला । किले का मजबूत दरवाजा जमीन पर गिरते ही मशाल लेकर खड़ी हुई भीड़ शोर मचाते हुए उसके अंदर दौड़ पड़ी । सम्राट ऐरिक अपने सेना को आदेश दिया कि “ ध्यान रहे ड्रैकुला यहाँ से भागने ना पाये ।” सम्राट की बात मानकर कुछ सैनिको ने ड्रैकुला के ट्रक के टायर को पंचर कर दिया । ताकि वो ट्रक मे बैठ कर भाग ना पाये और इस तरह उसके भागने के सारे रास्ते को बंद कर दिया गया । इधर ड्रैकुला इस बात से बेखबर था कि उसके किले पर हमला हो चुका है । वह तो अपने शाही टाप मे बैठकर बड़ी आराम से झाग से बुलबुले बना रहा था । उसी समय सम्राट ऐरिक की शाही सेना बाथरूम का दरवाजा तोड़कर उसको चारो तरफ से घेर ली । इस अचानक हमले से ड्रैकुला बुरी तरह से घबराह कर उठा और तौलियाँ से अपने आप को ढँकने लगा । सम्राट ऐरिक सामने आकर कहते है कि “ यहाँ से भागने की कोशिश मत करना ड्रैकुला तुम्हें चारो तरफ से घेर लिया है ।” ड्रैकुला उन सब से कहता है कि “ भागना तो तुम्हें पड़ेगा क्योकि मैंने अंदर कुछ नहीं पहना है । पहले ये बताओ कि तुम सब की हिम्मत कैसी हुई ? मेरे किले मे आने की ।” तभी एक बूढ़ा आदमी खाँसते हुए कहता है कि “ तुम हिम्मत की बात मत करो ड्रैकुला । हम सब ने मिलकर तुमहरे किले का दरवाजा तोड़ दिया है ।” यह बात सुनते ही ड्रैकुला जमीन पर लेट कर मछली की तरह छटपटाने लगा । यह देखकर वो बूढ़ा आदमी सब से कहता है कि “ देखा क्या रहे हो ड्रैकुला को जूता और बदबूदार मोजे सूंघाओ । लगता है ड्रैकुला को मिर्गी का दौड़ पड़ा है ।” उस बूढ़े आदमी की बात मानकर सब लोग गंदे जूते और बदबूदार मोजे सूंघने मे जुट गये । अगर ड्रैकुला थोड़ी और देर करता तो शायद बदबू जूते और मोजे सूंघने से उसकी मौत हो जाती । वह तुरंत उठाकर जमीन पर बैठ गया और ज़ोर-जोर से रोने लगा । ड्रैकुला चिल्लाकर कहता है कि “ अरे कमबख्तों कल ही तो मैंने दरवाजे को पैंट करवाया । अगर आना था तो चाबी मांग लेते। दरवाज़ खट-खटा लेते । चिट्ठी को पत्थर मे बांध करके किले के अंदर फेक देते । मगर नहीं तुम सब एक नंबर के अनपढ़ जाहिल और गँवार हो । मेरे प्यारे दरवाज़ को तोड़ डाला ।” सम्राट ऐरिक अपना रुमाल देकर ड्रैकुला से कहता है कि “ अपने आँसू पोछा लो भाई । मै कल ही उसे दुबारा बनवा दूँगा।” पादरी ओनल ड्रैकुला से कहते है कि “ परमेश्वर से अपने अपराध के लिए माफी मांग कर इस शापित जीवन से मुक्ति पा लो।” ड्रैकुला उस से कहता है कि “ माफी वो भी मै । हमारे खानदान और पानदान ने आज तक किसी से माफी नहीं मांगी । ड्रैकुला सम्राट की तरह इटली पर शासन किया है और एक सम्राट की तरह मरेगा भी । मगर उस से पहले मै अपने खानदानी कपड़े तो पहन लू ।” सम्राट ऐरिक और पादरी ओनल के आदेश पर सैनिको ने ड्रैकुला को उसका खानदानी पोशाक लाकर दिया गया । ड्रैकुला विश्व की सबसे बेहतरीन रेशम से बनी हुई खानदानी पोशाक पहनी और शाही सैनिको के साथ किले से बाहर आया । जहां पर पादरी ओनल और सम्राट ऐरिक के साथ पूरा गाँव उसके किले से बाहर आने इंतजार कर रहा था । उसको देखते ही सब गाँव वाले एक साथ चिल्लाकर कहते है कि “ खत्म कर दो इस शैतान को – खत्म कर दो इस शैतान ।” शैतान का नाम सुनते ही ड्रैकुला सम्राट ऐरिक से लिपटकर उस से पूछता है कि “ कहाँ है शैतान-, कहाँ है शैतान ।” सम्राट ऐरिक धीरे से ड्रैकुला के कान मे कहते है कि “ वो तुम्हें शैतान कह रहे है ।” ड्रैकुला सामने आकर उस बूढ़ी महिला से कहता है कि “ शैतान होगा तुम्हारा बाप , तुम्हारी माँ , तुम्हारी बेटी । अगर मुझे दुबारा शैतान कहा ना तो तुझे शीला बना कर तमंचे पर डिस्को करूँगा ।” तभी उसकी खूबसूरत बेटी ड्रैकुला के सामने आकर कहती है कि “ तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मेरी दादी से ऐसे बात करने की ।” ड्रैकुला उस खूबसूरत लड़की से कहता है कि “ ऐ मुन्नी तुझे तो उठा ले जाऊंगा तेरी ही शादी की डोली से, और देखते रह जाएगी तुम्हारी बूढ़ी दादी ।” यह सुनते ही सारे गाँव वाले पत्थरो से ड्रैकुला को मारने लगे । पत्थर की मार से बचने के लिए ड्रैकुला जल्दी से सुनहरे ताबूत मे जाकर लेट गया और चिल्लाकर सब गाँव वालों से कहता है कि “ एक-एक करके तुम सब को देख लूँगा ।” फिर सम्राट ऐरिक से कहता है कि “अबे बोपा लेकर चिल्लाऊ क्या । चल जल्दी से ताबूत का दरवाजा बंद कर वरना अनपढ़ जाहिल गाँव वाले मेरे खानदानी कपड़ो को खराब कर देगे ।” इसके बाद सम्राट ऐरिक ने उस ताबूत का दरवाजा बंद कर दिया । सुनहरे ताबूत मे ड्रैकुला को कैद करके रोमानियाँ से दूर एक सुनसान जंगल मे दफना दिया गया और इस तरह ड्रैकुला का आतंक इटली से खत्म हुआ । मौसम आता गया सदियाँ बीतते गयी और ड्रैकुला उस शानदार-जानदार ताबूत मे सोता रहा । सन 2020 ई0 – उस जगह पर इटली को जानी-मानी कंपनी शोरिया ने खरीद लिया और वहाँ पर कोलड्रिंक की फैक्टरी लगाने का फैसला किया । वहाँ पर पेड़ काटने और जमीन खोदने का काम दिन-रात चलता रहा । एक रात जब बुलडोजर जमीन को खोद रहा था कि अचानक मशीन से कुछ टकराया । वह चिल्लाकर कहता है कि “यहाँ पर कुछ दबा है ।” उसकी बात सुनते ही इधर-उधर काम कर रहे सारे मजदूर अपना-अपना काम छोडकर वहाँ पर इकट्ठा होने लगे । वह आदमी बुलडोजर से उतरा और उस जगह पर खोदने के लिए कहा । सब मजदूर मिलकर वहाँ पर कुदाल और फावड़ो से खोदना शुरू कर दिये।