पिंकी और बाल काटने वाला
सारे शहर में लड़कियों और महिलाओं के चोटी के बाल काटने की घटनाओं से दहशत थी |
पिंकी के स्कूल में भी सब इस बात से डरे हुए थे | पिंकी अपने स्कूल में अपनी सहेलियों को बताती रहती थी कीकोई शरारती है जो ये सब काम कर रहे है | पिंकी का तो मानना था की जयादातर चोटी काटने की घटनाएँ लोगों ने एक दुसरे से जाति दुश्मनी के चलते की है |
एक दिन पिंकी स्कूल से छुट्टी करके घर जा रही थी तो देखा की रिया रस्ते में एक पेड़ के नीचे खड़ी रो रही थी | रिया, पिंकी की अच्छी दोस्त थी | रिया का रोने का कारण पूछने पर पता चला की स्कूल में किसी ने रिया की चोटी काट ली थी | पिंकी ने देखा तो वाकई रिया की चोटी कटी थी | पूछने पर रिया ने बताया की घर जाने से पहले वो बाथरूम गई थी तभी वहाँ की लाइट गई और वहीँ किसी ने ये काम किया था | पिंकी ने सोचा इस बात को यही दबाना होगा नही तो उसके स्कूल में भी दहशत हो जायेगी | क्योंकि छुट्टी का समय था और सब बच्चे घर जाने की जल्दी में थे अत: किसी ने भी पिंकी और रिया पर ध्यान नही दिया |
पिंकी ने रिया को चुप कराया और कहा की तुम्हारी चोटी काटने वाले को जल्दी पकड़ लेगे उसके लिय हम दोनों को किसी को बताये बिना कुछ काम करने होंगे और हमें अपनी प्रिंसिपल को भी शामिल करना होगा | रिया को कुछ समझ नही आ रहा था | लेकिन जब पिंकी ने उन्हें कुछ बताया तो उन्हें विश्वास हो गया की अब चोटी काटने वाला कोई भी हो वह अब रंगे हाथो पकड़ा जाएगा |
पिंकी चुपचाप बाजार गई और रिया के लिय नकली बालों की विग लेकर आई और योजना अनुसार रिया को पहना दिया | उसके बाद रिया ने पूरे दिन ऐसे दिखाया की जैसे उसके बालो की चोटी कटी ही ना हो |
पिंकी और रिया अगले दिन स्कूल पहुंची और अपनी प्रिंसिपल को सारी बात बता कर योजना पर काम करने लगी | उन्हें विश्वास था की जिस किसी ने भी चोटी काटी होगी वो परेशान जरूर होगा की चोटी काटने की बात क्यों नही फैली और वो आज फिर रिया की चोटी काटेगा |
स्कूल की छुट्टी के टाइम रिया फिर बाथरूम गई तो किसी ने फिर लाइट ऑफ की और सफ़ाई से रिया की विग वाली चोटी फिर काट दी | पिंकी चाहती तो उसे वहीँ पकड़ सकती थी लेकिन वो चोटी काटने वाले को सबूत के साथ पकड़ना चाहती थी और रिया तथा सबको दिखाना चाहती थी की कोई चुड़ैल बाल नही काटती ये किसी हम जैसे स्टूडेंट की ही शरारत है | रिया को पता लगा तो उसने उसी समय बाथरूम से निकलकर अपने बैग से फिर एक विग लगा ली और ऐसे दिखाया की उसकी चोटी नही कटी थी |
स्कूल की छुट्टी हुई उसी समय योजना के अनुसार प्रिंसिपल ने घोषणा की आज उनके बेटे का जन्मदिन है इसलिय वो सब बच्चो को अपने हाथों से टॉफी देंगी |
पिंकी की प्रिंसिपल ने मैदान में खड़े होकर टॉफी बाटनी शुरू की और सब स्टूडेंट्स लाइन से आकर टॉफी ले रहे थे पिंकी भी प्रिंसिपल की सहायता कर रही थी | तभी रिया की ख़ास दोस्त बबली ने टॉफ़ी लेने के लिय हाथ फेलाए तो पिंकी उसे पकड कर प्रिंसिपल के रूम में ले गई, प्रिंसिपल भी जल्दी से टॉफी खत्म करके अपने रूम में आ गई | रिया को भी वहीँ बुला लिया गया |
पूरे स्कूल को अभी भी समझ नही पा रहे थे की माजरा क्या है |
पिंकी और प्रिंसिपल ने बबली को बताया की हमें पता है की रिया की चोटी तुमने ही काटी है अत: तुमने ऐसा क्यों किया हमें बताओ | बबली अब समझ गई थी की उसका खेल खत्म हो गया है तो उसने बताया की रिया ने एक दिन उसके छोटे बालो की बुराई की थी और उसी का बदला लेने के लिय उसके रिया के बाल काट दिए थे, उसने कहा की अफवाह तो उडी हुई थी कीकोई बाल काट रहा है और इसी का उसने फायदा उठाने की सोची थी | पहली बार बाल काटने के बाद भी रिया ने कोई रिएक्शन नही किया तो मुझे लगा की शायद सचमुच उसके बाल नही कटे तो आज मेने फिर रिया के बाल काटे लेकिन उसके बालो में ये नीला कलर क्या लगा था जो की मेरे हाथो से छूट ही नही रहा है |
अब पिंकी बोली ये हमारी योजना थी इसलिय हमने रिया के विग में नीली इंक लगा दी थी ताकि जो कोई भी हो उसके हाथ में ये पर्मानेंट इंक बाल काटते हुए जरूर लगेगी और हम उसे इसी से पहचान लेंगे और हमें पूरा यकींन था की रिया की तरफ से कोई रिएक्शन ना होने की वजह से तुम फिर दोबारा रिया के बाल काटने की कोशिश करोगी | सारे स्टूडेंट्स के हाथ तो हम हर क्लास में जाकर देख नही सकते थे की किस के हाथ में पर्मानेंट इंक लगी है इसलिय प्रिंसिपल मेम के साथ मिलकर ये टॉफी बांटने की योजना बनाई |
बबली ने रिया से माफ़ी मांगी तो रिया ने भी उसके छोटे बालों की बुराई करने के लिय सॉरी कहा | अब पिंकी ने सब स्टूडेंट्स को बताया की देखा कोई चुड़ैल बाल नही काटती | सब स्टूडेंट अब आश्वस्त थे | रिया और प्रिंसिपल मेम ने पिंकी को थैंक्यू कहा | बबली को अपने किये पर पछतावा था उसने प्रिंसिपल मेम से माफ़ी मांगी और सब स्टूडेंट्स को भी सॉरी कहा | प्रिंसिपल मेम ने बबली के सिर पर प्यार से हाथ फेरा और उसे दोबारा ऐसा ना करने की नसीहत दी, बबली ने भी स्वीकृति से सिर हिलाया | अब बबली, रिया के साथ साथ पिंकी की भी दोस्त बन गई थी |
लेखक : राजेश मेहरा