नफ़रत-ए-इश्क

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मुम्बई होटल रॉयल प्रेसीडेंसी.....मुंबई के एक 7 स्टार होटल के आलीशान कमरे में एक लड़का बेड पर शर्टलेस लेटा हुआ सीलिंग पर लगे झूमर को एक टक देखे जा रहा था। उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं थे। और आंखें सुर्ख लाल थी । वो लाली शराब के नशे की थी ,सबाब की थी, या अंदर दबे हुए दर्द और नफरत की थी ये तो बस वही बता सकता था।लगभग 6 फुट 2 इंच हाइट, मस्कुलर बॉडी, 8 पैक एब्स , शार्प फीचर्स ,गेहुआ रंग ,गहरी नीली आंखें और माथे पर बिखरे बाल उसके स्टनिंग लुक को और भी किलर बना

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नफ़रत-ए-इश्क - 1

मुम्बईहोटल रॉयल प्रेसीडेंसी.....मुंबई के एक 7 स्टार होटल के आलीशान कमरे में एक लड़का बेड पर शर्टलेस लेटा हुआ पर लगे झूमर को एक टक देखे जा रहा था। उसके चेहरे पर कोई भाव नहीं थे। और आंखें सुर्ख लाल थी । वो लाली शराब के नशे की थी ,सबाब की थी, या अंदर दबे हुए दर्द और नफरत की थी ये तो बस वही बता सकता था।लगभग 6 फुट 2 इंच हाइट, मस्कुलर बॉडी, 8 पैक एब्स , शार्प फीचर्स ,गेहुआ रंग ,गहरी नीली आंखें और माथे पर बिखरे बाल उसके स्टनिंग लुक को और भी किलर बना ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 2

विराट की नजर कमरे के एक कोने में रखें कैनवस स्टैंड पर पड़ती है। वो स्केच उठाकर उस कैनवास कुछ ड्रॉ करने लगता है ।और थोड़ी ही देर में उस कोरे कागज पर एक लड़की की बेहद खूबसूरत तस्वीर थी ।बेदाग खुबसूरत मासूम सा चेहरा, घने पलकों से ढकी हुई गहरी आंखे, चेहरे पर बिखरी हुई कुछ लटें उसकी खूबसूरती पर चार चांद लगारही थीं। और पेंटिंग के नीचे लिखा हुआ था प्रिंसेस। कुछ पल केलिए विराट उस पेंटिंग को अपनी सनक भरी गहरी नजरों से निहारने लगता है ।उस पेंटिंग के बेहद करीब जाकर अपने उंगलियों से उसके ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 3

यशबर्धन जी के जाते ही चित्रा जी चुप चाप सोफे पर बैठ गई ।चिंता की लकीरें उनके माथे पर साफ दिख रही थी।सरगम कॉफी का कप साइड में रख उनके पास बैठ जाति हैं। और उनके हाथों पर हाथ रख समझाते हुए,"आप चिंता मत कीजिए दीदी, बस एक बार अभय की शादी प्रिया से हो जाए,(प्रिया अभय की मंगेतर)फ़िर देखना सब ठीक हो जाएगा। प्रिया बहत समझदार हैं। संभाल लेंगी वो अभय को। ओर अभय बहत जल्दी अपना पास्ट भूल जायेंगे ।और धिरे धिरे पापा जी की नाराजगी भी दूर हो जाएगी।"सरगम की बात सुनकर चित्रा जी एक जबरदस्ती ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 4

तपस्या के बारेमे सोच कर विराट एक डेवल स्माइल लिऐ बालकनी से निकल कर चेंजिंग रूम के तरफ चला कुछ 10 मिनट में वो रेडी होकर बाहर आया तो जानवी बाथरोब पहने मिरर के सामने खड़ी थी।"मुझे कुछ जरूरी काम आ गया है ,तू रेडी हो जा ड्राइवर आएगा तुझे पिक करने ।"बिना जानवी की तरफ देखे कहते हुए विराट रूम से बाहर निकल गया।विराट को जाते हुए जानवी खामोशी से मिरर में से देख रही थी ।विराट के जाने के बाद वो खुद को मिरर में देखने लगी। और खुद को देखते हुए ही वो बाथरोब के लेस ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 5

विराट अपने आंखों को तपस्या की आंखों से हटाकर उसके कांप ते होठों पर डाल देता है। जो विराट क़रीब होने से अपने आप ही कांप ने लगे थे।इस वक्त विराट उसके इतने नजदीक था कि उसकी गर्म सासें वो अपने चेहरे पर महसूस कर पा रही थी। तपस्या की नजरें अब भी विराट के गहरी नीली आंखों में खोए हुए थे ।इस वक्त उसकी धड़कन नॉर्मल से बहुत तेज बड़ी हुई थी जो विराट बखूबी महसूस कर पा रहा था ।विराट एक इंटेंस स्माइल कर.....तपस्या से थोड़ा दूर होते हुए हल्के और सिडैक्टिव आवाज में बोला "आप ठीक ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 6

अग्निहोत्री इंडस्ट्रीजआसमान को छू ती हुई एक बड़ी सी इमारत के एंट्री गेट पर ब्लैक एंड गोल्डन कांबिनेशन में हुआ था, अग्निहोत्री इंडस्ट्रीज । उसी बड़ी इमारत के एक आलीशान केबिन के ग्लास विंडो के पास खड़ा हुआ एक सक्स एक टक बाहर की ओर देखे जा रहा था। उसके एक हाथ में काफी का मग था और दूसरे हाथ में आधी जली सिगरेट का टुकड़ा। उसके उस एक्सप्रेशनलेस चेहरे को देख कोई नहीं बता सकता था कि, इस वक्त उसके दिमाग में क्या चल रहा है । वो सक्स और कोई नहीं बल्कि अग्निहोत्री इंडस्ट्रीज का सीईओ विराट ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 7

अग्निहोत्री हाउसविराट तूफान की तेजी से गाड़ी ड्राइव कर 30 मिनट का रास्ता 12 या 13 मिनट में तय अग्निहोत्री हाउस पहुंच गया था । वो गाड़ी से उतरकर बिना श्लोक के और देखें अंदर चला गया ।वहीं श्लोक अभी तक बुत बने सीट से चिपक कर बैठा हुआ था ।जिस तेजी से विराट गाड़ी चला रहा था, श्लोक को पूरी दुनिया मेरीगो राउंड जैसा फील हो रहा था ।जब उसे पेट में कुछ अजीब सा फील हुआ उसे एहसास हुआ की गाड़ी रूक चुकी है।हॉल में अनुपमा जी (विराट और श्लोक की मां )सारे नौकरों को इधर-उधर काम ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 8

आंखों में अनगिनत दर्द और नफरत लिए विराट फोन पर तपस्या के हंसते हुए तस्वीर को गौर से देखते दबे आवाज में बोला,"गुमशुदा लम्हों को खोजते हुए,अक्सर शायद जिक्र हमारा भी हो रहा उधर ।यूं शिद्दत से हमें याद ना कर ए बेखबर ,आपकी यादों से अब ये दिल हो चला है बेअसर।विराट की आंखों पर एक डार्क एक्सप्रेशन के साथ दर्द भरी स्माइल आ जाती है ।उसके वो दर्द और दिल दहला देने वाला एक्सप्रेशन और भी डार्क हो जाती है जब बाहर से एक दर्द से कराह ती हुई आवाज उसके कान में गूंज ती है।"छोड़ दो ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 9

रायचंद हाउस चित्रा जी तपस्या को देखने उनके कमरे में आती है ।और उसे सोफे पर ही बाथरोब पहनकर को बाहों में भरकर सोता हुआ देखती हैं।"इतनी बड़ी हो गई है ।10 दिनों में शादी है ,और अभी तक बचपना नहीं गया इस लड़की का ।"कहते हुए वो बेड से ब्लैंकेट लेकर उसे कवर कर देती है ।और वहीं उसके पास बैठ जाती है ।और उसका माथा सहलाने लगी।तपस्या कुनमुनाते हुए उनके गोद में सिर रखकर वापस से सो जाती है ।चित्रा जी उसके बाल सहलाते हुए प्यार से बोली,"आप खुश तो हैं ना बेटा ,इस शादी से? मतलब ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 10

श्लोक अब बस विराट के पागलपन को डर और सहमी नजरों से देखे जा रहा था।कुछ फलों के बाद के पुरे कमरे का नजारा कुछ यूं था जेसे अभि अभि कोई तेज तूफान गुजर कर गया हो। पुरे कमरे में कांच के टुकड़े बेखरे पड़े थे। विराट ने मिरर को पंच मारकर उसे चकनाचूर कर दिया था। और साथ ही साथ रूम के हर सामान को अपने पंच से तहस नहस कर रहा था। चीखते दहाड़ते हुए वो कमरे के हर सामान को तोड़ चुका था।कुछ पल में कमरे के सारे सामान टूट चूके थे और विराट की ताक़त ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 11

अग्निजोत्रि हाऊसविराट अपने कमरे से निकल कर सीधे ऊपर के फ्लोर पर जाता है। जहां परणीति का कमरा था। का दरवाज़ा खौल कर सामने का नजारा देख, उसके कदम थम गए। साइड सोफे पर बैठे 2 नर्स उठकर उसे विश करते हुए कुछ कहनेको थे के वो हाथों के इशारों से उन्हे रोक लेता है। और वहीं खड़े हुए पीहू और परिणिती को दिखने लगा।पीहू परिणीति के सीने पर सिर रख सोई हुई थी। और परी का हाथ बेहोशी में ही पीहू को कस कर थामे हुए थे।ये नजारा देख कर ही विराट के आंखों नम हो गई। और ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 12

नवी मुम्बईरात का वक्त,एक डुप्लेक्स बिल्डिंग के सामने एक रेड फॉर्च्यूनर आकार रुकती है। ब्लैक थाई लेंथ तक ऑफ ड्रेस पहनी हुई एक लडकी लड़खड़ाते कदमों से गाड़ी से बाहर निकलती है। उसकी लड़खड़ाते हुए कदमों को देखकर साफ पता चल रहा था कि, वो किस कदर नशे में थी। वो लड़की गाड़ी से उतरकर सीधे घर के तरफ चली जाती है और बेल तब तक दबाती है जब तक घर के अंदर का सख्त आकर दरवाजा ना खोल दे।40 /45 साल की एक औरत गुस्से से दरवाजा खोलती है ,और चिल्लाते हुए बोली,"पागल हो गई हो क्या जानवी? ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 13

अवार्ड फंक्शन....,मुंबई के एक सेवन स्टार होटल में आज के अवार्ड फंक्शन के लिए एक ग्रांट इवेंट अरेंज किया था।जहां पर यशवर्धन रायचंद को बतौर चीफ गेस्ट बुलाए गया था। इस शर्त पर के, भले ही विराट को बेस्ट बिजनेसमैन का अवार्ड मिले, लिकिन अभय रायचंद केलिए एक स्पेशल अवार्ड क्रिएट किया जाए। और ऐसा ही हुआ था। अभय रायचंद केलिए" बेस्ट अवार्ड फॉर क्रिएटिव एक्सीलेंसी"का अवार्ड रातों रात क्रिएट किया गया था।माइक के सामने खड़ा एंकर उनके तारीफों के पुल बांधे जा रहा था। लेकिन यशबर्धन की नजरों जैसे आते वक्त से ही किसी खास के इंतजार में ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 14

विराट श्लोक को जानवी के पास रुकने केलिए बोल कर फ़ोन कट कर देता है। और अपने सामने यशवर्धन को देख खुद को संभाल कर उनके और कदम बढ़ाता है ।यशवर्धन उसके और एक इनविटेशन कार्ड बढ़ा कर अपने ही अंदाज में बोले,"जब आपने हमें अपनी सफलता की वजह बता कर हमारी इतनी इज्जत नवाजी की है ,तो हम भी क्यों पीछे रहें ।"विराट उन्हें ना समझी भरे अंदाज में देख "मैं समझा नहीं मिस्टर रायचंद?"यशबर्धन कार्ड की और इशारा करते हुए,"आज हमारी पोती पूरे 12 साल के बाद इंडिया आई है, उसके लिए एक वेलकम पार्टी रखा है ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 15

श्लोक जानवी को ताने मारते हुए मुडकर जाने को हुआ के एकदम सामने से विराट से टकरा गया। एक के लिए उसे यूं महसूस हुआ जैसे उसकी धड़कने ही रुक गई । विराट उसे सर्द नजरों से अपलक घूर रहा था । विराट उसे वैसे ही घूरते हुए हाथ में पकड़े अपने कोर्ट को श्लोक के कंधे पर रखते हुए गहरी सर्द आवाज में बोला," कुछ बोल रहे थे तुम ?"श्लोक सहमे हुए विराट के दहशत से भरे चेहरे को देखकर जबरदस्ती की मुस्कुराहट अपने चेहरे पर डालें , अपना सिर hmm में हिलाते हुए ज़ुबान से बोला,"नहीं भाई ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 16

रायचंद हाऊसरायचंद हाऊस में आज यशवर्धन रायचंद के दिल का टुकड़ा उनका गुरुर उनकी लाडली तपस्या रायचंद की वेलकम थी । और वो एक सरप्राइज की भी अनाउंसमेंट करने वाले थे। जिसकी भनक अब तक किसी को भी नहीं थी। पूरे रायचंद हाउस को रंग बिरंगी लाइट्स के साथ-साथ व्हाइट एंड पिंक फूलों और कॉटन से बेहद खूबसूरती से सजाया गया था। उस आलीशान पार्टी हॉल में कई वेटर अपने हाथों में ड्रिंक्स और स्नेक्स लिए गेस्ट को सर्व कर रहे थे ।रायचंद ग्रुप बिजनेस वर्ल्ड का सबसे बड़ा नाम था। तो बिजनेस वर्ल्ड का कोई भी ऐसा मशहूर ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 17

विराट तपस्या को सिद्धार्थ के इतने क़रीब देख दांत पीसते हुए अपनी आंखें बंद कर देता है। और अपने की मुट्ठियां भिंज ते हुए एक ही पल में शिल्पा को खुद से दूर धकेलते हुए बोला,"एक्सक्यूज मि ।"बोलकर वो कुछ पल के लिए गायब हो गया। और शिल्पा वहीं खड़े उसे इधर-उधर ढूंढने लगी ।जब वो वापस आया और शिल्पा के कंधे पर टैप करने लगा उसके फेस पर एक सुकून और सनक से भरी स्माइल थी । अचानक से हाल की लाइट इतनी डिम हो गई कि अपने पार्टनर के चेहरे भी साफ ना दिखाई दे ।और उसके ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 18

विराट हाथों में शराब का गिलास पकड़ कर एक टक बस तपस्या को ही देखे जा रहा था ।और ही सिद्धार्थ ने तपस्या को रिंग पहनाया पूरे हॉल में तालियों की गूंज सुनाई देने लगी ।विराट ने अपने हाथों में पकड़े हुए ग्लास को हाथों में ही कस लिया। ग्लास टूटकर कुछ उसके हाथों में लगे और कुछ फर्श पर बिखर गए ।कांच लगने से हाथों से बेतहाशा खून बहने लगी। वही खडा एक वेटर फिक्र भर आवाज में उसके और आते हुए बोला,"सर छोड़िए कांच को ।आपके हाथों से खून बह रहा है।"कहते हुए वो विराट के हाथों ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 19

श्लोक जैसे ही उसके खून से सनी हाथों को एंटीसेप्टिक से साफ कर दवाई लगाने लगा विराट अचानक से पीसते हुए अपना दूसरा हाथ जिसको उसने अपने थाई पर रखा हुआ था जोर से कसकर कार के ग्लास विंडो पर दे मारता है । आवाज इतनी जोर की थी के श्लोक के हाथों से दवाई उछलकर नीचे गिर जाती है ।और आसपास खड़े गार्ड भी भाग कर car के पास आ जाते हैं।वहीं विराट बिना भाव के बस सर्द नजरों से गाड़ी के टूटे गग्लास को देखे जा रहा था। गार्ड भागते हुए गाड़ी के सामने खड़े होकर,"सर सब ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 20

हॉस्पिटल के अन्दर जानवी के कैबिन मैविराट अपने तेज कदमों से जानवी के केबिन की ओर बढ़ जाता है। का दरवाजा खोलकर वो धीरे से कमरे के अंदर आता हैं ।जानवी को बेड पर सुकून से सोता हुआ देख उसके चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आ जाती है । वो अंदर आता है और जानवी के ब्लैंकेट जो अब तक बेड के एक कोने में पड़े फ्लोर को छू रही थी उठाकर जानवी को ठीक से ओढ़ देता है। और उसके माथे को चूम कर जैसे ही वहां से हटने लगा जानवी झट से उसका हाथ पकड़ उसे अपने ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 21

तपस्या विराट के यादों में खोई हुई रिमोट उठा कर म्यूजिक सिस्टम ऑन कर खुद को मिरर में देख बन्द कर लेती है। और उसी के हाल पर फिट बैठता हुआ एक गाना कमरे के हर कोने में गूंज ने लगी थी।एक अजनबी सा एहसास दिल को सताए ,शायद यही तो प्यार है।बेताबियों में धड़कन मेरी चैन पाएशायद यही तो प्यार है ।कुछ भी कहा ना कुछ भी सुना नाफिर भी बेचैन दिल है हमारा......,गाना सुनते ही तपस्या अपनी आंखों खौल कर खुद को आईने में देखती है ।अपने बढ़ती धड़कनों को समेट कर वो बेड के तरफ चली ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 22

सुबह का बक्तसूरज की पहली किरण धरती को चूम रही थी। समंदर के किनारे रेत पर एक लड़का पीठ वल लेटा हुआ था । उसका एक हाथ उसके सिर के पीछे और दूसरा आंखों को ढके हुए था।अचानक से मोबाइल की रिंग की आवाज से वो थोड़ा इरिटेट हुए आंखों से हाथ हटाकर रेत में इधर-उधर हाथ फेरने लगा। फोन हाथ में आते ही बिना देखे कॉल पिक कर नींद में ही बोला,"हेलो"दूसरी तरफ से एक लड़की शांत सी आवाज से ,"Hii, मैं हूं अभय ,प्रिया ।"लड़की की आवाज से अभय जो रेत पर बेसुद्ध लेटा हुआ था ,बिना ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 23

विराट ने श्लोक को किसी काम के बारे में पूछा तो श्लोक ने बहुत ही कॉन्फिडेंस के साथ लहराते जवाब देते देख विराट सर्द आवाज में"हां देख रहा हूं पूरे 15 दिन से। वही तो देख रहा हूं की कितनी परफेक्टली काम करता है ।तो और पिक्चर नहीं देखना है मुझे , डायरेक्ट ही देखना है ।इसलिए चुपचाप अपनी गाड़ी में जा और रेडी कर सब कुछ ।और इस बार कोई गलती हुई ना तो दोनों हाथ ही काट दूंगा । फिर घड़ी तो बहुत होंगे तुम्हारे पास लेकिन पहनने के लिए हाथ नहीं होंगे।"विराट ने कहा और उसकी ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 24

गैलेक्सी वर्ल्डमुंबई का एक स्टार मॉलसिद्धार्थ और तपस्या मॉल में इंटर करते हैं। सिद्धार्थ तपस्या की ओर देखते हुए शादी की सारी शॉपिंग यही से ही होजाएगी। ये मुंबई का सबसे बेस्ट मॉल है। वन स्टॉप डेस्टिनेशन फॉर ऑल शॉपिंग ।"कह कर वो तपस्या को आगे चलने के लिए कहता है ।तपस्या भी हल्का मुस्कुरा कर आगे बढ़ जाती है।तभी सामने से एक खूबसूरत लड़की जो माल के ही यूनिफॉर्म में थी तपस्या के सामने ऑर्किड फ्लावर की एक बड़ी सी बुके बढ़ाते हुए बोली ,"दिस इस फॉर यू मैडम।कंग्रॅजुलेशन टू बोथ ऑफ़ यू ।"इससे पहले के तपस्या कुछ ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 25

सिद्धार्थ की बात सुनकर जहां तपस्या के अंदर का गुस्से का लेवल बस खतम ही होने वाला था। वहीं उसकी घूरती नजर को खुद पर महसूस कर तिरछा मुस्कुरा कर अपना चेहरा दूसरे और कर देता है।तपस्या गुस्से से सेल्स गर्ल के हाथों से सारे कपड़े छीन ते हुए सिद्धार्थ के पास आती है। और उसके चेहरे को देख एक जबरदस्ती की स्माइलिंग फेस करते हुए बोलि,"कोई ज़रूरत नहीं दादू से शिकायत करने की.....see I am so happy।"तपस्या कहते हुए तिरछी नजर से विराट के और देख ने लगी।विराट दोनों हाथ पॉकेट में डालकर फर्श को घूरे जा रहा ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 26

"आपकी शादी में बस 8 दिन बचे हैं ।आई थिंक आप दोनों को कुछ क्वालिटी टाइम स्पेंड करनी चाहिए। हरी अप।"बोलकर विराट अजीब सी स्माइल करने लगा और जाने के लिए बस पलटा ही था की तपस्या ने उसका हाथ थाम लिया। विराट मुड़ कर एक नजर अपने हाथ को देखने लगा जिसे तपस्या ने थामे रखा था और नजर उठाकर तपस्या को देखने लगा जो आंखों में नमी लिए कुछ दर्द और कुछ गुस्से से उसे ही देखे जा रही थी।विराट उसकी आंखों में सवालिया अंदाज से देखते हुए गहरी आवाज में"व्हाट हैपेंड मिस रायचंद कुछ कहना है ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 27

गैलेक्सी मॉल, मुंबई जानवी के कॉल करने के बाद विराट के प्यार भरे एहसास वापस से नफ़रत के निचे चूके थे। इसबक्त उसके जहन में बस परी की आवाज ही गूंज रही थी। वो बैचेन होकर वापस से घर के नंबर पर कॉल लगाता है। काफ़ी देर तक रिंग जाने के बाद नर्स कॉल रिसीव कर बोलि"Hello"दूसरे ओर से विराट थोडा सख्त आवाज में"फ़ोन उठाने में इतना वक्त लगता है??"नर्स हड़बड़ा कर"सॉरी सर वो फ़ोन का वॉल्यूम लो है इसलिए सुनाई नहीं दीया।"परी दी क्या कर रही है?"नर्स की बात को टोक कर विराट ने वापस से पुछा। परी ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 28

गैलेक्सी मॉलविराट तपस्या को अपनी बातों में उलझाकर वहां से जानें लगा। तपस्या उसे पीछे से रोक ते हुए देने लगीं"Mr अग्निहोत्रीविराट बिना पलटे अपने क़दम एटीट्यूड के साथ आगे बढा ते हुए"मेरा phone number आप को yellow page se मिल ही जाएगा miss रायचंद फिर भी और ज्यादा बेताबी हो मुझसे बात करने केलिए तो अपने घरकी किसी भी मेंबर से पूछ लिजिए क्यों के आज कल विराट अग्निहोत्र ही आप के घर की हॉट टॉपिक है।"बोलते बोलते वो अपने केबिन के तरफ़ बढ गया। और उसे यूं जाता देख तपस्या मुंह फुला कर अपनी बेतहाशा धड़कते दिल ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 29

रायचंद हाउस, रात का वक्तअभय और समर को छोड़कर बाकी सब टाइमिंग टेबल के पास हाजिर थे । जहां जी अनिरुद्ध तपस्या और तनु बैठ कर खाना खा रहे थे वहीं चित्रा जी और सरगम वहीं पर खड़े सब को खाना सर्व कर रहे थे । दोपहर को ऑफिस में जो भी कुछ हुआ था उस वजह से घर का माहौल काफी गर्म था और यशवर्धन जी का मूड भी।चित्रा ची तपस्या को रोटी सर्व करते हुए उसे खोए हुए देखकर बोली "बेटा आपकी तबीयत तो ठीक है ना आप कुछ खा क्यों नहीं रहे हैं?"तपस्या जो अपने एहसास ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 30

सुबह का वक्त रायचंद हाऊसयशवर्धन जी अपनी खूबसूरत से लर्न में पड़े बड़े से सोफे में बैठकर सुबह का ले रहे थे। सामने रखे हुए चाय की प्याली ऑलमोस्ट खत्म हो चुकी थी जो एक सिप बचा था उन्होंने कप उठा कर होठों तक लिया ही था कि उनके मोबाइल जो वही चाय के कप के पास ही रखी हुई थी बजने लगी उन्होंने चाय का कप नीचे रखा और फोन पिक करते हुए अपने अकड़ ते अंदाज में ही बोले ,"हेलो"दूसरे साइड से एक सख्श परेशान लहजे में "सर आपने आज का न्यूज़ दिखा?"यशवर्धन आंखें छोटी करते हुए ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 31

परी से बात करने के बाद विराट जानवी को call लगाते हुए वहां से चला गया। वहीं दूसरे तरफ जो अपने फ्लैट पर hall में बैठे आराम से शराब का ग्लास पकड़े मूवी एंजॉय करने में busy थी विराट का call देख ते ही खुशी ओर एक्वार्टमेंट के साथ रिसीव करते हुए इस से पहले के विराट कुछ कहता बोल पड़ी"I love you विराट। तुझे ही मिस कर रही थी। जल्दी आजा ना।"दूसरी तरफ से विराट सर्द आवाज में बिना किसी भाव"दरवाजा खोल।"जानवी एक्साइटमेंट के साथ उठते हुए"तू बाहर है वाउ लगता है मुझे कुछ ज्यादा ही मिस कर ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 32

सुबह का वक्त रायचंद हाउससुबह की पहली किरण से ही तपस्या की नींद टूटती है और नींद टूटते ही खुद को किसी के आगोश में महसूस किया उसने अपनी आंखें खोली तो उसका चेहरा किसी के सीने से लगी हुई थी उसने अपनी आंखें बंद कर ली और खुद से ही बोली"इतना लंबा सपना भी मत देखो तपस्या की सपने में ही शादी हो जाए और बच्चे भी और उनके नामकरण भी।""अगर आधे किस्स में ही आप घोड़े बेचकर सो जाएंगे गर्लफ्रेंड , तो क्या बच्चे हवा में पैदा होंगे?"एक आलस से भरी हुई सर्द आवाज सुनकर तपस्या पूरी ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 33

विराट और तपस्या एक दूसरे में खोए हुए थे के दरवाजा knock होने की आवाज से तपस्या विराट को देकर खुद से दूर कर उठकर बैठ गई। और हड़बड़ाहट में दरवाजे की तरफ देखकर बोली"हर बार ऐसा क्यों होता है कि जब हम आपके साथ होते हैं हम भूल जाते हैं कि हम कौन हैं क्यों है और कहां पर है?" तपस्या विराट को देखते हुए चिढ़ कर बोली जो अभी भी आराम से बेड पर लेटे उसे शरारती नजर से देख रहा था।विराट को देख वो और भी गुस्से से चिढ़ ते हुए बोली"कभी-कभी लगता है कि आप ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 34

अग्निहोत्री हाउस विराट अपनी शादी की अनाउंसमेंट की बात बिना किसी भाव के कहकर वहां से सीधे परी के में चला गया और वही श्लोक और अनुपमा जी को यूं लगा जैसे उनके कान बज रहे हो । तभी पीहू चीख कर बोली...."क्या हमने अभी-अभी जो सुना वो आप दोनों ने भी सुना?"श्लोक शॉकिंग आवाज में ..."प्रिंसेस मुझे नहीं पता आपने क्या सुना लेकिन जो मैंने सुना वो अभी तक कानों में ही गूंज रही है।"उन दोनों की बात सुनकर अनुपमा जी जो कि अभी तक विराट के जाते रस्ते को देख रहे थे बोले...."इसने अभी-अभी शादी की बात ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 35

विराट अपनी वाइन का बोतल पूरी तरह से खत्म कर काउंटर पर रखते हुए सीधे सिद्धार्थ और तपस्या जो से घिरे हुए थे उन दोनों के तरफ जाने लगा । श्लोक उसे इस कदर देख और उसके लाल पड़ चुके नजरों को भांप ते हुए उसके सामने खड़ा होकर........"भाई ये कोई मौका नहीं है सिद्धार्थ से उलझने की और आप भी नशे में है ।"कहते हुए उसने एक नजर खाली हो चुके वाइन की बोतल को दिखा और चिड़ते हुए बोला........"एक तो मुझे अब तक समझ में नहीं आया कि एक पूरी वाइन की बोतल एक ही घूंट में ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 36

तपस्या और विराट एक दूसरे में ही खो चुके थे इस बात से अनजान के उनसे बस थोड़ी ही जानवी खड़ी अपने जहर भरी नजरें तपस्या और विराट के ऊपर डाली हुई है। वो कुछ पल यूंही उन दोनों को बिना किसी भाव देखती रहती है। उन दोनों को यूं ही एक दूसरे को किस करते हुए वो बिना पलक झपक देख रही थी और देखते हुए ही अपने हाथों में पकड़े शराब के गिलास को उसमें हाथों से गिरा दिया। कुछ टूटने की आवाज से तपस्या हड़बड़ाहट में आकर विराट से दूर होती है और इधर-उधर देखने लगी ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 37

विराट श्लोक को अपने केबिन से जाने के लिए इशारा करता है तो श्लोक एक तिरछी नजर जानवी पर वहां से चला गया।"वो बनने की कोशिश मत कर जो तू नहीं है और कोशिश भी करेगी तो बन नहीं पाएगी, इसलिए वही रहे जो तू है ।"कहकर विराट जानवी को छोड़ देता है और नीचे फर्श पर फाइल्स को उठाते हुए बिना किसी भाव के बोला.... "4 दिन बाद शादी है मेरी और तपस्या रायचंद की । इस दिन के लिए 12 साल से इंतजार किया है मैं अगर तेरी वजह से कुछ भी ऐसा हुआ जो"ये शादी बस ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 38

विराट तपस्या को बाहों में उठाकर मंदिर की तरफ ले जाता है और तपस्या उसके मुंह से अपनी शादी बात सुनकर आंखें बड़ी किए तुरंत उसके गोद से उतरने की कोशिश करते हुए बोली....."आप हमारे साथ मजाक कर रहे हैं ना?"विराट उसे वापस से अपनी बाहों में कसकर भरते हुए सर्द आवाज में......"आज कर लिया दोबारा से कभी मेरे बाहों से खुद को छुड़ाने की कोशिश की तो अंजाम बहुत बुरा होगा mrs अग्निहोत्री।""लेकिन mrs अग्निहोत्री तो हम चार दिन बाद बनने वाले हैं ना यूं अचानक से आप...."आप ने ही तो कहा था थोड़ी देर पहले के अभी ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 39

"कुछ दगाबाजी हम तेरे एतबार से यूं करेंगेतुझसे नफरत भी जालिम हम तुझ पर प्यार लुटा कर करेंगे।" कहते हुए विराट गाड़ी से उतरा और तपस्या की ओर कदम बढ़ा दिया। इस वक्त बीच के उस जगह पर भीड़ नहीं थी। तपस्या उसके और आई हुई लहरों को देखते हुए उसी के तरफ ही कदम बढ़ा रही थी। ठंडी हवा उसके बालों को उड़ा कर बार-बार उसके चेहरे को ढक रहे थे। और वो बार-बार उसे अपने चेहरे से हटाने की नाकाम कोशिश कर रही थी।"ये ना तब आपकी बात मानते थे ना अब मानेंगे ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 40

विराट की गाड़ी अग्निहोत्री हाउस के सामने आकर रूकती है इससे पहले के ड्राइवर जाकर गाड़ी का डोर खेले गाड़ी से निकलकर सीधे घर के अंदर चला गया उसके हाथ में वो फाइल अभी भी थी ।पीहू hall में काउच पर बैठकर अपने स्कूल की प्रोजेक्ट बना रही थी और अनुपमा जी वही उसके पास बैठकर उसकी हेल्प कर रहे थे।विराट घर के अंदर आया तो सबसे पहले उसकी नजर अपनी टैब में गौर से देखते हुए पीहू पर पड़ती है तो अपने आप ही उसके चेहरे पर एक सुकून भरी मुस्कान आ जाती है । वो पीहू के ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 41

अग्निहोत्री इंडस्ट्रीजअपने चेहरे पर वो सर्द भाव कायम रख विराट इस वक्त अपने केबिन में बैठा लैपटॉप में कुछ में बिजी था शायद इतना बिजी के केबिन का दरवाजा खोलकर सामने खड़े जानवी पर भी उसकी नजर नहीं गई थी ।"आजकल मेरा होना भी मैटर नहीं करता तुम्हें! मैं हूं या नहीं फर्क नहीं पड़ता ? ऐसे भी क्या बेरुखी ?"जानवी उसे अपने काम में मगन देख मुंह बनाकर बोली। वो बिल्कुल नॉर्मल थी जैसे विराट और उसके बीच कभी कुछ गलतफहमी या गलत हुआ ही ना हो ।"आजकल तुम्हारा होना हद से ज्यादा मैटर करता है मेरे लिए ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 42

विराट शाम को घर आया तो श्लोक उसका ही वेट कर रहा था ।"भाई...." वो अंदर आते ही श्लोक कहने को हुआ ।"रूम में आजा ।"....विराट सीढ़ियां चढ़ते हुए बोला ।"हम आपकी वाइफ को पार्टनर बोलें या मामी!"...पीहू उसे सीडीओ के पास ही पूछते हुए रोक लिया।वो मुस्कराया और साथ-साथ पीहू का हाथ पकड़ कर अपने कमरे की तरफ चल दिया। श्लोक कहां इस पल को मिस करने वाला था वो भी पीहू के पीछे-पीछे चल दिया। अनुपमा जी पीछे से मुस्कुरा कर किचन की तरफ चल दिए थे। "अब बताइए क्या सवाल है आपका?"... विराट उसे गोद में ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 43

"कंग्रॅजुलेशंस mrs ओबेरॉय"..... तपस्या के मंडप में जाते ही सिद्धार्थ मुस्कुरा कर बोला और दुल्हन के जोड़े में तपस्या हवश भरी नजरों से देखने लगा ।"अभी टाइम है तो हमारे सरनेम चेंज करने की जरूरत नहीं है जब वक्त आएगा वो खुद ब खुद चेंज हो जाएगा।" तपस्या चिढ़ कर बोली ।"और मेरी जान..... वो वक्त आने में बस थोड़ा ही वक्त बाकी है ...अभी आप और मैं शादी के मंडप में है फिर आपकी मांग में मेरे नाम का सिंदूर होगा और आपके गले में मेरे नाम का मंगलसूत्र और फिर हमारा सुहागरात ......."वो शरारत से बोला। तपस्या ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 44

"शायद आपकी कोई बहन ना हो इसीलिए भाई का दर्द या इमोशन आप समझ ना पाए mr विराट!अपने दिल एक हिस्सा दे रहा हूं आपको प्लीज संभाल कर रखिएगा। बहुत भरोसा करती है आप पर मेरी बहन, इस का भरोसा बनाए रखिएगा।"अभय हाथ जोड़कर विराट के सामने बिनती भरे लहजे में बोला। अपनी लाडली बहन की विदाई का वक्त था तो आंखें नम होना लाजमी भी थी। लेकिन विराट को अभय के इन इमोशनल बातों से रत्ती पर फर्क नहीं पड़ रहा था। इस वक्त उसके दिलों दिमाग में क्या चल रहा था ये तो बस वही जानता था।"बहन ...और पढ़े

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नफ़रत-ए-इश्क - 45

"क्या हुआ दी आपको !!!"विराट तेजी से परिणीति के कमरे में भाग कर आया और उसके बेड के सिरहाने बेचैनी से पूछा और उसके माथे को सहलाने लगा ।परी जो अब डॉक्टर प्रिया के दी हुई इंजेक्शन के बाद बेसुध सी लेटी हुई थी अचानक से विराट की आवाज और उसके हाथों के स्पर्श से चीख कर उठी और विराट कुछ सोच समझ पाता उससे पहले ही लगातार एक के बाद एक कई थप्पड़ विराट की गालों पर लगा दिए। दोनों नर्स घबराकर भागते हुए परिणीति के पास आई लेकिन विराट ने उन्हें हाथों के इशारों से वहीं पर ...और पढ़े

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