Jinn ka Badla book and story is written by Neeta Sengar in Hindi . This story is getting good reader response on Matrubharti app and web since it is published free to read for all readers online. Jinn ka Badla is also popular in लघुकथा in Hindi and it is receiving from online readers very fast. Signup now to get access to this story.
जिन्न का बदला - उपन्यास
Neeta Sengar
द्वारा
हिंदी लघुकथा
एक शहर मे एक मुस्लिम परिवार रहता था उस परिवार के मुखिया थे असलम खान | उनके दो बेटे थे मकबूल वा उस्मान |असलम खान के दो पोते भी थे अकरम और अयान |असलम को कभी कभी अपने खेत का काम देखने गांव जाना पड़ता था अयान विदेश मे रहकर डॉक्टर की पढ़ाई पढ़ रहा था एक दिन अचानक असलम के छोटे पोते अकरम की तवियत अचानक खराब हो गयी कई बैध हकीमो को दिखाया उसकी तबियत मे जरा भी सुधार नजर न आता था दिन पर दिन उसकी हालत बुरी होती जा रही थी बह रातो मे डर से चिल्लाता की उसे कोई दिख रहा है फिर एक दिन अकरम की माँ को उसकी सहेली न किस
एक शहर मे एक मुस्लिम परिवार रहता था उस परिवार के मुखिया थे असलम खान | उनके दो बेटे थे मकबूल वा उस्मान |असलम खान के दो पोते भी थे अकरम और अयान |असलम को कभी कभी अपने खेत ...और पढ़ेकाम देखने गांव जाना पड़ता था अयान विदेश मे रहकर डॉक्टर की पढ़ाई पढ़ रहा था एक दिन अचानक असलम के छोटे पोते अकरम की तवियत अचानक खराब हो गयी कई बैध हकीमो को दिखाया उसकी तबियत मे जरा भी सुधार नजर न आता था दिन पर दिन उसकी हालत बुरी होती जा रही थी बह रातो मे डर से
जैसे तैसे कुछ महीने बीते सब अपनी जगह को निकल गए, फिर एक दिन उस्मान अपनी दुकान से घर आ रहा था रात का समय था उसने देखा गाड़ी के बोनट पर एक काली बिल्ली बैठी है उसने गाड़ी ...और पढ़ेदी और बिल्ली को हटाने को उतरा तभी अचानक से बिल्ली न उस पर हमला कर दिया उसकी गर्दन कि नस काट दी... थोड़ी ही देर मे उसकी मौत हो गयी.. ज़ब उस्मान सुबह तक घर नहीं आया तो दादा न नौकर को फ़ोन किया तो पता चला बो तो रात मे ही निकल गए थे.. थोड़ी ही देर मे