101 e-etiquette Ravi Ratlami द्वारा पत्रिका में हिंदी पीडीएफ

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101 e-etiquette

101 ई-शिष्टाचार

आपकी डिजिटल दुनिया के लिए 101 जरूरी बातें

अनुवाद – रवि रतलामी



एक समय था, जब आदमी जेंटलमेन (सभ्य पुरुष) होता था और स्त्री - लेडी. परंतु आज? आज हम रोज कुछ इस तरह के प्रश्नों का सामना करते हैं – “क्या यह ठीक होगा कि मैं किसी अजनबी के फ़ेसबुक मित्र निवेदन को अनदेखा कर दूं?” “रेस्त्रॉ में टेबल पर मोबाइल फ़ोन रखना क्या शिष्टाचार के विरुद्ध है?” या “कैफ़े कॉफ़ी डे के फ्री वाई-फ़ाई को मैं बिना कुछ ऑर्डर किए कितनी देर तक मुफ़्त में प्रयोग करता रह सकता हूँ?”
डिजिटल लाइफ़ स्टाइल हमारे दैनिंदनी जीवन और आचार व्यवहार तथा शिष्टाचार में बड़ी मात्रा में परिवर्तन ला रहे हैं. अब लाख टके का सवाल ये है कि ऐसे में, नए, डिजिटल जमाने में ई-शिष्टाचार सीखने के लिए हम किसकी शरण में जाएँ?
यहाँ पर ( http://eetiquette.com/ ) में संकलित 101 ई-शिष्टाचारों को विशेष अनुमति से खास आपके लिए हिंदी में प्रस्तुत कर रहे हैं. इन ई-शिष्टाचारों को लंबे समय के अंतराल में तमाम प्रयोक्ताओं के सुझावों के आधार पर संकलित किया गया है, और हर किसी के लिए उपयोगी हैं. तो, आपके लिए पहला शिष्टाचार यह है कि इसे अधिकाधिक लोगों तक प्रेषित करें ताकि हम सबका डिजिटल जीवन शिष्टाचार मय हो.

ई-शिष्टाचार – 1-100

1. किसी नए संचार चैनल का प्रयोग करने से पहले ठीक से अवलोकन कर लें और बुनियादी शिष्टाचार सीख लें.

2. प्रत्येक व्यक्तिगत ई-मेल का (जहाँ तक संभव हो) प्रत्युत्तर समय के भीतर दें.

3. पत्राचार व संवाद प्रारंभ कर सामने वाले के प्रति अपनी अपेक्षाओं को स्पष्ट करें.

4. ई-मेल को संक्षिप्त व विषय पर सीमित रखें. यदि आप लंबे ई-मेल लिखते हैं तो उतने ही लंबे प्रत्युत्तर की आकांक्षा न पालें.

5. लंबे ई-मेल अथवा अन्य किसी ई-मेल का अपरिहार्य कारणों से तत्काल जवाब नहीं दिया जा सकता हो तो ऐसे ई-मेल की पावती दें.

6. अपने प्रश्नों को सरल रखें जिनका उत्तर आसानी से दिया जा सके. इसी प्रकार प्रत्येक प्रश्न का उत्तर अलग से दें.

7. एसएमएस किस्म के, वर्तनी की गलतियों समेत औपचारिक ई-मेल से खराब छवि बनती है.

8. किसी दूसरे की वर्तनी की ग़लतियों को सरेआम न उछालें.

9. व्यक्तियों के नामों – खासकर अंग्रेज़ी व अन्य भाषा के नामों की गलत वर्तनी से बचने के लिए कॉपी-पेस्ट का सहारा लें.

10. यदि आपको संदेश के अंत में यह लिखा मिले – ‘मेरे मोबाइल फ़ोन से भेजा गया’ तब फिर आप संदेश की संक्षिप्तता और यदा कदा वर्तनी गलतियों को स्वीकारें.

11. बड़े आकार वाले ई-मेल संलग्नक भेजना कुछ-कुछ ऐसा ही है जैसे कि भारी-भरकम लगेज के साथ यात्रा करना. यह तंत्र को बेहद धीमा बना सकता है.

12. जब आप पहली-पहली बार किसी को ई-मेल भेज रहे हैं तो उपयुक्त अभिवादन अवश्य लगाएँ. बाद के पत्र-व्यवहार में आवश्यकतानुसार परिवर्तन कर सकते हैं.

13. कैपिटल (रोमन लिपि के लिए लागू) अक्षरों में ई-मेल भेजना जोर-जोर से चिल्लाने का प्रतीक समझा जाता है और यह पठन-पाठन में कठिन भी होता है.

14. अपने ई-मेल में आवश्यकतानुसार विराम चिह्नों का प्रयोग अवश्य करें. इसका अभाव आपकी अज्ञानता अथवा आपके आलस्य का प्रदर्शन करता है.

15. महत्वपूर्ण ई-मेल जिनका जवाब लिखने में समय लग सकता हो तो उनकी पावती पहले दें.

16. देर से दिए गए प्रत्युत्तर के लिए क्षमा अवश्य मांगें.

17. घर पर/काम पर नहीं/छुट्टी पर रहने का संदेश फ़ायदेमंद होता है. ऐसे संदेशों को छोटा रखें और अत्यावश्यक संदेशों हेतु वैकल्पिक संपर्क पता दें.

18. ई-मेल लिखते समय कार्यालयीन व मशीनी भाषा का प्रयोग न करें, बल्कि ऐसी भाषा का प्रयोग करें जिससे अपनेपन का भान हो.

19. ई-मेल, चैट, फ़ेसबुक इत्यादि में दिन-भर मस्त न रहें. ई-मेल चेक करने के लिए भी कोई समय नियत करें – सुबह-शाम तथा वाकई जरूरी हो तो दोपहर भी.

20. यदि आपके ऑफ़िस क्यूबिकल पास पास हैं, तो ऐसा कीबोर्ड प्रयोग करें जिसमें टाइपिंग के दौरान न्यूनतम आवाज निकलती हो. कीस्ट्रोक भी हल्का लगाएं, न कि मशीनगन की तरह इसे चलाएँ.

21. दूसरों के कंप्यूटर स्क्रीन पर तांक-झांक नहीं करें. दूसरों की निजता का खयाल रखें.

22.
दूसरों के ई-मेल, डाक्यूमेंट या अन्य फ़ाइलों को गोपनीय तरीके से पढ़ना एक तरह से चोरी है - अतः ऐसा न करें.



23. जब लोग कंप्यूटर, एटीएम अथवा अन्य टर्मिनल पर कोई पासवर्ड भर रहे हों तो पीछे हट जाएँ और दूसरी तरफ देखें.

24.
पेन और काग़ज की शक्ति को भूलें नहीं. हाथ से लिखा धन्यवाद पत्र किसी भी फैंसी ई-मेल से लाख गुना ज्यादा असरकारी होता है.

25.
एक छोटा सा फ़ोन कॉल बहुत से ई-मेल संदेशों के आदान-प्रदान की बचत कर सकता है.

26.
लगातार हल्ला मचाते रहना कि आप बहुत बिजी हैं, ठीक विपरीत अर्थ निकालता है.

27.
भूखे हैं, थक गए हैं जैसे स्टेटस अपडेट न तो दिलचस्प होते हैं और न ही धनात्मक प्रभाव छोड़ते हैं. वही चीजें बताएं जो आपके प्रशंसकों के लिए दिलचस्प हों.

28.
ट्विटर में आप उन्हें भी फ़ालो कर सकते हैं जिन्हें आप जानते भी नहीं.

29.
अपनी पोस्टों में बारंबार सुधार करते रहने से मामला और बिगड़ता है. पब्लिश बटन दबाने से पहले थोड़ा और सोच विचार कर लें.

30.
अपने पोस्टों और सोशल नेटवर्किंग वाल पर अवांछित और अप्रिय टिप्पणियाँ कतई न आने दें और यदि आ भी गई हैं तो उन्हें तत्काल हटाएँ.

31. किसी की ऑनलाइन मौजूदगी से यह अर्थ न निकालें कि वो आपके टाइमपास वीडियो काल या चैट के लिए उपलब्ध है. पहले विनम्रता से पूछ लें.

32.
यदि आपकी उपलब्धता स्थिति समय-समय पर बदलती नहीं है तो दूसरे इसका सम्मान नहीं करेंगे. अपनी ऑनलाइन स्थिति समयानुसार बदलें या ऑफ़लाइन बने रहने का विकल्प चुनें.



33. ऑनलाइन टिप्पणी युद्ध से दूरी हमेशा बनाए रखें. घसीटे जाने पर भी कदापि शामिल न हों.

34.
गूगल में स्वयं के बारे में बार-बार न ढूंढें. अलबत्ता अपने गूगल-क्लोनों के बारे में जानने के लिए यदा कदा ऐसा कर सकते हैं.

35.
यदि आपके मित्र अनुरोध अस्वीकारे जाते हैं तो उन्हें सम्मानपूर्वक स्वीकारें और उसकी चर्चा न करें.

36.
यदि आपको किसी के ई-मेल या अन्य सेवाओं / खातों के पासवर्ड किसी वजह से पता चल जाता है तो उन्हें अपना पासवर्ड बदल देने को कहें.

37.
विकिपीडिया आपके सारे विवादों का निपटारा नहीं कर सकता. इसका दुरूपयोग नहीं करें.

38.
सार्वजनिक स्थल पर मोबाइलों से बात करते समय आवाज यथासंभव धीमी रखें, और लोगों से न्यूनतम दस फ़ीट की दूरी बनाए रखें.

39.
सार्वजनिक स्थल पर मोबाइल फ़ोनों से बातचीत करते समय चिल्लाएँ नहीं और अपनी बातचीत यथासंभव छोटी रखें.

40.
डिनर के दौरान मोबाइल फ़ोनों का प्रयोग न करें, एसएमएस के लिए भी नहीं.

41. दूसरे के कमरे से या मोबाइल से बात कर रहे हों तो बातचीत संक्षिप्त रखें.

42.
वार्तालाप के दौरान किसी मोबाइल काल का जवाब देने से पहले वार्तालाप में शामिल लोगों से क्षमा मांगें.

43. कार्यस्थल पर अपने मोबाइल का प्रयोग कार्यालयीन कार्यों के लिए व न्यूनतम करें.

44.
जब आप सार्वजनिक टॉयलट में हों तो अपने मोबाइल में आ रहे फ़ोन काल को होल्ड में रखें और जवाब बाहर निकल कर दें.

45.
यदि आप अपने मोबाइल को टेबल पर रखते हैं तो इसे पीछे पलट कर रखें. रेस्त्राँ इत्यादि में मोबाइल अपनी जेब या पर्स में ही रखें.

46.
हवाई जहाज में जब निर्देश दिया जाए में अपने मोबाइल फ़ोनों को बंद कर रखें. अस्पतालों, लाइब्रेरी, कंसर्ट इत्यादि में मोबाइल साइलेंट मोड में रखें.

47.
पूर्व परिचित संपर्कों के मिस कॉल या छूटे कॉल को कॉलबैक अवश्य करें, परंतु अपरिचित नंबरों को नहीं.

48. यदि बातचीत के दौरान काल ड्रॉप हो जाता है तो जिसने पहले पहल कॉल किया था उसे ही दोबारा कॉल लगाना चाहिए. दोनों ओर से कॉल की कोशिश न की जाए.

49.
किसी को मिसकाल इस भरोसे से न मारें कि वो आपको कॉलबैक करेगा, जब तक कि इस बारे में पहले से आपसी सहमति न बनी हो.

50.
किसी अज्ञात नंबर/अपरिचित को काल करते समय सबसे पहले अपना पूरा नाम बताएँ.

51. आपका मोबाइल फ़ोन दूसरों से संपर्क में बने रहने के लिए है. यदि यह अकसर बंद या बिजी मिलता है या नौ-रिप्लाई होता है तो फिर किस काम का? इसीलिए इन बातों का ध्यान रखें.

52.
आप अपने ऑनलाइन फ़ोटो और अवतारों पर ध्यान दें. स्वयं फूल कर कुप्पा दर्शाने वाली फ़ोटो न लगाएँ.53.
चित्रों, पोस्टों में टैग विषयानुरूप लगाएँ, अन्यथा नहीं ही लगाएँ.



54. घरेलू, पार्टी, दोस्तों के बीच मस्ती के और बदन दर्शाती फोटुएँ निजी संग्रह के लिए ही होती हैं, इंटरनेट पर खुलेआम प्रदर्शन के लिए नहीं. ऐसे चित्र नेट पर अपलोड कर ही रहे हैं तो प्राइवेट एलबम में करें और उसे सिर्फ निमंत्रितों के लिए सुरक्षित रखें.

55.
अपने स्वयं के फ़ोटो बार बार प्रदर्शित करने से बचें.

56.
सार्वजनिक या ऑनलाइन प्रयोग हेतु सार्वजनिक स्थल पर कोई फ़ोटो ले रहे हों तो इस बात का खयाल रखें कि कोई अजनबी फ्रेम में न आ जाए. किसी अजनबी को दर्शाती फोटो नेट पर न लगाएँ.

57.
सिर्फ वही फोटो नेट पर अपलोड करें जिन्हें आपकी माता जी भी बिनी किसी समस्या के, प्रेमपूर्वक देख सकती हों.

58.
पुराने मित्रों से जिनसे आउट आफ टच हो चुके हैं, यदाकदा वार्तालाप कर लें. ऐसे समय साधारण हैलो लिखना भी लंबे ई-मेल जितना प्रभावकारी होता है.

59.
मित्रता बनाते समय अपने व अपने कनेक्टेड मित्रों के बारे में भी लिखें.

60.
सोशल नेटवर्किंग में अपने करीबी संबंधियों, सहयोगी कर्मियों या अपने बॉस को मित्र रूप में शामिल करने से पहले दोबारा सोच लें.

61. लोगों को पहले ही ब्लॉक कर दें बजाय इसके कि उन्हें बाद में अपनी मित्र मंडली से बाहर फेंकना पड़े.

62.
मित्रमंडली से बाहर करना या बाहर निकलना उत्तम उपाय है. परंतु रिश्ता तोड़ने से पहले सभी पहलुओं की न्यायोचित जाँचपड़ताल जरूर कर लें.



63. मित्रता निवेदन को अनदेखा करना कोई गलत बात नहीं है.चुनिंदा कनेक्शन और मंडलियाँ बनाना ज्यादा मायने रखता है बजाय भीड़ के.



64. अपने आभासी दोस्तों से ज्यादा उम्मीदें न पालें. सोशल नेटवर्क के मित्र मंडली वास्तविक दुनिया से बेहद अलग होते हैं.

65.
कोशिश करें कि यथासंभव सभी व्यक्तिगत टैक्स्ट मैसेजों का प्रत्युत्तर दें.

66.
जब किसी को काम के लिए संदेश भेजते हैं तो उनके आराम के समय का खयाल रखें. ऐसे संदेशों को शेड्यूल भी कर सकते हैं.

67.
आवागमन, परिवहन और स्थिति की जानकारी संबंधी संदेशों का जवाब जितनी जल्दी संभव हो दें.

68.
ईमेल में एसएमएसिया संदेश व पाठ्य से दूरी बनाए रखें भले ही अपने जिगरी दोस्त को ईमेल भेज रहे हों.

69.
संदेशों में संक्षिप्त नामों यथा – डीडीएलजे, सीसीडी, डीबी ... का प्रयोग न करें. इनके अनेकार्थ निकाले जा सकते हैं.

70.
यदि आप कैप्टन जैक स्पैरो नहीं हैं, तो मीटिंग के दौरान अपने मोबाइल में आए संदेशों को टेबल के नीचे से छुपकर देखने से बचें.

71. लेडीज़ एंड जेंट्स फर्स्ट : लोगों को अपने गीकी गॅजेट और टिमटिमा रहे अतिआवश्यक संदेश के प्रतीक चिह्न से ज्यादा महत्वपूर्ण मानें, और पहले उन पर और उनकी समस्याओं पर पूरा ध्यान दें.

72.
सम्मेलनों/वीडियो कॉन्फ्रेंस में वक्तव्य देने से पहले अपनी पूरी तैयारी पहले कर लें, रिहर्सल कर लें और अपने प्रजेन्टेशन को थोड़ा सा चलाकर देख लें.



73. वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान आसपास के वातावरण को जाँचें कि अधिक-कम प्रकाश या पृष्ठभूमि शोर तो नहीं है.

74.
वीडियो कॉन्फ्रेंस की शुरूआत अनौपचारिक बातचीत से करें और बातचीत का माहौल प्रदर्शित करने के लिए 360 अंश का पैन शॉट भी दिखा सकते हैं.

75.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में कैमरे की स्थिति अपने आँख के लेवल पर रखें. और बढ़िया क्वालिटी का कैमरा प्रयोग करें.

76.
कैमरे को देखकर बात करें, न कि कंप्यूटर स्क्रीन पर वीडियो को देखते हुए. कैमरे को अन्यत्र न ले जाएँ.

77. वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान कैमरे की जद में आए सभी का परिचय दें, यदि वो आपकी बिल्ली हो तब भी.

78.
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अन्य वक्ताओं के वक्तव्य के दौरान ट्रांसमिशन को क्लीयर बनाए रखने के लिए बीच-बीच में हाँ-हूँ इत्यादि न करें.

79. यदि आप किसी म्यूजिक वीडियो के लिए ऑनलाइन ऑडीशन नहीं दे रहे हों, तब वेब कैम के सामने अपने मूवमेंट को सीमित रखें. सही मुद्रा (पोश्चर) बनाए रखें.

80.
वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान अपने अगल बगल के व्यक्तियों से बातचीत न करें और न ही बीच-बीच में बोलकर व्यवधान डालें. सामने वाले वक्ता की बात पूरी होने के उपरांत ही बोलें.

81. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में अलविदा कहते समय मुस्कुराएँ. हाथ हिलाकर टाटा-बाय-बाय भी कर सकते हैं.

82.
इंस्टैंट मैसेंजिंग के लिए अपनी सीमाएँ तय कर लें. कोई भी बीच में व्यवधान पसंद नहीं करता.



83. अपने ऑनलाइन प्रोफ़ाइल के चित्र को आपने कब से अपडेट नहीं किया है? अपनी ताज़ा फ़ोटो वहाँ लगाएँ तथा अपने परिवार, अपने कुत्ते या अपने बद्रीनाथ धाम की यात्रा के चित्र अपने टेबल की दराज या कंप्यूटर हार्डडिस्क में ही रखें.

84.
ध्यान रखें, किसी कॉफ़ी शॉप के फ्री वाई-फ़ाई की कीमत उसके कप्पचिनो या एस्प्रेसो कॉफी में जुड़ी होती है.

85.
वाई-फ़ाई कॉफ़ी शॉप को अपने ऑफ़िस की तरह समझें और वहाँ अपने मोबाइल या लैपटॉप के साथ थोड़ा संयम बरतें. दूसरों के आराम व मनोरंजन के समय का खयाल रखें.

86. बिना अनुमति के दूसरों के फोन या पोर्टेबल म्यूजिक प्लेयर को ब्राउज़ न करें.

87.
किसी के सोशल नेटवर्क वाल में जरूरत से ज्यादा निजता प्रदर्शित न करें. ऐसे संदेशों के लिए ईमेल का प्रयोग करें.

88.
आपके ऑनलाइन चरित्र के बारे में गूगल को सबकुछ पता होता है, और वो आपके नए जॉब के साक्षात्कार कर्ताओं को चुपके से सबकुछ बता भी देता है. इसलिए इंटरनेट पर अपना व्यवहार यथासंभव संयमित रखें.

89.
अपने नए मित्र के बारे में गूगल सर्च मारने में जल्दी न करें. पहले उसे स्वयं जान लें.

90.
कहीं घूमने, डिनर या पार्टी में गए हों तो अपने मोबाइल फ़ोन को उस खास मोड में स्विच कर लें : उसे बंद कर लें.

91. अपने संबंधों में रोबॉटिक डिजिटल प्रभाव न लाएँ. सहिष्णु, सहनीय व उदार बनें.

92.
अपने व्यक्तिगत अथवा व्यवसायिक संबंधों को प्रगाढ़ बनाने हेतु अपने मोबाइल के साथ-2 लैंडलाइन नंबर (यदि कोई हो) भी उन्हें दें.

93.
अपने बच्चों के इंटरनेट सर्फिंग को चुपके से मॉनीटर करने के बजाए नेट सर्फिंग उनके साथ बैठकर करें.

94.
जिस चैनल के जरिए आपको कोई दुःखद समाचार मिलता है तो उसी चैनल का प्रयोग संवेदना संदेश भेजने के लिए भी करें.

95.
आपके कंप्यूटर अथवा लैपटॉप का स्क्रीन आपके लिए हर हमेशा निजी नहीं होता. न्यूडिटी, हॉरर अथवा हिंसा के दृश्यों की झलक आपके सहकर्मी अथवा आस-पड़ोस के यात्रियों की भावनाओं को आहत कर सकते हैं.

96.
हेडसेट लगाकर यत्र-तत्र-सर्वत्र घूमना पिछली सदी में ही आउट ऑफ़ फ़ैशन हो चुका है.

97.
यदि आपके फ़ोन, कंप्यूटर या प्रिंटर चलते चलते बंद हो जाएँ तो परेशान होकर उन्हें झटकें-पटकें नहीं. यदि वे काम नहीं कर रहे हैं तो इसका अर्थ है कि उनमें कुछ खराबी है, जिसे दूर करना आवश्यक है.

98.
डिजिटल मीडिया डाइट (कंप्यूटर-इंटरनेट) से कभी दूरी बनाएँ और यदा कदा उपवास भी रखें.

99.
अपने मोबाइल फ़ोनों को दाह-संस्कार, कक्षाओं, लाइब्रेरी, मीटिंग अथवा अन्य जहाँ कहीं भी ये दूसरों के लिए समस्या पैदा कर सकते हैं, वहाँ बन्द रखें.

100.
विभिन्न देशों में डिजिटल शिष्टाचार और डिजिटल आचार-व्यवहार-विचार भिन्न-2 होते हैं. विदेश प्रवास से पहले वहाँ के ई-एटीकेट जान समझ लें.