चार दोस्त
संध्या, रूपा, कामिनी और अर्चना चारो बहुत अच्छी दोस्त थी एक दुसरे से कभी कुछ छिपाती नही थी। हमेशा खुश रहती थी। थोड़ी सी बिगड़ी भी थी। अपने ख्वाब भी पूरा करना चाहती थी हर बात एक- दूसरे से शेयर करती थी। लेकिन उन्होने कभी ये न सोचा था कि जिन्दगी उन्हे कहा ले जायेगी।
एक दिन अचानक उनके कॉलेज में एक लड़का आया। जो बहुत ही अमीर था। बहुत पैसे वाला और अच्छे खानदान से था इन चारो को उसे देख एक मस्ती सुझी । संध्या बोली क्यो न इसे पटाया जाय और रोज पार्टी क्लब जाया जाय । लेकिन कामिनी बोली अगर उसे तुझसे मुहब्बत हो गई तो क्या करेगी। संध्या बोली जो होगा बाद में देखा जायगा। उन लोगो ने उससे मिलना शुरू कर दीं। रोज संध्या उस लड़के से मिलती, बहुत देर तक बाते करती । धीरे-धीरे वो लड़का संध्या को पसंद करने लगा । रोज वह लड़का जिसका नाम रोहित था । उन्हे क्लब ले जाने लगा। पार्टी में ले जाता । गाड़ियों से घुमाता। चारो खुब मस्ती करती थी। लेकिन उन्हे ये एहसास नही होता कि वो किसी की फिलिंग के साथ खेल रही है। इसी तरह कुछ दिन बीत गये।
फिर एक दिन रोहित ने संध्या से अपनी मोहब्बत का इजहार कर दिया पर संध्या खामोश रही । रोहित ने फिर संध्या से पूछा क्या तुम मुझसे शादी करोगी लेकिन संध्या ने उससे कहा कि अभी मुझे सोचने का कुछ वक्त चाहिए ।फिर कुछ दिन बीत गये फिर रोहित ने संध्या से कहा बोलो क्या जबाब है तुम्हारा इस बार रोहित को लगा कि संध्या मेरे साथ कही फलर्ट तो नही कर रही है न । उसने संध्या का हाथ पकड़ा और बोला कि आज तुम्हे सच बताना ही पड़ेगा कि तुम मुझसे शादी करोगी या नही उस वक्त तो वह हाथ छुड़ा कर चली गयी लेकिन वह थोड़ा डर गई थी। वह अपने दोस्तो के पास गई और सारी बाते बताई तब रूपा बोली मेरे पास एक प्लान है -
संध्या उस लड़के को मतलब रोहित को अपने घर बुलाइ और पुलिस को फोन कर दी रोहित को कुद समझ नही आ रहा था कि संध्या चाहती क्या है फिर संध्या ने वो किया जो रोहित ने कभी सोचा नही था। संध्या ने पुलिस के सामने रोहित पर रेप का इल्जाम लगा दिया रोहित के होश उड़ गये । वो बाल रहा है मैने कुछ नही किया मै बेकसुर हॅ लेकिन उसकी किसी ने न सुनी । पुलिस उसे पकड़ कर ले गई। वो लड़का जिसने आज तक किसी को हाथ नही लगाया था आप उसपर रेप का इल्जाम लगा है। वो ये सब सोच-सोच कर रो रहा था कि उसकी फेमिली को कैसा लगेगा । ये सोचकर । उसने कभी सपने भी नही सोचा था उसके साथ कुछ ऐसा होगा। वो रोये जा रहा था । रोहित ने बहुत कोशिश की पैसो के बल पर पुलिस को खरिदने को लेकिन पुलिस तो पहले से ही बीक चुका था उन चारो लड़कीयो ने जो खरीद लिया था। पुलिस को रोहित खुद को गीरा हुआ महसुस कर रहा था। उसे अब ये सब बर्दास्त नही हो पा रहा था। एक रात उसने जेल में ही आत्म हत्या कर ली । जब उन चारो दोस्तो को पता चला तो वो खुषी से झुमने लगीं चलो जान छुटी। उन्हे अफसोस नही था । वो अपनी जिन्दगी यू ही जी रही थी। इस हादसे का उनपर कोई असर नही हुआ।
ऐसे ही कुछ दिन बीत गये । वो चारो यू ही मस्ती में जी रही थी। जिन्दगी ने अचानक एक मोड़ लिया । एक हैण्डसम लड़का उनके कालेज में फिर आया और अजीब बात यह है कि उन चारो को वो लड़का पसंद आ गया वो चारो उसे पटाना चाहती थी लेकिन गलत नीयत से नही । क्योकि इस बार उस एक ही लड़के से उन चारो को मोहब्बत हो गई थी। उस लड़के का नाम राजीव था। राजीव भी उन्हे पसंद करता था लेकिन बस दोस्त की नजर से । राजीव चारो के साथ वक्त बिताता था । लेकिन चारो लड़कियों एक दुसरे से जलने लगी कि ये न होती तो मै अकेली होती । इसके साथ बस मन में यही ख्याल आ रहा था । सबको समझ नही आ रहा था कि इन सबसे पीछा छुड़ाउ और राजीव मुझसे प्यार करने लगे । सब यही सोच रही थी । लेकिन राजीव को उन चारो में से अर्चना सबसे ज्यादा पसंद थी। एक दिन राजीव ने अर्चना को शादी के लिए प्रपोज किया । वो इतनी खुष हुई कि अपने दोस्तो के बारे में कुछ न सोची और हा कह दी लेकिन उन तीनो के रहते यह असंभव था ।
अर्चना को समझ नही आ रहा था कि वो तीनो को कैसे हटाये। अपने रास्ते से तब उसने एक प्लान बनाया अर्चना रूपा से बोली कि राजीव ने कहा है कि मै रूपा से प्यार करता हूँ और उससे शादी करना चाहता हूँ । लेकिन संध्या उसका पीछा नही छोड़ रही थी। तो क्यां इस पर रूपा बोली हम दोनो मिलकर उसे रास्ते से हटा देंगे रोज की तरह वेा तीनो संध्या रूपा और अर्चना टहलने के लिए समुद्र के किनारे गई। उन्होने आज कामिनी को नही जगाया सिर्फ वे तीनो गई और बहाने से संध्या को समुद्र के बीच ले जाकर उसे डुबा दी अब अर्चना खुष हो गई । एक तो गई । अब बची तीन रूपा और कामिनी फिर अर्चना ने कामिनी से भी वही कहा जो रूपा से कही थी । फिर कामिनी और अर्चना ने मिलकर रूपा की गला दबाकर हत्या कर दी और फिर अर्चना पुलिस को खबर कर दी कि कामिनी ने रूपा की हत्या कर दी बेचारी कामिनी जेल चली गयी । अब अर्चना खुश थी कि उसके और राजीव के बीच कोई नही है ।
एक दिन अर्चना राजीव से मिली तब राजीव ने पुछा वो तीनो कहा है? इस पर उसने पुरी कहानी बता दी और खुषी से बोली कि हम दोनो अब आराम से शादी कर सकते है अब हमारे बीच कोई नही है। ये बात सुनकर लड़का बहुत जोर से हंसा तो अर्चना को कुछ अजीब से लगा और वो पुछी कि क्या हुए तुम्हे ऐसे क्यो हंस रहे हो तुम्हारे लिए मै अपनी दोस्तो को मार दी और तुम हंस रहे हो इसपर राजीव ने उसे ऐसी बात बताई कि अर्चना के पैरो तले जमीन निकल गई मै तो ऐसे मजाक किया था तुम इसे सच समझ ली थी मै तो बस फ्लर्ट कर रहा था तो अर्चना को राजीव पर और खुद पर गुस्सा आया तो बोली तुम ऐसा कैसे कर सकते हो मै तुम्हारे लिए इतना कुछ की और तुम फ्लर्ट कर रहे थे । तुमने मेरे साथ ऐसा क्यो किया
क्यो ?
तब राजीव ने उसे वह सच्चाई बताई जीसे सुन अर्चना के होश उड़ गये राजीव ने बताया कि तुम चारो दोस्तो ने मिलकर एक लड़के के साथ फ्लर्ट की थी उसके प्यार का मजाक बनाया था जिसका नाम रोहित था। तुम्हारी दोस्तो ने उसके प्यार की कदर नही की थी और उसे मार डाला। अर्चना बोली लेकिन तुम्हे ये सब कैसे पता तब राजीव ने कहा मै उसी लड़के का छोटा भाई हूँ। तब उसके होश उड़ गये । तब उसे एहसास हुए कि मैने क्या कर दिया। तब राजीव ने कहा मेरा बदला पुरा हुआ। मै उस दिन ही प्रतिज्ञा लिया था जिस दिन मेरे भाई की मौत हुई थी कि तुम चारो की जिन्दगी मै बरबाद कर दूंगा। और आज मैने वो कर दिया आज मेरे भाइ की आत्मा को शान्ती मिलेगी। गुड वाय मै चलता हूँ। उसके बाद अर्चना का हाल वेहाल होगया वो सोच-सोच कर पागल हो गई । और पागल खाने चली गई और जाते - जाते अर्चना के मुह से बस यही निकला ।
कुदरत का ये कैसा सिला है
जो जैसा किया उसे वैसा ही मिला है।