अधूरी यादें Kartik Kule द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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अधूरी यादें

लाइफ में आपकी जो भी यादें होती हे वो हमेशा आधी अधूरी होनी चाहिए क्योंकि हर पूरी हुई चीजों को ज्यादा देर हम याद नहीं रख पाते जो हमारे यादें अधूरी होती हे उनको हम ज्यादसे ज्यादा देर याद रख पाते हे।। यानिकि हमे उन्हें याद भी नहीं करना पड़ता हमारे जिंदगीके सफर में वो हमेशा हमारे साथ रहती हे।हमे पल पल याद दिलाते रहती हे कि तुम्हे तुम्हारे सपने तुम्हारी यादें पूरी करनी है और जब हम आधी अधूरी यादों को अपने खुदके दम पर पूरी करते हे तब हमे ये सारी यादें और भी याद रहती है ।और इसी अधूरी यादें याद रखने के लिए हमें पहले यादें बननी पड़ती हे।क्योंकि जबतक हम यदे बनाएंगे नहीं तब तक याद नहीं रहेंगे क्योंकि यादें अपनेआप नहीं बनती जब तक हम उन्हें हमारे यादें बनाने नहीं लग जाते जैसेकी हमारे स्कूल या कॉलेज के वो दिन जब हम स्कूल या कॉलेज जाते हे तभी हमारी स्कूल वाली यादें तैयार हो जाती हे ।जो हमे हमारे जिंदगीभरके संग्राम हमे याद रहती हे । कुछ यादें अच्छी भी होती या फिर कुछ बुरी भी सब कुछ जिंदगीमे या फिर हमारी लाइफ में एसेही नहीं होता ।हमारे अतीत को याद रखने  के लिए हमारे पास्ट  में बहुत कुछ हुवाहोतहे जो हमे फ्यूचर में हमारे काबिल होनका जरिए बन जाता हे। इसी लिए हमें ज्यादसे ज़्यादा  यादें बननी चाहिए और उनको पूरी भी करनी चाहिए जिससे हमे खुशी मिलती है। यादे बनानिभी और उनको याद भी रखना होता हे।हमारी ब्रेन की मेमोरी बहुत स्ट्रांग होती हे जो हमारे बचपन की सारी खुशियां दर्द वो डर वो गुस्सा हमेशा हमारे ब्रेन में स्टोर करके रखती हे ।कुछ यादें बुरी और कुछ अच्छी भी होती हे जो हमारे शहद के लिए अच्छी होती हे कुछ हमारे शहद केलिए हमारे फ्यूचर और हमारे को बर्बाद भी करतीहे कुछ हमारे ब्रेन में लोगोंके  बारे में बुराई करती हे जिससे हमारे आपस में झगड़े हो जाते हे इसीलिए सभी यादें अच्छी नहीं होती कुछ बुरी भी होती जो बुरी होनेके  बाद भी हम भूल। नहीं पाते जो हमारे दिमाग में हमेशा चलती रहती हे और उनकी वाज़ेसे हमारे रोजाना जीवन में बहुत सारे कठिनाइयां लगती हे जिसके कारण हमे लगता हे कि हमारा दिन खराब हे या फिर हमारा नसीब खराब हे इसे लगता हे ।ये सभी हमारे यादोके या फिर सोचनेका हमारे रोजाना लाइफ में होनेवाले चीजोपर एक तरीके से प्रभाव डालती हे जो बहुत ही हानिकारक होता हे जिसके कारण लोगोंको डिप्रेशन अकेला पन जैसे लगता हे। इसीलिए हमे अपने यादों अच्छी यादों को ज्याददेर रखना होता हे । जो यादें हमे परेशान करती हे उनको भुला न होता हैं । बुरे आदतोकों छुड़ाना याफ़िर बुरी यदोके निकालना बहुत कठिन होता हे जिसके लिए लोग मेडिटेशन करते हे। जो हमे ये बुरी यादें भुला ने में मदत करता हे । जिसे हमे परेशानियां कम हो जाती हे । मेरे कहने का मतलब हे कि आप यादें बहुत सारी बनाओ जो तुम्हे खुशियां दे और अच्छी यादों के कारण आप अपनी लाइफ में आगे बड़े यदोकी वजेसे हमे वो पुरानी खुशियां। एक बार फिरसे याद आती हे । जो हमने बचपन में  यादगीर स्कूल या कॉलेज में जो पल हमने अपने दोस्तोके साथ बिताए वो पल याद करके हम खुश हो जाते हे यही तो यादें होती हे जो हमारे अतीत को याद करके हमे खुशियां। देती हे यही यादें हमे जिंदगीभर याद रहती हे ।और हम वैसेही अभी जीना चाहते हे  ।वो दोस्तोके साथ खेलना कूदना अभी  वैसा कहा होता हे ।वो तड़के कारण हम बहुत कुछ लम्हे जीना चाहते हे। यही हर इंसान की एक अधूरी ख्वाइश होती हे ।जो उसे खुश रखती हे । अभी आपको ये पुधनेके बाद आपको याद आयेगा कि आपने क्यक्या मजे किए हैं।आपको वो सारे किस्से याद आएंगे जिनसे आपको खुशी मिलेगी और आप एकदम फ्रेश हो जाओगे ।अपनी बचपन की यादों को संभलके रखना वही आपके बुढ़ापेका सहारा बनेंगी  इससे आप जरूर सहमत होंगे।  चलो बाय और अपनी यादोंको मुझसे शेयर करना चाहो तो कर सकते हो।।