पेड़ वाली चुड़ैल aarya chouhan द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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पेड़ वाली चुड़ैल

यह कहानी सत्य घटना पर आधारित है, ऐसे बहुत से किस्से होते हैं हमारे जीवन के जो एक याद.. एक कहानी बन जाते हैं, तो चलिए शुरू करते हैं.

बहुत समय पहले की बात है... अरे रुको! इतनी बूढी भी नहीं हूं.. बस कहानी यहीं से शुरू किया जाता है ना.. बहुत समय.. 😊


लगभग 14,15 साल की थी.. जिस स्कूल में पढ़ती थी वहाँ 9th और 10th की सभी लड़कियों को स्वतंत्रता दिवस पर नृत्य में भाग लेना अनिवार्य था.. जिसकी तैयारी महीने भर पहले शुरू हो जाती थी..

हालांकि मैं नृत्य से कोसों दूर थी.. जब भी मिस बुलाती मैं कोने में छुपने की कोशिश करती.. पर आखिर पकड़कर ले ही जाते..

हमारे स्कूल के ग्राउंड में एक बड़ा सा पेड़ था.. 🏝️ कहते थे कि उस पेड़ पर चुड़ैल रहती है.. लड़कियां उस पेड़ के नीचे जाने से हमेशा कतराती थी..

फिर वह दिन जब नृत्य की तैयारी चल रही थी.. एक ग्रुप उस पेड़ के नीचे भी था.. पर मेरा ग्रुप नहीं.. अचानक उस पेड़ के नीचे नृत्य करते हुए एक लड़की गिर पड़ी.. बेहोश हो गई.. मिस उसे क्लासरूम में ले गई..

यकायक मुझे लगा कि मुझे भी बेहोश हो जाना चाहिए 🤫..हो सकता है मुझे डांस प्रैक्टिस से छुट्टी मिल जाए.. पर एक्टिंग इतनी ख़राब थी मेरी 🤦पता चल जाता तो कम्प्लेन घर तक पहुंच जाती...

खैर लंच टाइम हुआ सभी अपने क्लास रूम में..! वह जो बेहोश हुई थी, चुपचाप सी अपने सीट पर बैठी थी.. बस ब्लैक बोर्ड की तरफ देखे जा रही थी.. 😳.. फिर एक क्लास मेट ने कहा कि लंच करलो...तभी..तपाक से वह खड़ी हो गई.. और ब्लैक बोर्ड की तरफ देखते हुए, बिना पलक झपकाये.. हाथों से इशारा करते हुए कहने लगी.. इधर जाओ!.. उधर जाओ!..👈👉

बस फिर क्या सभी लड़कियां गिरते पड़ते क्लास से भागी.. 🏃‍♀️.. उस दिन के बाद से उस लड़की की तबियत ख़राब ही रहने लगी.. बहुत सी लड़कियों ने स्कूल आना छोड़ दिया.. आखिर परेशान होकर प्रिंसिपल ने उसके पेरेंट्स को बुला कर ट्रांसफर सर्टिफिकेट दे दिया..

यह सब मेरे सामने की घटना है उससे पहले भी एक हादसा हो चुका था उस स्कूल में जब मैं 10 की थी.. न्यूज़ में देखा था कि दो लड़कियां जो टॉयलेट की तरफ गई थी.. एक लड़की उस टॉयलेट में बंद हो गई.. और तेज तेज चिल्लाने लगी.. उसकी फ्रेंड ने बहुत मुश्किल से दरवाजा खोला और वह भी चिल्लाकर बेहोश हो गई।

जो बंद थी उसकी उसी समय डेथ हो गई थी..टॉयलेट में कोई नहीं था फिर भी उसके चेहरे पर खरोंच के निशान थे.. और उस बेहोश लड़की को हॉस्पिटल ले जाया गया..

वह जैसे ही होश में आती तेज तेज चिल्लाने लगती कि 'वो आ रही है '.. 'वो आ रही है'..कहकर बेहोश हो जाती.. दो दिन में उसकी भी डेथ हो गई..

फिर पता नहीं क्या हुआ प्रिंसिपल ने क्या रीज़न बताया कुछ दिनों में बात दब गई.. खैर इन सब हादसों का जो कारण है "चुड़ैल"..मैं पूर्णतया सहमत नहीं हूं...कुछ सच्चाई होती है जो हम समझ नहीं पाते और उसे भूत.. पिशाच का नाम दे देते हैं...!

इस कहानी पर अपनी राय जरूर दीजिये.. क्या वास्तव में भूत प्रेत होते हैं..?