थ्री बेस्ट फॉरेवर - 12 Kaju द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ

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थ्री बेस्ट फॉरेवर - 12

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( √💜💌💜 राम राम सा हम है स्तोरी के Nev चौकीदार पंकुआ और प्रकट है next ep के साथ चलिए पढ़िए।
"हे भगवान,,,,मुझे अंधी ब्यूटी क्वीन नही बनना धनेशी कुछ कर" रिचा घबराए हुए बोली। अब आगे,,,,

"बिलकुल वैसा हो रहा जैसा मै चाहती थी" मस्तानी की वो खुशी से भरी आवाज और उसके बोले गए शब्द उस समय माहोल को और डरावना बना रही थी जिससे सभी और डर से चीखने चिल्लाने लगें थे। 

रियुमा खीजते हुए "अबे अकल के अंधों चुप,,,दरवाजा बंद होने की वजह से अंधेरा छाया है ज्यादा दिमाग मत चलाओ पहले ही ना के बराबर है" 

"लेकिन दरवाजा अपने आप कैसे बंद हो गया???" धनेशी डरते हुए बोली ।

"मेरे दादा जी के भूत ने किया" रियु शांति से बोली।

"सच में???" धनेशी हैरानी चिल्लाई।

"हा तेरे पिछे ही खड़े है जा आशीर्वाद लें ले बेवकूफ कही की,,, एक तो पता नहीं चल क्या रहा ? कैसा सप्राइज है ? स्प्राइज लॉन्च करने वाले कहा गायब हुए पड़े हैं ? और ये मनीष,,, ये तो स्टेशन पर ही गायब हो गया,,,हो ना हो कुछ तो है जो हम सब से छुपाया गया है एक बार सामने आए गायब वाले दुनिया में फेक दूंगी"  रियू बौखलाई हुई भड़कते जा रही थी। 

"प्रिंसिबल सर पर टीचर्स को भी???" सभी एक साथ हैरानी से सवाल किए।

"ह,, न नहीं,,,क्या बकवास कर रहे सिर्फ मनीष की बात की हु" रियुमा हड़बड़ाते हुए गुस्से से बोली।
उसका दिमाग खराब हो गया उनकी बीना सर वाली बात सुनकर 

"तुम सब,,,जब तक उजाला नही होता अपनी बक बक बंद रखना वरना,,, खैर समझ गए होंगे" रियू का गुस्सा महसूस कर सभी शांत हो गए। 

सप्राइज ट्रिप को पिटाई ट्रिप थोडी ना बनाना चाहते थे हालाकि पहले ही अच्छी खासी पिटाई हो चुकी थी। अरे स्टेशन पर भूल गए।

सभी का दिमाग उधड़बुन में फसा था की अचानक सूरज से भी तेज रोशनी से वो जगह नहा गया। सभी की आखें एक पल के लिए चौंधिया गई। 
और एक आवाज गूंजी "Surprise,,, Welcome to the fake haunted city kids" सबने जब अच्छे से आखें खोल कर देखा तो उनकी आंखे और मुंह खुला का खुला रह गया।

चारो ओर का नजारा राजा महाराजा के आलीशान महल की तरह था  जमीन पर लाल रंग की मखमली कार्पेट बिछी हुई थी बड़े बड़े लहराते हुए सफेद और लाल रंग के परदे हर खिड़की पर हॉल के बीच में ऊपर छत पर लगा सुनहरे रंग का बड़ा आलीशान झुम्मर जिसके मेहरबां से
हर ओर सफेद लाल और सुनहरे रंग की खूबसूरत झिलमिलाहाट बिखरी हुई थी। 
वही झूमर नीचे गोलीय आकार में लगे लाल और मखमली आलीशान सोफे और बहुत से  पारदर्शी कांच के सुंदर सुंदर रंगीन और पुराने समय के और कुछ डरावनी तरह के वास और तलवार कवच थे जो नक़ली होकर भी बिलकुल असली होने की फीलिंग दे रहे थे।  

जो बाहर का नजारा सबने देखा था सच मे किसी ने सोचा तक नहीं था की अंदर ऐसा नजारा देखने को मिलेगा। 

वही सब टीचर्स सोफे पर पैर पसारे बैठे थे मनीष भी सभी गुस्से में उसे घूरने लगे तो हड़बड़ाते हुए उठने लगा की गिर ही पड़ा। 
मन में बोला "बापरे,,, बड़े गुस्से में लग रहे (फिर मस्ती को देख) चलो जिसके लिए किया वो तो खुश हैं बाकी को संभाल लूंगा" वो अपने ख्यालों में था की उसे अपने हाथ पर किसी का हाथ महसूस हुआ वो ध्यान दिया वो धनेशी थी " मनीष तुम ठीक हो ना did you get hurt" 

"ह,,, हा मै ठीक हु बिल्कुल ठीक  हु don't vary ok" मनीष हड़बड़ाते हुए उससे अपना हाथ छुड़ाकर
बोला । 

ओर सभी को घूरते देख  जल्दी से उठ कर जबर्दस्ती हस्ते हुए  सबके पास आकर खड़ा हो गया। उसने रियुमा की और थोड़ा नजर उठाकर देखा वो उसे ऐसे घूर रही थी जैसे कह रही हो "तुझे तो मैं बाद में देखती हु " 

मोहिंता मेम बोली "बच्चो अपना गुस्सा और नाराजगी भूल जाओ और स्प्राइज के मजे लो" 
उनकी बात सुन सभी टीचर्स लोगो को इग्नोर कर सबकुछ भूल कर वहाकी अद्धभूत सुंदरता में खो गए। 

एक एक चीज को छूकर देखने लगे आखिर सब पहली बार आए थे वरना यहां के बारे में तो बस डरावनी खौफनाक अफवाहे ही सुन रखी थी।

"यार गुगल दीदी में सर्च कर के देखा था तो भूतिया बंगला का अंदर का नजारा बड़ा खौफ नाक दिखाया था" उत्साह हैरानी से बोला।

"हा हा मैने भी देखा था और भूतों को भी" स्ट्रॉन्ग सभी के बीच में अचानक खुद कर आ गया जिससे सभी चिहुंक गए। 
सभी उसे गुस्से में घूरते हैं ।

वो सबको अनदेखा कर "लेकिन रियल में तो ये जगह सोच से परे निकली किसी जन्नत के महल जैसा" 

  मस्तानी जो काफ़ी खूशी से झूम रही थी "ये fake haunted cities बाहर से जो दिखता है वो सच नहीं होता समझे नासमझो" 

"हा यार सच में बाहर से कुछ और अंदर से कुछ और " राहुल मुस्कुराकर मस्ती को घूरते हुए बोला।

किसी ने नोटिस नही किया लेकिन कोई था एक सॉरी कोई थी एक जिसकी गुस्से भरी नज़र उसपर थी और वो थी रियु जो मुट्ठी भींचे खड़ी थी।
"बंग,, बंगला,,, कमाल का बंगला है" रियू की नजर अपनी तरफ महसूस कर राहुल हड़बड़ाया हुआ बोला। 

रीयु पारा गर्म होने लगा था उसका मनचले तो अभी राहुल के आखें फोड दे लेकिन वो सप्राइज ट्रिप पर बखेड़ा खड़ा नही करना चाहती थी खासकर की मस्तानी इतनी खुश हैं तो इसलिए मन मारकर रह गई।

"सिर्फ बंगला नही पूरा का पुरा स्थान ही कमाल का है " मस्तानी चहकते हुए बोली।

"क्या सच में?" राहुल उसे एकटक देखते हुए बोला तो 

मस्तानी उसे इगनोर कर "जिसको देखना है खुद अपनी आखों से देख कर यकीन करे मैं ठेका लेकर नही बैठी जो यकीन दिलाने में लगी रहू" 

"तुम्हें बड़ा पता है ना तो लगा ही लो ठेका या फिर ऐसे ही ज्ञान झाड़ रही"  रिचा और धनेशी उसे आखें ततेर कर देखते हुए बोली।

"ओए चिपकली,,,अपने को सब पता है समझी,,,10 साल की उम्र से सर्च करके रखी हु सारी जानकारी" सभी उसे हैरानी से बड़ी बड़ी आंखे कर देखते हैं।


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( √💜💌💜 म्हारे रीडर्स बछूआ कैसन लगा ep मस्ती का सर्च करके रखी ? हम जानेंगे next ep में मिलत हैं जल्द ही राम राम जी की चलत है हम