एक लड़की सबके साथ वो सब करती - 3 Rakesh द्वारा महिला विशेष में हिंदी पीडीएफ

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एक लड़की सबके साथ वो सब करती - 3

नैना ने उस रात खुद से वादा किया — "अब डर नहीं, सिर्फ शिकार"।

वो अपने सबसे पुराने ठिकाने पर गई — एक अंधेरे बेसमेंट में जहाँ उसने पहली बार किसी का वीडियो शूट किया था।  
उस कमरे की दीवारें आज भी काली थीं… पर आज वो वहां अकेली नहीं थी।

किसी ने वहां पहले से उसकी तस्वीरें लगा दी थीं —  
बचपन से लेकर आज तक की।  
हर फोटो में उसकी आँखें काट दी गई थीं।

"उसने मेरी रूह देख ली है…"  
नैना ने दीवारों को घूरते हुए कहा।

तभी पीछे से एक आवाज़ आई — “क्या तुम अपनी सच्चाई जानती हो, नैना?”

वो पलटी — कोई नहीं था।  
लेकिन उसकी गर्दन के पास कुछ सरसराया —  
और एक ब्लेड हवा में झूलता हुआ उसके गाल को छू गया।

हल्का सा कट।  
खून की एक धार।  
पर दर्द नहीं।  
नैना मुस्कराई — “तो तू खेलने आया है…”

---

अगली रात…

नैना ने एक नकली कॉल दिया — उस नाम से जो सिर्फ उसे जानता था — “रेड लाइट भूतनी”  
उसने फेक इन्फॉर्मेशन फैलाई कि वो होटल 304 में मिलेगी।

वो चाहती थी वो "वो" सामने आए।

लेकिन जैसे ही वो होटल पहुँची —  
कमरे में केवल एक कैमरा था —  
जो लाइव था — और नैना का चेहरा यूट्यूब पर स्ट्रीम हो रहा था।

LIVE TITLE: “डेड गर्ल वॉकिंग”

उसके हज़ारों क्लाइंट्स उसे देख रहे थे —  
पर इस बार एक नया चेहरा भी कमेंट कर रहा था:  
“Let the world see what you did to your sister.”

नैना का दिल ठहर गया।

“ये कौन है जो मेरी सबसे गहरी कब्र तक जा पहुंचा?”

---

अगली सुबह, पुलिस ने उसका फ्लैट सील कर दिया।

एक केस फिर से खुला —  
"2013: 12 साल की लड़की लापता — संदेह है कि उसकी बड़ी बहन ने बेचा था"

उसका नाम — रिया।

और नैना की यादें ताज़ा होने लगीं…  
उस रात की जब उसने पैसे के लिए कुछ किया जो उसे ज़िंदगी भर खटकता रहा।

---

अब सवाल सिर्फ ये नहीं था कि नैना का पीछा कौन कर रहा है —  
बल्कि ये भी कि क्या वो रिया वापस आ गई है?  
और अगर हां — तो अब वो क्या बन चुकी है?

---











नैना उस घर पहुँची, जहाँ उसकी और रिया की आख़िरी यादें जिंदा थीं।  
एक टूटा हुआ घर, जिसमें दीवारों पर अब भी खून के धब्बे सूख कर काले हो चुके थे।

दरवाज़ा खोलते ही एक सड़ी हुई गंध ने उसका गला जकड़ लिया।  
घर में हर तरफ़ पुराने खिलौने, जले हुए फोटो एल्बम और कुछ अजीब सी मिट्टी बिखरी थी।

वो सीढ़ियाँ चढ़ी — जहाँ रिया का कमरा हुआ करता था।

दरवाज़ा आधा खुला था…  
भीतर एक टेप रिकॉर्डर चल रहा था —  
"दीदी… तुमने मेरा नाम क्यों बेचा?"

नैना ने काँपते हुए दरवाज़ा खोला…  
कमरे में रिया नहीं थी — लेकिन वहाँ एक लड़की का शव पड़ा था।

रिया नहीं। ये तो नैना की सबसे पहली क्लाइंट थी।

उसकी आँखों पर पट्टी बंधी थी — और होंठों पर टेप।  
लेकिन सबसे खौफनाक चीज़ थी उसके हाथ में फंसा एक फोटो —  
नैना और रिया का, उसी रात का जब नैना ने उसे बेच दिया था।

---

तभी पीछे से किसी ने फुसफुसाया — "कितनों की लाशें और उठानी हैं तुम्हारे नाम से?"

नैना पलटी — वहां कोई नहीं था।  
लेकिन रिया का खिलौना "स्पीकिंग डॉल" अपने आप बज उठा:

“कहानी अब शुरू होती है…”

---

उसी रात नैना का फोन बजा।

Unknown Number: “तू बच नहीं सकती, दीदी…”

नैना ने कांपते हाथों से नंबर ट्रैक किया…  
लोकेशन आई — "D Block Graveyard"  
जहाँ रिया को दफनाया गया था… कागज़ों में।

---

अंतिम दृश्य:

नैना कब्रिस्तान पहुँची —  
चारों ओर धुंध, अजीब सी सर्दी, और टॉर्च की पीली रोशनी।

लेकिन जब वो रिया की कब्र के पास पहुँची —  
वो ज़मीन से फटी हुई थी।

कब्र का पत्थर टूटा था — और उसके नीचे एक आईना रखा गया था…  
जिसमें लिखा था —  
“अब मैं वो हूँ जो तू बनने से डरती थी।”