शुरुवात : एक वेश्या Known persom द्वारा महिला विशेष में हिंदी पीडीएफ

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शुरुवात : एक वेश्या

मेरा नाम प्रिया है, और मेरी उम्र 35 साल है मे कोटा राजस्थान की रहने वाली हूँ, मेरे दो बच्चे है जो 8-10 साल के है, मेरे पति को शराब की बहुत लत लगी हुई है, तो हर दिन घर मे लड़ाई झगड़ा चलता है, कभी बच्चों के साथ कभी मेरे साथ और रही बात हमारे घर चलाने की तो वो जितना भी कमाता है शराब मे ख़त्म कर देता है इसीलिए मुझे भी काम करना पड़ता है, जिससे मुझे 8 हजार रुपये मिलते है, जिससे मे मेरे बच्चों का जीवनव्यापन करती थी, और मेरी नौकरी की वजह से मेरा जीवन भी भी ठीक तक चल ही रहा था उसी बिच मेरे मालिक ने कल से काम पे आने की मना कर दिया, और जो मेरा बचा हुआ पैसा भी साथ ही दे दिया, उनकी बात सुनते ही मेरे तो पैरो तले से जमीन खिसक गयी, मेरे तो दिमाग़ मे यही चल रहा था, कल से क्या करूंगी, कैसे घर का खर्चा चलाऊँगी, कैसे दूसरी नौकरी मिलेगी, तमाम सवालों के बावजूद मे घर आ गयी, जब आते ही ये बात मैंने मेरी पति को बताया तो मेरे साथ ही मार पिट करने लग गया, बोला तूने कुछ किया होगा, इतना मारा मे अगले दो दिन तक सही से सो नहीं पायी, अगले दिन ये बात मेरी कुछ दोस्तों को बताई की मेरी नौकरी चली गयी है, अगर कही पे काम की कोई जगह हो तो मुझे बताये, इसी बिच एक हफ्ता बीत चूका था, तभी एक मेरी सहेली का फ़ोन आया की की एक काम है अगर तू करले तो, मैंने उसको तुरन्त बोल दिया जो काम होगा कर लुंगी, तो उसने बोला केयर टेकर की नौकरी है, रात को 8 बजे से शुभ 8 बजे तक की और तनख्वाह 12 रूपये मिलेंगे, सब सही था लेकिन रात की नौकरी का नाम सुनते ही फिर मन मे अलग अलग विचार आने लगे, बच्चों को रात मे अकेला छोड़कर कैसे काम पे जाऊ, क्योंकि पति तो किसी काम का ही नहीं,सब कुछ सोचने के बाद मेने नौकरी के लिए हा कर दिया, क्योंकि मेरे पास कोई और रास्ता भी नहीं था, अगले ही दिन मेरी सहेली ने मुझे एक पता बताया और वहाँ जाने की बोला, मे घर से तैयार होकर बताये हुए पते पर पहुंच गयी, जैसे ही मैंने घर के दरवाजे की घंटी बजायी एक साहब आये और बोले...जी बोलिये क्या काम है, फिर मैंने उनको बोला सर आपको केयर टेकर की आवश्यकता है, मुझे जिसने भेजा था उसका नाम बताया तो वो बोले अंदर आ जाओ, जैसे ही मे अंदर गयी एक बुजुर्ग महिला व्हिलचेयर पे बैठी दिखी, उनको भी नमस्कार किया लेकिन सायद उन्होंने सुना नहीं तो मैं भी बैठ गयी कुर्सी पे, तभी सब मुझे बोले ये मेरी माँ है और आपको इनका ध्यान रखाना है, टाइम पे खाना और गोली देना है, रात को अगर इनको कोई दिक्क़त हो तो आपको ध्यान रखना है, मैंने हा मे सर हिलाया, साहब बोले तनख्वाह आपको 12 हजार महीने के मिलेंगे, मैंने फिर सर हा मे हिलाया,इतने मे साहब बोले चलो फिर आज शाम से ही आ जाना, तो मैंने बोला ठीक है, सब बाते होने के बाद साहब बोले अभी तुम घर जाओ शाम को समय पर आ जाना, और मैं भी उनसे से इजाजत लेकर घर आ गयी, बाहर निकलते ही मैंने ऊपर वाले हो बहुत बहुत शुक्रिया बोला, उसके बाद घर आ गयी, और पति और बच्चों को भी काम के बारे मे सब बता दिया,बच्चे भी खुश थे, और अब मे रोज काम पे जाने लगी, धीरे धीरे करते समय बीतता चला गया पांच महीने हो गए सब ठीक था, तभी मे मेरा पति फिर से लड़ाई झगड़े करने लग गया, घर मे फिर से परेशानी होने लगी, तो काम मे भी मन नहीं लगता था, धीरे धीरे मेरे साहब के ड्राइवर से भी मेरी बात होने लगी उसने उसके फोन नम्बर मुझे दे दिए और जब कभी काम पे जाने मे देरी हो जाती तो उसको फ़ोन करके बता देती थी की आज मे तोड़ी देर से आउंगी साहब को बोल देना, और वो भी मेरी मदद कर देता था,  धीरे-धीरे हमारी बाते होने लगी फ़ोन पे, एक दिन उसने मुझे बोला यार मे तुझे पसंद करता हूँ, उसके बोलते ही मेरा तो दिमाग़ खराब हो गया क्या बोल रहा है है, तो मैंने उससे बात करना बंद कर दिया, अब हमारी बाते नहीं होती थी, लेकिन पता नहीं मुझे भी अकेलापन महसूस होने लगा तो मैंने उसको फ़ोन किया तो उसने तुरंत फोन उठा लिया, और गुस्से मे बोला क्या काम है फ़ोन क्यों किया, मैंने उसको पूरी बात बताई तो वो बोला मुझे यकीन था तुम भी मुझसे प्यार करती हो, तो मैंने भी उसको हा बोल दिया क्योंकि मेरी लाइफ मे तो पति ने कभी प्यार से बात की ही नहीं तो, मेरे लिए वो ही सबकुछ था, अब हम धीरे-धीरे घंटो बाते करने लगे, हमारा प्यार बहुत आगे बढ़ चूका था, तो वो अब मुझे मिलने की बोलने लग गया, पहले तो मैंने मना किया, लेकिन फिर मेने भी हा करदी, और हम पास के ही एक होटल मे मिले हमने साथ मे बहुत समय बिताया, और अब हम एक-दूसरे के हो चुके थे, धीरे-धीरे हमारा मिलना कुछ ज्यादा ही हो गया, हम खुश थे घर पे बच्चे सब खुश थे, फिर एक दिन उसने मुझे फिर होटल मे बुलाया, और मे हमेशा की तरह चली गयी, होटल मे जाते ही हमने शारीरिक सम्बन्ध बनाये, फिर वो मुझे बोला जान तुमसे एक  काम है, तो मैंने बोला क्या काम है तो वो बोला तुम मना तो नहीं करोगी ना, तो मैंने बोल दिया जान आपके लिए तो जान हाजिर है, बताओ क्या बात है, तो उसने बोला जान मेरा एक दोस्त है और वो तुम्है बहुत पसन्द करता है तो वो तुम्हारे साथ शारीरिक सम्बन्ध बनाना चाहता है, जैसे ही उसने ऐसे बोला मेरे तो पैरो तले जमीन खिसक गयी, मैंने उसको बोला तुझे पता भी तू ये क्या बोला रहा है तो वो चुप हो गया, और मै भी गुस्से मे घर आ गयी, अब मे रोज अपना काम करती और घर आ जाती ऐसे ही धीरे-धीरे दो सप्ताह निकल गए, फिर मुझे उसकी याद आने लगी तो वो मेरा फ़ोन नहीं उठाता था,एक दिन उसने फ़ोन उठाया तो बोला मुझे मिलना है, क्योंकि मिलने का मन तो मेरा भी कर रहा था, मै उसी होटल चली गयी, होटल जाते फिर से हमारे बिच मे सबकुछ हुआ, तेरे ही मेरे कपड़े पहनने लगी तो वो फिर उसी बात को लेकर रट लगाने लगा, बोला एक बार करलो ना जान मेरे लिए वो तुम्हे पैसे भी देगा तो लेकिन फिर भी मैंने मना कर दिया, वो गुस्से मे आग बबूला हो गया और बोला आज के बाद मेरे कभी फ़ोन मत करना, अब मे करती तो क्या करती तो मैंने उसको बोला ठीक है जैसे तू बोल रहा है कर तो लुंगी लेकिन एक बार, तो बोला ठीक है मेरी जान एक बार बस, और वो खुशी के मारे झूम उठा, फिर वो कमरे के बाहर गया, और उसका दोस्त आया, और उसने मेरे साथ वो सब किया तो जो उसका मन था, अब मेरा बदन पूरा टूट चूका था, और वो लड़का वही सो गया, और मैंने उठ कर मेरे घर आ गयी, धीरे धीरे फिर सब ठीक हो गया, एक  दिन अचानक मेरे बच्चों को स्कूल वालो ने निकल दिया, जब मे घर आयी तो बच्चों ने पूरी बात मुझे बताई तो मेरा तो दिमाग़ ख़राब हो गया, अब मुझे अचानक 10 हजार का जुगाड़ करना था, कहा से करू यही ख्याल बार बार मेरे दिमाग़ मे चल रहा था, उसी वक्त मेने ड्राइवर को फ़ोन किया तो बोला यार मेरे पास तो पैसे नहीं है एक काम कर रवि को कॉल करले, रवि वही लड़का था जो होटल मे मिला था, जैसे ही मैंने रवि को फ़ोन किया तो बोला यार मे आपकी 5 हजार तक ही मदद कर सकता हूँ क्योंकि मेरे पास यही है, अब मुझे तो 10 हजार की जरूरत थी तो उसको बहुत बोला, कुछ देर सोच के बोला, पैसे का जुगाड़ तो हो जायेगा लेकिन तुम्हे कुछ करना होगा, मैंने उसको तुरंत बोल दिया की तुम जो भी बोलोगे वो करूंगी, तो वो बोला मेरे दो दोस्त है उनको खुश करना होगा क्यों रोज लड़की की जरूरत होती है, तो आज तुम आ सकती हो तो बताओ, कुछ देर सोचने के बाद मेने हा करदी, जैसे ही मैंने हा किया, उसने मुझे होटल बुलाया, जैसे ही मे कुछ देर मे होटल पहुंची वो लड़के तैयार थे, जैसे ही मे रूम मे गयी वो दोनों लड़के टूट पड़े मेरे ऊपर, और जैसे ही उनका काम खत्म हुआ उन्होंने मुझे पैसे दे दिए और मे घर आ गयी, अब क्या था धीरे-धीरे मुझे भी मजा आने लगा काम समय मे अच्छा पैसा मिल जाता था, तो मेरे नम्बर धीरे-धीरे सब के पास पहुंच गए और मे वेश्यावर्ती के धंधे मे आ गयी !!