तेरा...होने लगा हूं - 6 Sony द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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तेरा...होने लगा हूं - 6

सुबह का वक्त देशमुख निवास

वर्ली के  छोटे से इलाके में एक छोटा पर खूबसूरत सा सजा हुआ डुप्लेक्स बिल्डिंग के मंदिर से अति हुई घंटी की आवाज पूरे घर में गूंज रही थी।किशोर देशमुख जो घर के आंगन में सुबह का अखबार लिए बैठे थे घंटे की आवाज सुनकर पेपर रखकर दोनों हाथ जोड़ प्रणाम करते हुए बोले,"बिटिया अगर भगवान की पूजा हो गई हो तो इस नाचीज़ की भी सुबह बना दो ,अपने हाथों से एक गरमागरम चाय पिलाकर।"


उनकी बात सुनकर किचन में काम करती  उनकी धर्मपत्नी ममता जी चीख पड़ी ,"देख नहीं रहे हो पूजा कर रही है वो ,रुकिए मैं बना देती हूं।"किशोर जी मुंह बनाते हुए ,"बिल्कुल नहीं धर्मपत्नी जी ,सुबह-सुबह कड़वी चाय पीने की मुझे कोई भी शौक नहीं है। पूरा दिन कड़वा जाएगा।"उनकी  बात सुनकर ममता जी गुस्से से कुछ बोलने को थी तभी पूजा घर से काया अपने हाथों में आरती की थाल लिए ममता जी की ओर बढ़ा देती है ।


ममता जी  आरती लेकर माथे पर लगाते हुए,"तुमने ही इनको यूं बिगाड़ रखा है।"काया मुस्कुराते हुए ,"चिंता  क्यों कर रही है? एक प्याली चाय ही तो है ,बना देती हूं मैं । तब तक आप मेरी और मुस्कान की टिफिन पैक कर दीजिए। और हां आज  आलू के परोंठे बनाइएगा। और दो ज़्यादा डालिएगा टिफिन में ।कबीर आपकी आलू के पराठों की बड़ी तारीफ कर रहा था। तो मैंने कहा कि मां आज बना देंगे तुम्हारे लिए।"कहते हुए वो गैस पर चाय चढ़ाने लगी।


ममता जी जो उसकी बात ध्यान से सुन रही थीं कुछ सोचते हुए ,"मैं क्या कह रही थी बेटा  के कबीर अच्छा लड़का है। तुम्हारा अच्छा दोस्त भी है ।और तुम्हारे साथ डॉक्टर भी है। मुझे क्या लगता है कि तुम्हें शायद पसंद भी करता है। तो तुम कहो तो उसकी मां के साथ  तुम दोनों के शादी की आगे बात बढ़ाएं?"



उनकी बात खत्म होते ही काया जो चाय चढ़ा रही थी उनके और देख ,"कबीर अच्छा लड़का है मेरे साथ डॉक्टर है और मेरा बहुत अच्छा दोस्त भी है बस इतना ही मां। इससे आगे कुछ भी नहीं और ना ही कभी कुछ ऐसा हो सकता है । बल्के कबीर ही नहीं किसी के साथ भी मेरा कोई रिश्ता कभी नहीं बन सकता। और आप ने वादा किया है के वजह आप मूझसे कभी नहीं पूछेंगी।"



उसकी बात सुनकर आंगन में बैठे हुए किशोर जी थोड़ा तीखे आवाज में,"मन खट्टा कर दिया ना बच्ची का सुबह-सुबह। क्या जब भी देखो  शादी का रट लगा के रखी हो । मेरी बेटी मेरे साथ ही रहेगी जिंदगी भर कहीं नहीं भेजने वाला मैं इसे । क्यों बच्चा??" काया खिड़की में से ही किशोर जी को झांक ते हुए ,"बिल्कुल पापा मैं आप ही के साथ रहूंगी हमेशा। अगर किसी की शादी करनी है तो मुस्कान  की कर दो सारा दिन सोती रहती है पढ़ाई का तो नामों निशान नहीं है।"कहते हुए चाय की प्याली उठाकर ममता जी की ओर बढ़ा देते हैं और एक विनिंग स्माइल देते हुए एक और प्याली चाय उठाकर किशोर जी की ओर चली जाती है ।


ममता जी मायूसी भरी चेहरे से सर झटक ते हुए,"ये बाप बेटी मेरी जान लेकर ही रहेंगे।"काया गरम चाय का कप किशोर जी की ओर बढ़ाकर,"आप चाय पी लीजिए पापा मैं मुस्कान को उठा देती हूं ।और हॉस्पिटल के लिए रेडी हो जाती हूं । कबीर आता ही होगा मुझे पिक करने। वैसे भी आज मुझे स्कूल जाना है हॉस्पिटल से पहले एक अपॉइंटमेंट है।"उसकी  बात सुनकर किशोर जी कुछ बोलते उससे पहले ममता जी किचन में से आवाज देते हुए,"लेकिन तुम्हें तो हफ्ते में 2 दिन जाना होता है ना स्कूल और आज तो स्कूल जाने का दिन है भी नहीं । फिर अचानक क्यों?"ये बात सुनकर काया को अचानक क्रिश की बात याद आ जाती है और वो कुछ सोचते हुए,"एक बच्चा है क्रिश शेखावत उनके पैरेंट्स से आज बात करनी है इसी के वजह से स्कूल जाना पड़ेगा ।1 घंटे में फिर वापस हॉस्पिटल चली जाऊंगी । कबीर वेट करेगा मेरे लिए स्कूल के पास।"कहते हुए वो आंगन की सीढ़ियों से होकर अपने कमरे की ओर चली जाती है।


कमरे के अंदर डबल बेड पर एक कोने में उसकी छोटी बहन मुस्कान सिकुड़ कर कंबल ओढ़ के आराम से सोई हुई थी। काया कंबल खींचते हुए,"कॉलेज नहीं जाना है क्या 9:00 बजने वाले हैं।"मुस्कान नींद से भरी नजरों और आलस भरी आवाज लिऐ,"जानी है ना देदो लेकिन थोड़ी देर बाद ।आज मेरी क्लास 11:00 को है।"काया  गुस्से से  चिढ़ कर,"थोड़ा पढ़ाई बढ़ाई कर लिया कर। सिर्फ कॉलेज जाने से पास थोड़ी हो जाएगी।"मुस्कान आलस भरी आवाज में,"बस पास ही तो होना है दीदी , हो जाऊंगी। मुझे कौन सा  आपकी तरह डॉक्टर बनना है , मुझे तो एक अमीर राजकुमार से शादी करके बस आराम की जिंदगी जीनी है।"उसके बाद सुनकर काया सिर झटक ते हुए ,"वाह क्या गोल है जिंदगी के ।"कहते हुए उसने खींचकर मुस्कान को उठाया और जबरदस्ती घसीटते हुए बाथरूम के अंदर डाल दिया ।और बोली ,"जल्दी से ब्रश करके फ्रेश होकर बाहर आ जाओ और कॉलेज जाओ चुपचाप । बड़ी आई राजकुमार से शादी करके आराम की जिंदगी जीने वाली।"उसके बाद सुनकर मुस्कान सिर खुजलाते हुए,"वैसे भी नौकरी ही करनी पड़ेगी लगता है ।क्योंकि जब तक आपकी शादी नहीं होगी  मां बाबा मेरी शादी तो करवाएंगे नहीं और आप तो शादी के नाम पर ही चिढ़ जाति हैं ।"कहते हुए वो काया की तरफ झुकी और उसकी  गालों को चूमते हुए ,"कर लीजिए ना शादी,आप करेंगी तभी तो मेरी लाइन क्लियर होगी ना।"काया उसे बाथरूम के अंदर धक्का देकर डोर बंद करते हुए,"चुपचाप जाकर नहा ले अभी तक नींद में है शायद। "कहते हुए उसने दरवाजा बंद किया और बेड पर पड़ी चीजों को समेट कर खुद तैयार होने मिरर के पास आ गईं।



उसने अपनी लम्बे बालों का बेपरवाह से एक जुड़ा बनाया। कानों में छोटे-छोटे दो झुमके पहने । माथे पर एक छोटी सी ब्लैक बिंदी लगाई।अपनी गहरी झील जैसी आंखों में हल्की काजल की लकीरें डाली । होठों को हल्का पिंक लिप प्लस से लपेटा और अपने सफेद फ्लोरल प्रिंट सलवार के ऊपर उसकी मैचिंग पिंक दुपट्टा  डालकर खुद को मिरर में देखने लगी।5 फुट 5 इंच हाइट  सिंपल और सादगी से भरी लुक। कोई एक नजर डालें और उसके दिल पर प्यार की दस्तक ना हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता था ।कुछ ऐसी ही थी काया की शख्सियत।काया ने खुद को एक नजर मिरर में देखा और अपने  आंखों में झांकते हुए बोलि,"हर रोज तुझे ऐसे ही किसी न किसी तरीके से अपनी अतीत का सामना करना ही पड़ेगा काया । तू तेरे अतीत से भाग कर दूर तो आ सकती है। लेकीन उसके यादों से दूर भाग नहीं सकती।"कहकर उसने अपनी घने पलकों को बंद किया। और किसकी हलकी सी तसवीर उसके बंद पलकों में दस्तक देने लगी। उसने झट से अपनी आंखें खोल दी। डर और दर्द उसके आंखों में साफ झलक रही थी।उसके फोन के रिंग से उसका ध्यान टूटा। जो ड्रेसिंग टेबल के पास ही रखा हुआ था। उसने फ़ोन उठाया और बोली,"एक मिनिट कबीर अभि आई।"और फ़ोन पर्स में रख दीया। कुछ पैसे निकाल कर स्टडी टेबल के ऊपर रखते हुए बाथरूम  का दरवाज़ा खटखटाते  हुए बोलि ,"तुम्हारे आज की पॉकेट मनी रखदी है। दुबरा से बाबा से मत मांगना।"बोलकर वो भाग ते हुए बाहर चली गईं।उसे तेजी से भागते देख ममता जी पीछे से आवाज देते हुए,"अरे अपनी टिफिन तो लेती जा बेटा ।"काया पीछे मुड़कर ममता जी के हाथों से टिफिन लेते हुए,"थैंक यू मां ।"कहते हुए उसने ममता जी के गालों को चूम लिया और सिर टेढ़ा किए आंगन में बैठे किशोर जी की तरफ देख,"अच्छा बाबा चलती हूं ।"कहते हुए दरवाजा खोल कर बाहर की तरफ चली गई।



दूसरे ओर सिखावत हाऊस में मोक्ष की  एक भरी पुरी फैमिली थी ।उसके डैड प्रताप शेखावत उसके स्टेप मॉम वरोनिका शेखावत उसके स्टेप ब्रदर शक्ति शेखावत बहन रूही और उसकी दादी मीनाक्षी शेखावत जो शेखावत मेंशन में ही रहती थी ।और मोक्ष अपने बेटे क्रिश के साथ अलग अपनी बंगलो में रहता था। जहां सम्राट और मुरात भी मैक्सिमम वक्त उसी के ही साथ रहते थे ।कुल मिलाकर क्रिश  मुरात , सम्राट और मोक्ष के साथ ही पला बढ़ा था ।उसके घर पर सर्वेंट भी सारे मेल ही थे।


क्रिश डायनिंग टेबल के पास स्कूल यूनिफॉर्म मै बैठ कर अपने एक्स्ट्रा चीज़ वाली सेंडविच खाने में बिजी था। वही सम्राट कॉफी पीते हुए उससे बात कर रहा था ।बात सिर्फ सम्राट कर रहा था। क्रिश तो चुपचाप अपनी सैंडविच पड़कर आंखें झुकाए बैठा था।सम्राट क्रिश की तरफ देखते हुए ,"बड्डी कुछ बोलोगे नहीं तो मुझे पता कैसे चलेगा कि क्या हुआ था और मैं आपकी हेल्प कैसे कर पाऊंगा?"क्रिश अपनी छोटी-छोटी गोल-गोल आंखों से उसे घूरते हुए,"लेकिन मैंने आपको कब कहा कि आपको मेरी हेल्प करनी है?"सम्राट गुस्से से उसके तरफ देखते हुए,"दोनों बाप बेटे क्रिमिनल हो पता हैना ? बड़ा डेविल लोगों की प्रॉपर्टी हड़प ता है और छोटा डेविल लोगों के खून पी ता है ।दोनों बाप बेटों को मिलकर अंडरवर्ल्ड डॉन बनने का इरादा है क्या?"क्रिश वैसे ही उसे घूरते हुए,"आप जाकर डैड के केस संभालो । अपना केस में खुद संभाल सकता हूं। बस डैड की कान तक मेरे केस नहीं पहुंचने चाहिए।"उसकी बात सुनकर सम्राट कुछ कहने को था तभी सीढ़ियों से चलकर आ रहा मोक्ष सर्द आवाज में ,"पहले अपनी वजन तो घटा उसके बाद कोई केस बनाना।"कहते हुए सीढ़ियों से नीचे उतरा और क्रिश के बैठे चेयर पर अपना कोट रखते हुए खुद उसके साइड के चेयर पर बैठ गया। और गिलास में जूस डालते हुए,"सुबह-सुबह जूस पिया जाता है ।एक्स्ट्रा चीज़ सैंडविच नहीं समझे ।"क्रिश उसके तरफ बीना देखे आंखें नीचे करते हुए,"मुझे ज्यूस पसंद नहीं है।"उसकी  बात सुनकर मोक्ष चिढ ते हुए,"और मुझे तेरी ये बड़ी हुई पेट पसंद नहीं है। कम कर इसे वरना खाना बंद करवा दूंगा । You fatty pumpkin।"कहते हुए मोक्ष उसके एक्स्ट्रा चीज़ वाले सैंडविच प्लेट उसके सामने से हटा दिया और ग्लास में जूस डालकर उसके सामने रख दिया।"आज से सुबह का ब्रेकफास्ट एक ग्लास ज्यूस ही है समझा?"कहते हुए उसने  क्रिश को इशारों में ज्यूस पीने के लिए कहा।



क्रिश बिना उसके तरफ देख मुड़कर सम्राट की तरफ देखते हुए ,"सेरा अंकल कहां है मुझे स्कूल के लिए देरी हो रही है और मुझे देर करना पसंद नहीं है ।"कहते हुए वो उठने लगा।उसकी बात सुनकर सम्राट को कुछ याद आता है और वो मोक्ष की तरफ देखते हुए,"नहीं बड़ी आज शेरा अंकल नहीं आज आपके डैड आपको स्कूल  लेकर जाएंगे। आपने जो devil गिरी दिखाइ  है ना कल उसके लिए आपके डैड को स्कूल बुलाया गया है। चाइल्ड काउंसलर ये जानने केलिए बेताब है के वो कौन महान शख्सियत है जिसने आपको इस धरती पर लाया है।"उसने अपनी बात खत्म ही की थी कि दोनों बड़े और छोटे डेवल उसे घूर कर देखने लगे।

 मोक्ष चिढ ते हुए,"अब ये क्या सियाप्पा है, ये चाइल्ड काउन्सलर बीच में कहां से आ गया?"सम्राट अपनी कॉफी का सिप लेते हुए,"अब ये तो स्कूल पर जाकर ही पता चलेगा ना । तुम्हें बुलाया गया है अपॉइंटमेंट है 10:00 बजे ।"घड़ी देखते हुए उसने कहा।मोक्ष गुस्से से क्रिश की तरफ देखते हुए 2 फुट का हुआ नहीं और कंप्लेंट आना शुरू हो गया ।क्यों बेबी एलीफेंट!!!"क्रिश थोड़ा सा सहन कर फिर भी हिम्मत जुटाते हुए ,"जब इस बार वीकेंड पर दादी के पास गया था तो दादी ने कहा कि मैं बिल्कुल अपने डैड जैसा हूं । मेरी कोई गलती नहीं ये सब जिन से आता है।"कहते हुए वो जल्दी जल्दी से सम्राट के तरफ देखा और बोला बड़ी मैं कार में हूं । जिन्हें भी मेरे साथ स्कूल आना है बोलो दो जल्दी करे मुझे देर हो रही है।"उसने कहा और बीना मोक्ष के तरफ़ देख भाग गया।


उसे यूं भागते देख सम्राट हंसने लगा और मोक्ष माथा रब करते हुए ,"देख कैसे भाग रहा है इसे यूं ही बेबी एलीफेंट थोडे  ही बुलाता हूं मैं ।और स्कूल में अगर किसी ने फैटी पंपकिन बोल भी दिया तो गलत ही क्या बोला।"कहकर उसने क्रिश के प्लेट से सैंडविच का एक टुकड़ा उठाया और उसका एक बाइट  लेते हुए सम्राट की तरफ देखकर एक ट्राई लेते हुऐ बोला ,"मेरा जाना जरूरी है क्या स्कूल?"सम्राट उसके हाथ में  सैंडविच के टुकड़े को देखते हुए,"बेचारे ने ब्रेकफास्ट नहीं किया ऐसे ही चला गया खाली पेट ।और तू उसका ब्रेकफास्ट खा रहा है, कैसा बाप है तू?"मोक्ष प्लेट में पड़े हुए 5-6 सैंडविच पीस देखकर  जो सुपर एक्स्ट्रा चीज़ से भरे हुए थे बोला,"इतनी चीज सैंडविच खाएगा रोज !!!पेट देखा है उसका,2 महीने का खाना स्टॉक है उसके पेट में । डोंट वरी 2 महीने सरवाइव कर सकता है  बीना कुछ खाए।"कहकर उसने सैंडविच का टुकड़ा अपने मुंह में डाला और टिशू पेपर से हाथ पोंछ ते हुए सम्राट की तरफ देख ,"मेरी एक्स बीवी भी आने वाली है क्या स्कूल ? कहीं इसीलिए तेरा मुंह लटका हुआ तो नहीं कल से?कहकर उसने सम्राट के कन्धे पर हाथ रखा और शरारती अंदाज में बोला,"डाइवोर्स हो चूका है जानेमन, उसे जलनेकी ज़रूरत नहीं है तुम्हें। I only love you sweetheart।"सम्राट उसे चिढ़ कर देखता है। और मिन्नत करते हुए बोला ,"प्लीज यार अपने गुस्से को कंट्रोल में रखना। वो चाहती है कि तुम स्कूल में जाकर गुस्सा करो हाइपर हो और वो साबित करे की क्रिश की परवरिश करने के लिए तुम सही इंसान नहीं हो और क्रिश तुम्हारे साथ बिल्कुल भी एक अच्छी जिंदगी नहीं बिता सकता है । प्लीज प्लीज हाथ जोड़ता हूं अपने गुस्से को कंट्रोल में रखना । कोई कुछ भी कहे चुपचाप सुनना कुछ मत बोलना आज के दिन बस।"मोक्ष उसके तरफ दिखा और साइड के चेयर से कोर्ट  उठाते हुए ,"वादा नहीं कर सकता क्यों कि उस औरत को देखते ही मेरा पारा हाय हो जाता है। लेकिन हां तेरे लिए कोशिश जरूर करूंगा।"बेपरवाह अंदाज में कहते हुए मोक्ष उठकर बाहर के तरफ चला गया।


सम्राट उसके जाते रस्ते को देख गहरी टेंशन से भरी सांस लेते हुए ,"जानता हूं वेदिका को देखते ही तू अपना कंट्रोल खो ही देगा। तूझे गुस्सा कैसे दिलाना है उसे अच्छी तरह से पता है।मुझे कुछ और ही सोचना पड़ेगा।"कहकर वो वहीं बेठे कुछ सोचने लगा।       


 To be continued ❤️😔 Sorry यार लिखते लिखते कुछ ज़्यादा ही लम्बी chapter लिखली तो डेविल और एंजल कि मुलाकात दिखा नहीं पाई। अगली चैप्टर में पक्का स्टोरी राफ्टर पकड़ेगी।🙏🙏🙏🙏🙏keep supporting and achi achi कॉमेंट दीया कीजिए ।