जिसे ढंग का डिशेज भी सीर्व करना नहीं आता,,,,,और अपने पैरों की तरफ इशारा करते हुए,,,,,,देखो इसने क्या किया,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर काफी गुस्से में लग रह
जिसे देख मैनेजर सॉरी सर ,,,,,,हम अभी साफ करवाते हैं ,,,,,यह कहते हुए ,,,,,,,वह वहां के नौकरों को बुलाने लगता है,,,,,,,जिसे सुन मिहिर
उन्हें बुलाने की जरूरत नहीं है
जिसे सुन मैनेजर,,,,,जी सर
की तभी मिहिर दोबारा चेयर पर बैठते हुए,,,, तिरछी,,,नजरों से रुही की तरफ देखते हुए ,,,,,,,,क्योंकि यह मेरी भूट को साफ करेगी ,,,,,,,जिसने गंदा किया है ,,,,,,,यह कहते हुए मिहिर,,,,,,बड़े रोब से उस चेयर पर बैठ,,,,,अपने बुट को रोही के आगे कर देता है
और वही मैनेजर ,,,,,मिहिर की बात सुन थोड़ा हैरान होते हुए ,,,,,पर सर,,,, ये
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Aab aage
मैनेजर आगे कुछ बोल पाता ,,,,,,,उससे पहले ही मिहिर गुस्से भरी नजरों से ,,,,,मनेजर को देखने लगता है ,,,,,,जिससे वह मैनेजर साहेम जाता है ,,,,,,और फिर रूही की तरफ देखते हुए,,,,,जल्दी,,,,,,जल्दी साफ करो,,,,,सुना नहीं तुमने ,,,,,सर ने क्या कहा
जिसे सुन रूही वहां से जाने लगती है,,,,,,,की तभी उसे दोबारा मिहिर की आवाज आती है ,,,,,,अपनी साड़ी,,,, अपनी साड़ी से साफ करो
जिसे सुन रूही के कदम वहीं रुक जाते हैं,,,,,,,और वही मैनेजर की आंखें बड़ी हो जाती है,,,,,,,,यह सुनकर,,,,, उसे तो यकीन नहीं हो रहा था ,,,,,,,,कि,,सामने बैठा इंसान,,,,,कितना करोठ है,,,,,,,,इतनी छोटी सी गलती कि,,,,,,,,,,इतनी बड़ी सजा ,,,,,,,और उन्हें रूही के लिए दया आने लगती है
जिससे मैनेजर कुछ बोलने को ही होता है,,,,कि तभी मिहिर मैनेजर की तरफ देखते हुए ,,,,,,,लगता है तुम्हें अपना यह रेस्टोरेंट आगे तक नहीं,,,,, ,,,,मिहिर इतना ही कहा था कि,,,,,,मैनेजर डरते हुए ,,,,,,रोहि का हाथ पकड़ ,,,,जबरदस्ती उसे मिहिर के पैरों पर ला बैठता है ,,,,,,और उसकी तरफ घूरते हुए ,,,,,,जल्दी साफ करो रूही ,,,,,,माना मैं तुम्हें इस जोब से निकाल दूंगा
और वही रूही भी बगैर देरी किए ,,,,,,,अपने साड़ी के पल्लू से,,,,,वह बुट साफ करने लगती है ,,,,,,क्योंकि उसे इस जॉब की बहुत जरूरत थी,,,,,,
क्योंकि उसे यह जोब बहुत ही मुश्किल से मिली थी, ,, क्योंकि उसे इतनी बड़ी बात छुपाई थी,,,,,,,कि उसके ऊपर कोई क्रिमिनल केस नहीं हुआ है,,,,
जिससे वह अपनी आंखों में आंसू ले चुपचाप उसका बुट साफ कर देती हैं ,,,,,,, बुट साफ करते हुए,,,,,,रूही को आंसू बहन के,,,,,, उन जूते को भिगो रहे थे ,,,,,
जिसे देख,,,,,,,,, मिहिर; के होठों पर स्माइल आ जाती है,,,और फिर रूही उसका बुट साफ कर,,,,,वहां से जाने लगती है
की तभी आयुष की आवाज आती है ,,,,,,,,कि तुम जेल से कब वापस आए
जिसे सुन रुही फिर से डर जाती है,,,,,जिससे वह पीछे नहीं पलटती ,,,,,,,,लेकिन उसके कदम वहीं रुक जाते हैं,,,,,,,,,और फिर वह तिरछी नजरों से ,,,,,,,मैनेजर की तरफ देखने लगती हैं ,,,,,,जो गुस्से से,,,,,,उसी की तरफ देख रहा था
की तभी आयुष आगे बोलता है ,,,,,,,क्या हुआ जानवी,,,,,तुम 7 साल बाद जेल से बाहर आई हो,,,,
;और फिर बड़े गौर से रूही के ,,,,,,,,चेहरे को देखने लगता है,,,,,जो पसीने से पूरा भीग हुआ था,,,,,,,उसे इस तरह देख ,,,,,,,,,,,क्या हुआ, ,,,तुम इतनी डर क्यों रही हो ,,,,,,,
और फिर मैनेजर की तरफ देखते हुए,,,,,,और तुम इतना कंफ्यूज क्यों लग रहे हो,,,,,क्या हुआ,,,,, क्या इसने तुम्हें बताया नहीं ,,,,,, की यह 7 साल जेल में रहकर आई है
उसकी बात सुन रूही ,,,,,और ज्यादा डर जाती है ,,,उसे तो इतना डर लग रहा था कि ,,,,,,,,उसका दिल कह रहा था ,,,,,, की वह; अभी कोई गंढा खोदेआ; और खुद उसमें कही जा कर,,,,,छुप जाए
जिससे वह,,,,,,डरी सहेमी नजरों से,,,,,,,अपने आसपास देखने लगती है ,,,,,,,तो वह रेस्टोरेंट,,,,,,,कई लोगों से भरा हुआ था,,,, जो उसी के बारे में,,,,,,कयी तरह की बातें ,,,,कर रहे थे,,,,,,,
अब क्या होगा रूही के साथ उसे रेस्टोरेंट में