गिरोह Anand Tripathi द्वारा प्रेरक कथा में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

गिरोह

एक रात एक गांव में चोरों का एक गिरोह घुस आया। और गांव को लूटने की साजिश रचने लगा।
नन्हू अपनी खटिया पर लेटा लेटा उनकी सभी बाते सुन रहा था। और डर से कांप भी रहा था।
की कही वे उसे जगा पाकर कुछ गलत न कर दे।
अथवा उसे धमकी देकर अपने में शामिल न कर लें।
कुछ देर बाद वे सभी वहा से चले गए और रात बीती।
भोर होते ही नन्हू ने गांव के सरपंच काका को ढेर बाते बता दी।
रात का सारा हाल कह सुनाया। और रुंधे मुंह से बोल पड़ा की काका गांव पे विपदा आ पड़ी है।
कृप्या कुछ करिए। सरपंच ने झट से गांव के समृद्ध वर्ग को बुला एक पंचायत कर डाली। 

परंतु गांव के एक तबके को इन सब बातों की ख़बर भी न लगी। जो कि एक गंभीर विषय था। उसको लगता था। की समस्या सिर्फ धनी वर्ग को है। किसी असहाय और गरीब को नहीं। परंतु ऐसा नहीं है। 

रोजमर्रा की जिंदगी में लोग इस कदर व्यस्त थे जैसे कोई खबर न हो। 

सरपंच ने गांव के सभी लोगों को इकट्ठा किया और उन्हें रात की घटना के बारे में बताया। गांव के लोगों ने सरपंच की बात सुनी और उन्होंने तुरंत एक्शन लेने का फैसला किया।


गांव के लोगों ने मिलकर एक सुरक्षा समिति बनाई और उन्होंने गांव की सुरक्षा के लिए कुछ कदम उठाए। उन्होंने गांव के चारों ओर एक दीवार बनाने का फैसला किया और उन्होंने गांव के मुख्य दरवाजे पर एक सुरक्षा गार्ड तैनात किया।


गांव के लोगों ने अपने घरों की सुरक्षा के लिए भी कुछ कदम उठाए। उन्होंने अपने घरों के दरवाजों और खिड़कियों पर ताले लगाए और उन्होंने अपने घरों के अंदर एक सुरक्षा अलार्म सिस्टम भी लगाया।


गांव के लोगों ने अपनी सुरक्षा के लिए बहुत मेहनत की और जल्द ही गांव एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण स्थान बन गया। गांव के लोगों ने एक दूसरे की मदद की और उन्होंने अपने गांव को एक बेहतर स्थान बनाने के लिए काम किया।


नन्हू ने भी गांव के लोगों की मदद की और उसने अपने गांव की सुरक्षा के लिए बहुत मेहनत की। वह अपने गांव के लोगों के साथ मिलकर काम करता था और वह अपने गांव को एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण स्थान बनाने के लिए प्रयासरत था।

नन्हू की मेहनत और गांव के लोगों के सहयोग से गांव की सुरक्षा में बहुत सुधार आया। गांव के लोग अब अपने घरों में सुरक्षित महसूस करते थे और वे अपने दैनिक जीवन में व्यस्त थे।


नन्हू को गांव के लोगों की सुरक्षा के लिए काम करने में बहुत संतुष्टि मिली। वह अपने गांव के लोगों के साथ मिलकर काम करता था और वह अपने गांव को एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण स्थान बनाने के लिए प्रयासरत था। नन्हू की मेहनत और गांव के लोगों के सहयोग से गांव की सुरक्षा में बहुत सुधार आया।

नन्हू की मेहनत और गांव के लोगों के सहयोग से गांव की सुरक्षा में बहुत सुधार आया। गांव के लोग अब अपने घरों में सुरक्षित महसूस करते थे और वे अपने दैनिक जीवन में व्यस्त थे।


नन्हू को गांव के लोगों की सुरक्षा के लिए काम करने में बहुत संतुष्टि मिली। वह अपने गांव के लोगों के साथ मिलकर काम करता था और वह अपने गांव को एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण स्थान बनाने के लिए प्रयासरत था। नन्हू की मेहनत और गांव के लोगों के सहयोग से गांव की सुरक्षा में बहुत सुधार आया और गांव एक आदर्श स्थान बन गया।