जय द्वारिकाधिश..जय श्री कृष्ण.. जय भोलेनाथ...... ॐ नमः शिवाय.. गणेशाय नमः....
दोपहर के १२ बजे ..... (दिल्ली में)
एक कमरे में इसे अंधेरा छाया हुआ था की अभी जेसे लग रहा हो की रात के १२ बजे है .. उसी कमरे की चार दीवारों में दो लोग आपस में बात कर रहे थे ......
क्या मिशन के रेडी हो तुम?? एक कड़क आवाज सुनाई देती हैं..जिसे सुनकर एक लड़की घबराते हुए कहती हैं: लेकिन पापा अगर उसको पता चल गया तो???
तभी वही कड़क आवाज वापस से सुनाई देती हैं: नही पता चलेगा... बस तुम्हे ये देखना हैं की उसे पता नही चलना चाहिए की तुम ये काम।कर रही हो ठीक हैं...
वो लड़की कहती हैं: ठीक हैं पापा नही पता चलेगा...
वो इतना कह कर वहा से चली जाति हैं.....
उसके जाने के बाद .. वो जो आवाज सुनाई दे रही थी .. जो आदमी बोल रहा था वो खड़े होते है .. और स्माइल करते हुए कहते है ... मिस्टर खन्ना अब तुम्हे कोई नही बचा सकता..
वो इतना कह कर स्माइल करने लगते हैं......
इधर वो लड़की बाहर सूरज की किरने में आ जाति है ..... उसने अभी अपने मुंह पर मास्क लगाया हुआ था .. ताकि उसे कोई पहचान न पाए ... उसको देख कर ये लग रहा था की वो कोई जासूस हो....
वो लड़की अपने आप में ही बात करते हुए कहती हैं: पता नही में कहा पर फंस गई हु .. इसे अच्छा तो में डॉक्टर बन जाती.. कुछ नही पेशेंट को संभालो.. यह पर तो हर रोज कोई नई जंग खेलनी पड़ती है .... कोई नि बाद ये आखिरी काम है .. इस काम के बाद अब मुझे कोई और काम नहीं करना ......
वो अपने आप में ये सब बोल ही रही थी तभी उसे पीछे से एक लड़के की आवाज सुनाई देती हैं.. जो उसे पुकारते हुए आ रहा था .... आस्था .. आस्था रुको तुम्हरा ये लो ...
उस लड़की का नाम आस्था है .. ( जिसकी हम अभी बाते सुन रहे थे 😜 जो दिखने में बेहद ही प्यारी लेकिन उसे अपना मुंह मास्क से ढक रखा था.. उसने अपने पूरे बदन पर काले कलर के कपड़े पहने हुए थे .. उसकी उमर 25 साल की हैं.... उसकी पुरी बॉडी केसे फ्लेक्सिब हो .. उसी तरह .. एक दम पतली सी)
आस्था us लड़के के सामने घूरते हुए कहती हैं: कितनी बार बोला हैं मुझे सब के सामने आस्था मत बोलो .. अगर ये और मेरा नाम कई रिवील हो गया तो.???
वो लड़का कहता हैं: अच्छा कोई नि . मेरी बात सुनो तुम....
आस्था मुंह बनाते हुए कहती हैं: ha बोलो क्या बात हैं..???
तभी वो लड़का कहता हैं: ये लो ...
वो एक डब्बे जैसा बॉक्स देते हुए कहता है ....
ये क्या हैं?? आस्था हैरान होते हुए कहती हैं....
तभी वो लड़का कहता हैं... ये तुम्हारे लिए एक डब्बा हैं.. जिसके अंडर बहुत ही काम की चिंज हैं.. देख लो ..
वो डब्बे को लेकर खोलते हुए देखती हैं तो उसके अंडर एक इयरबड्स थे.. जिसको लगाने से किसी को पता भी नही चलेगा की तुम्हारे कान में ये लगा हुआ हैं.. तभी आस्था कहती है . लेकिन ये मेरे पास हैं,।। पहले से ...
तभी वो लड़का कहता है: लेकिन इसमें कुछ खास बात है ...
उस लड़के की बात सुनकर आस्था कहती हैं: क्या खास बात हैं??
तभी वो लड़का उसे ये इयरबैड्स पहना देता हैं और उसे का करता हैं.. जब आस्था उसका कॉल उठा लेती हैं.. और बाद में कट कर देती हैं.. तभी वो कहता हैं.. तुम इसे दो बार टच करो .. को जब दो से तीन बार टच करती हैं.. तो पता चलता हैं की ये कॉल अपने आप ही us लड़के को लग गया... ( चलो उसका नाम बता ही देते हैं.. उसका नाम धीरज हैं)
Wow धीरज.. ये तो बहुत ही काम की चीज़ हैं.. लेकिन ये किसने दिया??.
किसने दिया होगा???
ऑफकोर्स तुम्हारे पापा ने....
ये सुनते ही आस्था स्माइल कर देती हैं... और वो कहती हैं.. सही में पापा मुझसे कितना प्यार करते हैं न... में जो करने जा रही हु वो उनके लिए तो करने जा रही हु .. बस एक बार मेरा प्लान सक्सेसफुल हो जाए .. बाद में देखना तुम.. में उसकी कितनी बैंड बजाओंगी ... और उसे कही न नही छोडूंगी.... बस एक बार में मेरे पापा का बदला लेलू उसके बाद वो कही मुंह दिखाने के लिए नही रहेगा....
धीरज ये बात सुनते ही आस्था के कंधे पर हाथ रख कर कहता हैं... तुम फिकर मत करना ... हम हैं न .. तुम्हारे साथ .. तुम्हे , अंकल को आंटी को सब को हैं न्याय दिलाके रहेंगे ....
जब आस्था धीरज की पूरी बात सुनती हैं तो वो गुस्सा हो जाति है .. और वो कहती हैं क्या?? आंटी को?? लेकिन क्यो?? वो आखिर हैं क्यों??? मेने पहले भी बोला था और अब भी बोल रही हु ,।। तुम उस औरत की बात मेरे सामने मत ही करो तो अच्छा हैं.....
धीरज: सोरी यार गलती हो गई .. लेकिन तुमने अभी तक मुझे नही बताया कि आखिर ऐसा क्या हुआ था को तुम... वो आगे बोल पता उसे पहले ही आस्था उसे हाथ दिखाते हुए कहती हैं.. बस धीरज अब हमे आगे भी कई सारे प्लान करने है .. चलो तो फिर अंडर चलो ...
वो अंडर जा रही होती हैं.. तभी उसे कुछ याद आ जाता हैं.. और वो कहती हैं.. एक काम करो तुम चले जाऊ और हा पापा को बोलना में अभी शाम के 4 बजे तक आ जाऊंगी.......
धीरज: लेकिन कहा पर जा रही हो??
आस्था: मेने बोला उतना करो ना.... अब तो तुम भी मुझे कई सारे सवाल पूछने लगे हो....
ये सुनते ही धीरज कुछ नही बोलता और वो अंडर चले जाता है ...
उसके जाते ही आस्था खुश हो जाति हैं.. और वो एक शोप के पास खड़ी हो जाति हैं.... जो पुरी कांच की बनी हुई थी .. आस्था उसमे अपने आप को पूरे काले कपड़े में देख पा रही थी .. वो कहती हैं: अगर पापा की बात नही होती तो कभी में ये काले कपड़े अपने बॉडी पर नही लगाती।। लेकिन ये बात मेरे पापा की हैं.. वो एक गहरी सांस लेती है ... और सामने देखने लगती है....
To be continued 💫 💙....