फाइल लेकर आदित्य उसे अपनी कार में रख देता है।। न चाहते हुए भी स्वाति को अब आदित्य से लिफ्ट लेनी पड़ती है.. वो मुंह चढ़ाते हुए कहती हैं: पता नहीं किस जन्म का बदला ले रहे है! ये मुझसे .. वो इतना कह कर आदित्य के पीछे पीछे चली जाति है! आदित्य उसके लिए पैसेंजर सीट का दरवाजा खोल देता है! लेकिन स्वाति उसको मना करते हुए कहती है; नहीं सर में आप के साथ कैसे बैठ सकती हु?? आप हमसे बड़े है! इसलिए .. वो इतना कह कर पीछे वाली सीट पर जाकर बैठ जाति है!
स्वाति के कहने पर आदित्य भी उसे कुछ ओर नहीं कहता है; आदित्य कार चलने के लिए ड्राइविंग सीट पर बैठ जाता है! ओर वो कार को स्वाति के कहे मुजब उसके घर की ओर मोड देता है! स्वाति का घर कॉलेज से बस के लिए एक घंटे का हैं! ओर अक्सर स्वाति अपनी थकान कम करने के लिए बस में ही सो जाती थी इसलिए आज वो भी खिड़की से टिक कर आदित्य के कार में सो जाति है! जब आदित्य अपनी रियर्वयू मिरर से पीछे स्वाति की ओर देखता है! तो आदित्य अपनी आंखे को पलके झपकाना ही भूल जाता है! ओर स्वाति को देखने लगता है!
स्वाति के लहराते हुए बाल जो खिड़की से आ रही हवा के कारण उसके चेहरे पर आ रहे थे! वो ठंडी ठंडी हवाई . उसकी पिंक लिप्स .. काली काजल भरी आंखे ... स्वाति को देख कर एक पल के लिए आदित्य अपनी नजर स्वाति से हटा भी नहीं पा रहा था! तभी उसे आगे से ट्रैक आते हुए दिखाई देता है! ओर वो जल्दी से कार के स्टेयरिंग को घुमा देता है! उसके साथ ही आदित्य की कार बीच रस्ते में जो कि जंगल जैसा था! वह पर एक पेड़ के नीचे आकर बंद हो जाती है!
जब स्वाति को अचानक से ब्रेक का झटका महसूस होता है! तो स्वाति का सर खिड़की से टकरा जाता है! ओर वो अऊच करते हुए सिर पर हाथ रखते हुए कहती है: क्या हुआ???
स्वाति की बात सुनकर आदित्य उसके ओर देखने लगता है! ओर गुस्से भरी आवाज में कहता है: ये सब तुम्हारी वजह से हुआ है!
स्वाति ये सुनकर सोच में पड़ जाती ओर कहती है: मेने क्या किया???
स्वाति की बात सुनकर आदित्य चुप हो जाता है! आखिर वो कहता भी क्या?? में तुम्हे लगातार देख रहा था! इसकी वजह से हमारी कार टकराते हुए बची??
आदित्य को चुप ओर सोचते हुए देख स्वाति कहती है: क्या हुआ सर?? मेने क्या किया??
स्वाति की बात सुनकर आदित्य कहता है: कुछ नहीं अब देखने दो मुझे कार को क्या हुआ??
आदित्य बाहर निकल कर कार को देखने के लिए आगे बढ़ जाता ओर आगे पार्ट्स देखते हुए उसे एक वायर खुला मिल जाता है! जो ब्रेक और बैटरी का था! ये देख कर वो अपने हाथ को कार पर जोर से मर देता है! मारने की आवाज कुछ ज्यादा तेज थी! इसलिए स्वाति बाहर आकर देखती है! आखिर हुआ क्या??
तभी स्वाति देखती है! आदित्य वायर को लेकर कार ठीक करने की कोशिश करता है!
स्वाति : क्या हुआ सर??
स्वाति की बात सुनकर आदित्य कहता है: जोर से ब्रेक लगाने से ब्रेक का वायर ब्रेक हो गया है!
स्वाति हस्ते हुए कहती है: क्या ब्रेक का वायर ही ब्रेक हो गया ?? अब वो ब्रेक कैसे लगायेगा?? 🤣
स्वाति के फालतू जोक की वजह से आदित्य उसे घूरने लगता है! 😑🙄तभी स्वाति कहती है: सारी सर.. वो इतना कह कर चुप चाप खड़ी हो जाति है! लेकिन तभी उसकी नजर अपनी हाथों में बंदी घंडी की ओर जाती है! जिसमें अभी 6.30 बज गए थे! ये देख कर स्वाति कहती है: क्या????
वो इतना जोर से चिल्लाती हैं कि आदित्य वायर ठीक करते करते हैरान हो जाता हैं और कहता है: क्या हुआ?? अब
स्वाति: शाम हो गई! सूरज डूब गया है! मम्मी फिकर कर रही होगी! में क्या करू?? मेरे फोन में तो सिर्फ २० परसेंट ही चार्जिंग है! ओर यह पर बहुत ही कम नेटवर्क मिलता है! ये सब आप की वजह से हुआ है!
स्वाति की बात सुनकर आदित्य सब कुछ छोड़ कर स्वाति के पास आता है! ओर वो कहता है: क्या?? मेरी वजह से?? लेकिन क्यो?? ओर कैसे??
क्या क्यों?? ओर कैसे?? आप ने मुझे ड्रॉप करने के लिए नहीं कहा होता और आप ने मुझे ये नहीं कहा होता कि चलो में तुम्हे ड्रॉप कर देता हु तो में अभी पहुंचने आई होती! ओर मम्मी को फिकर भी नहीं होती!
आदित्य: इसमें मेरी नई तुम्हारी गलती है! समझी .. तुम जैसे ही मेरी कार में बैठी वैसे ही मेरी कार बंध हो गई! आखिर में पता नहीं मेने क्यों कहा !
स्वाति: ha तो nahi कहना चाहिए था! वो इतना कह कर अपने हाथो में फाइल लेने लगती है!
आदित्य: ये क्या कर रही हो?? 🤨
स्वाति: अब मुझे यह पर नहीं रहना! आप के साथ!
आदित्य: ठीक है! चली जाओ! लेकिन अभी यह पर कोई भी साधन नहीं मिलने वाला तुम्हे !
स्वाति: वो मेरा मैटर है! आपका नहीं! .....
फाइल लेकर वो आगे बढ़ती जा रही थी! ओर उसे आगे बढ़ते हुए आदित्य देखे जा रहा था! ओर अपने आप में ही कहता है! क्या जरूरत थी उसको देखने की ! आज वही छोड़ कर चली गई! डिस्गस्टिंग.... 😮💨
To be continued 💫 🦋 💙