स्वाति को इस तरह से घबराते हुए देख मानुषी और माया एक दूसरे के सामने देखने लगते है। ओर साथ में ही स्वाति से पूछते हैं! क्या हुआ?? तुम इस कदर डर सी क्यों गई???
स्वाति ये सुनकर कहती है: हा?? नहीं ऐसा कुछ नहीं मुझे लगता है! मुझे कुछ गलतफेमली है! हमे जल्दी से घर जाना चाहिए अब .. वो इतना कह कर आगे चली जाति है! उसको इस कदर भागते हुए देख माया मानुषी से कहती है: मानुषी कुछ तो गड़बड़ हैं.....
मानुषी: हा माया मुझे भी यही लग रहा है! कुछ तो गड़बड़ हैं...
स्वाति बस स्टॉप पर आ जाती है! ओर वो बस का इंतजार करने लगती है ....ओर थोड़ी देर बाद बस आ जाती है!
कुछ मिनिट के बाद ....
स्वाति अपने घर में आ जाति है! स्वाति की मम्मी अभी एक।कोने में बैठे हुए थे! ओर वो कुछ पढ़ रहे थे!
तभी स्वाति वहां पर आते हुए कहती है: मम्मी आप क्या कर रही हो??
जब स्वाति की मम्मी स्वाति की आवाज सुनती है! तो वो जल्दी जल्दी जो पढ़ रहे थे! उसे वो छिपाने लगते है!
ये देख कर स्वाति रुक जाती है! ओर देखने लगती हैं.....
अपनी मम्मी को इतनी हड़बड़ी में रखते हुए देख स्वाति कहती है: क्या हुआ मम्मी आप मुझसे कुछ छिपा रहे हैं????
स्वाति की मम्मी: बेटा कुछ नहीं! चलो ये कहो तुम्हारा दिन केसा गया!
स्वाति की मम्मी के बात से स्वाति इतना ज्यादा ध्यान नई देती! ओर वो कहती है: मम्मी आज थोड़ा ही अच्छा गया! वो अपने अंडर एक बोझ लेकर घूम रही थी! वो खाली करना चाहती थी! इसलिए स्वाति ने आदित्य के साथ क्या क्या ओर क्यों किया! को सब कुछ स्वाति अपनी मम्मी को बता देती है!
स्वाति की मम्मी ये सुनकर उसके सामन गुस्से भरी आंखों में देखती है! ओर कहती है: स्वाति बेटा ... हमने आप को ये सब कब सिखाया??
स्वाति अपनी मम्मी से थकान भरी आवाज में कहती है: लेकिन मम्मी में क्या करती.. में थक गई हु! मुझे ही क्यों परेशान करना?? क्योंकि पहले दिन उन्होंने मुझे पर कीचड़ उछाला था! ओर मेने सिर्फ कहा था इसलिए?? अगर ऐसा हुआ तो .. सब लोग इन बड़े लोगों के सामने सच बोलने से डरेंगे ...ओर उन लोगों की मन मनी चलती ही जाएगी!
स्वाति की मम्मी स्वाति के माथे पर रख ते हुए कहती है: बेटा तुम्हारी बात सही है.. लेकिन अब अपनी अच्छाई मत गंवाना... उन चंद बुरे लोगों के चक्कर में .. ठीक है .. ओर अगर कोई भी गलत हुए तो मुझे जरूर बता देना!
स्वाति अपनी मम्मी को हक करते हुए कहती है: I promise you mummy में आगे से उन बुरे लोगों के लिए अपनी अच्छाई कभी नहीं गवाऊंगी!
स्वाति की मम्मी भी उसे कहती है: ये हुई नि बात ...
वो दोनो आपस में बात करने के बाद खाना खा लेते है! ओर सो जाते है...
अगले दिन..
स्वाति हर रोज की तरह तैयार होकर कॉलेज चली जाति है! जब वो कॉलेज में प्रवेश करती है! तो उसे आदित्य की कार दिखाई देती है! आदित्य अभी कार से नीचे उतर ही रहा था! तभी स्वाति उसे दूर से देख कर उसके पास जाते हुए कहती हैं: गुड मॉर्निंग सर ...
लेकिन आदित्य हैं कि वो स्वाति के किसी भी बातों का कोई भी जवाब नई देता सपाट चेहरे के साथ अंडर जाने लगता हैं: ये देखते ही स्वाति कहती हैं: इसलिए मुझे ये नई पसंद .. समझते क्या हैं?? वो अभी इतना कह कर आगे बढ़ ने लगती है!
उसके सीनियर क्लास की लड़की जब आदित्य को देखती है! वो गुड मॉर्निंग कह देती है! ओर आदित्य स्माइल करते हुए जवाब दे देता है! ये देख कर स्वाति अपनी बड़ी बड़ी आंखों से आदित्य की ओर देखने लगती हैं... आदित्य अभी कुछ कदम ही चला था तभी निया आकर उसे गुड मॉर्निंग कह देती है!
आदित्य उसका भी स्माइल करते हुए जवाब दे देता हैं.. ये देख कर स्वाति को बड़ा गुस्सा आ जाता है और वो अपने पैर पटक कर चली जाती है! आदित्य ये देख कर हस ने लगता है ...
9.00 बजे
आदित्य अंडर पढ़ाने के लिए आ जाता है ...ओर पढ़ा कर चला जाता हैं.... स्वाति आज उसे देखना ही नहीं पसंद करनी वाली थी! तभी प्यून आता है! ओर वो कहता हैं आप को सर ने केबिन में बुलाया है! ये सुनकर स्वाति की तो आंखे बड़ी हो जाति है!
To be continued 💫 🦋 💙