My Devil Hubby Rebirth Love - 37 Naaz Zehra द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • तेरा...होने लगा हूं - 5

    मोक्ष के खिलाफ और खुद के फेवर में रिपोर्ट बनाकर क्रिश का कस्...

  • छावां - भाग 2

    शिवराय द्वारा सन्धि का प्रस्ताव मिर्जाराज जयसिंह के पास भेजा...

  • Krick और Nakchadi - 3

     " एक बार स्कूल मे फन फेर हुआ था मतलब ऐसा मेला जिसमे सभी स्क...

  • पथरीले कंटीले रास्ते - 27

      पथरीले कंटीले रास्ते    27   27     जेल में दिन हर रोज लगभ...

  • I Hate Love - 10

    और फिर उसके बाद स्टडी रूम की तरफ जा अंश को डिनर करने को कहती...

श्रेणी
शेयर करे

My Devil Hubby Rebirth Love - 37


रूही का कमरा रूही सोफे पर बैठकर मोबाइल चला रही थी इतने में रुद्र कमरे में आया और उसने रूही को देखा और बोला वाइफी हमें 2 घंटे में यहां से निकलना है इसलिए सामान पैक कर लो रूही एकदम से खड़ी हुई और कहां कहा निकालना है रुद्र रूही के पास आया और उसका हाथ पकड़ कर अपने पास खींच जिससे रूही रुद्र के सीने से लग गई


रूद्र ने हाथ से रूही के बाल कान के पीछे करें और कहां तुम शायद भूल रही हो  मैंने तुमसे क्या कहा था तुम मुझसे दूर गई तो तुम्हारे लिए अच्छा नहीं होगा लेकिन तुमने मेरी बात नहीं मानी इसलिए अब तुम्हें सजा तो मिलनी चाहिए और वह सजा मैं यहां नहीं दे सकता इसके लिए तुम्हें अपने घर चलना होगा और हम 2 घंटे में अपने घर जा रहे हैं  यह कहकर कमरे से बाहर चला गया 



आज मैंने काई पार्ट दिये है तो आप लोग भी अच्छी अच्छी रेटिंग और कमेंट देना प्लीज़ और फाॅलो  भी करना 


रूही रूद्र की बात से शोक में थी वो जल्दी से होश में आई  और कहा नहीं मैं यहां से नहीं जा सकती मुझे तुम्हारे साथ नहीं जाना मैं यहां से भाग भी नहीं सकती मां पापा को छोड़कर अब मैं क्या करूं कुछ समझ में नहीं आ रहा यह कहकर उसने अपने सर पर हाथ रख लिया



एकदम से उसके चेहरे पर एक स्माइल आई और कहा हां यह हो सकता है जैसे मैं बचपन में छुप जा करती थी क्यों ना में अभी चुप जाऊ जैसे कोई भी मुझे नहीं ढूंढ पता था वैसे ही यह डेविल भी नहीं ढूंढेगा यह कहकर वो पूरे कमर में छुपाने के लिए जगह ढूंढने लगी रूही यहां तो कोई भी अच्छी जगह नहीं है छापने की अब क्या करूं हां आइडिया यह कहकर कमरे से बाहर चली गई


1 घंटे बाद 


रूद्र कमरे में आया उसने पूरे रूम में रूही को न पाकर नीचे आया उसने नीचे भी रूही को नहीं देखा तो रूद्र ने अपनी कमर पर दोनों हाथ रखे और कहा तुम कभी नहीं सुधर सकती है वाइफी‌ यह कहकर उसने अपना सर झटका और सोफे पर बैठ गया




दीपक जी और सुनीता जी जैसे ही बाहर आए उन्होंने बाहर बहुत सारी का कार खड़ी देखी और  ब्लैक कपड़ों में बहुत सारे बॉडीगार्ड खड़े थे जैसे ही दोनों कार के पास आए रूद्र का असिस्टेंट विक्रम ने उन दोनों के लिए कार‌ का दरवाजा खोला दोनों ही कर में बैठ गए




विक्रम ने कर का दरवाजा बंद कर और रुद्र के पास चला गया रुद्र विक्रम को देखकर बोला दोनों को कोई परेशानी होनी नहीं चाहिए और सैफली बिला में पहुंचने चाहिए अगर कोई भी परेशानी हो तो मुझे  फोन करना विक्रम ओके सर यह कहकर चला गया रूही जो छत पर डुबकी‌ हुई थी 


जैसे ही उसने कार की आवाज सुनी उसने नीचे जहकर देखा कार को जाता देखकर मुस्कुराए और कहां अच्छा हुआ डेविल चला गया अब मुझे अपने घर से कहीं भी जाना नहीं पड़ेगा यह कहकर‌ वो छत पर डांस करने लगी थोड़ी देर बाद जब थक गई तो नीचे चली गई रूही जैसे नीचे आई रूही मां आप कहां है मुझे बहुत भूख लगी है 





जैसे रूही को अपनी मां की आवाज नहीं आई उसने किचन में जाकर देखा रूही किचन ने मा को ना पाकर जल्दी से बाहर आई और कहा मां आप कहां है पापा बाहर आई अब दोनों कहां चले गए रूही को किसी का जवाब न मिलने पर उसकी आंखें नम हो गई 



और बोली आप दोनों प्लीज मजाक करना बंद करिए और बाहर आई मुझे ऐसा मजाक नहीं पसंद मैंने कहा ना प्लीज बाहर आई  यह कहकर वह रोने लगे रूही ने जल्दी से अपनी मां का कमरा चेक जब उसको वहां पर नहीं मिली तो उसने  पूरे घर में देख लिया जब उसकी कोई नहीं मिला वो सोफे पर आकर बैठ गई 




उसने अपना सर घुटनों में रखा रोने लगी आप दोनों मुझे छोड़कर कहां चले गए प्लीज वापस आ जाइए मां पापा वापस आ जाइए यह कहकर वो बहुत रोने लगी रुद्रा जो फोन करने बाहर गया था जैसे ही वो घर में आया उसको रूही  सोफे पर बैठकर रोती हुई‌ दिखी




रूद्र रूही पास आया और बोला तुम्हारा मन भर गया खेल खेलने से यह तुम्हें और भी खेलना है तुम चाहो तो जाकर  छुपा सकती हो जैसे ही रूही ने रुद्र की आवाज सुनी उसने अपना सर उठाकर रूद्र को दिखा रूद्र को देखकर जल्दी खड़ी हुई और रुद्र के सीने से लग गई रूही‌ प्लीज मेरे मां पापा को वापस लाओ मैं उनके बिना नहीं रह सकती वहे दोनों पता नहीं कहां चले गए




रूही ने रुद्र की तरफ देखा और कहा तुम कुछ करो ना मैं तुम्हारी हर बात मानूंगी पर मेरे मां पापा को वापस लाओ तुम्हें पता है मैं एक बार मां बाप से दूर हो गई हूं दोबारा नहीं होना चाहती प्लीज तुम उन दोनों को ला दो यह कहकर  रुद्र का गिरवान पड़कर रोने लगी रुद्रा ने रूही का हाथ पकड़ा और कहा तुम्हारे मां पापा तुम्हें छोड़कर नहीं गए हैं वो तुम्हारे पास ही हैं रूही नहीं वह मुझे छोड़ कर चलेगा देखो वह यहां नहीं है वो मुझे छोड़ कर चले गए



यह कहकर  रोने लगे रूही का रोना रूद्र को अच्छा नहीं लग रहा था उसने रूही को अपनी गोद में उठाया और कमरे में ले गया कमरे में लाकर बेड पर लेटा दिया और खुद रूही के ऊपर आ गया रूही प्लीज मेरे मां पापा को ला दो वह मुझे छोड़ कर चले गए 



रूद्र ने रुई के होठों पर होली राखी और वोला कोई तुम्हें छोड़कर नहीं गया रूही ने रुद्र की आंखों में देखा और बोली तुम झूठ बोल रहे हो घर में कोई नहीं है मैंने सब जगह देख लिया रुद्रा क्योंकि वह दोनों हमारे घर हैं रुही हमारे घर रुद्र  हां हमारे घर आज से वह दोनों हमारे साथ ही रहेंगे रूही रुद्र की बात सुनकर उसने गुस्से में रूद्र को घूरा और अपने हाथों से रुद्र के सीने पर मरने लगे तुमने मुझे पहले क्यों नहीं बताया तुम्हें पता है



मैं कितना डर गई थी जब मुझे घर में कोई नहीं दिखा मैंने सोचा वह दोनों मुझे छोड़ कर चले गए और तुम भी नहीं थे तुम भी चले गए थे मैं कभी अकेली नहीं रही आज मैं घर में किसी को न पाकर मैं बहुत डर गई थी तुम बहुत बुरे हो यह सब तुम्हारी वजह से हुआ है रूद्र ने रूही के दोनों हाथ पकड़े और कहा मुझे नहीं पता था तुम बच्चों की तरह रोने लगोगी और वैसे भी मेरी कोई गलती नहीं थी गलती तुम्हारी है रूही गुस्से

में मै तूम बच्ची लगती हूं 








Cantinue