सपनो का शुभ अशुभ फल - भाग 34 Captain Dharnidhar द्वारा ज्योतिष शास्त्र में हिंदी पीडीएफ

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सपनो का शुभ अशुभ फल - भाग 34

बार-बार सपने आना आम बात नहीं, जानें ऐसी 3 गंभीर बीमारियों के नाम जिनके कारण आने लगते डरावने व अजीब सपने ।

सपने आना हमारे जीवन में बहुत महत्व रखते हैं, कुछ लोग सपनों के अनुसार ही अपने जीवन के कई फैसले लेते हैं। बहुत से लोग मानते हैं कि सपने हमारे भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में हमें बताते हैं, वहीं साइंस मानता है कि यह नींद के दौरान मस्तिष्क द्वारा की जा रही एक अनैच्छिक क्रिया होती है। लेकिन कई बार सपने इतने बुरे होते हैं कि सारा दिन हमारा मूड खराब रहता है। देखा गया है कि कुछ लोगों को अन्य की तुलना में ज्यादा सपने आते हैं, जो कि सामान्य नहीं है। दरअसल, ऐसी कई न्यूरोडेवलपमेंटल और मेंटल डिजीज हैं, जिनके कारण आपको बार-बार बुरे या अजीब सपने आने लग सकते हैं। अगर आपको रोज अजीबो-गरीब या फिर डरावने सपने आते हैं, तो डॉक्टर से जांच करवा लेनी चाहिए, क्योंकि आप निम्न बीमारियों से ग्रसित हो सकते हैं।

1. डिमेंशिया

डिमेंशिया को हिन्दी में मनोभ्रंश कहा जाता है, जो कोई विशिष्ट बीमारी नहीं बल्कि कई लक्षणों का एक समूह है। डिमेंशिया में व्यक्ति के दिमाग की कुछ क्रियाएं काम करना बंद कर देती हैं जैसे याददाश्त, सोचने की क्षमता या निर्णय लेना आदि। इसमें बुरे व अजीब सपने आने के साथ-साथ कुछ अन्य लक्षण भी देखे जा सकते हैं, जो इस प्रकार हैं - 

बार-बार भूलना

चिड़चिड़ापन रहना

उलझन

अकेला रहने की आदत

बेचैनी रहना 

2. स्क्रिजोफ्रेनिया

स्क्रिजोफ्रेनिया एक गंभीर मानसिक विकार है, जिससे व्यक्ति के सोचने, समझने और महसूस करने की क्षमता प्रभावित हो जाती है। स्क्रिजोफ्रेनिया से ग्रसित व्यक्ति का व्यवहार भी पूरी तरह से बदल जाता है। इस विकार से ग्रसित मरीजों को अक्सर बुरे सपने आते हैं और वे कई बार रात को डर के भी उठते हैं। बुरे सपने आने के अलावा इस बीमारी में निम्न लक्षण हो सकते हैं 

व्यवहार में बार-बार बदलाव

चिड़चिड़ापन रहना

जल्दी गुस्सा आना

छोटी-छोटी बातों पर उत्साहित हो जाना

खुद को नुकसान पहुंचाना

3. एडीएचडी

अटेंशन-डेफिसिट/हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर को हिन्दी में ध्यान एवं अतिसक्रियता विकार कहा जाता है। यह बचपन से होने वाला एक न्यूरो डेवलपमेंटल डिसऑर्डर है, जिसमें बच्चे में आत्मसम्मान की कमी हो जाती है। एडीएचडी के मरीजों को भी अक्सर रात को अजीब सपने आते है। इसके अलावा निम्न लक्षण एडीएचडी के मरीजों में देखे जा सकते हैं - बार-बार गुस्सा आनाचिड़चिड़ापनबेचैनी रहनाकोई शब्द बार-बार बोलने की आदतकोई क्रिया बार-बार करना (Repetitive movements )इस बात का रखें ध्यान

हालांकि, ऐसा जरूरी नहीं है कि रोज आने वाले सपने किसी बीमारी के कारण ही हो रहे हो। कई अन्य सामान्य स्थितियां भी हैं, जिनके कारण ज्यादा सपने आ सकते हैं जैसे -

किसी बीमारी के कारण क्रोनिक पेन

ठीक से सो न पाना

आरामदायक बिस्तर न होना

ज्यादा ठंड या गर्मी का मौसम होना

आस-पास ज्यादा शोर होना 

इनमे से कोई कारण होने से भी डरावने सपने अजीब सपने आसकते है । 

तनाव या मानसिक दबाव- कभी-कभी हर दिन होने वाले तनाव या मानसिक दबाव से बुरे सपने आने लगते हैं. स्कूल या काम के बारे में बहुत ज्यादा चिंता करने से ऐसे सपने आ सकते हैं. जीवन में कोई बड़ा बदलाव जैसे कि किसी अपने का दूर चले जाना या उसकी मौत की वजह से डरावने सपने आ सकते हैं.