औचक निरीक्षण से भौचक सब Yashvant Kothari द्वारा हास्य कथाएं में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • Skylord - Part 1

    इस दुनिया में जादू एक आम सी बात है । लोग अपने शक्ति के हिसाब...

  • The Hustel 2.0 - Show Of The Review - E 02 S 11

    कोई बात नहीं Mehul! अब मैं इसे और डिटेल्ड बनाकर अपडेट करता ह...

  • कोइयाँ के फूल - 2

                             कविताएँ/गीत/मुक्तक 11 कहकर गया थाकह...

  • नफ़रत-ए-इश्क - 43

    "कंग्रॅजुलेशंस mrs ओबेरॉय"..... तपस्या के  मंडप में जाते ही...

  • बेवफा - 25

    एपिसोड 25: ख़ामोश धमकीसमीरा अब समझ चुकी थी कि उसकी मुश्किलें...

श्रेणी
शेयर करे

औचक निरीक्षण से भौचक सब

ताज़ा व्यंग्य

औचक निरीक्षण से भौचक सब

यशवंत कोठारी

उन्होंने कार्यालय का औचक निरीक्षण किया मैंने अख़बार में पढ़ा ,भौचक रह गया .मेरी तरह ही बाकि की  दुनिया भी भौचक रह गयी .उनके जाने के बाद मैं उसी कार्यालय में गया सब कुछ सामान्य  चल रहा था ,चाय –पानी समोसा  कचोरी .जिनके रजिस्टर में निशान लगे  थे वे घर चले गए ,जिन के नहीं लगे वे धूप सेंक रहे थे उनका तर्क था जिनको छुट्टी पर भेजा गया था उनके बिना काम नहीं हो सकता ,अब काम कल ही होगा ,मैं वापस आगया .

नयी सरकार, नया जोश, अफसर,नेता, मंत्री ,सब इधर उधर औचक निरिक्षण में व्यस्त है,खुद के दफ्तर की फाइलें पड़ी पड़ी धूल फांक रही हैं,मगर अपने दफ्तर के बाहर अफसरी दिखाने  का सुनहरा मौका सरकार की निगाह में चढने का शानदार  अवसर कौन छोड़ता है?

एक जिला अधिकारी ने पूरे जिले के दफ्तरों का औचक निरिक्षण किया ,बाद में पता चला की सब दफ्तरों की फाइलें खुद के दफ्तर में ही पेंडिंग है.मातहतों के इस समाचार से जिला अधिकारी भौचक रह गए .आर. टी. ओ. दफ्तर का औचक निरिक्षण हुआ सभी सीटों पर दलाल बैठे थे कर्मचारी गायब थे कुछ एवजी लोग आधे वेतन पर दफतर संभाल रहे हैं प्रजातंत्र भौचक था .

पुलिस में अफसर ने औचक निरिक्षण किया तो शानदार बातें पता चली थाने का स्टाफ साहब के घर चाकरी कर रहा है.कुछ सिपाही एस पी साहब के बंगले के पीछे खेत में मूली उगा रहे हैं ,जिन को तफ्तीश के लिए भेजा था वे सब तफरीह कर रहे थे.समन तामील करवाने वाला अपराधी के इशारे पर छुट्टी ले कर बैठ गया.डी. ओ. ने तहरीर ले कर फाड़ दी. ,चोरी, नकबजनी, डकेती का माल बरामद होने के बाद बाँट लिया जाता था.शराब ,ड्रग्स को बरामद दिखाना बंद था .अफसर सचिव ने निरिक्षण के दौरान  एक संविदा कर्मी को निलंबित कर दिया मगर वो सीधे अपनी जाती के एम. एल. ए  को लेकर आ गया अफसर जी कार में बैठ क़र चुपचाप बिना चाय पिए आ गये.

एक दफ्तर के गेट बंद कर दिए गए कोई देर से अन्दर नहीं आ सकेगा  मगर बात बनी नहीं क्योकि सड़क पर पार्किंग नहीं ,सड़क विविआईपी के औचक निरिक्षण में व्यस्त थी.

स्वास्थ्य विभाग का औचक निरिक्षण एक सचिव को भारी पड़ गया, वहीं ह्रदयघात हुआ सम्बन्धित डाक्टर नहीं मिला  फिर जो हुआ उसे लिखना उचित नहीं .शिक्षा का मामला तो सर्व विदित  है ,मंत्री जी ने ब्लैक बोर्ड पर ही गलत शब्द लिख दिया बच्चें व  अध्यापक दोनों मुंह फेर कर हंसने लगे .कृषि विभाग का औचक निरिक्षण हुआ तो मंत्री जी एक पेड़ देख कर बोले –मुझे आश्चर्य होगा यदि इस पर एक भी आम लग जाये ,

किसान ने विनम्रता से  कहा -हुज़ूर मुझे भी ताजुब होगा क्योकि यह संतरे का पेड़ है.

औचक निरिक्षण का असली मज़ा तो छोटी जगहों पर आता है.

भवन को साफ सुथरा  रखने किअसफल कोशिश साफ दिखती है सब  साफ सुथरे कपडे पहन कर आते हैं ,मगर साहब  के जाने के बाद ढ़ाक के तीन पात . सुधारने वाले खुद सुधर जाते हैं . नेता हाई कमान सँभालने लग जाते हैं बड़े अफसर अपने चेम्बर में कैद  हो जाते हैं. सरकार साइलेंट मोड में आ जाती हैं .सरकार का कामकाज पूर्व की तरह ही खरामा खरामा चलने  लगता है, प्रजा तंत्र की बैल गाड़ी के बूढ़े बैल थक गए हैं .

 
 
यशवन्त कोठारी ,701, SB-5 ,भवानी सिंह  रोड ,बापू नगर ,जयपुर -302015  मो.-94144612 07