Love Contract - 13 Manshi K द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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Love Contract - 13

विराज टायर बदलने के बाद रीवान से ' अरे भाई अब तुम गाड़ी के बोनट से उतरों और आकर कार के अंदर बैठो
दोनों बैठ कर कार स्टार्ट करके होटल के तरफ बढ़ने वाले ही थे तभी अचानक सामने से दौड़ती अा रही लड़की पर पड़ी जो पीछे मूड कर देखते हुए भाग रही थी । जिसके कपड़े जैसे - तैसे और फटे हुए थे । रोती हुई लड़की नंगे पांव दौड़ते हुए रीवान और विराज के तरफ चली आ रही थी ।
विराज कार को आगे बढ़ाने के बाद मुड़ा कर उसे होटल के रास्ते मोड़ने वाला ही होता है ,उसी वक़्त
" रीवान " अरे भाई विराज कार को रोकना लगता है कोई लड़की मुसीबत में है शायद उसे हमारी मदद की जरूरत है तभी तो हमारे कार के तरफ भागी चली अा रही है ।

" विराज " क्या रीवान तुम भी न इस अंजान शहर में आकर मदद वो भी एक अंजान लड़की का , अगर कोई गैंग का निकली तो जो सिर्फ पैसे वैसे लुटती हो लडको को झांसा देकर । भाई मेरी मानो तो हम यहां से चलते है । चलो कार में बैठते है ।

" रीवान " कितना डरता है यार विराज तुम रुको तो सही शायद इस लड़की को सच में हमारी जरूरत होगी तो बोलते हुए सामने देख रहा था ।
रसीली बाई आकर मुझे बचा लो , मुझे बचा लो बोलते हुए बेहोश हो गई ।

" विराज " डरते हुए चल भाई , हम अंधेरी शहर में नए है और इस लड़की को देखने से लगता है पुलिस का मामला है देखो इस लड़की के तरफ इसकी हालत कितनी बिगड़ी हुई है । चलो इसे यही छोड़ो अब होटल चलते है ।

" रीवान " देखो इसे बहुत चोट अाई है और इसे इस हालत में छोड़ कर अकेली लड़की और ये सुनसान सड़क एक लड़की के लिए सही बिल्कुल नहीं है । ऐसा करते हैं इसे अपने साथ होटल ले चलते हैं । जब इसे होश अा जाएगा तो ये जहां बोलेगी हम उसी एड्रेस पर छोड़ देंगे ।

रीवान के जिद करने पर फिर विराज भी मान जाता है और उस लड़की को कार में डाल कर , कार स्टार्ट विराज करता है वैसे ही नेता जी के लोग चार - पांच गाड़ी से घूम रहे थे अचानक नेता जी के आदमी रीवान और विराज को कार को घेर लेते है , कार रुकवा कर रसीली बाई के फोटो दिखाते हुए विराज को तेज़ आवाज़ में इस लड़की को देखा है आस पास भागते हुए , विराज उस आदमी के बात को सुनकर घबराने लगा क्योंकि नेता जी के सभी आदमियों के पास बड़े बड़े बंदूक थे ।

रीवान मामले को संभालते हुए , भाई एक लड़की को तो देखा मैंने भागते हुए वो भी उस रास्ते पर मूड कर भागते हुए । नेता जी के आदमियों में से एक ने कहा चलो - चलो उस तरफ देखते है ।

नेता जी के आदमियों के जाने के बाद विराज स्पीड में
होटल के तरफ तेजी से कार को बढ़ाया । कुछ ही देर में होटल पहुंच गया । सबसे बचते बचाते दोनों रसीली बाई को अपने कमड़े में ले गए ।

नेता जी के आदमी उसे कुतों की तरह ढूंढ़ रहे थे , रसीली बाई नेता जी के राज को जान चुकी थी जो नेता सोशल वर्कर के रूप में अच्छा और महान नेता के रूप में जाना जाता है उसका कितना घिनौना चेहरा है जो लड़कियों को अपने हवस का शिकार बनाता है ।
नेता के लिए रसीली बाई अब खतरा बन चुकी थी क्योंकि
कुछ महीने बाद चुनाव होने वाले थे ।

अगर रसीली बाई अपना मुंह खोल देती तो नेता जी का हारना निश्चित था ।
कुछ घंटे बीतने के बाद , देख यार इसे उसी रास्ते पर छोड़ आते है जहां से उठा कर लाए थे ।

" रीवान " मन ही मन तुम मिली भी मुझे तो इस हालत में , दिल रो रहा मेरा अंदर ही अंदर क्या करूं ???
मैं तुम्हे जनता भी नहीं और तुम होश में भी नहीं अा रही हो आखिर तुम ऐसी हालत में क्यों हो ??
तुम वही लड़की हो जिसे मै पहली मुलाकात में देखते रह
गया था । आज तुम्हे इस हालत में देखकर स्तब्ध रह गया हूं। तुम्हे देखने के बाद मुझे ऐसा लगा था मानो जैसे
मेरी पूरी दुनियां मिल गई हो , तुम ही मेरे बचपन के दोस्त हमसफ़र हो।

" विराज " भाई इस लड़की को तुम इतने ध्यान से क्यों
देख रहे हो ??? रीवान कुछ जवाब नहीं देता है ।
फिर कुछ देर बाद रीवान " याद है तुम्हें विराज मैंने किसी
लड़की के बारे में जिक्र किया था जो बिल्कुल परी की तरह दिखती है अगर मेरी आदिया होती न तो बिल्कुल
वैसी ही दिखती ।
" विराज " हां भाई मुझे अच्छे से याद है , तुमने ये भी कहा था मेरे जिंदगी में वो पहली लड़की थी जिसने मुझे अपना चांद से चेहरा का दीवाना बना दिया ।
लेकिन आज ये सब तुम मुझसे क्यों बात कर रहा है ??
ये बात मुझे कुछ हजम नहीं हो रही , भाई उलझा कर कुछ भी मुझसे मत बोला कर मेरे दिमाग में कुछ भी जाता नहीं है ।

दूसरी तरफ नेता जी रसीली बाई को ढूंढने के लिए बखौलाए हुए थे । सता हाथ से निकलने का डर नेता जी को अंदर ही अंदर खाई जा रही थी ।

" रीवान " विराज को कुछ बता ही रहा था उसी वक़्त सांवरी जी का फोन रीवान के फोन पर आया।
रीवान फोन को स्लाइड कर मम्मी से बात करने में व्यस्त हो गया ।

" सांवरी " बेटा अच्छे से पहुंच गया , रीवान हां में जवाब दिया । बेटा खाना खाया ' नहीं मां अभी कहां कुछ खाया
मैंने डिनर में ' अभी तो होटल पहुंचा हूं । खा लूंगा मां कहकर फोन काट कर दिया अचानक रिवान के हाथ से फोन हाथ से छूट कर नीचे गिर पड़ता है और फोन ऑफ
हो जाता है ।

कुछ देर बाद रसीली बाई को होश आया , होश आने के बाद बहुत रोने लगी और घबराने भी लगी ।




Continue .....