Love Contract - 11 M K द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

Love Contract - 11

नीचे रीवान दौड़ कर आया शायद वो फूल वाली लड़की सच में यहां अाई है मुझे उससे एक बार बात करना है । ये सोचकर रीवान नीचे आया , जब तक वो नीचे आया आदिया जा चुकी थी । फिर रीवान अपना मुंह लटकाए मितल मेंसन के अंदर चला आता है । आकर अपने रूम में
धराम से नीचे बेड पर कुछ सोचते हुए गिर जाता है ।

आदिया पैसे लेकर अपने घर चली गई , घर पहुंचने के बाद " शुक्र है सभी सो रहे हैं फिर जाकर अपने कमड़े में आराम से बेड पर लेट जाती है । शालू के वजह से
आज मुझे ये 10 हजार रुपए मिले थोड़े समय काम करने के बाद ही इन पैसों की मुझे बहुत जरूरत था ।
फिर पैसे को सुरक्षित जगह रख कर वापस सो जाती है ।
सुबह उठने के बाद आदिया जो देखी उसकी आंखें फटी की फटी रह जाती है कमला चाची का उसका बेटा उन्हें अपने साथ लेने आया था । ये चमत्कार देखकर आदिया का सिर चकरा रहा था । लेकिन आदिया खुश थी चलो अच्छा हुआ कमला चाची को उसका बेटा लेने आया है ।
कमला चाची के खुशी का ठिकाना नहीं था , अपना सारा सामान समेट कर बांध ली शहर जाने के लिए ।
आदिया आकर कमला चाची से लिपट कर रोने लगती है , " चाची अपना ख्याल रखना आप शहर में जाकर कहीं आप हमें मत भूल जाना और हां आपकी बहुत याद आएगी मुझे चाची । खास कर अपने हाथ के बने खाने को मैं बहुत याद करूं गी । " अच्छा अब जाओ वरना मैं आपको फिर जाने ही नहीं दूंगी अगर थोड़ी देर और रुकी तो । कमला चाची अपने बेटे के साथ शहर चली जाती है ।

धीरे - धीरे समय बीतता गया , सबकी जिंदगी में बदलाव आने लगे थे । आदिया के जिंदगी में भी बहुत बदलाव अा चुके थे । आदिया अब शहर में रहने लगी थी अपने बाबा के साथ जहां सब उसे अदिति नाम से जानते थे । कुछ सोच कर आदिया किसी कारण अपना नाम बदल रखी थी । आदिया के चाचा - चाची को पता चल गया था कि आदिया अभी जिंदा है लेकिन आदिया को दोनों में से कोई नहीं पहचानता था । आदिया को मरवाने के कोशिश किए थे । लेकिन आदिया हिम्मत और अपने सूझ - बुझ से गुंडे को चकमा देकर शहर भाग गई थी वो भी अपने बाबा को लेकर ।

बहुत तकलीफों से गुजरने के बाद आदिया को एक मेडिकल शॉप में काम मिल गया था जिससे आदिया के घर का खर्च निकलता था ।
धीरे धीरे वक़्त बीतता गया , एक ऐसा समय आया आदिया को बार डांसर बनकर कर नाचना शुरू कर दिया । मेडिकल शॉप से धीरे धीरे पैसे मिलने कम हो गया था और आदिया को बहुत पैसों की जरूरत थी बाबा का इलाज करवाना था । इसीलिए आदिया घर - घर जाकर फंक्शन में नाचा करती थी , नाच कर उसे जो पैसा मिलता था उससे घर का खर्चा और बाबा के इलाज का खर्चा निकालती थी ।

" बाबा " के आंखों में आंसू छलक पड़े , आदिया आंसुओ को देख कर समझ गई बावा को मेरी फ़िक्र सता रहा है इसीलिए वो रो रहे है ।
" आदिया " बावा आप बिल्कुल चिंता मत कीजिए , आप मूझपर अपना भरोसा और आशीर्वाद बनाए रखिए ।
जानती हूं बाबा बहुत अच्छी पढ़ाई करने के बाद भी
मुझे बार डांसर बनकर छोटे - छोटे फंक्शन में नाचना पड़ रहा है ।लेकिन मैं आपसे वादा करती हूं ये काम मैं जल्द ही छोड़ दूंगी बस आप जल्दी से जल्दी ठीक हो जाइए ।

कुछ दिन गुजरने के बाद , बाबा की तबीयत बहुत ख़राब हो गई । डॉ बोला जल्द से जल्द ऑपरेशन करना पड़ेगा वरना कुछ भी हो सकता है । दिल की बीमारी है अगर वक़्त पर ऑपरेशन नहीं हुआ तो इनकी जान भी जा सकता है ।

आज भी एक फंक्शन में आदिया को नाचने जाना था अब तो आदिया रसीली बाई के नाम से जानी जाने लगी थी ।
आदिया के मन में बस यही बात चल रहा था पांच दिन में इतने सारे पैसे कहां से और कैसे इक्कठा करूंगी ।

कुछ दिन बाद आदिया " 2 लाख डॉ को देने के लिए तो जमा हो गई है लेकिन कुछ दिन में मैं 3 लाख और कहां से लाऊंगी ??? ये बात सोचकर बहुत ज्यादा परेशान हो रही थी ।

दो दिन बाद आज हॉस्पिटल जाकर मुझे पूरे पांच लाख रुपए जमा करना है बाबा के इलाज के लिए । सोच ही रही थी तभी आदिया का फोन बजा , फोन के स्क्रीन के तरफ देखी तो अननोन नंबर था । फोन को स्लाइड कर अपने कान से लगाई ' हेल्लो रसीली बाई एक बहुत बड़े नेता के घर नाचना है तुम फ़्री हो तो कहो मैं हां बोल देता हूं ।

" रसीली बाई " बिना कुछ सोचे हां भर देती हैं लेकिन एक शर्त रखती है ' देखो राजू बस तुम मुझे मुंह मांगा कीमत दिला देना मैं फिर नाचने के लिए तैयार हूं ' ।

" राजू " रसीली बाई अब तो तुम मेरा नंबर सेव कर लो मैं तुम्हारा अपना हूं और इतने दिन से पहचान है हमारी फिर भी
बिना कुछ बोले आदिया फोन कट कर देती है ।
कुछ देर बाद फिर कॉल करता है
" राजू " रसीली बाई आज शाम को तुम तैयार रहना मैं
तुम्हे लेने अा जाऊंगा । ठीक है तुम अा जाना मैं तैयार रहूंगी । लेकिन 2 घंटे से ज्यादा एक मिनट भी मैं ज्यादा डांस नहीं करूंगी और हां पैसे मुझे कैश चाहिए । बाबा की तबीयत बहुत ख़राब है उनके ऑपरेशन के लिए मुझे पैसों की सख्त जरूरत है ।
तुम फ़िक्र मत करो मेरी बात हो गई है नेता जी से बस गोद भराई के रस्म ख़तम होते ही पैसे लेकर हम दोनों वहां से निकल जाएंगे ।

विराज क्या है ? रीवान तेरा मुंह क्यों लटका है ?
मां को मैं अब चांद जैसी बहू कहां से लाकर दूं ? रीवान विराज से उदास होते हुए कहा
वो तो मेरे पीछे पड़ चुकी है , बेटा कोई अच्छी सी लड़की देखकर तुम शादी कर लो ।



Continue ......