रहसयमय जगह - 2 Yadav Vishal द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

रहसयमय जगह - 2

भारत की इस धरती पर कई ऐसी जगह हैं जिनके बारे में कई हजारों साल पुराना रहस्यमयी इतिहास हे जैसे कोई किला हों या कोई मंदिर या फिर कोई ऐतिहासिक स्थान हों इनके बारे में कई ऐसे राज दफ़न है जो कई हजारों साल पुराने हैं. इनके बारे में जो भी राज है वो आज तक कोई भी सुलझा नहीं पाया है क्योंकी इन्हें जितना सुलझाने की कोशिश होती हैं ये उतना ही उलझते जाते हैं|

आज के जमाने में हम कोई ऐसी जगह पर घूमने जाते हैं तो वहां की कहानी सुनकर हमे सालो पुराने इतिहास को जानने की इच्छा होती हैं| ऐसी ही एक कहानी भारत के राजस्थान राज्य में जैसलमेर जिले के एक गांव की है जिस का नाम है कुलधरा गांव| अगर आप जैसलमेर यात्रा पर जारहे हो ओर जाना जाते हो तो कुलधरा गांव भी जरूर देखिए| तो आईए आज हम आपको कुलधरा गांव के बारे में बता ते हे की क्या हे इस का रहस्य |

कुलधरा भारत के राजस्थान राज्य के जैसलमेर जिले मे स्थित एक गांव है जो कई सालों से वीरान पड़ा है | कुलधरा गांव वीरान होने के पीछे एक रहस्यमई कहानी है| इतिहासकारों के अनुसार कहा जाता हैं की कुलधरा गांव पालीवाल ब्राह्मणों का गांव हुआ करता था | इस गांव के आसपास कुल 84 गांव हुवा करते थे जिसमे ब्राह्मण जाति के लोग रहते थे | ओर इन गावों को ब्राह्मणों द्वारा ही बसाया गया था | कहा जाता हैं कुलधरा गांव वीरान होने का कारण यहां की रियासत के दीवान सलीमसिंह था जो गांव वालों से अधीक कर वसुलता था और इसके साथ ही सलीमसिंह को गांव के मुखिया की बेटी पसंद आ गई थी दीवान उस लड़की के पीछे इस तरह पागल था की बस किसी तरह से उसे पा लेना चाहता था | दीवान। ने इसके लिए ब्राह्मणों पर दबाव बनाना शुरू कर दिया |

हद तो तब हो गई की जब सत्ता के घमंड में चूर उस दीवान ने गांव में मुखिया के घर धमकी भरा संदेश भिजवाया की यदि अगले कुछ दिनों में उसे यह लड़की नहीं मिली तो वह गांव पर हमला करके लड़की को उठा कर ले जाएगा |

यह खबर सुनकर गांव में हड़कंप मच गया | गांव में यह बहन बेटी के लिए आत्म सम्मान की बात थी | तब गांव के लोगों ने पंचायत बुलाई जिसमें आस पास के सभी 84 गांव के लोगों ने मिलकर एक फैसला लिया की कुछ भी हो जाए लेकिन अपनी लड़की उस दीवान को नहीं देगे | उसी दिन रात के समय में गांव के लोग चुपचाप वहा से चले गए |

कहा जाता है कि यहां से पालीवाल ब्राह्मणों ने जाते समय इस कुलधरा गांव को श्राप देकर गए| की आज के बाद इस गांव में कोई नहीं रह पाएगा तब से लेकर आज तक कुलधरा गांव में इंसान तो दूर यहां पर परिंदा भी नहीं बस्ता.

आपको बतादे की बदलते समय के अनुसार बाकी आस पास के गांव फिर से बस गए हैं लेकिन कुलधरा गांव आज भी विरान पड़ा है.आज के समय में सरकार ने कुलधरा गांव को पर्यटक स्थल घोषीत कर दिया है. पर्यटक यहां पर घूमने आते है वो भी समय के अनुसार लेकिन रात के समय में यहां पर कोई भी नहीं बसता हैं |

कहा जाता हैं की यह गांव अब रूहानी ताकते के कब्जेमें है यह आस पास के लोगों का कहना हैं की कुलधरा गांव में आज भी रहस्यमई ताकते अपनी मौजूदगी का अहसास जरूर कराती हैं कहा जाता है यहा पर रहने वाले पालीवाल ब्राह्मणों की आहट आज भी सुनाई देती हैं |

बाजार के चहल – पहल की आवाजे आती हैं महिलाओं के आपस मे बात करने और अपनी पायलों ओर चुड़िया की आवाजे हमेशा ही आती हैं सरकार ने इस गांव की सीमा पर एक फाटक बनवा दिया है जिसके पार दिन में तो पर्यटक घूमने आते रहते हैं लेकिन रात में इस फाटक को पार करने की कोई हिम्मत नहीं करता है|

कुलधरा गांव में पुराने समय के कई शिलालेख आज भी मौजूद है|इन शिलालेखो के माध्यम से कुछ इतिहासकारों का कहना है कि सदियों पहले यहां पर भूकंप या फिर अकाल की तरह एक प्राकृतिक आपदा आई थी | ओर जैसलमेर की रियासत के दीवान सलीमसिंह के उत्पीईन की वज़ह से यहां के लोग गांव को छोड़कर चले गए थे |
इन शिलालेखों से यह भी पता चलता है कि यहां पालीवाल ब्राह्मण राजस्थान के जोधपुर जिले के पास पाली क्षेत्र से आए थे | आस पास के लोगों का कहना है कि कुलधरा गांव में भूत प्रेत आत्मये उन्हीं पालीवाल ब्राह्मणों की है जो जाते समय अपनी संपत्ति यही पर छोड़कर चले गए थे | इसलिए उनकी आत्माये हे यहां पर भटकती रहती हैं | इस वजह से यहां पर कोई भी व्यक्ति रात के समय में यहां पर नहीं आते ओर नहीं यहां रुकते हैं |

आज फिर एक रहस्यमय जगह (कुलधरा गांव) के बारे में हमने जाना और आगे फिर एक रहस्यमय जगह के बारे में हम जानेंगे|