Pyasa Baas - 1 books and stories free download online pdf in Hindi

प्यासा बास। - 1

Chapter 1 ....प्यासा बास।


सदियों पुरानी बात है विरले की नगरी में एक कौआ उड़ते उड़ते एक वीरान खंडर पे जा बैठा शायद वो कोई फल खा रहा था। ओर अपनी मस्ती में कोई गीत गाएं जा रहा था तभी उस समय उस खंडर से कोई निकला वो कोई लड़की थी। कौआ को देखते ही पत्थर मारने को हूई तभी कौआ बोल पड़ा अरे बिटिया काहे तुम मुझ जैसे बूढ़े को मार रही हो ना जाने लोग बेवजः हमे क्यू मरते रहते हैं हमने क्या किसी का खाया हैं आज खुश था की बड़ी मुस्किल सै रस भरा और स्वादेस्त लाल फल मिला जिसे आज तक किसी ने ना खाया होगा। लो तुम भी चखो उसने कुछ फल नीचे गिरा दिए।
यह सुन कै लड़की के पैरो के नीचे से तो जमीन ही खिसक गई हो। कोई कौआ क्या बातचीत भी कर सकता हैं ये क्या देख रही हू मै बेवजह ही पत्थर मरने को होई अब क्या करे विरले की नगरी में कुछ भी आश्चर्य नहीं है यहां कुछ भी हो सकता है । लड़की ने नीचे देखा तो उसका छोटा भाई उन लाल फलों चुन रहा था और खाने लगा लड़की ने अपने भाई को रोकने का बहुत प्रयास किया पर उसका छोटा भाई उन फलों को खा चुका था। अब होना क्या था वही जो जगत को मंजूर हो एक हस्ती को कब मरघट बना क्या किसी को आज तक मालूम पड़ा हैं हम तो बस एक दिखावे की जीवन की जी जा रहे हैं जिस पे हमारा कोई बस नहीं की कब कोन चला जाए। खैर छोड़िए अब कहानी पे आते हैं। जब उस लड़की ने अपने भाई को रोकने की कोशिश की पर वो फल खा चुका था और वो फल उसे इतने पसंद आए की ओर खाने की मांग करने लगा ओर मालूम नही फल खाते उसे क्या हो गया वोह और फलों कै लिए रोने लगा पागल होने लगा जैसे अगर उसे वो फल न मिले तो क्षण भर में ही प्राण त्याग देगा। लड़की खामोश थी कि अब क्या करे वो अपने किस्मत कोश रही थी फिर अचानक से उस बूढ़े कौए को देखते हुए बोली अरे वो कौए तुझे क्या मिला मेरी रंगीन जिंदगी को बेरंग बनाने में अब तू ही बता में इसके लिए कहा से लाऊं वैसे फल बता मुझे और जोर जोर से रोने लगी शायद उसे पता था की वो फल इतने आसानी से नहीं मिलता उसके लिए मौत चुकानी पड़ती हैं।
फिर कौआ बोला मैंने तो बस फल खिलाये अगर तुम्हे और एसे फल चाहिए तो में तुम्हे वहा तक का रास्ता बता सकता हु पर तुम्हे मेरे लिए भी वो लाल फल लाने होंगे अगर मंजूर है तो कहो वरना में चला अपने आसमानी दुनिया में।
लड़की ने कहा में अच्छे से जानती हु की तुम हो कोन पर अपने भाई कै हालत कै कारण मजबूर हू तो बताओ क्या रास्ता है।
असल में वो बूढ़ा कौआ कोई कौआ नही था वो एक बुरा साया था जो विरले की नगरी में लोगे की बस्ती को मुर्दाघाट्ट पहुंचने आया था। उस साया ने रास्ता बताना आरंभ किया।
उसने कहा उस रास्ते से जाने से पहले तुम्हे पवित्र नदी का पानी लेने होगा क्युकी उन रास्तों भूत लकरसूंघा हैं वही उनकी पूरी बस्ती है। बत्तातू हु तुम्हे जाना कहा है विरले नगरी की सबसे बड़ी चोटी हैं न वहा, वहा जाना होगा तुम्हे और जंगल से गुजरते हुए तुम्हे काफी आवाजे आएंगी पर पीछे मुड़ कर नहीं देखना हे वरना तुम मारी जायेगी। जंगल के बीचों बीच एक कुआ है जिसमे पांच नर पिचाश हैं वो तुमसे से शादी के लिए कहेंगे तुम्हे उन पचो से शादी कर लेना है और धोखे से उस लाल फल का रास्ता पूछने का प्रयास करना फिर वही तुम्हे आगे का रास्ता बताएंगे।

आगे की कहानी next chapter में।😌

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