लड़की की मर्जी Rajiya द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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लड़की की मर्जी

लड़की की मर्जी
मेरी मासी की लड़की जिसका नाम प्रिया (बदला हुआ नाम ) है | जिसने अभी 12 वीं कक्षा पास की है | वो किसी लड़के से प्यार करती है | और वो लड़का भी उससे बहुत प्यार करता है | लेकिन इस बंद माहौल में वो न तो बाहर जा पाती और न ही लड़के से मिल पाती | लड़की ने अपनी माँ से शादी की बात की और उसने अपनी माँ को सब बता दिया | उसकी माँ ने अपनी बेटी की ख़ुशी के लिए लड़के वालो से बात करने को राज़ी हो गयी | लेकिन वो पहले उन दोनों की जन्म पत्रिया मिलवाना चाहती थी | उन्होंने पंडित से दोनों की जन्म कुंडलिया मिलवाई | लेकिन उनकी कुंडली में दोष पाइया गया | जिसके कारण लड़की की माँ ने मना कर दिया शादी के लिए | लड़का प्रिया से ही शादी करना चाहता है | और वो उनके घर वालो को डराने लगा की अगर अपने मेरी शादी न की तो मैं कुछ कर लूंगा | प्रिया की शादी किसी और से करने नहीं दूंगा | उसकी माँ ने डर कर उसके पिता को फ़ोन किया जो की एक सरकारी ऑफिसर है | उसकी माँ ने सारी बात बता दी | उसके पिता जी को याद आया की उनके डिपाटमेंट में एक अफसर के बेटे का रिश्ता टूट गया है क्यो की जिस लड़की से उसकी शादी थी वो भाग गयी थी और 29 को उसकी शादी है | उसके पिता ने उस अफसर से बात की और अपनी बेटी का रिश्ता बिना लड़की के पूछे तय कर दिया और उसकी शादी का भी कह दिया | आज प्रिया की bangle ceremony है | उसका चेहरा उतरा हुआ है | क्या उसके घर वालो ने ये सही किया | अब प्रिया को किसी और से शादी कर लेनी चाहिए |बिना उसकी मर्जी के रिश्ता क्र देना क्या वो ये रिश्ता निभा पायेगी |अगर आप उसकी जगह होते तो क्या करते

शिमला गयी थी
हेलो दोस्तों, मेरा नाम है मोनिका और आज मै आपके साथ अपनी दर्द भरी दासता शेयर करने जा रही हूँ। दोस्तों, प्यार अँधा होता है ये तो मैंने सुना था मगर प्यार इस तरह का भी होता है ये मैंने आज जाना। मेरे प्यार में पता नहीं क्या कमी रह गयी के वो मुझे कभी समझ नहीं पाया या फिर उसने कभी मुझे समझने की कोशिश ही नहीं की थी। मैं ही पागल थी जो उसे अपना बनाने के लिए तरह-तरह के तरीके निकाल रही थी। उसने तो कभी मुझे अपना बनाने की कोशिश ही नहीं थी की। या फिर ये प्यार था ही नहीं। दोस्तों, ये बात है उन दिनों की जब मै अपनी सहेलियों के साथ स्कूल के ट्रिप पर शिमला गयी थी। उस ट्रिप पर और भी स्कूल्स के बच्चे आये हुए थे। उस में से एक था मेरा प्यार, रोहित। रोहित गोरा-चिटा, लम्बा और जवान लड़का था। साड़ी लड़कियाँ उस पर मरती थी। मगर मुझको उसमे कोई इंटरेस्ट नहीं था। ट्रिप के ददौरान मेरी सहेली ने मुझे कहा के तुझे रोहित बुला रहा है, वो तेरे बारे में पूछ रहा है। अपनी सहेली के कहने पर मई उसे मिलने गयी। जब मैंने उससे बात की तो मई पूरी तरह उस पर फ़िदा हो गयी। मैंने कभी नहीं था सोचा कि बाकी लड़कियों की तरह मैं इस कदर दीवानी बन जाऊँगी के उस ट्रिप से वापिस आने का मन न करे और वो भी एक लड़के के लिए। उस दिन मैंने प्यार का सही मायना जाना। मैं और रोहित अक्सर फ़ोन पर घंटों तक बातें किया करते। हमें एक दुसरे की कम्पनी अछि लगने लगी। इस तरह हमारी दोस्ती कब प्यार में इतनी गहरी हो गयी ये पता ही नहीं चला। फिर एक दिन रोहित ने मुझे मिलने के लिए बहार बुलाया। वो मुझे अपने दोस्तों के साथ मिलाना चाहता था। हम बहार घूमने गए।रोहित का एक बेस्ट फ्रेंड था उसका नाम था अक्षय। एक दिन अक्षय ने मुझे फ़ोन किया। उसने मुझे बताया के रोहित ाचा लड़का नहीं है। उसने ये भी कहा के रोहित मुझे चाहने का नाटक कर रहा है। मैंने उसकी बात बिलकुल नहीं मानी। मैंने सारी बात जाकर रोहित को बताई। उसने मुझे किसी तरह समझाया और मैंने उसकी बात मान ली। मगर कुछ दिनों के बाद अक्षय की बात सच साबित हुई और रोहित कही गायब हो गया। वो इस तरह गायब हुआ जैसे दूध में से मलाई निकल दी जाये। रोहित ने मेरी ज़िन्दगी बर्बाद कर दी और आज मै बहुत पचता रही हूँ। मुझे अफ़सोस है के मैंने अक्षय की बात क्यों नहीं मानी। अब मुझे पता चला की रोहित ने अक्षय को भी बहुत मारा और उसकी ज़िन्दगी को भी तबाह करके रख दिया। आज अक्षय के माता पिता बहुत दुखी हैं क्योंकि रोहित ने खुद के साथ-साथ अक्षय को भी तबाह कर दिया।