ख्वाइशें - 2 Kishanlal Sharma द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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ख्वाइशें - 2

औऱ कांत की सबीना से वाट्सएप पर बात होने लगी।
एक दिन कांत सबीना से बोला,"लाहौर की मिट्टी में तो कुछ है
"मिट्टी तो मिट्टी होती है वह चाहे कही की भी हो
"नही।लाहौर कि तो अलग किस्म की ही है
"अलग किस्म की कैसे है, मेरी समझ मे तो नही है
"मेरी आँखों से देखो तब पता चलेगा
"तुम्हारी आँखों से तो तुम ही देख सकते हो
"मैं ही तो देख रहा हूँ तभी तो कह रहा हूँ
"फन्नी
"हाऊ फन्नी
"लाहौर से सेकड़ो मील दूर बैठे हो यहाँ की मिट्टी तुम्हे दिखेगी कैसे जो तुम लाहौर की मिट्टी की बात कर रहे हो
"मुझे दिख रही है तभी बात कर रहा हूँ
"अच्छा,सबीना बोली,"तुम्हे दिख रही है तो बताओ ऐसा क्या खास तुम्हे यहाँ की मिट्टी में नजर आ रहा है।
"लाहौर कि कुड़ी बला की सुंदर होती है
"कभी लाहौर आये हो
"नही
"फिर तुम्हे क्या पता लाहौर की लड़कियां खूबसूरत होती है
"एक के वीडियो देखता रहता हूँ
"किसके
"तुम्हारे और किसके
"मैं सुंदर नही हूँ।इस गलत फहमी में मत रहना की मैं सुंदर हूँ
"कानो से सुना झूठ हो सकता है आंखों से देखा नही
"अच्छा
"बिल्कुल वीडियो पर तुम्हारा फोटो भी आता है।जानती हो मैं क्या करता हूं तुम्हारे वीडियो के साथ
"क्या करते हो
"आंखों से तुम्हारे चेहरे को देखता हूँ और कानों से वीडियो सुनता हूँ
"मजाक कर रहे हो
"हकीकत बयां कर रहा हूँ
"शुक्रिया
"पहले अपना प्यारा सा फोटो भेज दो फिर शुक्रिया कहो"
"शुक्रिया कहने के लिय भी रिश्वत देनी होगी
"हा
"अगर ना कह दूं तो
"मैं जानता हूं तुम ऐसा कर नही पाओगी
औऱ सबीना ने फोटो भेजा था
मैने तुम्हारा फोटो भेजने को कहा है
तो यह किसका है
तुम्हारा नही
और आखिर मे सबीना ने अपना फोटो भेज दिया था
"लाहौर में ही वीडियो बनाती हो या बाहर भी जाती हो वीडियो बनाने के लिए
"बाहर जब भी जाती हूँ वहाँ भी वीडियो बनाती हूँ
"कभी भारत भी आओ यहाँ आकर वीडियो बनाओ
"आना तो चाहती हूँ मैं भारत।आगरा
"ताज महल देखने के लिए
"अब आऊंगी तो ताज महल भी देखूंगी लेकिन आगरा आने का मकसद दूसरा भी है
"क्या
"मेरे दादा आगरा के ही है।सन1947 में देश के बंटवारे के समय पाकिस्तान आ गए थे।अपने पूर्वजों का घर देखना है और भारत भी घूमना है।वहा की शादी पर भी वीडियो बनाना चाहती हूं
"शादी मतलब
"हिन्दू रीति रिवाज से शादी कैसे होती है
"हिन्दू तो पाकिस्तान ने भी होंगे।रीति रिवाज तो हिन्दू भारत का हो या पाकिस्तान के रीति रिवाज तो एक से ही है
"अब यहा कितने से हिन्दू रहे हैं।फिर भारत मे अब भी परामराये रीति रिवाज कायम है
"तुम्हारा विचार अच्छा है।तुम एक काम करो
"क्या
"दिल्ली आ जाओ
"दिलकी क्यो
"मैं दिल्ली में रहता हूँ तुम दिल्ली आ जाओ फिर मैं तुम्हे आगरा व अन्य जगह जहाँ भी तुम चलना चाहोगी मैं तुम्हारे साथ चलूंगा।
"पक्का
"बिल्कुल पक्का
और एक दिन वह वीडियो बना रही थी उसी से कुछ दूरी पर बम विस्फोट हुआ था।जब कांत को पता चला तो उसने व्हाट्सएप कॉल किया था
"तुम तो सही हो
"मुझे कुछ नही होगा जब तक हमदर्दों की दुआएं मेरे साथ है
"आने के बारे में सोचा
"मैने वीजा के लिए अप्लाई कर दिया है।जैसे ही मुझे वीजा मिलेगा मैं तुम्हे इन्फॉर्म करूँगी।भारत मे भी मेरे चैनल को देखने वाले बहुत है
"चाहे जितने हो लेकिन गेस्ट तुम मेरी ही रहोगी
"Sure तुम्हारे कहने पर ही आ रही हूँ