The Truth Of The World Pawan Kumar Saini द्वारा कविता में हिंदी पीडीएफ

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The Truth Of The World

THE TRUTH OF THE WORLD

 

PAWAN KUMAR SAINI

 

 Two Words

I do not remember when by adding 

some words in reverse I started 

giving them the form of poetry 

with my understanding.

Whatever I have seen, felt, 

feelings that have arisen in my 

heart in my life, I have made an 

effort to express them with the 

scheme of some strange, clumsy 

words.

My poems are connected with the 

reality of consciousness, in which 

there is a vibration of the 

realization of reality. It would 

be fair to say that whatever I 

have tried to write, it has been 

sung by my body and mind I have 

felt it

 

 

 

 

हर चीज संसार की लिखी मानकर

अंक अक्षर और सब नाम मानकर

हर शब्द के नाम रखे मान मानकर

सिद्धांत लिख दिये सच जानकार

                         - पवन कुमार सैनी

Everything in this world is written assuming imaginary
Numbers, letters and all names are written assuming imaginary
From the beginning,The names of each word have been kept with assuming imaginary .
principles written knowing the truth

मानव सभ्यता के प्रारम्भ के कुछ सदी बाद ही मानव  लिखना सिख गया था। कुछ विद्वानों का कहना है की मानव सभ्यता के प्रारम्भ में मानव बोलता नहीं था। मैं कथन को सही नहीं मानता। बोलना मानव का प्रकृतिक गुण है मानव को मानव सभ्यता के प्रारम्भ से ही मानव जब इस पृथ्वी पर आया उसने चीज़ो को अलग अलग नाम से पुकारने लगा ताकि उनमें आपस में कंफ्यूजन ना हो जिस भी नई चीज को देखता उनको नाम दे देता उसे अपनी भावना सिर्फ मुजबानी व्यक्त करना आती थी ।  मानव को शुरुआती दौर में ही गणना भी आती थी। वों भूल जाता था उनका आपस में हिसाब किताब गड़बड़ा जाता था बाद में उसने सोचा क्यों ना? मैं पत्थरो  पर  लिखूं। उसने ध्वनियों के काल्पनिक चिह्न बनाये और अपना हिसाब पत्थरो पर लिखने लगा। कुछ विद्वान मानते थे उनको गणना नहीं आती थी, वों लोग गणना गलती करते थे मैं मानता हूँ की उनकी गणना सही थी वों लोग गणना सही करते थे और बहुत ज्यादा संख्या तक गणना करना जानते थे आप इसे इस प्रकार समझये यदि 5 के बाद के सभी अंक को छोड़कर सीधे 9 बोले तो गलना गलत नहीं होगी क्योंकि 5 के बाद सब 9 बोलेंगे उनकी गणना में 7 तक ही दहाई का अंक शुरू हो सकता है या 15 के बाद दहाई

शुरू हो तो काउंटिंग में गलत नहीं होगी क्योंकि सब उसे ऐसे ही पढ़ेंगे।उसने अपने बोलने के विचारों को लिखना चाहा उसने अपने बोलने की ध्वनियों को काल्पनिक चिन्ह के रूप में लिखने लगा । पहले एक एक ध्वनि को सुव्यास्थित किया गया उनके काल्पनिक चिन्हो को सुव्यास्थित किया धीरे धीरे इनमें सुधार किया गया और ये एक दिन में नहीं हुआ इसमें सदियाँ लग गयी। मानव शुरुआत में केवल लिखने का प्रयोग सन्देह लिखने और हिसाब किताब रखने के लिए किया करता था। धीरे धीरे ये पद्धति सब में फ़ैल गयी। ऐसा नहीं था कि 0 की खोज से ही गणना आगे बढ़ी। वों लोग आगे की भी गणना जानते थे सही गणना जानते थे।सब अंक काल्पनिक मानकर लिखें तो उन्होंने आगे की गणना भी काल्पनिक अंक मानकर लिखते थे और सभी उन्ही चिन्हो का मान वहीँ मानते थे, इसलिए उनकी गणना शुद्ध होती थी। ये एक रीती बन गयी, सब अपनी अपनी अलग लिपियाँ बना ली। और उन्हें शिक्षा के रूप में याद कर कर के लिखने लगे। यदि हम प्रूरव को पश्चिम बता कर पढाये तो लोग पूर्व को पश्चिम मानेगे और पश्चिम को पूर्व मानेगे। इस संसार के सभी शब्दों के नाम मानकर रखे थे और संख्याओ के चिन्ह भी मानकर रखे थे।

 

 

Everything has been written considering it to be of this world.

 Humans learned to write only a few centuries after the beginning of human civilization.  Some scholars say that in the beginning of human civilization, humans did not speak.  I do not consider the statement to be correct.  Speaking is a natural quality of human beings. Since the beginning of human civilization, when man came to this earth, he started calling things by different names so that there is no confusion among them. Whatever new thing he saw, he gave it a name only because of his feelings.  Knew how to express verbally.  Humans knew how to calculate in the early stages.  He used to forget, their accounts got disturbed and later he thought why not?  I will write on stones.  He made imaginary symbols of sounds and started writing his calculations on stones.  Then he wanted to write down his speaking thoughts. He started writing down the sounds of his speaking in the form of imaginary symbols.  First, each sound was streamlined, its imaginary symbols were streamlined, gradually these were improved and this did not happen in a day, it took centuries.  In the beginning, humans used writing only to record doubts and keep accounts.  Gradually this method spread to everyone.  Everyone made their own scripts.  And he started writing by remembering them as a form of education.  If we teach the East by calling it the West, then people will consider the East as the West and the West will consider the East as the East.  All the words of this world were kept as their names and also the symbols of numbers were kept as their names.

 

 

 

 

 

 

 

 

  1. वा रे सारथी आखिर में तुमने

साया जैसा ही किया 

रौशनी में साथ चलता रहा अँधेरे

में साथ छोड़ दिया

                  पवन कुमार सैनी 

साया - परछाई 

सारथी - साथी 

रौशनी - पैसों की शानो शौकत

अंधेरा - विपति में

 O charioteer, at last you
did the same as the shadow
walked with me in the light,
left me in the darkness

charioteer- friend
Light - grandeur of money
Darkness - in fall

मैंने ये शेर लोगो की बातें और किताबों में पढ़कर लिखा। मैं इस दुनिया को बहुत खूबसूरत मानता हूँ। इस दुनिया में कोई बुरा आदमी नहीं है। मैं इस मत में विश्वास नहीं रखता।

I wrote these couplets after reading people's stories and books.  I consider this world very beautiful.  There is no bad man in this world.  I do not believe in this opinion.

 

 

 

 

 

3.

अ पवन चल कुछ लिखने हुनर कलम का सिखने

रफ्ता रफ्ता सभी रंग हुनर में लगेंगे दिखने

कभी गज़लो में कभी नज़्मओं में ख्वाब लगेंगे बिकने

 

तआक़ूब करते लोग हरफ बुद्ध के

ज्ञान क्या मिला क्या जिक्र करते बुद्ध के

तू लिखकर कभी अलम के कभी मुद के

बयां करते जा जुस्तजू और हर लम्हे खुदके

 

अ पवन चल कुछ लिखने हुनर कलम का सिखने

रफ्ता रफ्ता सभी रंग हुनर में लगेंगे दिखने

कभी गज़लो में कभी नज़्मओं में ख्वाब लगेंगे बिकने

 

लिख भूमिपुत्र के गीत गलत सूलत बोल के

जिक्र कर उमारो के खींचते पानी के दोल के 

 कभी लिख जूताई कभी जिक्र बारिश के झोल के

लिख भूमिपुत्र कैसे सींचा पसीने में जिस्म ओल के

 

अ पवन चल कुछ लिखने हुनर कलम का सिखने

रफ्ता रफ्ता सभी रंग हुनर में लगेंगे दिखने

कभी गज़लो में कभी नज़्मओं में ख्वाब लगेंगे बिकने

पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

Hey Pawan, let's write something and learn the skill of pen.
Gradually all colors will become visible in skill.
One day dreams will be sold in ghazals and one day in poems.
People follow and worship Buddha
What knowledge did get and what did Buddha talk about?
You write sometimes about sorrow and sometimes about happiness .
Keep describing every moment of your life.
Hey Pawan, let's write something and learn the skill of pen.
Gradually all colors will become visible in skill.
One day dreams will be sold in ghazals and one day in poems.
Write farmer songs by speaking rightly or wrongly.
By referring to the swing of water being pulled by farmer
  Sometimes write about shoes and sometimes mention about the storm of rain.
Write how farmer watered his body with sweat.
Hey Pawan, let's write something and learn the skill of pen.
Gradually all colors will become visible in skill.
One day dreams will be sold in ghazals and one day in poems.

 

  

4

इंसान - सिर्फ और सिर्फ दिखावा करता है| इसे दिखावा करने से खुशी मिलती है ; ये ही खुशी जिंदगी है | इस खुशी के लिए ही इंसान सब कुछ करता है, हालांकि कुछ लोगो की ही मजबूरियां होती है ; बाकी सब दिखावा कर रहे है | इस खुशी के बिना इंसान निर्थक बन जाता है |

उसके जीने में कोई मज़ा ही नहीं |

उसे आनंद नहीं आता जीने में, अगर वो दिखाने के लिए करता है, तो उसे मज़ा आता है | आनंद आता है, इसलिए यहाँ जों कोई कुछ कर रहा है, दूसरों को दिखाने के लिए |

बस उसे दिखावा करने में खुशी मिलती है ; इस खुशी

लिए ही हर काम करता है |

 

इंसान को दिखावा करना चाहिए और ये होना भी चाहिए | इससे उसे आनंद मिलता है और आनंद के लिए तो इंसान जीता है |

 

बाहर से भले ही नहीं दिखाता, लेकिन अंदर से स्पस्ट रूप से दिखाने की कोशिश करता है |

इंसान दिखावा करता है - हक़ीक़त में यहीं जीवन है 

 दूसरों से अच्छा दिखने का,

 दूसरों से अच्छा सुंदर होना का,

 दूसरों से बेहतर बनना का,

 दूसरों से ज्यादा पैसा कमाने का,

 दूसरों से ज्यादा अच्छा लिखने का,

 दूसरों से बेहतर खेलने का,

दूसरों से ज्यादा मेहनत करने का,

दूसरों से ज्यादा महंगी महंगी चीजे रखने,

 यही दिखावा कर कर के जी रहा है |

 इंसान यहाँ सिर्फ खेल रहा है |

कभी चीजों से, कभी पैसों से,

बस इन चीजों से खेलता रहता है|

चीजों को जोड़ जोड़ कर,

बस केवल एक दिखावा करने के लिए जोड़ रहा है |

ऐसा करने में उसे सिर्फ खुशी मिलती है,

बस इसी खुशी के लिए उम्र भर खेलता रहता है,

बस इतनी सी खुशी है कि मेरे पास वो चीज है कि 

मेरे पास इतने पैसे है |

अंत में एक दिन मर जाता है |

 ये ही इंसान का जीवन है |

 

pawan kumar saini

 

 

 

  

Man - just show off .  There is pleasure in showing it off;  This happiness is life.  Man does everything for this happiness, although only some people have compulsions;  Everyone else is showing off .  Without this happiness man becomes useless.  There is no fun in his life.
He does not enjoy living, if he does it for show, then he enjoys it.  Enjoyment comes, so whoever is doing something here, to show it to others.
He just finds pleasure in showing off;  He does every work only for this happiness.
A person should show off and this should also happen.  He gets pleasure from this and man lives for pleasure.
Even if he doesn't show from outside, it tries to show clearly from inside.
Man shows - in reality this is life
The show Off to be looking better than others,
The show off of to be more beautiful than others,
The show off to be better than others,
The show off to earn more money than others,
The Show Off to write better than others,
The show off to play better than others,
The show off to work harder than others,
The show off of Having more expensive things than others,
This is what he is living by showing off.
Man is just playing here.
Sometimes with things, sometimes with money,
Just keeps playing with these things.
by combining things,
Just adding to show off.
He just finds joy in doing this,
Just for this happiness he keeps playing all his life,
I am just so happy that I have that thing that
I have so much money.
At last one day he dies.
This is the life of a human being.

 

 

  

 

5

जिस ख्वाब को पाने के लिए 8

घंटे सोचा जाये,

ख्वाब पूरा ना हो ऐसे कैसे हो

जाये।

                  पवन कुमार सैनी 

If a person thinks for 8 hours a day to achieve a dream,

it can never happen such that dream is not fulfilled.

इंसान अपना वक़्त ऊंचे ऊँचे ख्वाब देख कर व्यतित करता रहता है। ख्वाबों में खोया रहता है। इंसान का दिमाग़ कभी रुकता नहीं। ये दिन रात चलता रहता है। रात में सपने दिखाता है। दिन में हम खाबों देख देख कर खर्च करते है।

कभी किसी सुन्दर लड़के के ख्यालों में खो कर कभी कोई महंगी गाड़ी खरीद कर कभी सबसे ज्यादा धनवान बनकर। बस सिर्फ हम खाबों में ही सोचते है। हक़ीक़त में करके नहीं देखते। तुम्हारे अंदर बस, डर है। ये डर इंसान को कमजोर रखता है। तुम लोग सिर्फ ख्वाबों में ही ऊँचे ऊँचे सपने देख सकते हो। तुम लोगो ने हाथी की कहानी सुनी होगी हाथी को बचपन में एक रस्सी से बाँध दिया जाता है। वों उस रस्सी को तोड़ने का बहुत प्रयास करता है, लेकिन रस्सी को नहीं तोड़ पाता। वों मान लेता है की रस्सी मजबूत है वों टूटेगी नहीं और बड़ा होने के बाद भी उसी रस्सी से बंधा रहता है। तुम बस सपने को हक़ीक़त करने में कदम नहीं उठाते। अगर एक बार कोशिश करते। तो जान जाते की सपना हक़ीक़त भी होता है। तुम सिर्फ अपने दिमाग़ की ऊर्जा ख्वाबों में खर्च करते हो। हर दिन 8 घंटे उस ख्वाब को पाने के तरीके सोचो एक महीने तक सोचो। तुम्हे बहुत विकल्प मिलेंगे। उनमे सबसे आसान रास्ते को चुनो। और प्रैक्टिकल करके देखो ये कितना कामयाब है। और फिर उस रास्ते पर लगातार दौड़ो।

 

Man keeps spending his time seeing lofty dreams.  Remains lost in dreams.  The human mind never stops.  This continues day and night.  Shows dreams at night.  We spend our days daydreaming.

 Sometimes by getting lost in the thoughts of a handsome boy, sometimes by buying an expensive car and sometimes by becoming the richest person.  We think only in dreams.  Don't try it in reality.  There is just fear inside you.  This fear keeps a person weak.  You people can see high dreams only in dreams.  You must have heard the story of the elephant. The elephant is tied with a rope in childhood.  He tries hard to break that rope, but is unable to break the rope.  He believes that the rope is strong and will not break and even after growing up, he remains tied to the same rope.  You just don't take action to make the dream a reality.  If you try once.  Then you will know that dream is also reality.  You just spend your brain's energy in dreams.  Think about ways to achieve that dream for 8 hours every day for a month.  You will get many options.  Choose the easiest path among them.  And try it practically and see how successful it is.  And then run continuously on that path.

 

 

 

 

 

 

 

6

मंजिल चाहे लाख गुना कठिन हो,

ज़िद उसे पाने के रास्ते निकाल ही लेती है।

                     

                         पवन कुमार सैनी 

     

Even if the destination is a million times more difficult,
Stubbornness finds ways to get it.

इंसान अपना वक़्त ऊंचे ऊँचे ख्वाब देख कर व्यतित करता रहता है। ख्वाबों में खोया रहता है। इंसान का दिमाग़ कभी रुकता नहीं। ये दिन रात चलता रहता है। रात में सपने दिखाता है। दिन में हम खाबों देख देख कर खर्च करते है।

कभी किसी सुन्दर लड़के के ख्यालों में खो कर कभी कोई महंगी गाड़ी खरीद कर कभी सबसे ज्यादा धनवान बनकर। बस सिर्फ हम खाबों में ही सोचते है। हक़ीक़त में करके नहीं देखते। तुम्हारे अंदर बस, डर है। ये डर इंसान को कमजोर रखता है। तुम लोग सिर्फ ख्वाबों में ही ऊँचे ऊँचे सपने देख सकते हो। तुम लोगो ने हाथी की कहानी सुनी होगी हाथी को बचपन में एक रस्सी से बाँध दिया जाता है। वों उस रस्सी को तोड़ने का बहुत प्रयास करता है, लेकिन रस्सी को नहीं तोड़ पाता। वों मान लेता है की रस्सी मजबूत है वों टूटेगी नहीं और बड़ा होने के बाद भी उसी रस्सी से बंधा रहता है। तुम बस सपने को हक़ीक़त करने में कदम नहीं उठाते। अगर एक बार कोशिश करते। तो जान जाते की सपना हक़ीक़त भी होता है। तुम सिर्फ अपने दिमाग़ की ऊर्जा ख्वाबों में खर्च करते हो। हर दिन 8 घंटे उस ख्वाब को पाने के तरीके सोचो एक महीने तक सोचो। तुम्हे बहुत विकल्प मिलेंगे। उनमे सबसे आसान रास्ते को चुनो। और प्रैक्टिकल करके देखो ये कितना कामयाब है। और फिर उस रास्ते पर लगातार दौड़ो।

 

Man keeps spending his time seeing lofty dreams.  Remains lost in dreams.  The human mind never stops.  This continues day and night.  Shows dreams at night.  We spend our days daydreaming.

 Sometimes by getting lost in the thoughts of a handsome boy, sometimes by buying an expensive car and sometimes by becoming the richest person.  We think only in dreams.  Don't try it in reality.  There is just fear inside you.  This fear keeps a person weak.  You people can see high dreams only in dreams.  You must have heard the story of the elephant. The elephant is tied with a rope in childhood.  He tries hard to break that rope, but is unable to break the rope.  He believes that the rope is strong and will not break and even after growing up, he remains tied to the same rope.  You just don't take action to make the dream a reality.  If you try once.  Then you will know that dream is also reality.  You just spend your brain's energy in dreams.  Think about ways to achieve that dream for 8 hours every day for a month.  You will get many options.  Choose the easiest path among them.  And try it practically and see how successful it is.  And then run continuously on that path.

 

 

 

 

 

 

6

सभी यहाँ झूठे बहम को सोच कर जी रहे है
की लोग उनकी तारीफे सोच रहे है
एक शादी में सभी सज धज के आकर सोच रहे है की लोग सोच रहे कि देखो वों कितना सुन्दर लग रहा है
इनको पता नहीं कि हर कोई खुद के बारे में ही सोच रहा है
उसी शादी में खूबसूरत लड़की सोच रही कि लोग सोच रहे वों कितनी सुंदर है
धनवान सोच रहा है कि लोग सोच रहे कि इसके पास बहुत पैसा है
कोई बड़ा कारनामा कर के आया है वों खड़ा खड़ा सोच रहा है कि लोग सोच रहे कि उसने ये कारनामा किया
कोई कोई बड़ा मुकाम हासिल करके  खड़ा खड़ा सोच रहा है कि लोग सोच रहे है कि उसने ये मुकाम हासिल किया
इनको पता नहीं कि ऐसा ये खुद ही सोच रहे है
जिनके बारे में सोच रहे है कि लोग सोच रहे है
हक़ीक़त में वों लोग भी अपने अपने काम, हुनर, कारनामें, मुकाम, सुंदरता, पैसा और मेहनत के बारे में यहीं सोच रहे है कि लोग सोच रहे है
मालिक सोच रहा है कि नौकर सोच रहा कि कितना अच्छा मालिक है
और नौकर सोच रहा है कि मालिक सोच रहा कि कितना अच्छा नौकर है
मैं खड़ा खड़ा सोच रहा हूँ कि ये भी खुद के बारे में सोच रहा है और वों भी खुद के ही बारे में सोच रहा है तो इनके बारे में सोच कौन रहा है

 

 

 Everyone here is living a false illusion.
that people are praising him
At a wedding everyone is dressed up and thinking that people are thinking, look how beautiful he is looking.
They don't know that everyone is thinking about themselves
At the same wedding, a beautiful girl is thinking that people are thinking how beautiful she is.
The rich man is thinking that people are thinking he has a lot of money
One has come back after performing a great feat and is standing there thinking that people are thinking that he has done this feat.
Someone is standing there after achieving a big milestone and thinking that people are thinking that he has achieved this milestone.
They don't know that they themselves are thinking this
about whom people are thinking
In reality, those people are also thinking about their work, skills, achievements, status, beauty, money and hard work.
The master is thinking that the servant is thinking how good the master is.
And the servant is thinking that the master is thinking what a good servant he is.
I am standing there thinking that he is also thinking about himself and they are also thinking about themselves, so who is thinking about them?

 

 

 इंसान कभी भी किसी दूसरे के तारीफे नहीं सोच सकता है। ऐसा इस दुनिया में कोई भी इंसान नहीं जों दूसरों की तारीफे सोचता हो। ये इंसान का प्राकृतिक गुण है वों सिर्फ अपनी ही तारीफे सोचेगा। इंसान सिर्फ खुदके तरफ के पहलु को देखता है। दूसरों के पहलु को नहीं देखता है।

एक मालिक सोचता है कि उसका नौकर सोच रहा है कि कितना अच्छा मालिक है

और नौकर सोच रहा है कि मालिक सोच रहा है कि कितना अच्छा नौकर है

ऐसे ही एक सुन्दर लड़का और लड़की सोच रहे है

लड़का सोच रहा है कि लड़की सोच रही कि कितना सुन्दर लड़का है

लड़की सोच रही है कि लड़का सोच रहा है कि कितनी सुन्दर लड़की है।

इनको आपस में पता नहीं कि कौन क्या सोच रहा है।

सभी अपनी अपनी तारीफे सोच रहे है कि लोग सोच रहे है लेकिन सच ये है कि वों लोग भी सिर्फ अपनी तारीफे सोच रहे है, तो इनके बारे में सोच कौन रहा है ये झूठ मुठ में घमंड कर कर के जी रहे है इनको वास्तविकता पता ही नहीं।

 

A person can never think of someone else's praises.  There is no person in this world who thinks of praising others.  This is a natural quality of a human being, he will think only of his own praise.  Man sees only his own side.  Does not see the aspects of others.

 A master thinks his servant is thinking what a good master he is

 And the servant is thinking that the master is thinking what a good servant he is

 A beautiful boy and girl are thinking like this

 The boy is thinking that the girl is thinking what a handsome boy he is.

 The girl is thinking that the boy is thinking what a beautiful girl she is.

 They don't know among themselves who is thinking what.

 Everyone is thinking of their own praises, that people are thinking, but the truth is that they are also only thinking of their own praises, so who is thinking about them, they are living with pride in their lies, they know the reality , No

 

 

 

 

 

 

  

 

7

मैंने खूब देखा परखा दूसरों को

 अलग अलग आईनो मे

तस्वीर मेरी ही दिख रही थी सभी आईनो में

कोई सच्चा था कोई अच्छा था

लेकिन दिल हर किसी का

खूबसूरत था इन आईनो में

बुरा,मतलबी लोग कहने वाले

जरा झाँककर देख लो कौन है इन

आईनो

                पवन कुमार सैनी 

 

 

I have seen and tested others a lot
in different mirrors
My own picture was in all the mirrors.
some were true and some were good
but everyone's heart
was beautiful in these mirrors
Who say bad, mean to others
Just take a peek and see who it is
in mirror

 

 

मैं सभी को देख चूका हूँ परख चूका हूँ।

सब अच्छे है इस दुनिया में मुझे कोई बुरा आदमी नज़र नहीं आता । मैं इस दुनिया को बहुत ऊपर से देखता हूँ। मुझे इस दुनिया में कोई भी बुरा आदमी नहीं दिखाई देता है। लोग एक दूसरे को को मतलबी बुरा कहते है। ऐसा बिलकुल भी नहीं है। ये दुनिया बहुत खूबसूरत है। और इसमें रहने वाले लोग और भी खूबसूरत है। उनको अंदर से देखने की कोशिश करो। वों तुम्हारा ही दूसरा रूप है या उनको ऊपर से देखो मेरी तरह सब खेल रहे है एक दूसरे को अपना अपना हुनर दिखा कर कोई छल से जीत रहा है कोई बल से कोई अपनी बात सिद्ध करने के लिए लड़ रहा है कोई पैसों के लिए लड़ रहा है, कोई झूठ बोलकर लड़ रहा है,कोई दो वक़्त के खाने के लिए लड़ रहा है। लेकिन इन सबको अंदर से देखोगे की कैसे है ये तो समझ जाओगे कि इन सब का दिल कितना खूबसूरत है। तुम्हारी तरह अगर तुम्हारे पास 15 हजार रूपये कि job है तो एन्जॉय करो ये तुम्हारे लिए पर्याप्त है। मजे करो और लोगो के ऊपर से खेल देखो कि लोग कैसे खेल रहे है। अपनी चीजे अपना हुनर एक दूसरे को दिखा रहे है यहीं दुनिया है।अपना स्वाभाव ऐसा बनाओ कि आपकी बातें किसी को चुभे नहीं हमेशा सच बोलो लेकिन मीठा बोलो। ऐसा सच मत बोलो जों किसी को चुभे अगर किसी को सुधारना है। उसकी सच्ची वाली तारीफ करो। कहो तुम कर सकते हो। वों आपकी इज़त के लिए वैसा ही करेगा और वों उस रूप में डल जायेगा।

 

 

 

 

 have seen and checked them all.

 Everyone is good, I don't see any bad person in this world.  I look at this world from above.  I don't see any bad man in this world.  People call each other mean and bad.  It is not like that at all.  This world is very beautiful.  And the people living in it are even more beautiful.  Try to see them from inside .  They are just another form of you or look at them from above, everyone is playing like me, showing their skills to each other, some are winning by deceit, some are winning by force, some are fighting to prove their point, some are fighting for money.  Yes, someone is fighting by telling lies, someone is fighting for two square meals.  But if you look at all of them from inside, you will understand how beautiful their hearts are.  Like you, if you have a job of Rs 15 thousand then enjoy, it is enough for you.  Have fun and watch people play from above.  This is the world, showing their things and their skills to each other. Make your nature such that your words do not hurt anyone. Always speak the truth but speak sweet truth .  Don't speak the truth that might hurt someone if you want to improve someone .  Give him genuine praise.  Say you can do .  He will do the same for your respect and he will get into that form.

 

 

 

 

  

 

8

भले ही मुझे दुनिया को देखने का

तजुर्बा थोड़ा कच्चा है

"मतलबी , बुरे" कहने वालो से

लाख गुना अच्छा है

खुद से सीखा मैंने एक इंसान

दूसरे का आईना होता है 

 खुद के मानिद दूसरा भी उतना 

 साफ और सच्चा है

               पवन कुमार

 

 

Even if my the experience of seeing to world is a bit raw
From those who say "mean, bad"
a million times better
I learned a  from myself a person
is a mirror of another
the other is as good as own

 

 

 

मैं सभी को देख चूका हूँ परख चूका हूँ।

सब अच्छे है इस दुनिया में मुझे कोई बुरा आदमी नज़र नहीं आता । मैं इस दुनिया को बहुत ऊपर से देखता हूँ। मुझे इस दुनिया में कोई भी बुरा आदमी नहीं दिखाई देता है। लोग एक दूसरे को को मतलबी बुरा कहते है। ऐसा बिलकुल भी नहीं है। ये दुनिया बहुत खूबसूरत है। और इसमें रहने वाले लोग और भी खूबसूरत है। उनको अंदर से देखने की कोशिश करो। वों तुम्हारा ही दूसरा रूप है या उनको ऊपर से देखो मेरी तरह सब खेल रहे है एक दूसरे को अपना अपना हुनर दिखा कर कोई छल से जीत रहा है कोई बल से कोई अपनी बात सिद्ध करने के लिए लड़ रहा है कोई पैसों के लिए लड़ रहा है, कोई झूठ बोलकर लड़ रहा है,कोई दो वक़्त के खाने के लिए लड़ रहा है। लेकिन इन सबको अंदर से देखोगे की कैसे है ये तो समझ जाओगे कि इन सब का दिल कितना खूबसूरत है। तुम्हारी तरह अगर तुम्हारे पास 15 हजार रूपये कि job है तो एन्जॉय करो ये तुम्हारे लिए पर्याप्त है। मजे करो और लोगो के ऊपर से खेल देखो कि लोग कैसे खेल रहे है। अपनी चीजे अपना हुनर एक दूसरे को दिखा रहे है यहीं दुनिया है।अपना स्वाभाव ऐसा बनाओ कि आपकी बातें किसी को चुभे नहीं हमेशा सच बोलो लेकिन मीठा बोलो। ऐसा सच मत बोलो जों किसी को चुभे अगर किसी को सुधारना है। उसकी सच्ची वाली तारीफ करो। कहो तुम कर सकते हो। वों आपकी इज़त के लिए वैसा ही करेगा और वों उस रूप में डल जायेगा।

 

 

 

 

I have seen and checked them all.

 Everyone is good, I don't see any bad person in this world.  I look at this world from above.  I don't see any bad man in this world.  People call each other mean and bad.  It is not like that at all.  This world is very beautiful.  And the people living in it are even more beautiful.  Try to see them from inside .  They are just another form of you or look at them from above, everyone is playing like me, showing their skills to each other, some are winning by deceit, some are winning by force, some are fighting to prove their point, some are fighting for money.  Yes, someone is fighting by telling lies, someone is fighting for two square meals.  But if you look at all of them from inside, you will understand how beautiful their hearts are.  Like you, if you have a job of Rs 15 thousand then enjoy, it is enough for you.  Have fun and watch people play from above.  This is the world, showing their things and their skills to each other. Make your nature such that your words do not hurt anyone. Always speak the truth but speak sweet truth .  Don't speak the truth that might hurt someone if you want to improve someone .  Give him genuine praise.  Say you can do .  He will do the same for your respect and he will get into that form.

 

 

 

 

9

राह में मुश्किलों के चलते-चलते,

हर लम्हा हर नफ़स सँभलते सँभलते ,

शौक से हसरतो का पीछा करते करते,

गुजर जाता है यूँही चलते चलते ।

 

शाम की तन्हाई में जब घर आता है,

जिम्मेदारीयों के बोझ से सो नहीं पाता है,

बस तसलियों से दिल बहलाता है ,

इक तलाश को पूरी करने में बेकरार हो जाता है ।

 

दिल के सारे अरमान अपनों पे लुटाता है,

खुद है खुद को भी भुल जाता है ,

हाले दिल कोई पूछने नहीं आता है,

मिला है जिस पर सबर कर जाता है।

 

जब आइने से नज़र मिलाता है,

खुद ही खुद में खो जाता है,

जिंदगी बोझ नहीं है खुद को समझाता है,

इंसान बस हसरतो से खेलता जाता है ।

 

 

 

       Often come difficulties on the way,
Every moment, carefully controlled,
Chasing desires with passion,
He just passes while walking.

When  comes home in the silence of the evening,
Can't sleep due to burden of responsibilities,
Just entertains the heart with consolation,
Becomes desperate to complete a quest.

spends all the desires of his heart on his loved ones,
  forgets even himself he is
  no one comes to ask poor heart
Got it on which patience prevails.

When  makes eye contact with the mirror,
He gets lost in himself,
Life is not a burden, he explains to himself.
Man just keeps playing with desires

 

 

 

      

10

दवा आई है गमों की

अब तो वाह वाह कर ,

मदहोश कर देगी ये तुझको तू

गमों की मत परवाह कर 

ये जों जख्मो का दर्द है तेरी रूह

में  कब से ,

उतर जायेगा चढ़ने दे इसकी

मयकशी को दबाकर

               पवन कुमार सैनी

 

 

The medicine for sorrow has arrived

 Now say wow,
This will make you intoxicated
don't care about sorrows
This is the pain of the wounds of

 your soul Since when
it will come down let it climb
by pressing the liquor

 

 

 

 

 

11

तू रोज़ ख्वाब में बुलंदी पर जाता है 

 ख्वाब को सिर्फ ख्वाब ही समझ जाता है 

अगर तू हिम्मत कर कदम बढ़ाता

ख्वाब हक़ीक़त होता है जरूर

समझ जाता

 

                   पवन कुमार सैनी

 

 You rise to the heights in your dreams every day
understands the dream Only the dream
If you had the courage to step forward
Then you will definitely understand
dreams are real

 

 

 

 

 

  

 

12

शरीके मिल जाता हुस्न के बाजार में 

हम भी गज़लो में उसका जिक्र जरूर करते

 

 उसकी बांहों में बाहें डालकर लब चूमते 

और निगाहो एक असरार सरूर करते

 

रोम रोम में चढ़ जाती इश्क़ की मयकशी 

हम उसको इश्क़ में इतना मगरूर करते 

 

 इतना टूटकर चाहते धुनकी में आ जाते 

इश्क़ का असर उसपर भरपूर करते

 

हर गली में किसे सुनाते हमारी उल्फत के 

आशिक़ भी हमें देखकर गरूर करते 

 

 

 

 

 

  

 

 

If find a soulmate in the market of beauty
We also definitely mention it in ghazals.

putting my arms around her and kissing her lips
And with her eyes gets an impressive drunk

The liquor of love rises from every pore
We make her so proud in love

Would have been so broken and would have gone into a trance
We shower love on her

Everyone Metion our love in every street?
Even lovers feel proud after seeing us

 

 

 

 

 

12

कभी हसते थे दोनों तीनो एक साथ में

हम ना बदलेंगे कहते थे बात ही बात में

बदलते देखा उनको भी दुख की बरसात में

जैसे परछाई साथ छोड़ देती है आते ही अँधेरी रात में

                    पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

 

Sometimes both used to laugh together

  We used to say in every conversation that we will not change.

  Saw them changing too in the rain of sorrow

  Like a shadow leaves you as soon as comes in the dark night

 

 

  

 

 

13

 यूँ तो थकान आ ही जाती है जिंदगी राह में ,

कोई चल रहा है मगमुम कोई बेबसी की आँह में ,

हुजूम में दौड़ रहे है सब आगे निकलने की चाह में,

कोई मंजिल नहीं है मौत के सिवा इस राह में ।

                    पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

 

 

Tiredness always comes in the way of life.

  Some are walking happily, some in a sigh of helplessness,

  Everyone is running in a crowd, wanting to get ahead,

  There is no destination on this path except death

 

 

 

  

 

14

कमी रह गई उस हुस्न नाज़नी को सजने में 

मैं फ़क्त निगाहो से इसारा उसे जरा कर दूंगा

 

इत्तेफाक से हो गयी दो चार मुलाक़ाते उससे 

उस पर मोहब्बत का असर खरा कर दूंगा

 

 उसकी निगाहो से मोहब्बत का इज़हार होगा 

मैं मोहब्बत की सौगात उसे अदब से डरा कर दूंगा

 

वहसत का असर है बहकी बहकी फ़िज़ावों में 

उसके आने की खुशी में गुल से धरा कर दूंगा

 

मिसाल मैं अपनी मोहब्बत की उसे ऐसी दूंगा 

 हीर रांझा जैसी रिवायत हर जुबां पर करा कर दूंगा

 

                              पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

 

  

 

There was something missing in decorating that beautiful lady.

  I will crush her with just my eyes

 

I met him by chance once and twice

  I will prove the effect of love on her

 

Love will be expressed through his eyes

  I will scare her with the gift of love

 

The effect of madness is in the deluded spirits.

  I will shower her  with flowers to celebrate his arrival.

 

 

 I will give her such example of my love.

  I will make a story like Heer Ranjha popular on every tongue.

 

 

 

 

  

 

 

15

अब तो आँखों से आँसू आ जाते है ,

जब लब्ज तेरे जुबां पर आते है ,

वफ़ा देने का कोई वादा तो नहीं किया हमने ,

पर सुना है निभाने वाले निभा जाते है

                     

  पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

 

Now tears come from my eyes,

  When your words come to tongue,

  We did not make any promise of loyalty,

  But I have heard that those who want fulfill, fulfilled

 

 

 

 

 

 

 

16

मेरी खिरद को मत आजमा अ हुस्न नाजनी 

मैं पेशेवर फरेबी हूँ खसारे का सौदा नहीं करता

                         पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

 

Don't try my intelligence O beautiful girl

  I am a professional fraudster, I do not deal with losses.

 

 

  

 

 

17

चाँदनी रातों में सितारे में जगमगाये कही ,

ख्वाबों की जमीं पर गुलपोश हो जाएँ हम ।

 

रौशनी  जिस्म है सितारों की छाँव की ,

चंदा से हसरतों के सिलसिले सजाएं हम ।

 

हर सांस में मीठा सा अहसास है ,

तुम बस्ती हो तुमसे कैसे बताएँ हम ।

 

मजनून कर रही आँखों की जुबां,

सच्ची मोहब्बत है तो आजमाए हम।

 

आँखों में खो जाओ हमारी तुम ,

ख्वाबों के सफर पे कहीं ले जाएं हम।

 

दरिया है ये दिल, लहरों में बहता,

प्यार के सागर कहीं बनाएं हम।

 

सितारों के साथ जगमगाती रातों में,

आजा आपसी दूरियाँ मिटाएं हम।

 

बंदिशे तोड़ दे आज उल्फत के हद की ,

दोनों ही धुनकी में आज आए हम।

 

सुनो गज़लों की ये खूबसूरत साजिश है ,

इश्क़ के आलम में कही खो जाएं हम।

 

 Shine like stars on moonlit nights,

  Let us blossom in the land of dreams

 

Light is the body of the shadow of the stars,

  Let us decorate the chain of desires with the moon

 

There is a sweet feeling in every breath,

  You are a dwelling, how can we tell you?

 

The tongues of the eyes are pointing,

  If there is true love then let us fulfill

 

Get lost in my eyes,

  Let us take you somewhere on the journey of dreams.

 

This heart is a river, it flows with the waves,

  Let us make an ocean of love somewhere.

 

In the nights sparkling with stars,

  Come let's reduce  the distance between us.

 

Break the boundaries of love today,

 Both of us came today in a state of intoxication.

Listen, this is a beautiful conspiracy of ghazals,

  May we get lost somewhere in the world of love

 

  

 

 

18

बुरा कौन है अगर सदाकत देखे सबकी

मा के लिए ये करूँगा

भैया को वो लाके दूंगा

सोचता हर सक्ष क्या क्या है जबकि

                     

पवन कुमार सैनी

 

 

 Who is bad if we sees the truth of everyone?

 I will do this for mom

 I will bring it to brother

  What does every man think while

 

 

 

 

19

हुनर तरास्कर ही रहूँगा इस कलम का

इसे लगता था ऐसे ही लिखना छोड़ दूंगा मैं

                       

पवन कुमार सैनी

 

 

 

I will leave this pen by sculpturing of art 

 It thought I would just give up writing in vain 

 

20

 फलक में उची परवाजे देख तू भी भरकर 

सभी तैरने लग जाते है वहाँ एक बुलंदी पर 

जमीं से देखता है उनके चमकने का हुनर 

हर चीज चमकती वहां फलक स्याह होने पर

 

                          पवन कुमार सैनी 

फलक - आशमान

परवाजे - उड़ाने

बुलंदी - ऊंचाई

हुनर - कला

स्याह – काला

 

 

 

 

 

See by flying high in the sky in high

 Everyone starts swimming there at a height

 watches their talent of shine from the ground

 Everything shines when the sky is black

 

 

 

 

21

वो मुझे टूटकर चाहने का तजुर्बा तो सीखा गया

कोई जला ना सके ज़ालिम इसलिए नाम खुद का लिखा गया 

                           पवन कुमार सैनी

 

 

 

                           पवन कुमार सैनी

 

 

 

He learned the experience of loving me brokenly.

 No one could burn the tyrant, that's why he wrote his own name.

 

 

 

  

 

22

बून्द बून्द झलक रहा है पानी बरसात का,

वो नफ़स याद आ रहा पहली मुलाक़ात का।

 

जुल्मत रात में खोया हुआ हूँ एक इदराक में ,

वो तपक क्यों नहीं उठा  बहके जज्बात का ।

 

 मुलाकाते, बातें, सब कुछ एक ख्वाब सा है,

लगता ही नहीं कोई बशर छूट गया साथ का ।

 

 नशा इतना मयकश था इश्क़ के शुरुआत का, 

 मज़ा आ रहा था नई नई लगन की सौगात का।

 

साफ असर दिखता  था इश्क़ के आघात का,

गुरुर था मुझे दिल पर टूटकर चाहने की बात। का

 

बेदार बहुत रहता  फिर भी होश खो देता,

शायद इस उल्फत का नशा रहता रात का।

 

                    पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

 

Rain water is falling drop by drop,

 I remember that moment of the first meeting.

 

I am lost in a thought in the dark night,

 Why didn't that enthusiasm of misguided emotions arise?

 

Meetings, talks, everything is like a dream,

 It doesn't seem like anyone is left behind.

 

 The intoxication of the beginning of love was so strong,

 I was enjoying the gift of new passion.

 

 The impact of love's trauma was clearly visible,

 I was in proud of my deep desire for love.

 

 Stay awake a lot and still lose consciousness,

 Perhaps the intoxication of this love lasts through the night

 

 

 

  

 

23

इश्क़ किसका मुकम्मल हुआ है जनाब

हम तो बस अइयासी के साथ

थोड़ी मौजगी कर लेते है

                     

पवन कुमार सैनी

 

Whose love is complete sir?

 We  have just some fun with Aiyaasi

 

 

 

 

24

मोहबत की दीवानगी में इस हद से गुजर गए

क्या पता था साली एक दिन इतना रुलायेगी

                 

  पवन कुमार सैनी

 

 

 

We crossed this limit in the madness of love

 Who knew that one day your bitch life would make cry so much?

 

 

 

 

 

 

 

 

 25

आंसू हमेशा इंसान की रूह से दो

 ही वक़्त निकलते है

एक जब सच का दौखा खाता है

दूसरा कोई मर जाता है

             

 पवन कुमार सैनी

 

 

             पवन कुमार सैनी

Tears always come from the human soul only twice 

 When one betrays the truth second 

 someone else dies

 

 

 

  

 

26

क्या हुआ भरी महफिल में जला

दिये अरमान मेरे उसने

अच्छा हुआ कुछ के दिलों में तो

उजाला हुआ

                     पवन कुमार सैनी

 

 

  

What happened she burnt my desire in a crowded ?

 

Good things happened

in some hearts, it became light

 

 

 

 

27

हर रात में तुझे तस्व्वुर में सोचता हूँ ,

ख्वाब है या हक़ीक़त  रोज सोचता हूँ ।

 

दरिया के किनारो पर जरस गुंजती है,

उल्फत के बातें को धुनकी में सोचता हूँ ।

 

तुझसे मिलकर दिल बताना चाहता है ,

कि तुझे तस्वुवर में कई मर्तबा सोचता हूँ ।

 

मोहब्बत के आगाज़ में खुदी आती मिजाज में,

वहशत है ये मेरा या सच में तुझे सोचता हूँ।

 

जिस दिन से तेरी निगाहेँ पडी है मुझ पर,

हर रोज तुझको ख्वाब -ए - सहर में सोचता हूँ।

 

कोई तो अंजाम मुकरर हो मेरी मोहब्बत का,

बेदार होकर कोई माकूल गुज़र सोचता हूँ।

 

पवन कुमार सैनी

 

 

 

  

 

Every night I think of you in my imagination,

 I think about it every day, is it a dream or reality?

 

 Sweet sounds echo on the banks of the river,

 I think about love in a trance.

 

 My heart wants to tell you,by seeing you 

 that I think of you many times in my imagination

 

 At the beginning of love, pride comes in the mood,

 Is this my madness or do I really think about you?

 

From the day your eyes fell on me,

 Every day I think of you in my dreams

 

There must be some definite outcome for my love,

 After waking up, I think of something appropriate to do.

 

 

 

 

 

28

दिल मेरा फिर से फिसलता जा रहा है ,

बस उसकी बातों का वो नफ़स याद आ रहा है ।

 

उसके ही रफाक़त ख्वाब देखता है दिल 

मुझ पर उसकी सोहबत का असर आ रहा है ।

 

फ़िज़ा में उसकी खुशबू का कारवां  चला आ रहा है ,

 धड़कनो में थोड़ा असर है उसका थोड़ा सांसों में समाँ रह है ।

 

उसकी बातें जगाती है  आरजूओं का एक जहां,

 जहाँ तक देखूँ गुलपोश मुकम्मल नजर आ रहा है ।

 

तसव्वुर में उसके ख्यालों में हो जाता हूं मशगूल 

जैसे एक बशर हक़ीक़त से दूर जा रहा है ।

 

मोहब्बत की कुछ ऐसी बात होती है ,

हर तरफ खुमारी का नशा छा रहा है 

 

© pawan kumar सैनी

 

 

 

 

 

 

 

My heart is slipping again,

 I just remember that moment of his words

 

 

 My heart dreams with her only

 His words are affecting me.

 

 A caravan of her fragrance is moving in the air,

  There is some impact in the beats, some of it is present in the breath.

 

 

 His words awaken a place of desires,

 As far as I can see, Gulposh looks complete.

 

 

I get busy thinking about her in my imagination

 Like a person is moving away from reality.

 

There is such a thing about love,

 The intoxication of hangover is spreading everywhere

29

बहुत रौनक देखी नज़ारों में

देखी खेमे बदलते लोग

वक्त भी दुहाई देता हैँ उनकी

जो बुझे हैँ जमकर ही चसे हैँ

                   

  पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

30

रफ़्तार से दौड़ मेरे अहबाब

हक़ीक़त में खरगोश

जीतता है कछुवा नहीं 

         

   पवन कुमार सैनी

 

 

 

31

 

 

Who says you have flaws in you dear

Between dream and reality is flowing water of fear

The story is the thinking to go an end

Thinking of both only goes to an end

One is weak and the other is wise friend

On useless different things thinking of the weak spend

The weaker have only one trend

Sometime is to get beautiful girlfriend

Sometime to earn much and to buy land

To one thing all day thinking of the wise spend

In every heart fear of “I can't do “seems

Look this world is made in really by dreams

Taajmahal, red Fort or four beams

Before making someone thought in dreams

Everything of this world is written by assuming

Digit, letter directions and formulation

Everything is going on writing by assuming

Truth is written by knowing formation

 

 

 

 

 

हम सादबत भी कैसे करते की द दनया का

हर इन्सान साफ़ और स���ा है

बस ब ल ददया एक इोंसान द सरे

का आईना ह ता है

अल्फाज में ब रा हम भी दलख देते दकसी क

गर हमने ददल्ल की सदाकत नहीों देखी ह ती

 

 

How do we prove no one

in the world is bad man

We simply said that

one person is the mirror of another

In our words we also write

 bad man to  someone

if we had not seen other

as ourselves in the mirror

 

 

  

 

 

Compulsion makes a person handicapped

The fond makes a person expert

 

 

 

Take step ahead at least ,the way will be clear itself

 

Bring dream in reality , feet will also cross the destination

 

 

 

 

 

 

 

Who knows distance of fear

Between dream and reality

He can achieve everything

 

 

 

 

What a beautiful world has made by education

How Man has decorated it with his devotion

 Man is going ahead with rule and law

Spreading education everywhere over the raw

 War was only one art ancients have to show

 After many people were killed, a great man became so

 This have turned a means of security now

 Football hockey and javelin throw

Today there are many arts a man has to show

Many people are also getting great in inventions wow

 Today’s man speaks truth so much

 impossible feats, lies and custom of untouch

 In ancient such lies feats happened much

 Every heart has become beautiful now

 And sweetness is on every mow

What a beautiful world has made by education

 

How Man has decorated it with his devotion

 Everything of this world is written by assuming

 Digit, letter directions and formulation

 Everything is going on writing by assuming

Truth is written by knowing formation

 

 

 

 

29

 

 

If you think your

 heart is very beautiful

You are a good man

 

 

 

 

Those who thinks others are bad

Are small in thinking

Can be judge from their talks

The true always speaks sweetly

Is great in thinking

Can be judge their words

Because they weigh every person by himself

 

 

 

 

 

O life we ourselves  is the mirror

Don’t try to hew us

 

 

 

Never fall in love friend

 Heart breaks at the end

 It begins to change trend

As a few days spend

This heart is innocent friend

 Thinks it a godsend

Never fall in love friend

Heart breaks at the end

 I understood to this heart just

When it fell in love at the first

Love is only a spring passing gust

I have lost everything in this lust

Never fall in love friend

Heart breaks at the end

In first rain of love, bliss blow

What happens next you don't know

At last sand of love turns fallow

 And dream begins to break slow

 

 

 

 

 

O my heart if you had been some aware

 I had also been a some aware

 This heart went on saying I just walked along the way

 Who know Suborn heart will take me here one day

 Speaking two sweet words

Destroying dream’s world

 Like this way to drop through the eyes no one dare

O my heart if you had been some aware

 I had also been a some aware

 Sometime you walk with winds sometime in mist

 Looking drown in love I said “listen to me at least"

I wanted to stop thee

How you listen to me

 But mash of wanting love climbed on you bare

O my heart if you had been some aware

 I had also been a some aware

 The color of love had got climbed in every vein

 Many raptures arose in heart, took me in bliss then

 I will live with you end of the doom day

 Like a shadow she used to say

 When I came into dark night that shadow disappear

 O my heart if you had been some aware

I had also been a some aware

 

 

 

 

What kind of yearn is

 What kind of mourn is

 What kind turn is?

 What kind of lorn is?

 I am here vain

 My feet have become own chain

These give only pain

 Tell me someone how to abstain

 Though ties of love have broken

 Yet where these remain

 How do these give pain

Through my eyes these rain

 I am here wound

 Far from there isn't ground

Where ocean is surround

 

 

 

 

 

Who has seen whose heart

 

Without any reason rumors are

Flying about being unfaithful

We just insisted on persuading once

 

 

 

 

29
बहुत रौनक देखी नज़ारों में
देखी खेमे बदलते लोग
वक्त भी दुहाई देता हैँ उनकी
जो बुझे हैँ जमकर ही चसे हैँ

 

 

I saw a lot of beauty in the sights.
I saw people changing camps.
Even time cries out for them
Only those who are extinguished give light

 

  

 

 

30

खुल गयी थी दिल की महफिल हमारी भी

बस चाल पड़े रास्ते जिदर भी गए

नज़रो ने धौखा नहीं खाया था साहब

बात तो ज़िद्दी दिल की दिल्लगी की थी

 

                    पवन कुमार सैनी

 

The way of our hearts had also opened.
I just kept moving and got lost along the way.
The eyes did not deceive , sir.
It was about the stubbornness of the heart.

 

30
रफ़्तार से दौड़ मेरे अहबाब
हक़ीक़त में खरगोश
जीतता है कछुवा नहीं

 

run fast my dear
rabbit wins in reality
  turtle not

32

जुल्मत की रातों में आदमी की क्या कहानी,

गुमराह तो कर देती है ये तलबगार जवानी ।

 

सैकत पर बनाता है कोई आरज़ूओ की निशानी , 

पता है लहरे मिटा देंगी लाकर साहिल पर पानी।

 

लिखता कोई ख्वाबों को अल्फाज़ में बूनकर ,

सुनाता है उनको को फिर गज़लो में मुँजबानी ।

 

आगाज में लगती है किसको मोहब्बत पुरानी ,

 उल्फत का नशा बस कुछ पल का है रूहानी ।

 

  बहुत से उतरे इश्क़ के समंदर में करके  मन मानी,

कोई लौट आया इस गर्दिश से किसी ने निभाने की ठानी।

 

 

पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

What is the story of man in the dark nights,
This lustful youth misleads a man

Someone makes a name of desire on the seashore,
know that the waves will wipe out name with the water .

Someone writes by weaving dreams into words,
And recites them again in ghazals.

Whose love seems old in the beginning?
The intoxication of the love is with soul only for a few moments.

Many people have come down in the sea of love and accepted their wishes,
Someone returned from crisis and someone decided to deal with this

 

 

  

 

33

 

असीर हो गये जिम्मेदारी  के बोझ से कब,

अपने ही घर को छोड़कर दूर जाने लगे है।

 

तरगिब बहुत देता है   इसरत  करने का,

जिम्मेदारी इंतिखाब करके कमाने लगे है।

 

बे हिसाब लुटाते थे पैसा इसरत पर कभी,

अब अपनी कमाई के हिसाब आने लगे है।

 

कीमत जान गये रफ़्ता रफ्ता हमनशियों की,

रिश्ते नाते  मुसाफत  सब  निभाने लगे है।

 

 पवन कुमार सैनी

 

 

 

 

 

 When did you become a prisoner of the burden of responsibility?
started leaving their own home and moving away.

Gives a lot of inspiration to do hobbies,
Have started earning by accepting responsibilities.

Sometimes he used to spend money unnecessarily on his hobbies.
Now the accounts of our earnings have started coming.

Slowly  learned the value of my fellows
  has started bound relationships and friendships.

 

 

 

 

 

34

हमनशी रूठा मुझसे आज कल है ,

आँखों में दिखाता नमी का जल है 

और भी प्यारा लगता ख़ामोशी से पल पल है 

 हमनशी रूठा  मुझसे आज कल है ,

आँखों में दिखाता नमी का जल है 

और भी प्यारा लगता ख़ामोशी से पल पलहै 

मान भी जा अब मैं गुजारिश कर रहा 

तोड़ चुप्पी नफ़स सदियों में गुजर रहा

गुन्हेगार हूँ मैं तेरा हा भी मैं भर रहा

तेरे पीछे फिरता जैसे मैं दर-ब-दर रहा 

सूरज ढल गया फिर क्यों नहीं हल चल है 

हमनशी रूठा मुझसे आज कल है ,

आँखों में दिखाता  नमी का जल है 

और भी प्यारा लगता ख़ामोशी से पल पल है

अश्कों से नैना को भी गो कर

बस खामोश रहती है बेरुखी में होकर 

कहता हूँ कम से कम बात तो हो पर

वों तो देखती है गुसे में लाल हो कर

झरनों में आज तन्हा तन्हा कल कल है

हमनशी रूठा मुझसे आज कल है ,

आँखों में दिखाता नमी का जल है 

और भी प्यारा लगता ख़ामोशी से पल पल है

 

 

 

My beloved is angry with me these days,
Moist water is visible in the eyes
Every moment feels even more lovely in silence

My beloved is angry with me these days,
Moist water is visible in the eyes
Every moment feels even more lovely in silence

Agree, now I am requesting you.
breaking the silence,the moment passing through the centuries
I have hurt you , I am also saying yes to you.
I would follow you as if I were a wanderer.
The sun has set then why is there no movement

My beloved is angry with me these days,
Moist water is visible in the eyes
Every moment feels even more lovely in silence

Fill your eyes with tears.
just remains silent in indifference
I say at least let's talk
She looks at him red in anger
There is a lonely murmur in the springs today

My beloved is angry with me these days,
Moist water is visible in the eyes
Every moment feels even more lovely in silence

 

 

 

 

35

दिल की जज्बातों से लिख जाती है ,

 मोहब्बत है तो कोई कहानी बन जाती है ।

 

कभी खुशी की लहर भी छाती है ,

कभी आँखों में  पानी बन जाती है।

 

यादों का कारवां भी जगाती है ,

कभी हिजरत की हानि बन जाती है ।

 

कभी भूलने की बेबसी छाती है ,

जरस सुनाकर जानी बन जाती है ।

 

कभी ख्यालों में सुन हो जाती है ,

 पूछते है तो रानी बन जाती है ।

 

Pawan kumar saini

 

 

 

 

 

  

writes with the emotions of her heart,
If there is love then a story can be made

Sometimes a wave of happiness also comes,
sometimes eyes water

The caravan of memories also awakens,
Sometimes it becomes a loss in times of crisis

Sometimes feel helpless to forget,
Somethimes becomes beloved by singing a sweet voice

Sometimes I get lost in thoughts,
If asked, she becomes a queen

 

 

 

 

 

 

36

सुबह से बैठा था महफिल में उनके साथ,

 आज फिर से उन्होंने वहीँ शाम में रखा है।

 

ये जों रूह में जख्मो का दर्द है तेरे कब से,

उतर जायेगा नुकशा इस जाम में खा है।

 

 बंदिशे गर्दिश जद देकर बतएंगी तुझको,

शोहरत गनीमत सब कुछ नाम में रखा है।

 

साहिल पर तरंगे जद देती है जिस पत्थर को, 

सोच नीलम बता कर उसे ऊँचे दाम में रखा है।

 

तू अब तक गुठलीयों से लज़त ले रहा था,

हुस्न फरोश कहते है लज़त आम में रखा है।

 

Pawan kumar saini 

 

 

 

sitting with them in the gathering since morning.
Today again they have kept it there in the evening

This pain of wounds in your soul has been there for a long time,
will go away the cure is in this jam.

Restrictions and troubles will hurt you and tell you,
Fame and respect are all kept in the name.

The stone which is buffeted by the waves on the seashore,
They have kept it at a high price by calling it a sapphire.

Till now you were having fun with the kernels,
Fruit sellers say that the fun lies in mangoes

 

 

 

 

साज़-ए-दिल में उसकी तस्वीर बसा कर ,
शब के सितारों से उसकी धुन सुनता हूँ।

ख्वाबों में उसकी रफाक़त गुलज़ार भी खिले है,
सफ़क़ देख कर बहारों से इशरत करता हूँ।

कुछ ख़ास तशरीह तो नहीं है इश्क़ की कहानियों में ,
क्या मुकरर है इश्क़-ए-अंजाम सुखन पढता हूँ ।

मोहब्बत की लगन में मशगूल रहता हूँ ,
तसव्वुर में सोचकर उससे सुखन करता हूँ ।

हर्फो में उसकी तबस्सुम महसूस करता हूँ ,
सारा आलम मयकश होता है मैं बेखुदी में रहता हूँ।

 

 अकाश दिल तू थोड़ा संभला होता
कुछ मैं भी जरूर संभला होता
गर्दिशों की जद में न दला होता
यू उजाड़ कर महल तेरे ख्वाबों का
कोई थम-थम कर अश्कों में न चला होता
और इससे भी बुरा क्या भला होता
अ काश दिल तू थोड़ा संभला होता
कुछ मैं भी जरूर संभला होता
मिशाले देता समझाता खूब तुझे हशर पर
क्या गुज़रती है चाहने वाले बशर पर
पर नशा चढ़ता ही जाता धुनकी का असर कर
बस खुदी में आ गया तू चाहने लगा उसे टूटकर
अ काश दिल तू थोड़ा संभला होता
कुछ मैं भी जरूर संभला होता

 

 

 

 

 

चले हो जहाँ से वही लौट आना है
बस बिच में खेल दिखाना है
कितनी ही बुलंदी की परवाज
भर ले अ तू परिंदा
लौट कर वापस जमीं पर आना है
दुनिया भाग रही है एक ही तरफ
सबको सबसे आगे जाना है
इस दौड़ का अंत नहीं है मेरे दोस्त
किसी महंगी चीज खरीदकर दिखाना
किसी को सबसे अमीर होकर दिखाना है
तू मत चल इस दिखावे की दुनिया
के पीछे
जी ले अपने हिसाब से जिंदगी
चले हो जहाँ से वही लौट आना है
बस बिच बिच में खेल दिखाना है
ऐसा नहीं है की तुझे कुछ नहीं करना
तुझे तो धूम मचाना है
ख्वाबो में जों सोचता है
वो हक़ीक़त में कर जाना है

 

 

 

 

कौन कहता हैँ तुझ मैं हैँ खामी
हक़ीक़त और सपनो के बिच है ये डर का पानी
सिर्फ सोच के फर्क की है ये कहानी
एक कमजोर होता दूसरा महा ज्ञानी
दोनों की सोच एक ही अंत तक जाना
एक देखता दिन भर भिन्न भिन्न चीज को पाना
एक बुनता सिर्फ एक ही सपने का बाना
कभी सबसे ज्यादा पैसे कमाना
कभी किसी सुंदर लड़की पाना
कमजोर का दिन भर व्यर्थ सोच कर गवाना
महान का एक ही सपने में दिन भर लीन हो जाना
सब पर लदा है डर का भार
हक़ीक़त मैं रचा हैँ ख्वाबो से ये संसार
ताज महल हो या हो फिर चार मीनार
सोचा था किसी ने पहले ख्वाब में यार
हर चीज संसार की लिखी मानकर
अंक अक्षर दिशा और रेखा मानकर
लिखते गये हर चीज मान मानकर
सिदाँत लिख दिए सच जानकर

 

 

 

 

नैना लगे बरसने आज दिल पर चोट लगी
आँह भर रहा हैँ दिल सांसे में आँह की कशी
नैना से चल पड़े सपने भूलकर आज दिल कीगली
आज समझा दिल टूटकर चाहने की दिल्लगी
नैना लगे बरसने आज दिल पर चोट लगी
नैना लगे बरसने आज दिल पर चोट लगी
बहुत समाला दिल को मैंने पर मेरी एक न चली
मुझ पर भी चढ़ा खुमार महकी थी कली कली
खुद भी पागल हो यार बहारे शौक की ऐसी चली
खो गया सब सुद्बुद बस लगन चाहत ऐसी लगी
नैना लगे बरसने आज दिल पर चोट लगी
नैना लगे बरसने आज दिल पर चोट लगी
जब कोई इतना बस जाता है नज़दिक इन दिलो में
मदहोसी सी छाई लगती है दूर तलक मिलो में
दिल झूम उठता है उसके खुशीयों की झीलों में
कैसे रोके कोई इस दिल को इन मुश्किलों में
नैना लगे बरसने आज दिल पर चोट लगी
नैना लगे बरसने आज दिल पर चोट लगी