The Author Wow Mission successful फॉलो Current Read भूत का साया - 2 By Wow Mission successful हिंदी डरावनी कहानी Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books जीते जी श्राद्ध ? कई दिनों से घर में जोर – शोर से तैयारियाँ चल रही थी | माँ –... स्पंदन - 6 ... प्यार का अनोखा रिश्ता - भाग ४२ शाम तक सब कुछ हो जाने के बाद सब अपने अपने कमरे में जाकर आराम... Maryada of a girl........ In the village of Rajapur, nestled between rolling hills... आई कैन सी यू - 37 अब तक हम ने पढ़ा की रोवन ने अपनी आप बीती बताई के किस तरह उसे... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी उपन्यास Wow Mission successful द्वारा हिंदी डरावनी कहानी कुल प्रकरण : 2 शेयर करे भूत का साया - 2 (3) 3.4k 9.3k अब तक का आपने पढ़ा की कैसे मिट्ठू, जो नीता का एक अच्छा दोस्त होता है। परोस में होने के कारण नीता उससे मदद मांगती है । नीता भूत की साया से डरती है और इसी का फायदा उठाते हुए मिट्ठू उसके , साथ उसके कमरे में सोने चला जाता है । इसे भूत का साया part 1 में पढ़ने के बाद पढ़िए भूत का साया part2 👇👇👹👹अब, आगे मिट्ठू नीता के कमरे में उसी के साथ सोता है और नींद से , सो जाने का दिखावा करता है । नीता भी डरी थी लेकिन उसे इसके पूरे इरादे का कहां पता था । वह आराम से सो जाती है , जैसे ही नीता गहरी नींद में सोती है। तभी मिट्ठू उसके करीब जाने की कोशिश करता है, जैसे ही मिट्ठू उसके शरीर को स्पर्श करता है 🙈😲😗कि तभी अचानक मिट्ठू हवा में उड़ते हुए😱👹 नीता के बिस्तर से सीधे फर्श पर जा गिरता है । 😱👹😲 कोई अदृश्य शक्ति ,👹👹👋👋👋🤛💪 उसे दो चार थप्पड़ जोर का लगा देता है।😲🥺 उसे पता ही नहीं चलता है कि उसे आखिर किसने मारा तभी वहां गिरने और थप्पड़ लगने की शोर से नीता जाग जाती है और वह उठकर फिर से लाइट जला देती है । वह देखती है तो कर हैरान हो जाती 😲😱है । वो देखती है कि मिट्ठू वही नीचे फर्श पर गिरा होता है वह बेहोश रहता है । नीता समझ नहीं पाती है , उसे समझ नहीं आता है कि आखिर वो नीचे क्यों सोया है?,😴🤔 क्योंकि वह तो उसके साथ सोया था ।😴 फिर नीचे कैसे सोया है। नीता समझ है। जाती है वह बोलती है मिट्ठू कितना अच्छा लड़का है ।☺️😍🤩 वह मेरे सामने ,मेरे साथ सोया था लेकिन बाद में फर्श पर सो गया वो उसकी अच्छाई देखकर खुश हो जाती है 😍🤩🙂और सो जाती है ।😴😴😴 लेकिन उसे कौन समझाए कि वह खुद वहां सोया नहीं था,😲 वह बेहोश हो गया । उस अदृश्य शक्ति के थप्पड़ से जब दोनो सुबह उठे तो, नीता बोलती है । मिट्ठू तुम रात को फर्श पे सोए थे। क्यों हमें पता है, की तुम दुसरे लड़कों जैसे नहीं हो, साथ भी सो सकते थे 🙂💕💤इतना बोलकर नीता वहां से चली जाती है । फ्रेश होने के लिए तभी मिट्ठू उठता है और वह समझ जाता है कि मैं रात को थप्पड़ खाने के बाद शायद बेहोश हो गया था और नीता को लगा कि मैं फर्श पर सोया हूं।😔 वह कहता है चलो अच्छा है ।☺️🙂उसे अपनी गलती क्या एहसास होता है। 🙏😐🥺 और वह बोलता है, प्यार को हैवानियत से नहीं बल्कि प्यार को पाने के लिए इंसानियत और सच्चे दिल की जरूरत होती है।😍❤️❤️☺️ और उसी समय से मिट्ठू सुधर जाता है । 💫✨और कहीं ना कहीं वह मन ही मन🙈😍 नीता से प्यार करने लगता है । इधर नीता अपने और मिट्ठू के लिए नाश्ता बनाती है । और दोनों ही नाश्ता करते हैं🍛🍜 खतरा अभी तक टला नहीं है 😲😱 ये तो नीता को मिट्ठू से होने वाली खतरा थी लेकिन 🤔😲😱 असली खतरा तो अभी भी घर में है । 👹😲😱 वह खतरा जिसे आप भूत की सैया के नाम से जानते हैं ? 👹 क्या नीता को साया मार देगी क्या होगा आगे? 😲🤔👹नीता और मिट्ठू नाश्ता करके दोनो ही स्कूल चलें जाते हैं। शाम को जब वापस आती है नीता तो देखती है।की मम्मी पापा अभी तक घर नहीं आए। मतलब वो समझ जाती है। की आज भी वो नहीं आ पाएंगे। अब वो घर जाती है। इधर मिट्ठू अपने घर जाता है। लेकिन उसे मन नहीं लग रहा था। वो नीता से मिलने के लिए चल देता है।इधर नीता घर आती है। स्कूल से आने के बाद थक गई थी।वो सोने चली जाती है। लेकिन आज जो हुआ 😲😲👹 वो पहले कभी नहीं हुआ। आज नीता नींद में नहीं थी। उसे तो बस थकावट थी वो आराम कर रही थी । शाम का वक्त हो गया था। नीता देखती है की उसके कपड़े अपने आप खुल रही है। वो ये देख हैरान हो गई 😲😲👹वो अपनें कपड़ों को पकड़ लेती है। लेकिन अब उसे ऐसा लग रहा था की कोई उसके हाथों को पकड़ लेता है। वो चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रही थी। उसके दोनो हाथ अपने आप ही बिस्तर पे का चिपका जैसे किसी ने हाथ पकड़ लिया हो। 😲😲👹👹 वो हाथ छुड़ाने की कोशिश ही कर रही थी की तभी उसे अपने ऊपर किसी के होने का एहसास हुआ। 🥺👹वो जोर जोर से चिल्लाने और रोने लगती है। जैसे ही वो साया उसे उसके होठों के करीब पहुंचा। तभी मिट्ठू आ जाता है। मिट्ठू के आते ही। वो साया नीता को छोर देता है। नीता तुरंत उठकर मिट्ठू के गले लग जाती है। और वो रो रही होती है। मिट्ठू को कुछ भी नहीं दिखता है। क्यों कि वो साया गायब हो जाती है। मिठ्ठू एक बाबा के पास जाने का प्लान बनाता है। नीता और मिठ्ठू दोनो ही एक बाबा के पास जाता है। वो बाबा नीता के शरीर पर कुछ भभुते फेक्टे हैं। और नीता के शरीर पर वो साया आ जाती है। बाबा बोलते हैं बताओ क्यों परी हो इस लड़की के पीछे ।क्या चाहिए तुम्हें । वो साया जो नीता के शरीर पे होता है। वो बोलती है। मुझे ये लड़की चाहिए। मै इसे मार दूंगी। लेकिन क्यों तुम्हे यही क्यों चहिए। तो वो बोलती है। क्यो की इसके पिता ने इसी लड़की के चलते मुझे छोर दिया था। वो मुझसे प्यार करता था। लेकिन शादी किसी और से कर लिया। और ये उसी के बेटी है मैं इसे नहीं छोडूंगी।👹👹 बाबा कितना भी समझाते हैं। वो नहीं मानती है। वो बोलती है, देखो पाखंडी छोड़ दो मुझे वरना मैं तुम्हें जान से मार दूंगी। फिर। बाबा गुस्से में आकर एक किताब निकालते हैं। और मंत्र पढ़ने लगते हैं। वो मंत्र से मिठ्ठू के चारो ओर एक जादुई कवच बना देते हैं। और बोलते हैं बेटा चाहे कुछ भी हो जाए बारह मत निकलना। और वो उस साया को जला कर भस्म करने की मंत्र पढ़ने लगते हैं। लेकिन साया बहुत चालाक होती है । वो मंत्र खत्म होने से पहले ही चिल्ला चिल्ला रही, गायब हो जाती है जैसे ही वो गायब होती है। नीता बेहोश हो जाती है। इधर बाबा अपना मंत्र का जाप आंख बंद करके करते रहते हैं। जैसे ही नीता बेहोश हो कर गिरती है। मिठ्ठू को लगता है। साया जल गया वो तुरंत नीता के पास जाता हैऔर नीता अचानक उसकी गर्दन पकड़ लेती है और जोर जोर से हंसने लगती है। बाबा का मंत्र भंग हो जाता है। वो बोलते हैं। ये तूने क्या कर दिया। इससे पहले की वो मिठ्ठू को मरती बाबा अपने जिंदगी की सारी शक्तियों का प्रयोग करते हुऐ उस साय से मिठ्ठू को छुड़ा लेते हैं। लेकिन वो साया बाबा पे हमला कर देती है। बाबा के पेट में धोखे से वो एक जादुई खंजर घोप देती है। बाबा बोलते हैं। अगर आज मेरा अंत होगा तो तू भी नहीं बचेगी। बाबा मरने से पहले एक जादू राख उसके ऊपर छिड़क देते हैं। वो साया भी जल कर भस्म हो जाती है।फिर मिठ्ठू नीता को लेकर घर चला जाता है। मिट्ठू नीता को उसके कमरे में सुला कर वहीं पास में बैठकर रोए जा रहा था वो बहुत रोता। तभी नीता को होश आती है। नीता, मिट्ठू को रोता देख। वो पूछती है। क्या हुआ। तभी मिठ्ठू पूरी बात बता ता है और। बोलता है की मेरे गलती के कारण आज बाबा इस दुनियां में नहीं है 🙏🥺😭😭अगर मैं वो रेखा से बाहर नहीं निकलता तो ऐसा नहीं होता। ये सब जानने के बाद नीता भी बाबा को याद करके रोने लगी। 🥺😭🥺😭🥺🙏🙏दोनों रोए जा रहे थे। चुप होने का नाम ही नहीं था। तभी बाबा वहां प्रकट हुए और बोले बेटी, नहीं रो। जो हुआ उसे भूल जाओ मेरी तो मौत उसी के हाथो ही होना था। और फ़िर मिठ्ठू की तरफ़ देखते हुऐ बोले बेटा अब से तुम मेरे जगह पर पर काम करोगे, तुम लोगों की भलाई करोगे और बाबा अपना हाथ उसके सर पे रख देते हैं। फिर बाबा बोलते है आज से मेरी सारी शक्तियों का मालिक तुम हो। इसका उपयोग सदैव लोगों के भलाई के लिए करना। मिठ्ठू अपनी गलती का माफी मांगता है। और बाबा को वचन देता है।की वो सदैव लोगों के हित में ही उन शक्तियों का इस्तेमाल करेगा। और फिर बाबा दोनो को आशीर्वाद दे कर वहां से गायब हो जाते हैं। बाबा के जाने के बाद मिठ्ठू अपने दिल की बात नीता से बोलता है। और नीता भी उसे चाहती थी । फिर दोनो आपस में प्रेम करने लगते हैं। और अपनी जिंदगी खुशी खुशी जीने लगते हैं। 🙏🙏To doston kaisi lagi apko ye kahaniComments 📝💕💕 me jarur batayeThank you 😊😊❣️Follow bhi karlo guy's 🤗😍😘 ‹ पिछला प्रकरणभूत का साया - 1 Download Our App