भूत का साया - 1 Wow Mission successful द्वारा डरावनी कहानी में हिंदी पीडीएफ

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भूत का साया - 1

नीता अपने माता पिता के साथ अपने घर में रहती थी। नीता की कमरा अलग थी, नीता बड़ी हो चुकी थी। इसलिए वो अपने कमरे में अकेले सोया करती थी। नीता के माता पिता उसके पास वाले ही कमरे में सोया करते थें । नीता कॉलेज से पढ़ के आती और रात में सो जाती। एक दिन नीता अपने कॉलेज से देर से वापस आई, वो दोस्तों के साथ पार्टी 🎆🎊की और ड्रिंक 🍷🍻🍷की इसलिए वो थोड़े नशे में भी थी। तभी जब वो सोई तो उसे ऐसा लगा की मेरे बगल में कोई सोया है। लेकिन चूंकि वो नशे में थी। इसलिए ध्यान नहीं दी और सो गई। जब सुबह उसकी आंखे खुली तो, उसे एहसास हुआ की उसके कपड़े कुछ ढीले ढीले से लग रहे हैं, जैसे किसी ने उसकी कपड़ों को खोला हो, वो फिर ध्यान नहीं देती है बोलती है, पार्टी में लगता ड्रिंक🍷🍷 थोड़ा ज्यादा कर लिए थे । और वो उठकर फ्रेश हो जाती है। फिर वो कॉलेज जाती है। और शाम को जब वापस आती है। तो कुछ देर पढ़ती है और 8बजे के आस पास सो जाती है। 😴💤💤💤 लगभग 12बजे के आस पास उसकी आंखे अपने आप खुल जाती है 👁️👁️ वो अपने बगल में देखती है 👀😲 तो किसी के सोने का एहसास होता है। ऐसा लगाता है। जैसे बगल में कोई सोया हो। लेकिन जब वो कंबल हटाती है। तो वहां कोई नहीं सोया होता है। और वो डर जाती है 😲😬🤯 फिर जैसे तैसे वो रात गुजारती है। क्यों की उसकी नींद तो जैसे गायब ही हो गाए थे। वह रात भर जागी होती है। और जब सुबह होती है तो उसकी आंखे लगने लगने लगती है और सुबह में वो सो गई। बहुत देर तक सोई रही तो उसको मम्मी आई बोली बेटी उठो देखो तुम्हें आज क्या हुआ है जो अब तक सोई हो कॉलेज नहीं जाना है क्या ? नीता कंबल के अंदर से ही बोलती है। मम्मा आज जानें का मन नहीं है। मम्मी बोलती है ठीक है। लेकिन बेटा जल्दी से उठकर नाश्ता कर लेना। मैं तुम्हारे पिता के साथ कुछ काम से बाहर जा रही हूं। अगर आज न आ पाऊं तो। तुम खाना बना के खा लेना या बहार से मंगवा लेना ठीक है। नीता नींद में रहती है बोलती है ठीक है। अब उसके मम्मी पापा बाहर चले गए थे। घर पे कोई भी नहीं था। नीता उठती है। और फ्रेश होने के लिए वो नहाने गई। जब वो नहा रही थी। तब उसे फिर एहसास हुआ अपने साथ किसी और के होने का वो डर गई 😲🤯 वो जल्दी जल्दी साबुन लगाई 🛀 और जैसे ही नल चालू की तो पानी ही नहीं आया। वो और भी डर गई 🥺🤯😲 वो एकबार चिल्लाई मम्मी और फिर से नल बंद करके चालू की इस्बार पानी आने लगा वो जल्दी जल्दी अपने चेहरे से साबुन धोती है। और आंखे खोलते ही नल को देखती है। नल ठीक रहता है। और फिर वो वहां से अपने रूम में आती है। जब कपड़े बदल रही होती है। तो उसे फिर से अपने आस पास किसी के होने का एहसास होता है। वो डर के मारे जल्दी जल्दी कपड़े बदलती है। और वो घर से बाहर आ जाती है। बाहर आकर चैन की सांस लेती है। फिर वो अपने घर के पास में ही मिट्ठू नाम का एक लड़का जो उसके साथ ही पढ़ता है। उसे आवाज लगाती है मिट्ठू अपने घर से बाहर आता है। और नीता उसे सारे बातों को बताती है। पर मिट्ठू को विश्वाश ही नहीं होता है। फिर नीता उसे अपने साथ अपने घर ले जाती है। क्यों की नीता को अकेले अपने घर पे डर लग रही थी। मिट्ठू भी चला जाता है। अब मिट्ठू नीता के कमरे में बैठा होता है और नीता खुद और मिट्ठू के लिए खाना बना रही होती है । तभी मिट्ठू सोचता है । यही सही समय है मौके का फायदा उठा लेता हूं। 😋🤫😘उसका नियत खराब हो जाता है। क्यों कि नीता एक बहुत ही सुन्दर और शुशील लड़की रहती है। कॉलेज में वो किसी को भी भाव नहीं देती थी। इसलिए वो सोचा क्यों ना इसके डर का फायदा उठाकर इसके साथ वो सब किया जाय। 👅💦👻 इसका नियत खराब हो गाया था। मिट्ठू कमरे की लाईट बन्द कर देता है और जोर जोर से चिल्लाने लगता है। भूत भूत 👺👺👹 और वो जमीन पर खुद ही गिर जाता है। नीता किचेन से भागती दौड़ती हुई आती है 😲😲 वो जब कमरे में आती है तो पूरा अंधेरा रहता है। वो अंदाज से जाती है और लाइट चालू कर देती है। अब पूरा कमरा रोशनी से भर जाता है। मिट्ठू जमीन से उठता है और सीधे नीता के गले लग जाता है। नीता भी उसे डरा देख गले से लगा लेती है। और फिर पूछती है क्या हुआ था यहां। तभी मिट्ठू नीता से दूर होते हुए बोलता है। तुम सही कह रही थी। यहां भूत का कोई साया है। एक अजीब एहसास हुआ लगा बगल में कोई खरा है और अचानक लाइट चली गई। फिर मुझे किसी ने धक्का दिया और मैं बेड से सीधे जमीन पर जा गिरा। 😲😬 यह सुनकर वो भी डर गई उसे भी सच लगा। फिर दोनो खाना खाए और साथ में ही थे। शाम होने वाली थी। अब मिट्ठू अपना चाल चलता है। वो बोलता है ठीक है तो मै चलता हूं तुम उस साय से बचकर ही रहना। तभी नीता सोचती है अगर ये चला गया तो मै अकेले कैसे रहूंगी। 😲😬वो बोलती है कल तो मेरे मम्मी पापा आ ही जाएंगे। आज तुम यहीं रूक जाओ प्लीज़ 🙏🙏 तो मिट्ठू भी थोड़ा देर सोचता है और बोलता है ठीक है तुम कहती हो तो मैं रुक जाता हुं। 🤫🙈😗👻 इसके मन में बुरी ख्याल चलता रहता है। जब रात को दोनो सोने जाते हैं। तो पिता के रूम में मिट्ठू को सोने को बोलती है नीता, और वो अपने कमरे में, मिट्ठू ये सुनकर अंदर ही अंदर गुस्सा हो जाता है क्यों कि उसके सपने पे पानी फिर जाता है।👺😡😠 फिर दोनो अपने अपने कमरे में सो जाते हैं। लेकिन मिट्ठू भी कहां हार मानता है। वो अपने कमरे में भूत भूत का हल्ला करने लगता है। और फिर नीता वहां आती है। फिर नीता उसे अपने ही कमरे में सोने को बोलती है। मिट्ठू भी यही चाह रहा था। फिर, मिट्ठू नीता के कमरे में सोने चला जाता है 💦👻👺
अब आगे। कहानी जारी रहेगी
क्या हुआ होगा आगे ये जानने केलिए padhte rahiye
Bahut ka saya part2 coming soon 😊☺️