The Author Devaki Ďěvjěěţ Singh फॉलो Current Read मेरे अनुभव मेरे ऐहसास By Devaki Ďěvjěěţ Singh हिंदी कविता Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books मंजिले - भाग 13 -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ... I Hate Love - 6 फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर... मोमल : डायरी की गहराई - 47 पिछले भाग में हम ने देखा कि फीलिक्स को एक औरत बार बार दिखती... इश्क दा मारा - 38 रानी का सवाल सुन कर राधा गुस्से से रानी की तरफ देखने लगती है... डेविल सीईओ की मोहब्बत - भाग 79 अब आगे,और इसलिए ही अब अर्जुन अपने कमरे के बाथरूम के दरवाजे क... श्रेणी लघुकथा आध्यात्मिक कथा फिक्शन कहानी प्रेरक कथा क्लासिक कहानियां बाल कथाएँ हास्य कथाएं पत्रिका कविता यात्रा विशेष महिला विशेष नाटक प्रेम कथाएँ जासूसी कहानी सामाजिक कहानियां रोमांचक कहानियाँ मानवीय विज्ञान मनोविज्ञान स्वास्थ्य जीवनी पकाने की विधि पत्र डरावनी कहानी फिल्म समीक्षा पौराणिक कथा पुस्तक समीक्षाएं थ्रिलर कल्पित-विज्ञान व्यापार खेल जानवरों ज्योतिष शास्त्र विज्ञान कुछ भी क्राइम कहानी शेयर करे मेरे अनुभव मेरे ऐहसास (6) 1.5k 5.4k ❤️❤️ मेरे अनुभव मेरे एहसास सोचा है आज मैंने ....क्यों न... कलम उठकर कर दूं इनका पर्दाफाश ❤️❤️बस इतना सा जान लो मुझको....दिल की क़लम से लिखते हैं अपने ज़ज्बात....चेहरे पर लिए फिरते हैं ढाई इंच की मुस्कान...गिरकर फिर से संभलने की कोशिश करते हैं ....जब खा लेते हैं धोखा ज़ोरदार...❤️❤️मौका और धोखा दोनों ही साथ चलते हैंकोई मौका पाने के लिए धोखा देता हैतो कोई धोखा देकर मौका पता है❤️❤️ प्यारी-सी मुस्कान के साथ करें खूबसूरत शुरुआत ....हर दिन गुजरेंगी खुशगवार ...❤️❤️तेरे चेहरे की उदासी सूर्यास्त है जिसे देखकर मैं भी उदास हो जाता हूँ । तो...तेरे चेहरे पर मुस्कान सूर्योदय हैं जिसे देखकर मैं भी जोश और उल्लास से भर जाता हूँ। ❤️❤️रंग बिरंगे दरवाज़ों से कोई मेरे दिल के कमरे पहुंच जाता है कोई मेरे दिल में बस जाता है तो कोई मेरे दिल से बाहर निकल जाता है ❤️❤️था तो वो अजनबी, लेकिन.....आज बन गया है मेरे सुख दुःख का साथीमेरा प्यारा ❤हमसफर ❤❤️❤️🥀ए मेरे हमसफर !जिंदगी की कठिन डगर में थाम ले मेरा हाथ हर मुश्किल हो जाएगी आसां ग़र मुझे भी ले चल साथ ....मुझे भी ले चल साथ थाम के मेरा हाथ ......❤️❤️कभी तुम जितनी दूर थी आज उतनी ही पास हो ....साँसों में बसी हुई मेरे दिल की जज्बात हो ......चाह कर भी कभी तुमसे दूर नहीं रह सकता .....दिल मे बसी तुममेरी मोहब्बत की किताब हो ....❤️❤️भूत बनकर यादें कभी पीछा नहीं छोड़ती 22 साल की यादों का यूं कच्चा चिठ्ठा न खोलती उन्हें भी मिल गया है मौकाआज गपशप करने का हमारे हाल ए दिल के जले पर नमक छिड़कने का तुम जो होते पास ए "जीत "दिल न होता यूं उदास ए "मनमीत"बनाते हम अपनी शादी की सालगिरह को खास पर आज तो लगता है मोबाइल से ही बातें करके करना होगा टाइम पास 😜😜❤️❤️पुस्तकालय में गए थे हम पुस्तकों से दिल लगाने पर वो तो हमें ही पुस्तक समझ दिल लगा बैठे न तो वो पास हुए और ना ही हम बेबात ही दर्द को दिल से लगा बैठे ❤️❤️तुम्हारी यादों के तूफान ने मेरे दिल में ऐसा बवंडर लाया जो नहीं पसंद थी चाय आज उसे पीने के बाद ही सुकूं आया❤️❤️मासूम दिल को मेरे बड़ी चोट लगी थी जब तू मुझे छोड किसी और की बाहों में पड़ी थीधड़कना भूल गया था मेरा दिल साँसे थम सी गयी थी मै तुझे देखता ही रह गया जब तू मेरे मोहब्बत केअरमानों को गला घोंट अपनी बड़ी ख्वाहिशों के पूरा करने के लिए जब किसी और की हो गई थी ❤️❤️कैसे बर्दाश्त करें जब वो हमारे होते हुए भी उस चाय को मिस करते हैं गुस्सा तो बहुत आता है हमें पर लगा के होंठो पर उसको फिर हमारे दीदार को तरसते हैं ❤️❤️तुम्हारी चाय से इश्क ए " जीत "सौतन बन कर मुझे चिढ़ाती हैं तुम्हारी तन्हाई में भी ये चाय मुझसे पहले साथ नज़र आती है l✍️Ďëvåķį §įňğh Download Our App