मां का सपना Shailesh द्वारा प्रेरक कथा में हिंदी पीडीएफ

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मां का सपना

गांव गांव से आए ही पटना मे कहता हु की आना जाना छोड़ चूके पर्वो से नाता छोड़ चुके रख कर पत्थर अपने सीने पर घर से नाता तोड चुके किसका दिल करता करता है यारो घरका सुख चैन गवाने को ,फिर भी हम घर छोड़ आए जीवन सफल बनाने को नैन में मां के बचता सपना में अब काबिल बन जाऊ करकर चिंता बूढ़ी हो गई कभी तो उसे खुशी दिखलाऊं, बाप से मेरे चला न जाता फिर भी काम को जाता है मेरा खर्चा भिजवानेको रोज कमाकर लाता हे ,छत वो घर की टपक रही है जिसके नीचे वो सोते है जब जब बाहर हुआ में मेरिट से मुझसे ज्यादा रोते है पता हे ,मुझको पता है रबको मेहनत मे मेरे कमी नहीं और वो जीवन ही क्या जिसमे किस्मत से ठानी नही मना चलती कठिन परीक्षा ही महेन्नत मेरा हथियार है गुरुओं से लेकर शिक्षा अर्जुन रन को तैयार है, सब्र का मैया बांध न टूटे किस्मत का गला घोटूंगा बस चंद महीनों की बात है मां फिर वर्दी में लोटूंगा, बाप खींचता ही रिक्शा मां मांजती थी बर्तन खुदशे अब आंख मिला न पाता तोड दिया मैने दर्पण को इस टूटे दर्पण में मुझको मेरी टूटी किस्मत दिखती हे मुझे छुपकर मेरी मां रोज रात को रोटी है का संघर्ष बड़ा था जमाना भर्षे ताने थे बहन आधा पेट खाती भूख नहीं ही बहाना था ,फटी जेब और फटे कोलर उनको भी अब शिलवाना था बाप का दर्द था बड़ा पर उनको रिक्शा खिंचवाने जाना था कलम के साथ ही फिरता था कलम से ही अपने दिन रात घिसता था नैन में तेरे जो सपना था ओ खुदका अपना था उसको पूरा करने के लिए मुझको आग में तपना था छत वो घर की टपक रही उसको भी अब भरना था उस कर्म को जना हे लाल तुझे उस कर्म को पूरा करना है घर से नाता तोड़के मुख अपना मोड़ लिया पत्थर बहोट थे रहो में गिन गिन के सबको तोड़ दिया मैया को अब बताना ही आज उसका सपना साकार हुआ देख आज लाल तेरा वर्दी में तैयार हुआ। जिस किसी ने भी बेइज्जत किया ही, जिस किसीने भी धोखा दिया हे उससे भी बदला लेंगे खुद से आज ये वादा कार्लो की जस किसी ने भी हमारे मेसेज को अनसीन किया ही एक दिन ऐसा लाना ही की वो हमारी व्हाट्सएप डीपी देखने तक को तरस जाएंगे ।फ़िर से सुरु किया फर्क नही पड़ता की आप आज केसे ही लेकिन में आपने सुरु किया ही तो में सर्त लगाता हु की कल आप वैसे नही रहोगे जैसे आप आज हो कल बदल चुके होंगे ।आप आज नींद से इतनी महोबत रहेगी तो आप के सपने ही एक दिन ख्वाब बन जायेंगे आज ये नींद त्याग दीजिए इस साल में आप अपने आपको इतना तपा दिज्ये की अगले पांच सालों के लिए आप दुनिया से आगे निकल जाए । मेहनत अब दिन रात होगी अब बात लोगो से कम किताबो से ज्यादा होगी आज अगर आप सपनों के लिए नहीं भागे तो कल जरूरतों के लिए भागना पड़ेगा और दोस्त जिंदगी सपनों वाली ही अच्छी लगती है!!