फर्स्ट लव - 8 Mr Rishi द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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फर्स्ट लव - 8





शाम को राज अपनी मां से पैसे लेता है और अपने दोस्त राहुल के घर निकल जाता है,वहा जाकर उसे अपने साथ बजार चलने को कहता है फिर वो दोनो एक साथ बाजार जाने लगते है।दोनो बातें करते हुए जा रहे थे"अच्छा राज अमीषा से तू मिला??"राहुल राज से पुछता है राज मुस्कुराते हुए कहता है"हां और तुझे पता है क्या हुआ ?आज मैने हिम्मत करके अमीषा के माथे पर चूमा ले लिया।"ये सुनते ही राहुल चौक कर कहता है।"क्या बोल रहा है ,देख झूठ मत बोल नहीं तुझे तेरी माँ का कसम दे दूंगा।"तभी राज कहता है"अरे तू क्या माँ कसम देगा देख मैं खुद माँ कसम खा के कहता हु सच कह रहा हू मैं। "

राहुल चलते हुए पुछता है"कब और कैसे अमीषा को पता है? की तूने उसे किस किया?"राज हँसते हुए कहता है"नहीं वो तो सोई हुई थी तभी मैने किया वैसे यार अमीषा सोती हुई बड़ी ही प्यारी लग रही थी और मुझे तो उससे पहली नजर में प्यार हो गया था पर आज दोबारा हो गया उसे सोते हुए देख कर।"

राज के ये कहते ही राहुल हँसते हुए कहता है"बस बस अब समझ गया तू मेरा दोस्त नही रहा अब तू बस लड़की मिलने के बाद मुझे मत भूल जाना वो अजय है ना उसका बेस्ट फ्रेंड था अंकित अब जब से अजय को एक लड़की से प्यार हुआ है अंकित को पुछता भी नही है।"

तभी राज हँसते हुए कहता है"अबे तू तो मेरी जान है तुझे कैसे भुला दूंगा अब चल दुकान आ गया यही से लेना है।"राज को मेडिकल दुकान पर जाते देख राहुल उससे पुछता है"क्या हुआ चाची का तबियत खराब है क्या??"

राज ना कहते हुए कहता है"अरे नही तू रुक थोड़ी देर फिर बताता हु।"ये कह कर राज दुकान वाले से कहता है पैड चाहिए।"ये सुनकर दुकान वाला पान चबाते हुए कहता है"इहा तुमको पैड नहीं मिलेगा ऊ देखो किताब का दुकान है ऊहा जाओ।"राज को घूरते हुए कहता है।पर जिस पैड की बात कर राज कर रहा था वो उसके नजरों के सामने रखा हुआ था, राज दुकान वाले को उस के तरफ इशारा करते हुए कहता है"वो पैड चाहिए।"दुकान वाला देखता है और कहता है"अरे तो ऐसा बोलो ना ई लो।"फिर राज साथ में एक टैबलेट भी लेता है। दुकान वाले को पैसे दे कर वहा से चला जाता है।

राहुल आधे रास्ते के बाद अपने घर चला जाता है और राज अमीषा के घर की ओर चल देता है राज का खेत अमीषा के घर के बस थोड़ी ही दूर पर था।बहुत से लोग उसी रास्ते से का रहे होते है तभी एक बुजुर्ग आदमी राज से कहता है "शाम के बेरा में कहा जा रहे हो बेटा?"राज क्या बोले सोचने लगता है फिर उसे याद आता है,और झट से बोलता है"वो मेरे पापा काम के सिलसिले में शहर गए है तो खेत देखने जा था हू।"

इतना सुननेके बाद वो आदमी ठीक है कह कर वहा से आगे बढ़ जाता है,मौका देख कर राज जल्दी से अमीषा के घर के अंदर चला जाता है।"उफ्फ,,चलो आखिर कार अंदर पहुंच गया जितना आसान सोचा था उतना है नहीं।"

अंदर जाता है तो देखता है,अंदर अंधेरा हुआ पड़ा था गलती से राज का हाथ एक ग्लास पर लगता है और वो ग्लास नीचे गिर जाता है जिसकी आवाज सुनकर अमीषा बोल पड़ती है "कौन??"

तभी राज उसका मजा लेते हुए कहता है"अब तुम्हे मुझसे कौन बचाएगा??"बहुत ही भरी आवाज में कहता है ये आवाज सुनकर अमीषा बहुत ही डर जाती है और उसे ऐसा लगता है वही आदमी जो उसके साथ बत्तमीजी कर रहा था कही वही तो नही वो डरते हुए कहती है"देखो मेरे करीब मत आना वरना चिल्लाकर सबको बुला दूंगी।"

जैसे ही ये कहती है,। राज उसे रोकते हुए कहता है"अरे नही, नहीं मैं हू राज माफ करना मैं बस थोड़ा मस्ती कर रहा था।"


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