सात फेरे हम तेरे - भाग 106 RACHNA ROY द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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सात फेरे हम तेरे - भाग 106

फिर विक्की और नरेंद्र सिंह अपने पुलिस फोर्स को लेकर निकल गए।
विक्की ने कहा भगवान नैना ठीक हो मै उसे खोना नहीं चाहता हूं।
फिर वो गोदाम दिखाई दिया और फिर सब धीरे धीरे अन्दर पहुंच गए। विक्की ने अपनी बहादुरी से कुछ गुंडों को धर दबोचा और फिर बोला कि नैना कहा है।
फिर एक रूम में ताला लगा था उसको धक्का देकर खोल दिया तो देखा कि एक बिस्तर पर नैना लेती हुई थी और उसके हाथ पैर बंधे हुए थे।
विक्की ने कहा नैना तुम ठीक हो।
नैना ये सुनकर ही रोने लगी और फिर बेहोश हो गई।
नरेंद्र सिंह ने तुरंत एम्बूलैंस बुलाया और फिर नैना को लेकर विक्की बैठ गए।
नरेंद्र सिंह ने अपने पुलिस कर्मियों से कहा कि सब को अरेस्ट कर लो।
फिर छानबीन भी हो गई और फिर सब वहां से निकल गए।
विक्की बहुत ही घबरा गया था और फिर कुछ देर बाद ही एम्बूलैंस अस्पताल में जाकर रुक गई और फिर नैना को इस स्टेचर पर लेकर चले गए।
विक्की बाहर बैठे रोने लगा कि नैना तेरे लिए।।
कुछ नहीं होने दुंगा।

कुछ देर बाद डाक्टर बाहर आए और बोले कि नैना एक हफ्ते तक भूखी प्यासी रही थी इसलिए वो बेहोश हो गई और फिर कमजोरी है साथ ही डर भी अभी समय लगेगा हां पर हां उसे एक दो जगह चोंट आई है पर कोई भी ग़लत व्यवहार नहीं किया गया है एक बार मेडिकल रिपोर्ट आ जाएं।
विक्की ने कहा ओह माई गॉड। क्या मिल सकता हूं।
डाक्टर ने कहा नहीं अब तक बेहोश है।
ये सब मेडीसीन ले आइए।
विक्की ने कहा हां ठीक है और फिर अनिक भी आ गया और फिर दोनों ही मेडिकल स्टोर चले गए।
कुछ देर बाद नैना को होश आया तो नैना रोने लगी और चिल्लाने लगी।
नर्स ने जल्दी से डाक्टर को बुलाया और कहा कि नैना को होश आया।
डाक्टर जल्दी से जाकर देखा तो नैना एक पागल की तरह करने लगी तो डाक्टर ने जल्दी से एक इंजेक्शन दे दिया।
और नैना फिर से सो गई।
इतने में विक्की और अनिक दवाई लेकर आ गए।
डाक्टर ने कहा कि नैना दिमागी रूप से बहुत ही कमजोर हो गई है।
विक्की ने कहा हां डाक्टर पर वो ठीक हो जाएगी।
डाक्टर ने कहा हां ज़रूर पर उसे एक काउन्सलिंग प्रक्रिया की जरूरत है।
विक्की ने कहा कि हां ठीक है।
कुछ देर बाद मेडिकल रिपोर्ट आ गई और डाक्टर ने कहा कि कुछ भी नहीं हुआ नैना के साथ सब कुछ ठीक है।
चोट के निशान गिरने से हुआ है।
विक्की ने कहा ओके डाक्टर।
अब मैं चलता हूं कल आऊंगा।
पर आप नैना से ज्यादा बात नहीं करेंगे।
नैना सो रही थी और फिर बाबू उठ गए हैं।।
नैना भी उठ गई।
और फिर इधर उधर देखने लगीं और फिर विक्की ने कहा नैना कैसी हो? नैना रोने लगी और फिर बोली मैं मर जाना चाहती हुं बस।
विक्की ने कहा क्या बात कर रही हो।
तुम ज्यादा मत बोलो।
नैना ने कहा हां मुझे क्यों बचाया वहां कुछ भी हो सकता था मैं तो कुछ भी नहीं समझ पाई।
विक्की ने कहा नैना सम्हालों खुद को।। फिर डाक्टर ने कहा हां ठीक है सब मेडिकल रिपोर्ट।।
विक्की ने कहा थैंक गॉड।सब ठीक हो जाएगा।
डाक्टर ने कहा हां ठीक है पर एक काउन्सलिंग प्रक्रिया करवाना होगा। इसके घर के लोग कोई है क्या?
विक्की ने कहा हां मैं ही हूं डाक्टर।
डाक्टर ने कहा इनके साथ कोई ना कोई रहना चाहिए वरना ये बहुत ही जल्दी सबकुछ भूलकर आगे बढ़ जाएगी और अगर अकेले रही तो इसका अतीत पीछा नहीं छोड़ेगा।
विक्की ने कहा हां ठीक है।
डाक्टर ने कहा इनके बचपन से जुड़ी हुई कुछ ऐसा बात है जो इनको अभी तक परेशान करता है और फिर एक किडनैपिंग ने इसे कमजोर बना दिया है।
विक्की ने कहा हां ठीक है मैं पुरा ख्याल रखुगा।
फिर डाक्टर चले गए।
अनिक भी आ गया और फिर दोनों नैना के पास गए।
नैना ने कहा विक्की मुझे यहां से ले चलो।
विक्की ने कहा हां मैं डाक्टर से परामर्श करें तुम्हें ले जाऊंगा पर पहले एक काउन्सलिंग प्रक्रिया शुरू हो जाएगा तुम्हारा।
नैना ने कहा नहीं नहीं मुझे ये सब नहीं करना है।
विक्की ने कहा नैना तुम बहुत लकी हो कि एक हफ्ते तक एक ऐसे-ऐसे लोगों के बीच रही पर देखो उनलोगो ने तुम्हें कोई भी नुकसान नहीं पहुंचाया।
नैना ने कहा हां पर मुझे एक हफ्ते तक बाहर रहना पड़ा यह तुम मानते हो पर क्या ये दुनिया मानेगी।
विक्की ने कहा अरे दुनिया से क्या लेना। तुम्हें जल्दी से ठीक होना होगा और फिर पीएचडी की तैयारी और फिर एक प्रोफेसर की जिंदगी नहीं चाहती हो क्या?
विक्की ने कहा फिर सारे सपनों का क्या होगा।
नैना ने कुछ नहीं कहा।
कुछ देर बाद एक काउन्सलर अर्चना सिंह आ गई और फिर बोली हेलो।
आप लोगों को जाना होगा।
फिर विक्की और अनिक बंगले में वापस चलें गए।
उधर नैना उठकर बैठ गई।
अर्चना ने कहा मैं भी एक लड़की हुं ओके।
नैना ने कहा मुझे किसी की जरूरत नहीं है।
अर्चना ने कहा हां ठीक है पर मुझे तुम्हारी जरूरत है।
नैना ने कहा हां कैसे?
अर्चना ने कहा हां ठीक है पर तुम क्या कुछ बताओगी मुझे?
नैना ने कहा हां इन दिनों जहां मैं थी वहां बिल्कुल अच्छी नहीं थी और ना ही वो लोग अच्छे थे।
अर्चना ने कहा हां जानती हूं मैं पर कुछ है जो तुम बताना चाहती हुं।

नैना ने कहा हां पर कुछ भी नहीं है ऐसे कैसे हो सकता है।।
अर्चना ने कहा कि इस तरह से तुम खुद को ही ठीक रखना चाहिए वरना ये दुनिया तुम्हें मार डालेगी।

नैना ने कहा हां मैं ये सब मानती हुं पर क्या समझी हो आप मुझे मेरी मम्मी पापा ने खो दिया और जब बड़ी हो गई तो फिर कालेज में जब आई तो बहुत सारे सर ने मुझे ग़लत नजर से देखा।।

नैना ने कहा मैडम ये सब कुछ मेरे लिए है क्या।पर मैंने तो कुछ नहीं देखा।

अर्चना ने कहा हां ठीक है तुम घबराओ मत बस अच्छी तरह से देखो।

क्रमशः