Saat fere Hum tere - 92 books and stories free download online pdf in Hindi

सात फेरे हम तेरे - भाग 92

माया के घर में शादी की तैयारी बहुत ही जोर से चल रही थी। रिश्तेदार भी आ गए थे।
मेहमानों का आना जाना लगा था।
माया सुबह से शादी की तैयारी कर रही थी।
सपना भी पैकिंग कर रही थी।
सागर भी अपनी एकलौती बहन की शादी को लेकर बहुत उत्साहित हो गया था।
चाचा जी और मंगल भाई भी सब्जी मंडी पहुंच गए।
रसोईया नाश्ता तैयार कर रहा था।
आज सपना की हल्दी की रस्म होने वाली थी।
सब अपने अपने कमरे में तैयार हो रहे थे।
चाची,ताई,सब लोग गाना बजाना शुरू कर दिए।
सपना की सारी सहेलियां भी नाच गाना शुरू कर दिया था।
माया भी हल्दी की तैयारी शुरू कर दी।
सभी औरतें बाहर गार्डेन में जाकर सपना की हल्दी की रस्म शुरू हो गई।
सपना की सहेलियां डांस शुरू कर दिया।मेहदी हैरी पहनने वाली स्टाइल में
लाल रंग की पूरी तरह से वैलेटी में आधुनिक हैं , नई
नई नई नई नई नई वाली वाली हैं ।


मेहदी हैरी पहनने वाली स्टाइल में
लाल रंग की पूरी तरह से वैलेटी में आधुनिक हैं , नई
नई नई नई नई नई वाली वाली हैं ।

ओ हरिलया बन्नो
ले जाने आने
वाले सईयां
थामेंगे आ के बैन
गर्लगे शहनाई
अंगनाई


मेहदी हैरी पहनने वाली स्टाइल में
लाल रंग की पूरी तरह से वैलेटी में आधुनिक हैं , नई
नई नई नई नई नई वाली वाली हैं ।

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मेया मैया और मौसी
गाये बेहना और भाभी मही
गायी
रंग हरे रंग की हरियाली बन्नी

गाये
फू पीती और दीदी की महँदी
मन भाये
सज हरीली बननी

मेहँदी रूप सँवारे
ओ मेहँदी रंग निखारे हो
हरियाली बन्नी के आँचल
में उतरेंगे तारें

मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहे सखियाँ अब कलियाँ
हाथों में खिलनेवाली हैं
तेरे मन को जीवन को
नयी खुशियां मिलनेवाली है

गाजे बाजे बाराती
घोडा गाडी और हाथी को
लायेंगें साजन तेरे आंगन
हरियाली बन्नी

तेरी मेहँदी वो देखेंगे
तो अपना दिल रखदेंगे वो
पैरों में तेरे चुपके से
हरियाली बन्नी

मेहँदी रूप सँवारे
ओ मेहँदी रंग निखारे हो
हरियाली बन्नी के आंचल
में उतरेंगे तारें

मेहँदी है रचनेवाली
हाथों में गहरी लाली
कहे सखियाँ अब कलियाँ
हाथों में खिलनेवाली हैं
तेरे मन को, जीवन को
नयी खुशियां मिलनेवाली है


फिर सब मिलकर हल्दी एक दूसरे को लगाने लगे।सब एक दूसरे के साथ खेलने लगें।।
सपना बहुत ही सुन्दर लग रही थी।

फिर माया सपना को नहाने लेकर चली गई।।
सपना और बाकी सब लेडीज़ नहा कर आ गई।
फिर सबने मिलकर नाश्ता किया और फिर डांस करने लगे।
सपना पूरी थक गई थी तो सोने चली गई।

इधर सब शाम की तैयारी कर रहे थे

कुछ देर बाद ही पार्लर वाली आ गई।
सबसे पहले दुल्हन को सजाने चली गई।
पार्लर वाली के साथ कुछ और भी लड़कियां आ गई थी जो चाची,ताई,बुआ,मासी सबको तैयार करने लगी।
पांच बजे तक सब तैयार हो कर नीचे पहुंच गए। एक एक गाड़ी जाने लगीं।
अमन का कोई भी नहीं था तो उसकी भी गाड़ी फुलों से सजी हुई थी।
सब लोग होटल हिल टाॅप पहुंच गए।।

वहां पर शहनाई बजने लगी थी और फिर सजावट भी देखने लायक थी।
सागर के सारे दोस्त अमन के साथ थे। फिर सब लोग डांस करने लगे।
करीब एक घंटे तक सब नाचते रहे उसके बाद सब अन्दर पहुंच गए।
दुल्हा स्टेज पर बैठ गए थे और फिर पंडित जी ने जैसे आदेश दिया तो दुल्हन स्टेज पर पहुंच गई और फिर जयमाल भी फिल्मी तरीके से हुआ।

तालियों की गूंज से पुरा होटल गुंज उठा।
उसके बाद पंडित जी ने शादी शुरू करवाया।

फिर सारी विधि विधान से शादी होने लगी।
सिंदुर पहना दिया अमन ने और फिर गठबंधन हो गया।
विवाह सम्पन्न हुआ और अब सभी का आशीर्वाद लेंगे वर वधू।
पंडित जी खाना खाने चले। सागर ने कहा।
उसके बाद सभी आशीर्वाद देते हुए जाने लगें।
फिर मेहमानों के जाते ही सब लोग खाना खाने पहुंच गए ‌।
इसी तरह होटल में दो बजे तक सब पार्टी चलता रहा।
उसके बाद एक एक गाड़ी निकल गई।।
सपना भी काफी थक गई थी।
घर पहुंच कर सभी अपने अपने रूम में पहुंच गए और फिर फेश् हो कर सो गए।
सपना भी थक गई थी तो वो भी आशा के साथ सो गई।
अमन भी सागर के दोस्तों के साथ सो गए।
माया भी फ्रेश होकर सोने लगी। और फिर मेरे सागर भी आ गए हैं।

माया ने कहा देखा सब अच्छी तरह से हो गया।
सागर ने कहा हां सब कुछ तुम्हारी वजह से अच्छी तरह से हो गया।
माया ने कहा हां ठीक है अब सो जाओ।

फिर दुसरे दिन भी सब मेहमान रिश्तेदार आ गए थे।
आज मुंह दिखाई की रस्म होगी।

माया ने कहा हां दादी मां सब कुछ हो गया है। डाईंग रूम में ही सब कुछ ठीक कर दिया है।
फिर सभी एक एक करके सपना को आशीर्वाद और गिफ्ट्स दे रहे थे।।
अमन भी बैठा हुआ था।
कुछ देर बाद ताऊजी ने कहा अमन और सपना कल ही जा रहे हैं ।अमन ने कहा हां पर कहां?
ताऊजी ने कहा हनीमूनं।। शिमला।
सपना से कहां कि ऐसा मत करो।।
मुझे तो यूरोप जाना था।
सागर ने कहा हां ज़रूर इसके बाद हम सब जाएंगे।
अच्छा ठीक है।

चलो जल्दी से सो जाते हैं फिर कल बहुत सारी रस्में पूरी करनी होगी क्योंकि अमन का कोई नहीं।।।
सागर ने कहा हां ठीक है।
फिर दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो कर नीचे पहुंच गए सब को चाय पीने को मिल गया।

वाह क्या बात है जिंदगी।।

आज अमन के लिए हम कुछ करना चाहते हैं सागर ने एक चाबी अमन के हाथ में दिया और कहा ये लो इस सोसायटी की बी ब्लाक में तुम दोनों का फ्लैट तैयार हो गया है ये हमारी तरफ से है।ना मत करना।।
अमन रोने लगा और फिर बोला कि ऐसा कभी नहीं सोचा था कि इतना अच्छा परिवार मिलेगा मुझे।।

सपना ने कहा भाई लव यू।
चलो सब वहां चलते हैं।
फिर सारे लोग वहां पहुंचे और फिर सपना ने ही दरवाजा खोला तो देखा सब कुछ सपना की पसंद का सामना लगा हुआ था।हर के जगह एसी लगा हुआ था।
सपना ने चारों तरफ देखा और फिर सागर को गले से लगा लिया।
फिर सपना अपने बेडरूम में गई तो देखा बहुत सारी चीज़ें सजा हुआ था और एक दिवाल पर दोनों की तस्वीर लगी थी।
सपना बहुत ही खुश हो गई और फिर लेट गई।
शाम को सपना का घर पुरे फूलों से सज चुका था।
सागर ने कहा सपना तू खुश हो ना? सपना ने कहा हां भाई बस कुछ शब्द नहीं बचे हैं।

क्रमशः

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