Kya sach me tuje aage badhna hai - 2 books and stories free download online pdf in Hindi क्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 2 (7) 1.6k 3.2k 1 " जो लोग ईर्षालु होते है, उनसे दूरी बनाकर रखे क्योकि , वो आपकी सफलता को देखकर जलेंगे, और आपको नीचा दिखाने की कोशिश करेंगे ...!! "हंमेशा मुस्कुराते रहो ..!! चाहे आप खूश हो या न हो, फिर भी ; चेहरे पे एक प्यारी सी मुस्कुराहट जरूर रखें । इनसे एक फायदा जरूर होगा !! कुछ वक़्त के बाद आप सच में खुश हो जाओगे ... !! दूनियाँ की सारी परेशानियों का ठेका नहीं लेना है, बस खूश रहना है । अपनी गुप्त योजनाएँ कभी किसी को न बताएँ , इनसे आपको नुकसान हो सकता है । लोग आपकी कमजोरियों का फायदा उठा सकते हैं; जिनसे आपको मानसिक तकलीफ़ होगी और आप डिप्रेश हो सकते हो । लोगों को पहचानना सीखे । ये बहुत जरूरी है । एक बार जब आप लोगों को पहचानना सीख जाएँगे , फिर कोई आपको हरा नहीं पाएगा । और न ही कभी आप धोखा खाएंगे ...!! मैं आपको अपने बारे में बताती हूँ । मैं खूद को " Inspirate " करतीं हूँ । और जो इन्सान खूद को " Inspirate " करते हो , वो कभी हार नहीं मानते !! मुझे किसी " Motivational video " या " Motivational quote " की जरूरत नहीं पड़ती हैं । मैं खूद ही चलती - फिरती " Motivation " हूँ । मैं सकारात्मक ही रहती हूँ ,और सकारात्मक ही सोचती हूँ । इसीलिए , मैं बहुत कम डिप्रेशन का शिकार बनती हूँ । एसा नहीं है कि , मैं कभी डिप्रेशन में गई नहीं हूँ ! कभी-कभी कोई भी इन्सान डिप्रेश तो होता ही है । लेकिन , मैं डिप्रेशन से 5 मिनिट में ही बहार आ जाती हूँ ...!! मैं खूद से बाते करती हूँ । रात को सोने से पेहले खूद को कुछ बातें याद दिलाती हूँ , मुझे क्या करना है ! मुझे आगे कैसे बढ़ना है ! सबकुछ खूद तक ही सीमित रखती हूँ । दूसरों को बहबहुत कम बताती हूँ । पापा से बातें अक्सर करतीं रहती हूँ , बहुत अच्छा लगता है । पापा हंमेशा कहते रहते हैं कि , किसी पे भरोसा मत करना बेटा ! दूनियाँ जितनी अच्छी दिखतीं है , उतनी अच्छी है नहीं ...!! और पापा कभी गलत नहीं होते । मेरे पापा ही मेरे गुरु है । मैं जो कुछ भी हूँ , सिर्फ मेरे पापा की वज़ह से ही हूँ । कोई साथ दे या न दे ; पर पापा कभी साथ नहीं छोड़ते !! वो कहते रहते हैं कि , तुम आगे बढ़ो .... मैं तुम्हारे साथ ही हूँ ....!!जो भी करो बिना सोचे समझे कभी मत करना । सही और गलत; इन्सानो और बातों को पहचानना !! जहाँ भी जाना हो अकेले जाना सीखो , बहार के लोगों को देखो और पहचानो ! बिना मोबाईल के कभी भी बहार मत जाओ । मोबाईल बहुत ही काम की चीज़ है । मुझे जरूरी काम हो , तो मैं रात को भी बहार जाती हूँ । पापा और मेरा परिवार मुझे पे जो भरोसा करता है , मुझे उस भरोसे को कभी नहीं तोड़ना है , यह बात मुझे हंमेशा से याद है ...!! आपको अपने परिवार का भरोसा कभी नहीं तोड़ना है , यह बात जरूर याद रखें । वैसे तो कभी किसी इन्सान का भरोसा तोड़ना नहीं चाहिए । जिससे आपका चरित्र साफ़ दिखेगा ! चरित्र से हंमेशा पवित्र रहे । अगर , किसी की बहन - बेटी आपकी मौजूदगी में अपने आप को सुरक्षित महसूस करे , तो समझ लेना आप एक " चरित्रवान " इन्सान है । जिंदगी में आप अपने आप पे गौरव कर सके; एसा काम करे ...न ही एसा कि , शर्मिदगी महसूस हो ....!! जब कोई अच्छा काम करोगे, तब खूशी और सकारात्मक एहसास जरूर होगा !! लेकिन, हाँ ! इतने भी अच्छे मत बनना की कोई आपका फायदा उठाएँ । एक बात हंमेशा याद रखें कि , मुझे अंधा बनकर जिंदगी नहीं जीनी है । लोगों के असली रंग और रूप को भी देखना है । खूद पे भरोसा रखों , खूद से ही उम्मीद करो, और किसी से करोगे तो सिर्फ दुःख ही मिलेगा ... !! अगर , आपको कोई चीज़ चाहिए और वह आपने किसी से माँगी ; तब माँगते वक़्त इतना जरूर सोच लेना कि , वो दे तो भी ठीक है और न दे , तो भी ठीक है । फिर आपको तकलीफ़ नहीं होगी और न ही आप दुःखी होंगे ....!!~ PARI BORICHA 👍 ‹ पिछला प्रकरणक्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 1 › अगला प्रकरणक्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 3 Download Our App अन्य रसप्रद विकल्प हिंदी लघुकथा हिंदी आध्यात्मिक कथा हिंदी फिक्शन कहानी हिंदी प्रेरक कथा हिंदी क्लासिक कहानियां हिंदी बाल कथाएँ हिंदी हास्य कथाएं हिंदी पत्रिका हिंदी कविता हिंदी यात्रा विशेष हिंदी महिला विशेष हिंदी नाटक हिंदी प्रेम कथाएँ हिंदी जासूसी कहानी हिंदी सामाजिक कहानियां हिंदी रोमांचक कहानियाँ हिंदी मानवीय विज्ञान हिंदी मनोविज्ञान हिंदी स्वास्थ्य हिंदी जीवनी हिंदी पकाने की विधि हिंदी पत्र हिंदी डरावनी कहानी हिंदी फिल्म समीक्षा हिंदी पौराणिक कथा हिंदी पुस्तक समीक्षाएं हिंदी थ्रिलर हिंदी कल्पित-विज्ञान हिंदी व्यापार हिंदी खेल हिंदी जानवरों हिंदी ज्योतिष शास्त्र हिंदी विज्ञान हिंदी कुछ भी Pari Boricha फॉलो उपन्यास Pari Boricha द्वारा हिंदी प्रेरक कथा कुल प्रकरण : 4 शेयर करे आपको पसंद आएंगी क्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 1 द्वारा Pari Boricha क्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 3 द्वारा Pari Boricha क्या सच में तुझे आगे बढ़ना है ... - भाग 4 द्वारा Pari Boricha NEW REALESED Fiction Stories कर्म से तपोवन तक - भाग 2 Santosh Srivastav Horror Stories पच्चीसवीं रात 333star Star Biography यादों की अशर्फियाँ - 2. डेमो लेक्चर्स Urvi Vaghela Fiction Stories फादर्स डे - 61 Praful Shah Love Stories द मिस्ड कॉल - 10 vinayak sharma Fiction Stories फागुन के मौसम - भाग 3 शिखा श्रीवास्तव Moral Stories सर्कस - 11 Madhavi Marathe Love Stories Hot romance - Part 16 Mini Fiction Stories प्यार हुआ चुपके से - भाग 11 Kavita Verma Horror Stories द्रोहकाल जाग उठा शैतान - 40 Jaydeep Jhomte