सात फेरे हम तेरे - भाग 83 RACHNA ROY द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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सात फेरे हम तेरे - भाग 83

दो दिन बाद विक्की अमेरिका पहुंच गया और फिर उसका स्वागत एयरपोर्ट पर ही हुआ बहुत बड़े पैमाने में लोग आएं और वो सब माला, गुलदस्ता देकर विक्रम सिंह शेखावत आर्मी ऑफिसर का स्वागत कर रहे थे।
इसके बाद विक्की गाड़ी में बैठ गए और फिर कुछ देर बाद अपने बंगले में पहुंच गया।
फेश होने के बाद ही दादाजी के रूम पहुंच गया और दादाजी के पास बैठ गया।
दादी मां ने कहा कि कहां है तेरी दुल्हन? वादा किया था पर तुमने क्या किया।।
विक्की ने कहा हां दादी मां पहले दादाजी ठीक हो जाएं।।
दादी मां ने कहा हां ठीक है पर नैना नहीं आई? विक्की ने कहा हां आएंगी जरूर।।
फिर विक्की खाना खाने के बाद सो गया।
डंडियां में नैना का स्कूल और टुयशन चल रहा था और फिर माया भी अपने घर में बहुत ही खुशी से रहने लगीं थीं। शाम को हर रोज नैना निलेश के घर जाकर पौधों को पानी देती उनसे बात करतीं निलेश की तस्वीर पर माला चढ़ाने के बाद दिया भी जला देती थी।
कुछ देर बाद ही सारे बच्चे पढ़ने आ जाते हैं।
नैना खुद को इस तरह बिजी कर लेगी ऐसा किसी ने सोचा नहीं था।
नौ बजे तक बच्चों को पढ़ाने के बाद नैना ताला लगाकर अपने घर चली जाती है।
घर पहुंच कर ही एक थकान सी हो रही थी।
रेखा ने कहा अदरक वाली चाय पी लो।
नैना एक घुट में चाय पी गई।।
और फिर बोली बुई मैं जा रही हुं सोने।।
बुई ने कहा खाना खाने के बाद सो जाओ।
नैना ने कहा अरे बाबा नहीं।
बुई ने कहा राजमा चावल बना है।
नैना ने कहा अच्छा फिर खिला दो।
रेखा ने खाना परोसा और फिर टेबल पर रख दिया।
बुई ने जल्दी से नैना को खिलाने लगी।
नैना ने सब कुछ बताया आज का व्यौरा।।
फिर नैना सोने चली गई और फिर विक्रम सिंह शेखावत ने कई बार विडियो कालिंग किया पर नैना गहरी नींद में सो गई थी।


विक्की ने सोचा इतनी जल्दी सो गई। और फिर बोला नैना तुम्हें आना होगा मेरे सारे सपने तुम पर शुरू हो कर खत्म हो जाते है तुम्हीं पर।।

विक्की ने कहा मुझे लगता है कि तुम बहुत ही नाराज़ हो पर मैं जानता हूं कि कैसे सब ठीक हो जाएगा एक बार बस यहां आ जाओगे तो।।
फिर विक्की भी सो गया।
दूसरे दिन सुबह विक्की जागिग पर गया और फिर वापस आ कर अपना जूस लेकर अपने कमरे में जाकर बैठ गया।
फिर लैपटॉप पर उसने देखा और फिर बोला कि ऐसा क्या करूं जो नैना एक बार अमेरिका आ जाएं।
क्या करूं अब।।
कुछ देर बाद नैना का विडियो कालिंग आ गया।
नैना ने कहा अरे कल तुमने विडियो काल किया था पर क्यों?
विक्की ने कहा अरे बाबा बस देखने का मन था। नैना ने कहा वैसे दादाजी कैसे हैं?
विक्की ने कहा हां अब ठीक है। और फिर दादी मां तुम्हारे लिये पुछ रही थी।
नैना ने कहा हां ठीक है चलो अब रखतीं हुं।
विक्की ने कहा किस्से भाग रही हो ?अपने-आप से।।
नैना ने कहा हां जो समझना है वो समझो।
मैं जा रही हुं।
नैना ने फोन कट कर दिया।
फिर विक्की तैयार हो कर नीचे पहुंच गए और फिर सब साथ खाने की टेबल पर चले गए।
नाश्ता में आमलेट और जूस था।
दादी मां ने कहा आज मेरी पोती बहु से बात करवाएगा।
विक्की ने कहा हां दादी मां जरूर।।
विक्की मन ही मन सोचने लगा।।
और फिर अपसेट हो गया है क्या वो आएंगी।।
हे भगवान मुझे ये क्यों नहीं करवाया।

फिर विक्की ने एक मेसेज किया और लिखा कि फोन उठा लेना दादी मां बात करना चाहती है।
कुछ देर बाद ही नैना का फोन आया और फिर बोली अरे पहले क्यों नहीं बताया दादी मां बात करेंगी।
विक्की ने कहा कैसे बताता तुम तो बात भी नहीं करना चाहती हो।
नैना ने कहा अच्छा ठीक है बात करवा दो।
नैना ने कहा नमस्कार दादी मां।।
दादी ने कहा हां नैना खुश रहो। क्या बात है विक्की से बातचीत बंद है क्या?
नैना ने कहा नहीं नहीं ऐसा कुछ नहीं है।।
दादी मां ने कहा हम तुम्हें दुल्हन के रुप में देखना चाहते हैं।
नैना खामोश रही।
दादी मां ने कहा विक्की भी कुछ नहीं बोल रहा है।।
नैना ने कहा पता नहीं विक्की ने जो किया वो अच्छा नहीं किया।

दादी मां ने कहा हां मैं समझ सकती हुं।पर जो भी हो तुझे आना होगा।
नैना ने कहा किस हक से आऊंगी विक्की ने तो वो हक दिया ही नहीं।
कहते कहते रो पड़ी नैना और फिर फोन रख दिया।
दादी मां ने कहा विक्की तेरे कान खिंचाई करूंगी क्यों रूलाया नैना को?
विक्की ने कहा ओह मेरी दादी लगता है कान में।।
विक्की हंस कर बोला अरे दादी मां मैं कुछ अच्छा चाहता हूं नैना के लिए, पहले वो अपने पैरों पर खड़ी हो जाएं फिर वो जो कहेंगी करूंगा।।
दादी मां ने कहा अरे बाबा शादी के बाद भी तो हो सकता है।
विक्की ने कहा नहीं ,नहीं जो काम शादी से पहले हो जाना चाहिए वो बाद में कैसे होगा।

मैं उसे समझा नहीं पा रहा हूं।।।

उधर माया पग फेरे की तैयारी में जुट गई उसे कोकिला के घर पर ही जाना होगा।।
सारी खरीदारी करने सागर और माया गए थे।।
सागर के घर वाले सब बोलने लगें।कि माया चली जाएगी।। घर खाली हो जाएगा।

सब पैकिंग हो गई क्या? सपना ने कहा।।
भाभी के साथ हमें भी जाना होगा।।
दादी मां ने कहा हां, हां ठीक है।।।

सपना भी पैकिंग शुरू कर दो अब।। सागर ने कहा।
सपना ने कहा पता है कब का पैकिंग भी कर लिया।।

सब सुन कर हंसने लगे और फिर सपना शर्मा गई।

अमन ने कहा हां अकेले अकेले जा रही हो मुझे तो नहीं कहा ।

सागर ने कहा हां ठीक है चलो अब तुम भी भाभी के पग फेरे पर।।

चाची ने कहा हां अब दुल्हे राजा भैया कानपुर जाएंगे।

दादी मां ने कहा हां ठीक है पर सब रहोगे कहां?

माया ने कहा अरे दादी मां मेरा घर पुरा खाली पड़ा।

क्रमशः