सात फेरे हम तेरे - भाग 78 RACHNA ROY द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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सात फेरे हम तेरे - भाग 78

विक्की जाने लगें और फिर माया के पास जाकर कहा दीदी आप खुश रहना हां और अपना ख्याल रखना।
माया रोने लगी। नैना ने स्टेज पर गाना गाने लगी।
जाने वफ़ा होकर बेकरार वर्षों किया मैंने जानेवफा होके होने के कारण जानेवफा होके बेकरार
बरसों
किया मैंने इंतजार
पर कभी तूने नहीं
ये सब कहा जो अब कहा
दिल बेबसी में चुपके से रोटा है
क्या करूं
कुछ कुछ होता है।।
नैना रोने लगी और फिर जैसे ही दौड़ कर विक्की के पास गई तब तक विक्रम सिंह शेखावत वहां से निकल चुका था।वो ऐसा दुख देकर चला गया एक बार भी कुछ कहा नहीं। नैना एक दम फूट फूट कर रो पड़ी।
क्या नैना की जिंदगी में कभी भी खुशी नहीं आएगी।


विक्की कुछ ज्यादा देर नहीं करना चाहते थे और फिर वो एयरपोर्ट पहुंचे और फोन पर बार बार नैना का फोन आ रहा था तो विक्की कट कर रहा था।
फिर सारी फोरमालिटज पुरा करने के बाद विक्रम सिंह शेखावत हवाई जहाज पर सवार होकर बैठ गए।
विक्की ने अपनी आंखें बंद कर दिया और फिर उसे सिर्फ नैना का चहेरा ही सामने आ रहा था।
फिर कुछ देर बाद हवाई जहाज उड़ने लगा।।
फिर विक्की ने एक बुक निकल लिया जिसमें अंडमान निकोबार द्वीपसमूह के बारे में जानकारी दी गई थी।
विक्की पढ़ने लगा।

मुद्र के बीचोबीच स्थित अंडमान निकोबार द्वीप समूह अपने आप में एक बेहद खूबसूरत और काफी मशहूर पर्यटन स्थल है, जहां प्रत्येक भारतीय जाना चाहता है और वहां के लोगों व उनके रहन-सहन के बारे में जानना चाहता है। इस पोस्ट को लोगों तक पहुंचाने का मेरा मुख्य उद्देश्य यही है कि अंडमान निकोबार द्वीप समूह समुद्र में स्थित होने की वजह से बहुत सारे पर्यटकों को यहां पहुंचने के बारे में पता नहीं होगा और इस तरह की पोस्ट तैयार करने के लिए मेरी टीम हमेशा से ही कोशिश करते आ रही है, ताकि सभी भारतीय को पूरी दुनिया या एशिया तो नहीं, लेकिन कम-से-कम पूरे भारत के सभी जगहों पर जाने और कम बजट में ट्रैवल करने के बारे में जानकारी दी जा सके।
पोर्टब्लेयर, जो अंडमान निकोबार द्वीप पर की राजधानी है, में एक एयरपोर्ट मौजूद है, जहां पर दिल्ली, मुंबई और बैंगलोर जैसे देश के विभिन्न बड़े शहरों से फ्लाइट अपनी उड़ानें भरती हैं, लेकिन अगर आपके पास बजट कम है, तो आप कोलकाता, विशाखापट्टनम या चेन्नई, जो पोर्टब्लेयर के एयरपोर्ट से काफी नजदीकी में है, से फ्लाइट पकड़ कर पोर्टब्लेयर एयरपोर्ट यानी अंडमान निकोबार जा सकते हैं।

विक्की ने कहा बहुत ही अच्छे से जानकारी दी गई है इस किताब में।।
कुछ देर बाद ही नाश्ता मिल गया।।
कुछ देर बाद ही थोड़ा सा खा लिया और फिर सो गया।
उधर पार्टी काफी देर तक चलती रही।
नैना का मुड अमन ने ठीक कर दिया और फिर साथ खाना खाते हुए नजर आने लगें।
बिमल और अतुल भी बहुत ही दुखी हो गए थे उनका हम-कदम दोस्त विक्की चला गया और फिर निलेश के जाने के बाद इतने सालों से विक्की ही उनका साथ दे रहा था।

फिर माया भी सागर और उसके परिवार के सदस्यों के साथ खाना खाने बैठ गए।
माया खाते हुए कहा मुझे विक्की की याद आ रही है वो पहुंच गए हैं?
सागर ने कहा हां ठीक है वो जरूर फोन करेगा। एक मिशन पर गया है हम उसे परेशान नहीं कर सकते हैं
माया ने कहा हां पर मुझे चिंता होती है।।
अतुल ने कहा दीदी आप चिंता मत करो आप खाना खा लो।

माया ने कहा हां ठीक है। सभी रिश्तेदार मेहमानों को अच्छी तरह से खातिर किया गया। सागर की बुआ ने कहा आज तुम दोनों का सुहागरात है।।
माया एक दम से शर्म से लाल हो गई।
सागर ने कहा बुआ जी आप भी ना।।
बुआ हंसने लगी।
कमलेश चाचा ने कहा सागर तुम दोनों को सिंगापुर की एयर टिकट बुक करवाया है और फिर होटल भी बुक किया है।
सागर ने कहा अरे वाह।। माया ने कहा अरे।सब चलते।
सब हंसने लगे।
फिर सब धीरे धीरे वापस जाने लगें।।
दादी मां ने कहा बहु सारा तोहफा रखवा देना।
सागर की मां ने कहा हां ठीक है।
फिर सब एक एक करके जाने लगें।
माया ने कहा अतुल, बिमल सब मेरे साथ चलो। नैना भी चलों। सपना ने कहा हां मेरे साथ सो जाएंगी।।

नैना ने कहा कि हां ठीक है।
फिर सब घर पहुंच गए।
माया का रुम पुरे फुलों से सजा हुआ था।
माया को बहुत अच्छा लगा और शर्म भी आ गई।।
सागर भी रूम में पहुंच गए।
और फिर दरवाजा बंद कर दिया।
सागर इस पल का कब से इंतजार था और आज तुम मेरे बाहों में हो।
नैना मुस्करा कर बोली हां और क्या।
फिर काफी देर तक दोनों एक दूसरे से लिपट कर रहे।
सागर ने कहा ये लो तुम्हारे लिए ये कहते हुए एक अंगुठी पहना दिया।
माया ने कहा बहुत ही खूबसूरत है।।।
फिर दोनों बेड पर जाकर बैठ गए।
इधर नैना सपना के साथ सो गई थी पर उसे विक्की बहुत याद आ रही है। करवटें बदलते हुए सो गई।

दूसरे दिन सुबह जल्दी उठकर तैयार हो गई।।

नैना नाश्ता करने पहुंच गई।सब लोग बैठ कर नाश्ता करने लगे। माया ने कहा अरे विक्की का फोन बंद आ रहा है।।
नैना ने कहा हां मैं भी कई बार फोन किया था पर।।
सागर ने कहा हां वो बिजी हो गया होगा।
माया ने कहा हां पर ऐसा कभी नहीं किया।।
नैना ने कहा आज रात को हम लोग वापस जा रहे हैं।
बिमल और अतुल भी नाश्ता करने लगा और बोला कि हां रात को निकलना होगा।
सागर ने कहा हां ठीक है हम स्टेशन जाएंगे।

नैना उठकर तैयार होने चली गई और सारा पैकिंग भी कर लिया।
दोपहर को सब एक साथ बैठ कर बातें करने लगे।।
अमन ने कहा नैना कुछ दिन और रूक जाती।।
मैं भी एक हफ्ते तक हुं।
नैना ने कहा नहीं दीदी वापस जाना है।।

माया और सागर ने मिलकर अतुल और बिमल को गिफ्ट्स दिया और फिर नैना के हाथों में भी गिफ्ट्स का बहुत सारा पैकेट दिया।।
नैना ने कहा थैंक यू ।

कुछ देर बाद ही विक्रम का फोन आया माया के पास।।
माया अपने रूम में जाकर बात करने लगी।।

विक्की ने सबके बारे में पूछा पर नैना के बारे में कुछ नहीं पुछा।
माया ने कहा विक्की तुम कब आओगे?

विक्की ने हंसते हुए कहा कि पता नहीं कब?

कल ही सुबह मिशन पर जाना होगा।
माया ने कहा हां ठीक है विजयी भव।।
विक्की ने फोन रख दिया।
माया रूम से बाहर आकर नैना से सारी बात बताई।
नैना ने कहा अरे एक बार भी मुझसे बात नहीं किया विक्की ने?
माया ने कहा हां, वहीं तो नोटिस किया मैंने। सबको पुछा पर नैना के बारे में कुछ नहीं पुछा।।
क्रमशः