परी की दास्तान Jaimini Brahmbhatt द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

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परी की दास्तान

💞💞कभी लफ्ज़ भूल जाऊं कभी बात भूल जाऊं,
तूझे इस कदर चाहूँ कि अपनी जात भूल जाऊं,
कभी उठ के तेरे पास से जो मैं चल दूँ,
जाते हुए खुद को तेरे पास भूल जाऊं।💞💞



हॉस्पिटल का सिन --
एक आदमी अच्छी खासि हाइट.. गहरी भूरी आंखे.. कसरती बदन मे शूट मे जिसके ऊपर खून के धब्बे थे वो चेहरे परेशानी लिए हुए कोरिडोर मे घूम रहा था.. तभी वहा नर्स आती है..!!

नर्स :- एक्सक्यूज़ मी.. मी.. आप उनके कौन है.??

तभी डॉक्टर :- ओहो नर्स इनका गुस्सा नहीं देखा जाहिर है ये उनके हस्बेंड ही होंगे.!!

आदमी :- अब वो केसी है डॉक्टर.?

डॉक्टर :- घाव काफ़ी गहरे है मी..??

आदमी :- मी.सिद्धांत दीवान.!!

नर्स ये सुनकर :-😲आप वो मशहूर बिझनेस मेन सिद्धांत दीवान है...!!

सिद्धांत उसे देख डॉक्टर से बात करता है तो डॉक्टर :- जी अब वो काफि हद तक ठीक है.. एंड कल आप उन्हें घर ले जा सकते है.!!डॉक्टर उसके कंधे को थपथपा के चले जाते है। सिद्धांत अंदर जाके उस लड़की के पास बैठ जाता है. उसे देखते हुए याद करता है.!!

(फलेशबैक --- सिद्धांत अपनी मीटिंग अटेंड कर घर जा रहा था की तभी अचानक उसकी कार के सामने वो लड़की भागते हुए आती है.. और टकरा जाती है सिद्धांत वक़्त रहते ब्रेक मार चूका था.. वो बाहर निकल उस लड़की को देखता है जो की बहुत ज्यादा घायल थी.. वो उसे यहां हॉस्पिटल लाया था.. ज़ब वो यहां आया डॉक्टर ने कहा की एक्सीडेंट केस है इसलिए पोलिस को बुलाना बनाना है.. पर लड़की की हालत को देख सिद्धांत को गुस्सा आ जाता है जो वो डॉक्टर को डराता है और डॉक्टर तुरंत उसका इलाज करने जाते है.. करीब 2 घंटे बाद कुछ अच्छी खबर मिली थी उसे.. फलेशबैक एंड )

सिद्धांत उसके चेहरे को देख :- कौन हो तुम..?कैसे ये हालत है तुम्हारी..? आज तक मेने किसी लड़की को अपने करीब नहीं आने दिया.. वहा आज इस डॉक्टर का तुम्हे मेरी वाइफ कहना मुझे बुरा नहीं लगा.. क्यों.? वो ऐसे ही विचारों मे खोया हुआ था कब उसकी आंख लगी उसे ही नहीं पता चला वो वही बैठे बैठे सो गया।

अगली सुबह उस लड़की के हिलने की वजह से सिद्धांत की नींद टूट गई वो, "हें कैरफुल.. तुम ठीक हो.!"

लड़की एकटक सिद्धांत को देख रही थी.. सिद्धांत भी उसकी गहरी ब्लु आँखों मे खो सा गया.. की तभी डॉक्टर अंदर आ गए :- हाय मी. दीवान हाय मिसिज दीवान फिलिंग बेटर.??

लड़की उसकी और देख रही थी की सिद्धांत :- अब मे इन्हे घर ले जा सकता हु डॉक्टर.??

डॉक्टर :- ओह ओफ़्कौर्स मे डिशचार्ज पेपर तैयार करवाता हु.!!वो वहा से चले जाते है.

सिद्धांत :- देखो. अभी के लिए यही सब झेल लो.. मे तुम्हे तुम्हारे घर ड्राप कर दूंगा.!!वो बाहर निकल जाता है.

वो लड़की मन मे :- ये मे कहा आ गई.!!तभी उसके हाथ का कड़ा चमका उसमे लगे हुए नीले रंग की मणि मे से आवाज आई, "पावनी बेटा हो सके तो अभी आप परीलोक मत आइये..!यहां के हालात ठीक नहीं है..!"वो मणि बंद हो गई..!

तभी वहा सिद्धांत आ जाता है वो :- चले..??पावनी उठने की कोशिश करती है वो गिरने को होती है इससे पहले वो गिरती सिद्धांत उसे संभाल लेता है.. पावनी उसकी आँखों मे झाँक ने लगती है की सिद्धांत का दिल जोरो से धड़क उठता है. वो हड़बड़ा जाता है :- वो. Sorry पर..मे तुम्हारी हेल्प करता हु.!!वो पावनी को खड़ा कर देता है उसकी तरफ एक पैकेट बढ़ाकर :- वो कुछ कपड़े है..तुम्हारे लिए.!!

पावनी पैकेट ले लेती है की सिद्धांत उसे संभालते हुए बाथरूम तक छोड़ आता है. वो अंदर जाके चेंज कर लेती है..
रेड कलर की ड्रेस उसके गोरे रंग पर बहुत भब रही थी सिद्धांत अपनी पलकें झपकाना ही भूल गया.. उसका दिल एकबार फिर तेज़ी से धड़क उठा.. पावनी..

अचानक पावनी को चक्कर आया तो सिद्धांत ने तेजी से उसका हाथ थाम अपनी तरफ खींच लिया.. सिद्धांत उसे अपनी गोद मे उठा लेता है. पावनी उसे देख रही थी.. सिद्धांत मुस्कुरा के :- अभी कमजोरी है.. मे ले चलता हु.!!

सिद्धांत उसे कार तक ला के उसमे बैठा देता है.. और ड्राइव करने लगता है.!!काफ़ी वक़्त बीतने के बाद भी पावनी कुछ नहीं कहती है बस खिड़की से बाहर देख रही थी तो सिद्धांत मन मे :- अजीब है इतना हेंडसम लड़का.. और बेस्ट बिझनेस मेन इसकी बाजु मे बैठा है और इसे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है. मुझे इग्नोर कर रही है.!

पावनी उसके मन की बात सुन सकती थी वो मुस्कुरा देती है की सिद्धांत अपना गला साफ करते हुए :- अ.. आपका नाम क्या है.??

पावनी बाहर देखते हुए कुछ नहीं बोलती.!!सिद्धांत :- आप को जाना कहा है.?? अब भी पावनी चुप थी.. सिद्धांत गाड़ी रोक :- अगर आपको बताना नहीं है तो मे आपको यही छोड़ दूंगा.. उतरिये मेरी गाड़ी से.!!

पावनी उतर जाती है की सिद्धांत 😲😲:- उतर गई..!!वो भी कार से बाहर निकल जाता है। पावनी हल्के कदमो से चलने लगती है की वापस उसे थकान होने लगती है. सिद्धांत से ये बर्दास्त नहीं होता वो उसके पास आके उसे अपनी गोद मे उठा लेता है और कार मे वापस बिठा देता है.. सिद्धांत :- या तो तुम पागल हो.. या तो गूंगी. पता नहीं इंसानियत के नाते तुम्हारी जान मेने बचाई है और तुम्हे अपनी जान को खतरे मे डालने का कोई हक नहीं है.क्युकी वो सिद्धांत दीवान ने बचाई है. 😤समझी तुम..!!

पावनी अब भी चुप थी.. कुछ देर मे वो लोग घर पहुंच जाते है.. सिद्धांत पावनी गोद मे उठाकर को अंदर लाता है की प्यारी सी आवाज आती है, "डेड़ा.. ये टोन है.?(डेड़ा ये कौन है.?)सिद्धांत पावनी को सोफे पर बैठता है और वहा से प्यारे से चार साल के बच्चे को अपनी गोद मे उठाकर लाता है..!

सिद्धांत उससे कुछ कहता उससे पहले ही वो बहुत प्यार से,"आपको डॉट लगी है आंटी..?"पावनी उसे देख मुस्कुरा देती है.. वो तुरंत उसे अपनी गोद मे उठा लेती है..,"नहीं बच्चे.!आंटी ठीक है..!"

सिद्धांत उसकी आवाज सुन मन मे, "हाय... इसकी आवाज तो मिश्री से भी मीठी है..!"

पावनी उस बच्चे से :- आपका नाम क्या है जान..?😍

बच्चा :- मेला नाम.. मेला नाम क्लिश है.!!

सिद्धांत फट से बोल देता है :- क्रिश मेरे बेटा है ये.!!

क्रिश :- आंटी आप बहुत सुन्दर हो.. एकदम डोल जैसी.. ट्यूत ट्यूत.!!

सिद्धांत मन मे :- हा बहुत प्यारी.. जी करता है इसे ऐसे ही देखा करू.!!

क्रिश :-आपता नाम क्या है आंटी ??

सिद्धांत बड़ी उत्सुकता से पावनी को देख रहा था.. मानो उसे इसकी ही जल्दी हो..!!पावनी बड़े प्यार से उसके गाल को चुम :- पावनी..!!!

क्रिश :- तावनी.!!ऐसा नाम ट्यू है.? नहीं मे तो आपतो परि कहूंगा.!!

पावनी खुलकर हस देती है 😄😄, "ok. जैसा आप कहे जान..!"

सिद्धांत मन मे मुस्कुरा के :- पावनी.. खूबसूरत नाम है होगा ही पवित्र सी जो हो.. बिलकुल कांच की गुड़िया जैसी...!!

सिद्धांत का फोन बजता है वो रिसीव कर बात करने के बाद काका को आवाज देता है.. काका जल्दी से किचन से बाहर आते है..!!

सिद्धांत :- काका ये पावनी.. इसका ख्याल रखना. और पावनी तुम्हे जो चाहिए तुम काका से बोल सकती हो..!मुझे ऑफिस जाना होगा. बाद मे मिलते है.!!(वो क्रिश का सर चूमते हुए) बाय क्रिश. "और हा आंटी को ज्यादा परेशान मत करना ok.!!..

पावनी की तरफ देख क्रिश के गाल को सेहला के,"ध्यान रखना अपना..!"सिद्धांत की आँखों मे बहुत ज्यादा फ़िक्र थी पावनी के लिए..!!पावनी मुस्कुरा देती है।

क्रिश उसे फ्लाइंग किस देते हुए :- ok डेड़ा..!!सिद्धांत चेंज कर चला जाता है.. वही काका भी पावनी को उसका कमरा दिखा देते है।

पावनी का आज का दिन क्रिश के साथ ही गुजरा था..उसके साथ खाना खेलना आज सब हुआ था उसका.!!शाम को क्रिश पावनी के ऊपर उसके सीने से सर लगाए सोया था..!!

सिद्धांत आता है,"काका सब ठीक रहा ना.!"

काका आज बहुत ख़ुश होते हये :- आजका दिंन कहा गया पता ही नहीं चला सिद्धांत बाबा. स्पेशल क्रिश बिटवा के लिए. पावनी बिटिया ने उसे सारा दिन संभाले रखा आजसे पहले हमने क्रिश बिटवा को इतना ख़ुश बिलकुल नहीं देखा.!!

सिद्धांत मुस्कुरा देता है काका, "अच्छा बिटवा तुम मुँह हाथ धोये लिओ हम खाना लगावात है।"

सिद्धांत :- पावनी और क्रिश ने खाया.?

काका हस्ते हुए :- कबका.!!😄

सिद्धांत चेंज कर आता है खाना खा के वो अपने रूम की तरफ जाते जाते पावनी के रूम की तरफ चला जाता है जहा का नजारा देख वो मुस्कुरा देता है।हल्की पिली लाइट मे दोनों बहुत प्यारे लग रहें थे उन्हें देख कोई नहीं कह सकता की दोनों सगे माँ बेटा नहीं है.. वो थोड़ा झुक के क्रिश का सर चुम लेता है की पावनी जग जाती है.. सिद्धांत फिर भी नहीं हटता वो पावनी की आँखों मे देख उसके सर को भी चुम लेता है। पावनी के लिए ये एहसास बहुत अच्छा था..!!वो मुस्कुरा देती है सिद्धांत उससे दूर हो जाता है की पावनी उसका हाथ पकड़ लेती है.!!सिद्धांत उसकी तरफ देखता है तो पावनी, "कभी कभी डेड को अपने बेटे के साथ सोना चाहिए.!"सिद्धांत उसके हाथ को थाम उसके बाजु मे लेट जाता है। पावनी क्रिश के सर को चूमते हुए,"सिद्धांत..!शुक्रिया..!"

सिद्धांत उसकी तरफ देख के :- क्यों.??

पावनी :- मेरी जान बचाने के लिए. और.??

सिद्धांत :- और.??

पावनी :- और दूसरी जान देने के लिए..!सिद्धांत मुस्करा के :- हम्म.. थँक्स.यु टू.!"

पावनी हैरान हो के :- किसलिए.??

सिद्धांत :- मुझे भी अपनी जान देने के लिए..!!पावनी अपनी आंखे बंद कर लेती है पर उसकी मुस्कान सिद्धांत से नहीं छिप पाती.!!वो पावनी का हाथ चूमके सो जाता है।

अगली सुबह क्रिश उठता है की पावनी पहले ही उठ चुकी थी.. क्रिश सिद्धांत को देख उसके गाल पर किस करते हुए, "डूडमॉर्निंग डेड़ा.!"

सिद्धांत उसे देख स्माइल करते हुए उसके गाल पर किस कर, "गुडमॉर्निंग मेरा बेबी.!"

क्रिश :- तल तो मे परी आंटी के साथ सोया था. ये मैजिक क्यों हुआ आप तैसे आये.??

सिद्धांत उठ जाता है! वो इधर उधर पावनी को ढूंढता है.!!उसका दिल बेचैन हो उठता है.. मन मे :- ये कही सपना तो नहीं था. नहीं नहीं. पावनी यही कही होंगी.!!वो क्रिश को गोद मे उठाकर निचे आ जाता है.. काका को आवाज देता है "काका काका.!"

काका :- क्या हुअत बिटवा.?

सिद्धांत :- आपने पावनी को देखा.?

काका :- नहीं बिटवा हमको लगा की अपने कमरे मे होत रही. वहा नहीं है का.?

सिद्धांत :- नहीं वहा नहीं. आप क्रिश को पकड़ो मे देखता हु.!!

सिद्धांत क्रिश को काका की गोद मे दे जाने को होता है की क्रिश भराई आँखों से उसका हाथ पकड़, "डेड़ा.. आंटी को जरूर लाना मुझे उनके साथ रहना है.. 🥺🥺!"

सिद्धांत मन मे :- मुझे भी बेटा..!!वो उसके सर को चुम हर तरफ देखने लगता है.. वहा इतने मे कही पावनी नहीं दिखी उसे.. सुबह के सात से दस बज चुके थे.. सिद्धांत परेशान हो गया था वो वापस घर आया और देखा की क्रिश का रो रो के बुरा हाल था.. वो रोते हुए सिद्धांत से लिपट जाता है, "😭डेड़ा. परि आंटी तहा है. लाओ ना उन्हें.!"

सिद्धांत उसे अपनी गोद मे उठा के किसीको फोन मिलता है की क्रिश ख़ुशी से चहक उठता है, "आंटी ... डेड़ा वहा देखो.!"

सिद्धांत पलटता है की सामने से पावनी रेड कलर की साड़ी पहने चली आ रही थी उसके हाथ मे कुछ बैगस थे। वो क्रिश को ऐसे देख बैगस वही छोड़ भाग के क्रिश के पास आ जाती है और उसके आंसू पोछते हुए, उसे अपनी गोद मे ले लेती है.,"क्या हुआ जान आप रो क्यों रहे हो...!"

क्रिश कुछ बोलता उससे पहले ही सिद्धांत पावनी को कसके गले लगा देता है.. उसकी आँखों से आंसू बह जाते है.!काका उन्हें देख मुस्कुरा के अंदर चले जाते है.. की पावनी :- सिद्धांत आप रो क्यों रहे है.. क्या हुआ..?

सिद्धांत हल्के से गुस्सा करते हुए :- कहा चली गई थी.. सास नहीं आ रही थी मुझे जानती हो क्या हाल हो रखा था मेरा अगर कुछ देर और नहीं दिखती तो शायद जान निकल जाती मेरी..!!

पावनी उसके मुँह पर हाथ रख गुस्सा करते हुए, "क्या बोल रहे है. समझ भी आता है क्या. 😠!"

सिद्धांत अब जा के शांत हुआ तो पावनी क्रिश को लेके बैठे हुए :- जान मे तो बस कुछ कपड़े और सब्जी लेने गई थी..(वो सिद्धांत की और देख ) अब पक्का नहीं जाउंगी और जाउंगी तो आपको बताके जाउंगी.!!


काका :- आओ क्रिश बेटवा हम तुमको नहलावत है.!वो क्रिश को लेके चले गए।

सिद्धांत पावनी का हाथ पकड़ उसे अपने साथ रूम मे ले जा के, "मेरा नाम सिद्धांत दीवान है. क्रिश मेरा बेटा है.मेरी गर्लफ्रेंड ने मुझसे शादी करने से और क्रिश को अपनाने से मना कर दिया था.. वो क्रिश को जन्म देके पैसे लेकर चली गई है..!!आज तक क्रिश ही मेरे जीने की एक लौती वजह था..अब तुम बन गई हो. जानता नहीं कैसे पर हा आज इतना कह सकता हु की मे तुम्हारे बिना नहीं रह सकता.... अजीब है.. पर मे तुमसे प्यार करने लगा हु. ऐसा बिलकुल नहीं है की अपने बेटे की वजह से. नहीं.. मेने खुद आज वो महसूस किया है जो शायद किसी और के लिए नहीं किया.. आज ज़ब तुम कुछ पलो के लिए भी दूर गई तो लगा की मेरी सांसे ही खत्म हो जयेगी..(सिद्धांत उसके हाथ को पकड़ घुटनो के बल बैठ जाता है )जानता नहीं क्या है बस इतना पता है मुझे अपना लो और आज इसी वक़्त मुझसे शादी कर लो..!"

पावनी :- तुम मेरे बारे मे कुछ नहीं जानते कल को.!!

सिद्धांत उसकी बात काट के :- जनाना भी नहीं चाहता.. आई डोन्ट केर.. बस मुझे अपना लो.. मुझे अपना प्यार देदो यही काफ़ी होगा..!और हा वक़्त नहीं दूंगा.. क्युकी मुझे डर है तुम कही गई तो.. इससे अच्छा है तुम मुझसे शादी कर लो फिर चाहे कितना भी वक़्त लेलो..!!पर मे सजना चाहता हु तुम्हारी मांग मे.. ताकि यकीन हो जाय की तुम मेरी हो.!!

पावनी उसके साथ निचे बैठ के उसकी पलकों को चुम लेती है.. और उसके माथे को चुम उसके सर से सर को लगाकर :- अगर मे ये कहु की मे एक परी हु तो.??

सिद्धांत हस देता है :- हा वो तो तूम् हो ही मेरे क्रिश की परि.!!

पावनी भराई आँखों देख मन मे :- तुम इंसान हो इसलिए नहीं समझोगे.. पर हा ये सच है की मुझे भी तुमसे प्यार है.!!

सिद्धांत :- क्या सोच रही हो.??

पावनी :- यही की शादी हमारी जान की मर्ज़ी से ही होंगी.!!

सिद्धांत मुस्कुरा के उससे दूर हो :- ज़ब भी तुम क्रिश को ये बहुत प्यार से जान कहती हो ना कसम से मुझे बहुत जलन होती है अपने बेटे से.!!

पावनी उसे हल्के से मार :- मेरे बेटे के बारे मे कुछ मत बोलना.!!😤

सिद्धांत उसके गाल को चुम :- जी मेरे बेबी की मम्मा.!!

तभी वहा क्रिश भागते हुए आता है वो 'आप दोनों तैसे ट्यू बैठे हो.. क्या कल रहे हो.? "

पावनी उसे गोद मे उठाकर :- कुछ बात थी जो आपसे पूछनी थी..!!

क्रिश उसके गले मे अपनी नन्ही नन्ही बाहे डाल :- कहिये ना परी आंटी.!!

सिद्धांत उसे अपनी गोद मे लेकर :- अगर आपको मम्मा मिले तो केसा रहेगा.?

क्रिश अपनी बाहे फेल के पावनी की गोद मे चला जता है और :- नहीं मुझे कोई मम्मा नहीं चाहिए..ट्यूटी मेरे पास मेरी आंटी है.!!

पावनी :-अगर मे आपकी मम्मा बन जाऊ तो.!!

क्रिश :- सच्ची..!!

सिद्धांत :- मुच्ची मेरे बेबी.. मेने आपकी आंटी से शादी करने का फैसला किया है.. आप बताओ आप ख़ुश हो या नहीं.!!

क्रिश पावनी के गाल चूमते हुए :- क्रिश की मम्मा.. मेरी परी माँ.!!

पावनी की आंखे भर आती है की सिद्धांत उन दोनो को गले लगा देता है। दोनों कोर्ट मेरेज कर लेते है। सिद्धांत ने घर पर ही मंडप भी लगवा दिया था.. वो तैयार था।

वही उसे अपनी दुल्हन का इंतज़ार था की सीढ़ियों से क्रिश अपनी मम्मा के साथ उतरते हुए दिखाई दिया जिसे देख काका.. और सिद्धांत के चेहरे पर मुस्कान आ गई।
पावनी मंडप मे आकर बैठ गई उनके बिच क्रिश भी बैठ गया.. सभी विधि विधान ने उनकी शादी हो गई..!!क्रिश ने उनका गठबंधन किया.. दोनों ने फेरे लिए और सिद्धांत ने उसकी मांग भर दी.!!और मंगलसूत्र पहना दिया.!!

क्रिश ताली बजाने लगता है.. की पावनी ने उसे गोद मे उठा लिया।

शादी के होने के बाद दोनों कुछ तस्वीर खिंचवाते है .. फिर अपने कमरे मे चले जाते है.. सिद्धांत कुछ काम से निचे रुक जाता है वही पावनी क्रिश को नेहला के चेंज करवाकर सुला देती है. और खुद भी चेंज कर बालकनी मे चली जाती है.. वही सिद्धांत भी आ जाता है.. वो आते ही क्रिश के सर को चुम लेता है और खुद चेंज कर बालकनी मे चला जाता है वहा पावनी को पीछे से बाहो मे भरते हुए :- मुझे तो लगा की मेरी दुल्हन मेरा वेट कर रही होंगी.!

पावनी उसकी तरफ घूम :-आपकी गर्लफ्रेंड और क्रिश की माँ का नाम क्या था.?

सिद्धांत :- पावनी ये..??

पावनी :- कृषटीना है ना.!!

सिद्धांत हैरानी से :- तुम्हे कैसे पता.??

पावनी :- सिद्धांत.. मेने आपसे पहले भी कहा था.. अब फिर कह रही हु.. मे कोई आम इंसान नहीं हु. मे एक परी हु..!!यहां देखिए मेरी तरफ.!!

पावनी उससे थोड़ा दूर होती के की एक तेज रौशनी के साथ उसका रूप बदल जाता है.!!पंखो के साथ..लाल कलर के गाऊन मे सर पर ताज के साथ वो बहुत ज्यादा सुन्दर लग रही थी।
सिद्धांत उसके पास आके :- बहुत खूबसूरत हो तुम.!!सही कहता है मेरा बेटा तुम परी हो.!!

पावनी उसके सीने से लग जाती है :- आपको ये बात सबसे छुपानी होंगी सिद्धांत..!!सभी इंसान आपकी तरह अच्छे नहीं होते.. मे बस आप पर भरोषा कर के आपको ये बता रही हु क्युकी मे नहीं चाहती की आपका और मेरा ये नया रिश्ता झूठ पर शुरू हो.!!ये बोलते हुए वो वापस अपने सामान्य कपड़ो मे आ गई।

सिद्धांत उसके सर को चुम :- तो उस दिन तुम घायल कैसे हो गई थी।

पावनी :- बाद मे बता दूंगी.. अभी अंदर चले क्रिश उठ जायेगा.!!वो जाने लगती है की सिद्धांत उसका हाथ पकड़ उसे रोक के :- आजसे मे भी तुम्हे परी ही कहूंगा.!

पावनी मुस्कुरा देती है. की सिद्धांत उसके चेहरे को अपनी तरफ कर उसके मांग के सिंदूर को देख :- यकीन नहीं होता.. तुम परी और मे एक इंसान.., तुम कांच की गुड़िया जैसी खूबसूरत और नाजुक मे 😔, तुम पवित्र और मे. 😔😔!sorry पावनी मे तुम्हारे लायक.!!

पावनी ने सिद्धांत के मुँह पर हाथ रखते हुए कहा, "लायक का पता नहीं पर हा इस जिंदगी को तुमने बचाया है सिद्धांत अगर उस दिन तुम मुझे वही छोड़ के चले गए होते तो आज शायद ही मे जिन्दा होती.!!मे तो कबका.!!

सिद्धांत भी उसके मुँह पर हाथ रख उसका हाथ अपने मुँह से हटा कर :- वो बोलना क्या सोचना भी मत..!मे नहीं चाहता मेरा बेटा अनाथ हो जाये. क्युकी उसकी मम्मा के बिना डेड़ा कैसे जिन्दा रहेंगे.!!

पावनी की आँखों से कुछ बुँदे लुढ़क आई जिसे सिद्धांत ने बड़े प्यार से चुम लिया.. दोनों के चेहरे एकदूसरे के बहुत करीब थे.. इससे पहले की कुछ होता पावनी :- क्रिश..!!सिद्धांत हैरानी से,"क्या..?"वो सिद्धांत को हटा के अंदर जाती है जहा क्रिश हिल के उठ चूका था.. सिद्धांत भी सर झटक पावनी पीछे आ जाता है।वहा क्रिश को बैठा हुआ देख समझ जाता है की पावनी को उसके उठने का पता लगा.!!वो उन दोनों के बाजु मे बैठ जाता है।

क्रिश पावनी के सीने लगा हुआ था..'आप कहा चली गई थी परी माँ..?"

पावनी उसके सर को चुम :- कही नहीं जान बस यही थे. मे और डेड़ा आपके लिए सरप्राइज प्लान कर रहे थे।

सिद्धांत :- अच्छा क्रिश अपनी आंखे बंद करो डेड़ा को आपकी माँ को किस करनी है. 😉!

क्रिश अच्छे बच्चे की तरह अपने दोनों हाथो से चेहरा कवर कर देता है की पावनी 😲😲हैरानी से उसे देख रही थी सिद्धांत पावनी के सर को चुम के लेटते हुए :- ok क्रिश ओपन योर आइस.. एंड गुडनाइट बच्चे.. गुडनाइट मेरी बेबी की माँ 😉वो सो जाता है। पावनी भी क्रिश को लेके सो जाती है.!!

सुबह पावनी जल्दी उठती है.!!वो क्रिश के सर को चुम के उठती है और पास हो सोये सिद्धांत के सर को भी चूमती है.!!

पावनी तैयार होके निचे जा ब्रेकफास्ट बनाने लगती है।वो नास्ता बना लेती है और ऊपर आ जाती है.. वो पर्दे हटाते हुए, "सिद्धांत उठिये सुबह के 8 बज रहे है.!"

सिद्धांत उठकर अपनी आंखे बंद करे हुए ही :- परी यहां आओ..!

पावनी उसकी और आती है की सिद्धांत उसे देख अपनी आंखे खोल प्यार से उसके सर को चूमते हुए, "गुडमॉर्निंग माय जान.!आज से हर सुबह मेरे सामने तुम ही आओगी समझी ताकि मेरा सारा दिन अच्छा जाये.!"

पावनी उसके होठो को हल्के से चुम के, "ok.. माय लव.!!"

सिद्धांत सोक था की पावनी क्रिश को उठाते हुए उसके माथे पर चुम के :- गुडमॉर्निंग जान.!!

क्रिश अपने बाहे पावनी के गले मे डाल के "डूड़मॉर्निग परी माँ..!"पावनी क्रिश को नेहला के तैयार कर देती है वही सिद्धांत भी फ्रेश हो के आता है.. पावनी क्रिश के बाल सूखा रही थी की सिद्धांत भी अपने गीले बाल आगे कर,"मेरे बाल कौन सुखयेगा.?"

पावनी उसकी तरफ देख एक चुटकी बजा देती है की सिद्धांत के बाल सूखने के साथ बन भी जाते है। सिद्धांत 😲😲से उसे देखता है तो पावनी आंख मार देती है।पावनी क्रिश का टॉवेल हटा रही थी की क्रिश :-नो परी माँ कपडे काका मुझे पहनायंगे.!!

पावनी :- अरे पर क्रिश सुनो तो.!!

क्रिश भाग जाता है की वही सिद्धांत हस देता है। पावनी सब सही करने जाती है की सिद्धांत उसे अपनी तरफ खिंच के कमर से उसे होल्ड कर, "तो आप शरारती भी है परि..!"

पावनी मुस्कुरा देती है तो सिद्धांत :- वैसे परियो को किस करना नहीं आता ना.!

पावनी मुँह बनाकर :- हा क्युकी परिया ना इंसान नहीं होती.!!

सिद्धांत उसके होठो के करीब जाते हुए :- ok.. तो आज ये इंसान तुम्हे सीखा देता है.!!पावनी अपनी आंखे बंद कर लेती है की सिद्धांत उसके करीब हो के, "आंखे खोलो परी.!"पावनी बड़ी मुश्किल से आंखे खोलती है की तभी सिद्धांत उसके होठो को अपनी गिरफ्त मे ले लेता है.. और पावनी को किस करने लगता है.!वो पावनी के होठो मे खो ही गया.. कुछ वक़्त बाद पावनी को उसने छोड़ दिया तो उसे एक अजीब सा करंट लगा. वो अपने सर को सेहला के,"तुम अजीब हो यार, ये करंट कैसे लगा.?"

पावनी लम्बी सास ले के :- परी हु ना. इसलिए.. मेरे करीब आने से तुम्हे मेरी शक्तिया भी मिलेगी जिस वजह से तुम्हारे इंसानि शरीर को तकलीफ हो सकती है.. वो नम आँखों से प्लीज मेरे करीब मत आओ सिद्धांत मे तुम्हे दर्द मे नहीं देख सकती.!!

सिद्धांत पावनी को वापस डीप किस करता है जिससे उसे फिर से झटका लगता है जो वो सेह लेता है और फिर पावनी को छोड़ते हुए :- तुम्हारे पास आने से कुछ भी मुझे नहीं रोक पायेगा मौत भी नहीं समझी..!!

पावनी मुस्कुरा देती है और प्यार से सिद्धांत का सर चूमती है जिससे सिद्धांत का दर्द छू हो जाता है.!सिद्धांत, "हम्म. मतलब दर्द की दवा भी तुम ही हो.!"पावनी हा कर हस देती है.!सिद्धांत और पावनी निचे आ जाते है।

ऐसे ही तीन महीने बीत जाते है.. सिद्धांत का प्यार और क्रिश की परवरिश पावनी की जिंदगी का अहम हिस्सा बन चूका था.. पावनी के आने से सिद्धांत ने भी बहुत तरक्की कर ली थी इंन तीन महीनो मे..!!एक दिन सिद्धांत के घर पर उसी की उम्र का आदमी आता है जिसे देख पावनी :- जी.!!

आदमी :- जी आप कौन.?

तभी सिद्धांत भागकर आते हुए उसके गले लग जाता है.."आरव केसा है मेरे यर.?"

आरव :- मे तो बहुत अच्छा हु तू ये बता ये कौन है.?

सिद्धांत पावनी के कमर मे हाथ डाल :- ये तेरी भाभी है. मेरी वाईफ पावनी.!!

पावनी उसे मिलती है की पीछे से, "क्या तूने शादी भी कर ली और बताया भी नहीं.!"

सिद्धांत :- तूने बताया क्यों नहीं की तू अकेला नहीं है ये चुड़ैल भी तेरे साथ आई है.!!

लड़की आके सिद्धांत को मुक्का जमा देती है.., "क्या बोला तू गधे.!"आरव :- अब भई बीवी के बिना कोई कही जाता है क्या.??

सिद्धांत :- पावनी इससे मिलो ये मेरी दोस्त और आरव की बीवी है अनु...!!

पावनी उससे मिलती है की तभी एक छोटी बच्ची जो क्रिश की ही उम्र की होंगी उसे ड्राइवर ला के अनु के पास छोड़ देता है.. पावनी :- ये आपकी डॉटर है.?

अनु :- हा पावनी.. मेरी बेटी है जिया.!!

आरव :- अब अंदर चला जाये की सारी बाते यही करनी है.!!

वो लोग अंदर आके बाते करने लगते है.. आरव सिद्धांत को बताता है की वो अब यही रुकने वाला है.. पास ही का बंगला उसने खरीद लिया है.. यहां तक की क्रिश के स्कूल मे ही जिया का एडमिशन भी ले लिया है।पावनी उनके साथ ऐसे घुल गई थी मानो सबको जानती हो.. जो सिद्धांत को बहुत अच्छा लगा.!!बाते हो ही रही थी की जिया उठ जाती है।वही पावनी अचानक उठते हुए,"वो मे अभी आई क्रिश उठ गया होगा.!"वो जट से ऊपर चली जाती है की आरव :- भाई तुझे बड़ी अच्छी लाइफ पार्टनर मिली है..!

अनु :- हा यार पावनी को देख बिलकुल नहीं लगा की हम उससे पहली बार मिले है.!!

आरव :- पर भाभी को कैसे पता चला की क्रिश उठ गया है।

सिद्धांत :- उसकी जान जो है.. तुम जानते नहीं हो पावनी के लिए क्रिश सबकुछ है उसका.. उसकी हर आदत वो मुझसे भी अच्छे से जानती है।शाम को सब डिनर साथ करते है की अनु :- यार पावनी मे तो तुम्हारी फेन हो गई.. मतलब क्या खाना बनाया है तुमने. 👌🏻👌🏻

आरव :- हा भाभी ऐसा इसे भी सीखा देना मुझ बिचारे की दुआ मिलेगी आपको..!!

अनु उसे घूर :- ओह्ह रियली..!!🤨

पावनी और सिद्धांत हस देते है.. 😄😄

ऐसे ही कुछ दिन और बीत जाते है।आज क्रिश का एनुअल फंक्शन था..!!क्रिश को पावनी ने गाना सिखाया था.जो सिद्धांत के लिए सरप्राइज था.. दोनों वहा पहुंच गए थे..दोनों परफेक्ट कपल लग रहे थे.. सिद्धांत काफ़ी एक्साइटेड था क्रिश की प्रफोमेंश के लिए क्युकी ये उसकी पहली प्रफोमरंश थी..सिद्धांत थोड़ा नर्वस भी था की पावनी उसका हाथ होल्ड कर के प्यार से उसके नजदीक जा के,"शांत हो जाइये मेरी जान के पापा देखना मेरा बेटा बहुत अच्छा करेगा.!"सिद्धांत उसकी आँखों मे देख अपनी पलकें झपका के उसके हाथ को चुम कसके होल्ड कर देता है।की तभी क्रिश की बारी आई.,"हेलो एव्रीवन दूदइवनिंग.. आज मे अपने डेड़ा के लिए दाने वाला हु.. माँ कहती है की डेड़ा मेरे लिए मेला फ़युचर सिक्योर तलने के लिए इतनी ज्यादा हर्ल्डवंक (हार्डवोर्क ) करते है.!!तो आअज मे उनको स्पेशल थैंक्स बोलना चाहता हु..!!आपके लिए डेड़ा..!!वो सिद्धांत को फ्लाइंग किस दे गाने लगता है. 😘

चंदा ने पूछा तारों से
तारों ने पूछा हजारों से
सबसे प्यारा कौन है
पापा मेरे पापा
पापा मेरे पापा
पापा मेरे पापा
पापा मेरे पापा

पापा मेरे पापा
पापा मेरे पापा

चंदा ने पूछा तारों से
तारों ने पूछा हजारों से
चंदा ने पूछा तारों से
तारों ने पूछा हजारों से
सबसे प्यारा कौन है
पापा मेरे पापा
हो पापा तेरे पापा

सारा शहर जानता है
जाना पहचाना है
हो लगता है वो नादान
पर वो सयाना है
चेहरे से हैं वो भोला
दिल का दीवाना है
फूलों ने पूछा कलियों से
कलियों ने पूछा गलियों से
सबसे प्यारा कौन हैं
पापा मेरे पापा
हे पापा तेरे पापा

क्रिश की प्यारी आवाज से सब बहुत ही ज्यादा ख़ुश थे की वही सिद्धांत की आंखे नम थी.. की सबने क्लेपिंग की 👏🏻👏🏻👏🏻तभी प्रिंसिपल सर आगे आके, "प्लीज क्रिश के पापा यहां आये..!"सिद्धांत स्टेज पर जा के क्रिश को गोदी उठाकर उसके गाल चुम लेता है.. प्रिंसिपल सर :- सो मी. दीवान, आपको केसा लगा आपके बेटे का प्रफोमेंश..!"

सिद्धांत माइक ले :- बहुत अच्छा.. But इस थैंक यु की असली हकदार मेरी वाईफ है..!!वो उसने ही क्रिश की नजरो मे उसके पापा को बेस्ट बनाया है.. अगर सच कहु तो मुझे अपनी चीजों का ख्याल नहीं होता but सी इस वन.. जो सब संभालती है.. मुझे भी और हमारे बेटे को भी. जान आई लव यु.. 😘😘

क्रिश :- नो माँ आई लव यु मोस्ट देंन पापा..!!क्रिश लवस माँ.. वो सिद्धांत की गोद से उत्तर के पावनी के तरफ भाग जाता है.. सभी हस देते है.. प्रिंसिपल सर :- थैंक्स मी. दीवान.!!सिद्धांत उनसे हेंड सेक कर निचे आ जाता है। आज का सेकंड प्राइज क्रिश को मिला था.

क्रिश कार मे :- डेड़ा आज हम बाहर डिनर करेंगे.!

सिद्धांत :- पक्का..!!सेलिब्रेट करना तो बनता है.!

सब वहा के रेस्टोरेंट मे जाते है की सिद्धांत खाना आर्डर करता है.. खाना आ जाता है की क्रिश को पावनी खिलाने लगती है..क्रिश ने खाते हुए बहुत बार अपना मुँह और पावनी की साड़ी बिगाड़ दी थी पर पावनी थी की बार बार उसका मुँह साफ कर रही थी. सिद्धांत ये देख मुस्कुरा रहा था।आरव सिद्धांत के कान मे :- मानना पड़ेगा भाभी सच मे क्रिश की माँ बन गइ है कोई कह ही नहीं सकता की ये सगे माँ बेटा नहीं है.!!सिद्धांत को आज फुले नहीं समा रहा था।तभी कोई और भी था जो उन्हें देख रहा था.. ये कृषटीना थी जो अपने बॉयफ्रेंड के साथ आई थी। सिद्धांत को यहां किसी और लड़की के साथ देख जल गई थी..

सब बाहर निकल गए चलते चलते पार्किंग की और जा रहे थे की बीच मे क्रिश की बकर बकर चालू थी वो, "माँ घूमी घूमी करो ना.!"

सिद्धांत :- क्रिश माँ थक गई है ना बच्चे उन्हें चक्कर आ जायेगा.!!

क्रिश :- नो.. नो माँ..!!

पावनी :- ok पर सिर्फ एक बार.!!

क्रिश :- ok. डेड़ा वीडियो बनाओ.. मेला और माँ का.!!

सिद्धांत अपना फोन निकाल वीडियो बनाने लगता है की पावनी क्रिश को उठाकर गोल घूमने लगती है।की जिया :- मुझे भी मोम.!!

आरव :- रहने दो बेटा वरना रात को तुम्हारे पापा को मम्मी की कमर दबानी पड़ेगी.!!

अनु उसे घूर :- बेबी आपके पापा निकम्मे है.!!हुंह.!!मे आपको कल घूमी करा दूंगी.!!

सिद्धांत विडिओ बना लेता है की तभी पीछे से आवाज आई, "हाय सिड़.!"आरव और अनु गुस्से से उसे घूरने लगते है।

सिद्धांत इस आवाज को पहचानता था वो उसकी तरफ घूम :- हाय कृषटीना एंड इट्स सिद्धांत.. सीड मे सिर्फ अपनों के लिए हु अजनबी के लिए नहीं.!!

तभी पावनी वहा क्रिश को गोद उठाये आती है.. की कृषटीना :- मुझे नहीं मिलवाओगे अपनी वाईफ से.!!

पावनी सिद्धांत की तरफ देख के ही समझ गई वो खुद :- हाय कृषटीना..!!माय नेम इस पावनी.!!

कृषटीना.:- ओह लगता है सिड़ ने तुम्हें सब बता दिया है.!!

पावनी :- हम्म.. सिद्धांत मुझसे कुछ नहीं छुपाते वो कुछ जादू से क्रिश के सर पर हाथ फेरती है की क्रिश सो गया।

कृषटीना :- तब तो ये बच्चा मेरा है ये भी बताया होगा. और तुम एक नाजायज बच्चे को अपनाने के लिए मान गई..!!

सिद्धांत को बहुत गुस्सा आया वो कुछ कहता उससे पहले ही पावनी ने जोरदार तमाचा खींच के कृषटीना को रसीद कर दिया था.. वो अपने दाँत भीसते हुए :- आइंदा मेरी जान के बारे मे एक गलत शब्द भी बोला ना तो तुम्हारी जबान खिंच लुंगी..!!😠😠😠 चलिए सिद्धांत..!!वो वहा से सिद्धांत का हाथ पकड़ उसे ले जाती है की वही एक नजर घूर के पीछे देखती है की कृषटीना गिर जाती है। सिद्धांत ये देख हस देता है।आरव :- ये गिरी कैसे.?

पावनी :- छोदिए ना आरव भईया है ही गिरी हुई ज्यादा गिर गई और क्या.??

अनु :- बिलकुल सही कहा पावनी ने. अब चलो भी.!!

सब अपने घर आ जाते है की क्रिश सो गया था पावनी उसके पास बैठी उसके सर को सेहला रही थी वो किसी गहरी सोच मे थी.. की सिद्धांत उसके पास आके उसके गाल को चुम :- क्या सोचा जा रहा है जान.?

पावनी 😠:- आज तो मेने उसे इसलिए छोड़ा क्युकी कही ना कही उसकी वजह से जान मेरी जिंदगी मे है.. पर मे बता देती हु सिद्धांत अगर दुबारा उसने जान के बारे मे कुछ. कुछ भी गलत बोला ना तो मे उसका वो हाल कर दूंगी की इंसान भी नहीं पहचान पाएंगे उसे 😠😠!

सिद्धांत :- बाप रे इतना गुस्सा.!!वैसे गुस्से मे तुम्हारी नाक और गाल लाल हो जाते है.. परी.!!😄

पावनी वहा से उठकर बालकनी मे चली जाती है.. सिद्धांत भी उसके पीछे आ जाता है.. वो पावनी को अपनी तरफ पलटता है की पावनी की आंखे नम थी. सिद्धांत,"sorry..!पक्का मज़ाक नहीं करूंगा.. और तुम बेफिक्र रहो.. वो कुछ नहीं कर पायेगी. क्युकी क्रिश को जन्म देने के लिए मेने ही एक एग्रीमेंट बनवाया था. ताकि फयुचर मे क्रिश को कोई प्रॉब्लम ना हो.!"

सिद्धांत बोल रहा था की तभी पावनी के हाथ का कड़ा चमाका, "पावनी मेरी बच्ची.. उम्मीद है तुम जहाँ होंगी ठीक होती हम सब भी ठीक है पर तुम सतर्क रहना..देत्या को तुम्हारे धरती पर होने के बारे मे पता चल गया है वो वहा आएगा तुम्हे ढूंढ़ते हुए. ख्याल रखना पावनी. तुम्हारी परिरानी माँ..!"

सिद्धांत ये सुन :- कौन देत्या.??

पावनी लंबी सास छोड़, "वही जो मुझे मारना चाहता है.. उस दिन उसी के हमले की वजह से मे घायल हुई थी.. और अपनी शक्ति पर से काबू खोने के कारण धरती पर गिर पड़ी.!"

सिद्धांत उसे कसके अपने गले लगाकर :- मुझे तुमसे कोई दूर नहीं कर सकता..!!वो तुम तक नहीं पहुंच पायेगा.. कभी नहीं.!!

पावनी थोड़ा दूर हो सिद्धांत के सर को चूमते हुए :-क्या होगा पता नहीं.. बस इतना जानती हु.. अगर आपसे और जान से दूर हुई ना तो मे वैसे भी मर जाउंगी..!!

सिद्धांत पावनी के होठो को चुम लेता है. पावनी भी उसका साथ देने लगती है की उसकी आँखों से आंसू बह जाते है जिन्हे सिद्धांत अपने होठो से पी लेता है.. पावनी :- अगर मुझे कुछ भी हो ना तो आप जान का ख्याल रखेंगे.!

सिद्धांत उस पर अपनी पकड़ कस्ते हुए :- हम मिलके उसका ख्याल रखेंगे... तुम जानती हो ना परी तुम्हारे बिना मे सास तक नहीं ले पाता तो क्रिश को क्या संभालूंगा..!!प्लीज ऐसी बाते मत करो. मेरा दिल टूट रहा है.!!पावनी खुदको संभाल सिद्धांत को दूर कर :- ज़ब वो आएगा तब देखंगे अभी क्या सारी रात यही खडे रहने का इरादा है क्या.!!

सिद्धांत उसे अपनी गोद मे उठाते हुए :- नहीं जान..!!वो उसे ले के सो जाता है।अगले दिन संडे था आज सबने घूमने के लिए प्लान बनाया था..सब तैयारी कर तैयार हो के बीच पर निकल गए। वहा पावनी जिया और क्रिश के साथ खेल रही थी।

आरव :- मुझे लगता है तेरी एक बेटी भी होनी चाहिए.!!

अनु :- हा पावनी तो आसानी से बच्चे संभाल लेती है। तुझे कोई प्रॉब्लम नहीं होंगी.!!

सिद्धांत :- हम्म तब तो तुम दोनों को भी एक बेटा प्लान करना चाहिए ना .!!

आरव उसके सामने हाथ जोड़ :- ना बाबा ना. मे बहुत खुश हु अपनी बेटी के साथ तू जानता नहीं इसके प्रेगनेंसी मे नखरे उफ़..!!

अनु उसे मारने के लिए भागती है :- क्या बोला रुक .??

सिद्धांत हस देता है की तभी बोल वहा आई तो क्रिश :-पापा किक !!सिद्धांत भी उसके साथ खेलने चला गया.. ऐसे ही हस्ते खेलते शाम हो गई. शाम तीनो वोक कर रहे थे।

कुछ देर के बाद सब घर लोट आते है। पावनी चेंज कर क्रिश को गोद मे लिए बैठी थी और उससे बाते कर रही थी उसके बाजु मे सिद्धांत भी बैठा था..!जो की लेपटॉप पर कुछ काम कर रहा था..

क्रिश :- माँ मुझे कुछ चाहिए.!!

पावनी :- क्या चाहिए जान.?

क्रिश :- छोटी बहन.!!ये सुनते ही सिद्धांत की उंगलियां रुक गई और पावनी हैरान हो गई.!

सिद्धांत लेपटॉप रख :- और ये आपको किसने बोला.??

क्रिश :- आज ना हम जिनके साथ खेल रहे थे..उसकी बहन को जिया ने धक्का मारा.. पर तभी उसका बाला भाई वहा आया और उसने जिया को डांटा..!मेने भी जिया को बोला..तो जिया ने बोला की तेरी कौन सी बहन है दो मुझे डांट लहै हो. वो तो उसकी बहन थी ना.!!फील उसकी मम्मा ने तहा की मे आपको बोलू की मुझ को भी बहन ला दो.!मुझे भी अपनी छोटी बहन चाहिए.!!जिसे मे भी प्लातो टेक (प्रोटेकट ) करूंगा.!

सिद्धांत पावनी की तरफ देख इशारा करता है की पावनी उसे घूर के :- आपको मुझे नहीं भगवानजी को बताना पड़ेगा. आप ना कल उनसे प्रेयर करना ज़ब वो आपकी सुनंगे ना तो आपको जरूर बहन देंगे.!!

ऐसे ही बाते कर पावनी क्रिश को सुला देती है की सिद्धांत उसे बाजु के कमरे मे ले जाता है.. पावनी उसे देख रही थी की सिद्धांत उसके चेहरे को थाम :- अब अपनी ब्लु आइस से घूरना बंद करो और साफ साफ बताओ बात क्या है.?

पावनी उसके हाथ को थाम🥺 :- sorry आपको मे पति होने का अधिकार नहीं दे पाऊँगी.. वो मे परीलोक मे बिना बताये यहां हु. और ये शादी भी वहा किसीको नहीं पता.. इसलिए अगर मे आपके साथ वो रिश्ता बनाउंगी तो मेरी शक्तिया चली जाएगी. और अभी मुझे उनकी जरुरत पड़ेगी देत्या को हराने के लिए और आप दोनों तक पहुंचने के लिए.. उस वजह से.. आई एम sorry.!!!😭

सिद्धांत उसे कसके गले लगाकर :- तुम परिया पागल भी होती हो ये आज पता चला.!!

पावनी उससे दूर हो के :- जान को बहन चाहिए ना उसके लिए आप कोई और लड़की.!!

सिद्धांत उसके मुँह पर हाथ रख 😠😠😠:- पावनी...!!!खबरदार अगर सोचा भी तो क्या प्यार जिस्म से होता है..?? यु इडियट आई लव यु... तुम तुमसे प्यार है मुझे... तुम्हारा साथ होना प्यार है मेरे लिए. सुबह तुम्हारा चेहरा देख उठना प्यार है मेरेलिए.. मेरे हर चीज को तुम्हारी जरूरत पड़े ये प्यार है मेरे लिए. और ये प्यार है तो तुम्हारा सिद्धांत है.!!वरना नहीं..!!तुम्हे पता है मे भगवान मे नहीं मानता था. पर जबसे तुम आई हो ना तबसे रोज़ मंदिर जा के यही प्रार्थना करता हु की जिस दिन सुबह तुम्हे ना देखु वो सुबह मेरी आंख खुले ही नहीं!!ये बोल वो पावनी को छोड़ देता है और पलट जाता है।

पावनी उसे पीछे से हग कर :- sorry... Sorry बस वो.!!पावनी रोने लगी थी जिससे सिद्धांत का दिल टूट रहा था वो पलटके पावनी को गले लगा देता है.. कुछ देर बाद उसे चुप करवा के अपने साथ ले जाता है और बेड पर सुलाता है।

रात के तीन बजे ही पावनी को अजीब एहसास होता है वो उठ जाती है की खिड़की से देत्या उसे दिखाई देता है.. वो झटके से उठती है तो वो राक्षस जैसा दिखने वाला पंखो के साथ अंदर आ जाता है.!

वो हस्ते हुए :- तुम यहां छिपी बैठी हो.. उसकी गहरी आवाज सुन सिद्धांत की ब्बि नींद टूट जाती है वो उठकर :- पावनी कौन है ये.?

पावनी सिद्धांत के आगे ख़डी हो के :- चले जाओ यहां से देत्या.. कुछ नहीं मिलेगा तुम्हे.!!

देत्या :- पहले तू मुझे अपनी जान देदे जिसे पी कर मे अमर हो जाऊ.!!

सिद्धांत :- निकलो यहां से अभी इसी वक़्त.!!

पावनी एक नजर क्रिश को देख सिद्धांत को देखती है.. फिर पलट के :- देत्या मे तुम्हारे साथ चलती हु पर फिलहाल यहां से चलो.!इन्हे छोड़ दो..!

सिद्धांत पावनी का हाथ पकड़ :- नहीं मे तुम्हे कही नहीं जाने दूंगा पावनी. तुम पागलो जैसी बाते बंद करो.!

पावनी सिद्धांत का हाथ छुड़वा के उसके गले लगते हुए :- दो दिन.. बस दो दिन इंतज़ार करना और हा जान का ख्याल रखना.. मे वापस आ जाउंगी.!!

सिद्धांत नम आँखों से :- पावनी..!!परि.. प्लीज..!

पावनी सिद्धांत के होठो को चुम के :- परिया अपना वादा नहीं तोड़ती. प्लीज.!!

वो वहा से देत्या के साथ चली जाती है। दोनों को सिद्धांत आसमान मे जाते हुए देखता है.!!और वापस आके क्रिश को थाम लेट जाता है मन मे :- जल्दी आना परी.. बस दो दिन..!!

कहने को दो दिन ही थे पर सिद्धांत के लिए दो युगो की तरह बीते थे.. यहां तक की क्रिश को भी बुखार हो गया..!!दो दीन बाद सुबह होते ही पावनी ने पर्दे हटाकर प्यार से अपनी मीठी सी आवाज मे कहा :- सिद्धांत उठ जाइये सुबह के 8 बज गए है.!

सिद्धांत ने आंखे खोल देखा तो पावनी थी उसके सामने वो जट से उसके सीने लग गया ..., "😭आई हेट यु .. आई हेट यु.. तुम बुरी हो बहुत बहुत बहुत बुरी परी.. आई मिज्ड यु सो मच.. मर जाता अगर तुम आज नहीं आती.!"

पावनी सिद्धांत के माथे को चुम उसके होथों को चुम लेती है. वो हटने जाती है पर सिद्धांत उसे नहीं छोड़ता.. एक लम्बी किस के बाद वो उसे छोड़ता है की पावनी लम्बी सास लेते हुए :- जान लेने का इरादा था क्या.??

सिद्धांत मुस्कुरा देता है :- जो मेरा है उसे लेना केसा.?? पर पावानी हुआ क्या वो देत्या.!!

पावनी उसे बताते हुए :- वो अब नहीं रहा.!!

सिद्धांत :- कैसे.??

पावनी :- परिरानी माँ ने मुझे बताया था की अगर मे अपनी जान को कही रख दूँ उसके बाद वो मेरी बलि देता है तो उसके बलि देवता ही उसे मरने का श्राप दे देंगे.!बस इसलिए उसका काम तो यहां से जाते ही तमाम हो गया था पर मुझे परिरानी माँ को सब बताना था जिसके लिए परीलोक जाना पड़ा.. परिरानी माँ ने मुझे कहा की अगर मुझे तुम्हारे साथ रहना है तो अपनी सारी शक्तिया छोड़नी होंगी सिवा उनके जो मेरे कारण तुम्हारे अंदर है.!!उन्हें मे वापस ले सकती हु..बस फिर क्या मे सब सही कर के आ गई अपने सिद्धांत और जान के पास.!!

सिद्धांत, "पर तुमने अपनी जान रखी कहा है.?"

पावनी मुस्कुरा के क्रिश के माथे को चुम :- जान..!!

सिद्धांत हैरानी से :-😲😲होऊ.. जबसे तुम यहां आई थी तब ही तुमने अपनी जान क्रिश मे डाली दी थी.. इसलिए तुम इसे जान कहती हो.!!

पावनी हस देती है की सिद्धांत :- 👏🏻👏🏻वाह मुझे अच्छा लगा की मेरा बेवकूफ बनया तुमने.!!

पावनी क्रिश के सर पर हाथ फेर देती है जहा से एक तेज रोशनी निकलती है.. और पावनी मे समा जाती है.. फिर क्रिश उठ जाता है :- परी माँ आप आ गई.!!

पावनी उसे गोद उठाते हुए :- हा जान.!!

क्रिश :- आप कहा गई थी परि माँ.?

पावनी सिद्धांत की तरफ देख :- भगवान जी से कहने की मेरी जान को जल्दी उनकी बहन दे दे.!!

सिद्धांत उसका इशारा समझ गया था वो उठकर फ्रेश हो जाता है फिर ऑफिस चला जाता है.. यहां पावनी का भी सारा दिन गुजर जाता है.. शाम को उसने क्रिश को जल्दी सुला दिया था.. सिद्धांत खाना खा के फ्रेश होंने जाता है ज़ब बाहर आता है तो पूरा कमरा सजा हुआ था..सिद्धांत बालकनी मे ख़डी पावनी के पास आया उसे पीछे से अपनी बाहो मे भरते हुए :-क्या इरादे है आपके परी..?

पावनी उसकी तरफ घूम के :- जान को बहन चाहिए.!और उसकी परी माँ को आपका साथ.!!

सिद्धांत उसके होठो को चूमते हुए उसे अपनी गोद मे उठा लेता है. और बेड पर लेटाते हुए उसके गले को चूमता है उसके कान के पास जा के "अब भी वक़्त है जान सोच लो.अगर मे आगे बढ़ा ना तो तुम चाहकर भी मुझे पीछे नहीं हटा पाओगी.!"ये सुन पावनी उसके कॉलरबोंन पर अपने होंठ रख देती है. जिससे सिद्धांत को अपना जवाब मिल जाता है.. वो पावनी को आज पा लेना चाहता था. वही पावनी भी आज सिद्धांत की होना चाहती थी. दोनों एकदूसरे के प्यार को पा रहे थे की बाहर अचानक बारिश शुरु हो गई.. जिसे देख सिद्धांत :- लगता है हमारी तङप देख.. आज आसमान भी धरती पर बरस पड़ा.!!दोनों आज अपने प्यार के पलो मे घूम हो गए थे।

अगली सुबह पावनी खुदको सिद्धांत के सीने लगा हुआ पाती है वो ऊपर उठकर सिद्धांत के चेहरा देखती है तो सिद्धांत जगा हुआ था.. पावनी उसे देख स्माइल करते हुए उसके सीने पर चूमते हुए :- आप सोये नहीं सिद्धांत.!

सिद्धांत उसे हग करते हुए :- नहीं बस अपनी जिंदगी को देख रहा था.!!

पावनी उसके चेहरे की तरफ हो के उसके होठो को चुम :- अब उठ जाइये..!!मुझे भी उठना है.!!

सिद्धांत :- जरूरी है क्या.??

पावनी उसे आंखे दिखाकर :- सिद्धांत..!!!

सिद्धांत :- हा हा. उठ रहा हु..!!वो दोनों फ्रेश हो के निचे आ जाते है. ऐसे ही वक़्त बीतता है..!!जिसमे पावनी भी खुसखबरी देती है की वो माँ बननेवाली है. सिद्धांत तो ख़ुशी से पागल ही हो गया था.. प्रेग्नेंट पावनी थी पर सारे नखरे सिद्धांत करता रहता था. क्युकी पावनी को कुछ होता ही नहीं था.. उसके बदले सिद्धांत को वोमिटिंग हो जाती. और मॉर्निंग सीकनेस भी उसे ही होती थी... ऐसे ही वो वक़्त भी आ गया ज़ब पावनी ने एक ब्यूटीफुल सी डोल को जन्म दिया.. सिद्धांत और आरव तो उसे एक पल के लिए भी नहीं छोड़ रहे थे. वही क्रिश सब जगह घूम घूम कह रहा था :- देखो मेरी बहन है. मेरी जान है ये. देखो क्रिश की बहन आई है कृष्णा...!!

रात को पावनी दोनों बच्चों के साथ सो रही थी की सिद्धांत कृष्णा को अपने पास लेते हुए आहिस्ता से :- यार परि. मेरे लिए भी जगा रखो ना मुझे भी तुम्हे हग कर सोना है.!!

पावनी अपना एक हाथ सिद्धांत के सीने रख देती है और थोड़ा ऊपर हो के उसके होठो को चुम :- अब सो जाइये..!!

सिद्धांत :- आई लव यु.!😍

पावनी :- लव यु टू एंड थँक यु टू..!!


-------------_---and they live happily ever after 😍😍😍