मातृत्व - किराए की कोख - 2 Kishanlal Sharma द्वारा सामाजिक कहानियां में हिंदी पीडीएफ

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मातृत्व - किराए की कोख - 2

पार्टी देर रात तक चलती रही।उसी रात वे हनीमून के लिए श्रीनगर के लिए रवाना हो गए थे।
सुहागरात के दिन वह पति से बोली,"तुम जानते हो मैं एक मॉडल हूँ।मॉडलिंग की दुनिया मे एक औरत तभी तक टिकी रह सकती है,जब तक उसकी देह खूबसूरत बनी रहे और उसकी फिगर बनी रहे। और मैं अपनी फिगर को अभी बनाये रखना चाहती हूँ।"
"हर पति चाहता है कि उसकी पत्नी हमेशा जवान और हसीन बनी रहे।"
"लेकिन तुम्हारे सिर्फ चाहने से ऐसा नही होगा।मेरा फिगर लोगो के दिल पर कयामत तभी तक डाह सकता है,जब तक तुम मेरा साथ न दो।"
"बताओ मुझे क्या करना है?"
"बच्चा होने पर औरत का फिगर बिगड़ जाता है।इसलिए हमें बच्चा पैदा करने से बचना होगा"
"तो क्या तुम मुझे प्यार करने से रोकना चाहती हो?"पत्नी की बात सुनकर सुशांत बोला।"
"नही ऐसा नही है।अगर मुझे ऐसा करना होता तो मैं तुमसे शादी ही क्यो करती?"
"तो फिर?"
"देखो सुशांत,मैं तुम्हे सेक्स करने से कभी भी नही रोकूंगी।लेकिन तुम्हे कंडोम का प्रयोग करना होगा।"
सुशांत ने पत्नी की बात मान ली।नताशा ने भी कभी पति को प्यार करने से नही रोका।जब भी उसने सेक्स की इच्छा जताई नताशा ने कभी उसे नही रोका।लेकिन उसे हमेशा सम्भोग से पहले उसे कंडोम का इस्तेमाल करना पड़ता था।और धीरे धीरे पांच साल गुजर गए।
जिस तरह हर विवाहित औरत मा बनना चाहती है,उसी तरह हर पति भी पितां बनना चाहता था।मर्द औरत शादी सिर्फ शारीरिक भूख मिटाने के लिए ही नही करते।वंश व्रद्धि के लिए भी शादी जरूरी है।वंश से परिवार,परिवार से समाज और समाज से देश बनता है।
"सुशांत अगर मैं मा बन गयी तो मेरी फिगर बिगड़ने पर मेरा ज केरियर चौपट हो जाएगा।"
"तो नताशा तुम क्या कैरियर के लिए मा नही बनोगी।नताशा दाम्पत्य जीवन मे बच्चे भी जरूरी होते है।जिन दम्पति के बच्चे नही होते,वे क्या क्या नही करते?"
"सुशांत मैने यह कब कहा है कि मैं बच्चा नही चाहती।हर औरत की तरह मैं भी बच्चा चाहती हूँ।मैं भी चाहती हूँ हमारे बच्चे हो।"
"लेकिन नताशा कैसे?जब हम शारीरिक मिलन के समय हर समय कंडोम का ही इस्तेमाल करते रहेंगे तो फिर हमारे बच्चे केसे होंगे?"
"तुम भी गर्भ निरोधक गोली हो या फिर कंडोम इससे बच्चे का क्या संबन्ध है?गर्भ निरोधक साधनों का उपयोग करके भी हमारे बच्चे हो सकते है।"नताशा बोली थी।नताशा की बात सुनकर सुशांत बोला,"ऐसा कैसे हो सकता है?"
"विज्ञान ने बहुत तरक्की कर ली है,"नताशा बोली,"सेरोगेट मदर के जरिये।"
"क्या मतलब?"पत्नी की बात सुनकर सुशांत प्रश्नसूचक नजरो से देखते हुए बोला,"आखिर तुम कहना क्या चाहती हो।मा बनना चाहती हो।पर कैसे?"
"सेरोगेट मदर यानी दूसरी औरत की कोख से बच्चा।आजकल बहुत सी औरते पैसों के लिए अपनी कोख किराए पर देने के लिए तैयार हो जाती है।""
"तुम्हारी बात को अब समझा"
"क्या समझे/"
"तुम अपना बच्चा अपनी कोख से पैदा नही करोगी।तुम अपना बच्चा पैदा करने के लिए किसी दूसरी औरत का सहारा लोगी?"
""इसमें बुराई क्या है?मॉडलिंग से जुड़ी कई औरते किराए की कोझ का सहारा लेकर मा बन चुकी है।मैं भी इस ही करना चाहती हूँ।इससे मेरा फिगर बना रहेगा और कैरियर भी।"
सुशांत पत्नी की बात सुनकर चकित रह गया।वह मा तो बनना चाहती थी पर मा बनने के एहसास से नही गुजरना चाहती थी