सात फेरे हम तेरे - भाग 70 RACHNA ROY द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • अनोखा विवाह - 10

    सुहानी - हम अभी आते हैं,,,,,,,, सुहानी को वाशरुम में आधा घंट...

  • मंजिले - भाग 13

     -------------- एक कहानी " मंज़िले " पुस्तक की सब से श्रेष्ठ...

  • I Hate Love - 6

    फ्लैशबैक अंतअपनी सोच से बाहर आती हुई जानवी,,, अपने चेहरे पर...

  • मोमल : डायरी की गहराई - 47

    पिछले भाग में हम ने देखा कि फीलिक्स को एक औरत बार बार दिखती...

  • इश्क दा मारा - 38

    रानी का सवाल सुन कर राधा गुस्से से रानी की तरफ देखने लगती है...

श्रेणी
शेयर करे

सात फेरे हम तेरे - भाग 70

अब सब थक चुके थे जो सब नाश्ता था कर भी लिएं और फिर दिल्ली स्टेशन पर पहुंच गए।

कुली से सामान निकलवा दिया और फिर सागर भी आ गए।


माया ने सागर से हाथ मिलाया और फिर बोली अरे तुम कब आए? सागर ने कहा कब से खड़े हैं और फिर तुम देख नहीं रही हो।
विक्की ने कहा अरे वाह क्या बात है हम सब खड़े हुए हैं फिर भी आप माया दी को ही देख रहें हैं।
सागर ने कहा नहीं साले सहाब। दिलवालों की दिल्ली में आप सभी का हार्दिक स्वागत है।
सब हंसने लगे।
फिर वहां से बाहर निकल आएं।
विक्की ने कहा कि गाड़ी बुक करें?
सागर ने कहा नहीं अब यहां से सारी जिम्मेदारी मेरी।।
वो गाड़ी आ गई है आप सब बैठ जाइए।होटल छोड़ कर हम घर चलें जाएंगे। और हां नैना तुमने जो हौसला दिखाया है और फिर अब और भी लड़कियां आगे आएंगी।

नैना ने कहा हां सागर जी ये सब विक्की की वजह से हो पाया।
चलो अब चलते हैं बहुत देर हो गई है।
फिर सब बैठ गए और सामान भी रखवा दिया गया।

फिर सब मिलकर गाना गाने लगे।
नैना ने कहा मुझे बहुत भुख लगी है। सागर ने कहा हां ठीक है होटल में सारी चीज़ें मिल जाएगी।
फिर कुछ देर बाद ही हम सब होटल पहुंच गए।
फिर वहां पर सबके लिए अलग-अलग रूम था तो माया और नैना एक रूम में जाकर सामान रखवा कर फ्रेश होकर अतुल और बिमल और विक्की के रूम में पहुंच गए।
विक्की ने कहा हम सब आप लोग का इंतजार कर रहे थे चले।
फिर नीचे पहुंच कर गार्डन में पहुंच गए जहां सागर और बहुत सारे लोग वहां पर मौजूद थे सागर ने कहा अरे आइए आप लोगों खाना खाने चले।
फिर सब मिलकर खाना खाने लगे। माया ने सागर को कहा कि सब कुछ बहुत ही अच्छा इंतजाम किया है।
नैना ने कहा हां सच में खाना भी बहुत लजीज है। अतुल और बिमल तो अपने में मस्त हो कर खाना खाने लगे थे।
विक्की भी नैना के साथ खाने की प्लेट लेकर
बात करने लगे और फिर नैना ने कहा विक्की तुम गिटार बजाने में माहिर हो कल क्या होगा।
सागर ने कहा हां ठीक कहा कल तो एक रिंग सेरेमनी होगा और फिर संगीत भी कल है और फिर दूसरे दिन मेहंदी होगी।
माया ने कहा अरे बाबा ये सब क्या जरूरत थी इतना सारा खर्चा करने की और फिर इस उम्र में जाकर।
सागर ने कहा अरे बाबा क्यों याद दिलाती हो हज्ञ जवान है।
विक्की ने कहा नैना तुम वापसी में अतुल और बिमल के साथ चली जाना हां। मुझे तो १७को निकलना होगा।
नैना ने कहा हां याद दिलाने की जरूरत नहीं है हां मुझे पता है क्या करना है मैं तुम्हारा इंतज़ार करूंगी।
सब खाना खा लिया तो सागर ने कहा अब विक्की गाना गाएंगे।
विक्की ने कहा हां क्यों नहीं।
अतुल ने गिटार दिया विक्की को।
एक अजनबी हसीना से।

एक अजनबी हसीन से
युन मुलकात हो गयी
फिर क्या हुआ ये न पूछो
कुछ ऐसी बात हो गयी
एक अजनबी हसीना से
युन मुलकात हो गयी

वो अचानक आ गयी
युन नजर के सामने
जैसे निकल आय घटा से चांद
चेहरे पे जुल्फें बिखरी की हुइ थी।
दिन मे इन रात हो गयी।

एक अजनबी हसीना से
युन मुलकात हो गयी

जानेमन जानेजिगर्
होता मै शायर अगर
कहता गजल तेरी अदायोन पर्
जानेमन जानेजिगर्
होता मैन शायर अगर्
कहता गजल से तेरी अदायोन पर्

मैने ये कहा तो।
मुझसे खफा हो जानेहया हो गयी।
एक अजनबी हसीन से।।

वाह वाह क्या बात है सब लोग ताली बजाने लगे।
सागर ने कहा अब लग रहा है ये शादी का घर है।
बस इन्तजार था इस पल का।
विक्की ने कहा हां और क्या।।
अब नैना गाएंगी।
नैना ने कहा अरे ना जी ना।।

माया ने कहा ठीक है मैं गा रही हुं।
कहीं ना जा आज कहीं मत
कहीं जा आज कहीं मत जा
फिर मिले न मिले ये पल ये शमा
बहो में आजा
कहीं न जा आज कहीं मत जा
फिर मिले न मिले ये पल ये शमा
बहो में आजा


ये जो बस में कदम नहीं तेरे मैं
संभालुंगी तू आ सनम मेरे
तेरे दिल की मंजिल है याहा
ओ ये जो बस में कदम नहीं तेरे मैं
संभालुंगी तू आ सनम मेरे
तेरे दिल की
मंजिल है ये जाने वफा सच पता है
फिर किसको पल ये शमा
बहो में आज


मेरी रहो का दिया तेरी आंखे
मेरे गम की दावा तेरी
बात तो फिर या जान है कहा
मेरी रहो का दिया तेरी आंखे
मेरे गम की दावा तेरी
बात तो फिर या जान है कह कहीं
ना जा आज कहीं मत मिले
फिर मिले शमा
बहो में आज


उल्झन तेरी मैं सब जानू तुझे तेरी तारह
​​पहचानू
जो मैं हूं तो गम क्या है जाने जा
जब दिल हुआ तेरा दीवाना
थोक में है सारा जमाना
मेरा करेगा ये क्या
जहां जाने वफा सच है कि मिले
न मिले पा कहीं न जा आज कहीं मत जा फिर मिले न मिले ये पल ये शमा बहो में आजा बहो में आजा बहो में आजा।

वाह वाह क्या बात है सभी ताली बजाने लगे क्योंकि इस बार सागर भी गा रहे थे।

सागर ने कहा मुझे गाना नहीं आता है पर माया के लिए मैंने गा दिया।

फिर सब लोग धीरे-धीरे सोने चले गए।
सागर ने कहा अब मैं भी चलता हूं कल मिलता हुं चाय के साथ।
विक्की ने कहा हां बिल्कुल और फिर गुड नाईट बोल कर सागर जाने लगें तो माया ने कहा अरे बाबा कल तुम्हारे माता-पिता से मिलना होगा।
सागर ने कहा हां ठीक है कल वो लोग आएंगे यहां।
फिर सब मिलकर सोने चले गए।
विक्की ने कहा इरादा क्या है? नैना ने कहा कुछ नहीं अब सोना है बस।

विक्की ने कहा शुभ रात्रि दोस्तों चलो फिर।
नैना और माया भी रूम में आ गए।
माया ने कहा मुझे तेरी चिन्ता बहुत होगी।
नैना ने कहा अरे बाबा दी मैं तो बुई के पास चली जाऊंगी।
माया ने कहा हां ठीक है मैं फोन करती रहुंगी।।
नैना ने कहा हां चलो अब सो जाते हैं दो बज रहा है।

क्रमशः।