सच्चाई piyush rai द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

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सच्चाई

6 साल पहले की बात हैं, एक लड़का था, वे अपने घर से दूर रहकर पढ़ाई करता था। उस लड़का का सपना था की एकदिन वे एक ऐसा काम करेगा की सभी उसे याद रखे। वे लड़का खुद की एक पहचान बनाना चाहता था। वे पैसा के साथ साथ नाम भी कमाना चाहता था। वे गरीब लोगो की मदद करना चाहता था।
एक दिन, उसे फेसबुक पर एक लड़की की फ्रेंड रिक्वेस्ट आयी। उसने उस लड़की की रिक्वेस्ट एक्सेप्ट करली। फिर दोनों फेसबुक पर चैटिंग करने लगे। पहले तो लड़के को लगा कि यह कोई लड़की नहीं बल्कि लड़का हैं।लड़के ने लड़की से कहा, ” मुझे सक हो रहा हैं की तुम एक लड़का हो। अगर तुम एक लड़की हो तो मुझे तुम्हारी आवाज सुननी हैं। मुझे फ़ोन करो में तुम्हारी आवाज सुनना चाहता हूँ।” यह कहते ही लड़की कुछ देर बाद ऑफलाइन हो गयी।

फिर एक दिन अचानक लड़की ने लड़के को कॉल किया और कहा, “पहचाना मुझे?” लड़के ने जवाब दिया, “नहीं। कौन हो तुम?” लड़की ने फिरसे कहा, “में वही लड़की हूँ जिससे तुम फ़ोन पर बात करना चाहते थे। ” लड़के ने लड़की को पहचाना और कहा, अच्छा तुम वही लड़की हो। मुझे माफ़ करदो। मैंने तुम्हे एक लड़का समझा। लड़की ने कहा, “कोई बात नहीं। ” फिर वे दोनों फेसबुक पर चैटिंग करने लगे।

असेही सालों तक दोनों की बातें होती रही और दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करने लगे। लड़की सभी से बहुत अलग थी। वे अपने घरवाले और उस लड़के के अलावा किसी से भी बात नहीं करती थी। दोनों एक दूसरे से बहुत प्यार करने लगे। लेकिन कभी कभी दोनों की लड़ाई भी हो जाती थी। लड़की जब कोई गलती करती तो लड़का उसे डाट देता फिर वे लड़की रोने लगती। फिर लड़का उसे मनाता था।

लड़का हमेशा लड़की से कहता था, “अगर मेरी वजह से तुम्हे कभी भी तकलीफ़ हो और अगर मुझसे दूर रहकर तुम्हे ख़ुशी मिलती हो, तो फिर तुम मुझे छोड़ कर चली जाना।” लेकिन लड़की हमेशा बोलती थी मुहे तुम्हारे साथ रहना हैं। मैं तुम्हे छोड़ कर नहीं जाऊँगी कभी भी। ठीक असेही 1 साल बीत गया।

वक़्त के साथ साथ लड़की बदलने लगी। वे दुसरो से बातें करनी लगी, बातें छुपाने लगी और झूट बोलती रही। लड़के को यह सब बिलकुल भी पसंद नहीं था। लड़का उसे बोलता रहता था, “कभी मुझसे झूट मत बोलना क्युकी जब कोई झूट बोलता हैं तो धोके जैसा लगता हैं इसलिए तुम कभी भी झूट मत बोलना।

लेकिन लड़की से बदल चुकी थी। उसे कुछ फर्क नहीं पड़ता था की लड़का क्या सोचेगा उसके बारेमे। लड़की दूसरे लड़को से बातें करने लगी थी। लड़को को यह डर लगने लगा था की कोई उसे उससे चुरा न ले क्युकी लड़का लड़की से बहुत ज़ादा प्यार करता था। वे उसे खोना नहीं चाहता था। उसके लिए वे लड़की अपने जान से भी ज़ादा कीमती हो गयी।

यह कहानी एक कल्पना है जो आज कल हो रहा उसपे लिखा गया है कैसे लोग प्यार में बदल जाते है वैसे ही लिखा गया