गैंग कौल्ड फैमिली Iffat fatma द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • बैरी पिया.... - 53

    अब तक :प्रशांत बोले " क्या ये तुमने पहली बार बनाई है... ?? अ...

  • आडंबर

    ’मां कैसी लगीं? रेवती मेरे परिवार से आज पहली बार मिली...

  • नक़ल या अक्ल - 80

    80 दिल की बात   गोली की आवाज़ से नंदन और नन्हें ने सिर नीचे क...

  • तमस ज्योति - 57

    प्रकरण - ५७दिवाली का त्यौहार आया, ढेर सारी खुशियाँ लेकर आया।...

  • साथिया - 124

    तु मेरे पास है मेरे साथ है और इससे खूबसूरत कोई एहसास नही। आज...

श्रेणी
शेयर करे

गैंग कौल्ड फैमिली

परिवार बस वो नहीं जो खून से जुड़ा हो कभी ये छोटी सी खुशी हमें ऐसे लोगो से भी मिल जाती है जिसका कभी सोचा भी नहीं था...

गैंग कौल्ड फैमिली ... ये बस एक ग्रुप नहीं मेरा दूसरा घर है...

जहां सभी तरह के किरदार मौजूद है, हसाने वाले भी, समझाने वाले भी और दिल से प्यार करने वाले भी...

गिरोह के लोगों का समूह... चलो पहले सबके बारे में जनते है...

हर्षाली : शेरनी मैं इसे कहती हूं क्योंकि सचाई तो ये है की जंगल में शेर भले राजा है पर..अगर बात शेरनी की हो तो वो जितनी शांत है उतनी ही खतरानक...😜
लेकिन मेरे लिए वह टैलेंट से भरपूर मेरी सबसे अच्छी दोस्त है...

इसे हसाना भी आता है,
रुलाना भी आता है...
पर सबसे पहले इसे,
लोगो का दिल जितना आता है..

सर्वेश जी : ये हमारे दुसरे कबिस्तान वासी...सरजी..ये मेरा दिया इनको नाम है

जिन्की डरावनी कहानियां मेरी जान है...
पर इनकी प्रोमो पर लगा ग्रहण,
हमारी दूसरी पहचान है..😁
और इनके गाने तो हमारी शान है... 🤗

निधि : ये मेरी प्यारी बहना और मेरी बेस्ट बडी...तारा... समझो तो हमारे ग्रुप का तारा

जितनी ये चुलबुली है,
उतने ही दिमाग से खुली है..
दिल से केयरिंग और दिमाग से बहादुर है...
ये हमारे ग्रुप के चुहिया नहीं, शेर है...


अनुराधा : ये मेरी दूसरी प्यारी बहन, राधा..

नाम तो मैंने किया है उसका आधा...
ये हमारी राधा...
जितनी है ये भोली,
उतनी ही प्यारी है इसकी बोली...
इसको समझने के लिए तुम्हें,
खानी होगी पहले दिमाग की गोली...😁



रागिनी : हाँ है प्यारी और सुलजी हुई रागिनी...

कभी मैं इसे बुलाती हूं गिनी,
कभी रिंकी तो ,कभी प्रियंका जी...
अब मैं खुद कन्फ्यूज थी..
तो जिसके लिए मैंने बुलाया जिनी... 😁
पर फिर समझ आया की,
ये तो थी हमारी गलतफिमी...
ये तो है बस हमारी, स्वीट एंड सोबर रागिनी...


शालू : ये है हमारी मस्त शालू...

जितनी है ये मस्त...
उतनी ही है ये बिंदास...
अब तक जितना भी जाना है,
हाँ है एक दम बेस्ट....


मनीषा: ये मेरी प्यारी और समझदार बहन ईशा, क्योंकि जरूरी है ना इतने नॉटी कैरेक्टर के बीच एक समझदार का होना...

नाम तो है उसका मनीषा,
पर घमण्ड नहीं ह ,
बिल्कुल अंश भर का....😁
लोगो के काम को करती है ऐसे,
जैसे वो काम हो उसके खुद के,
पर जो भी हो,
मुकाबला नहीं है,
इसका किसी और से....


आकाश : ये मेरा स्वीट एंड अकडू भाई सक्सेना जी...

मैं तो इसे बुलाती हूं ब्रो..
और काम भी इसके होते हैं एक दम प्रो...
थोड़ा पागल है,
पर दिल का साफ है जो...
गायब तो है अभी, हमारे ब्रो...
पर जब भी आते हैं,
होता है हमारा ग्रुप ग्रो ...🥰


मनोज : ये है मेरा दूसरा सबसे समझदार भाई...

शेरनी तो इसे कहती है मनोजवा...
पर काम भी इसके होते हैं खतरनाक रोजवा...
मैने तो इसे कहा विश,
पर मुझे क्या पता था ,
दूसरे दिन मिलेगी ईश विश की कन्या,
जो बस करती रह जाएगी हिस..
ईश भोले बालक को,
मैं समझा कर हो गई पागल..
की अब तो कोई दूसरी लड़की बदल... 😁


अमरेंद्र : ये है अमरेंद्र नाम तो बाहुबली वाले... पर ग्रुप का सबसे छोटा पागल...

जो पुकारता तोह मुझे ग्रैंड मास्टर,
पर हरकत है जैसे बंदर... 😂
हाइड्रोजन रखा है अपना नाम,
लगता है ऑक्सीजन से जुडे है इसके तार...
ग्रुप मैं सबको ही करता परेशान...
पर जो भी है, है ये ग्रुप की जान...


विकास : ये है मेरा भोला भाला भाई...

नाम रखा है मैंने इसका काश,
ताकी आवाज़ पहचानें इसकी तो आकाश...
मुझे लगता है इसके लिए डर...
क्युकि ईश जनरेशन मै ,
रखा नहीं है जो आकड़ ....
पता नहीं कैसे जिएगा बिना लडकर...


कविराज : ये भाई साहब तो है नए सदस्य, पर आई विल ट्राई टू रीसेंबल ...

नाम है इनका कविराज,
जितना नाम मैं है विराज...
पता नहीं बोलने में,
इन्हे क्या है ऐतराज...
शायरी के तो इनके क्या कहने...
पर क्या फैदा जब,
मिट मैं शांत रहेंगे...
तो खाक किसी को समझेंगे....😁
नाम तो रखा है मैंने इनका अर्थ,
अब पता नहीं समझ आया क्या इन्हे,
ईश कविता का अर्थ...


हार्दिक : ये भी हैं एक नए सदस्य...

नाम मैंने इनका तो रखा है हार्ड,
क्योंकि आवाज़ से है,
बिल्कुल तैत...
पर समझाते है ऐसे जैसे ,
क्रिएट कर रहे हो हाइप....
जो भी है, हैं बढ़े मस्त..😁


हाँ मेरा दूसरा परिवार तो है ना ये एक दम.....सब....झक्कास...


इफ्फत फातमा