I Hate You I Love You - 10 Swati द्वारा प्रेम कथाएँ में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
  • इश्क दा मारा - 24

    राजीव के भागने की खबर सुन कर यूवी परेशान हो जाता है और सोचने...

  • द्वारावती - 70

    70लौटकर दोनों समुद्र तट पर आ गए। समुद्र का बर्ताव कुछ भिन्न...

  • Venom Mafiya - 7

    अब आगे दीवाली के बाद की सुबह अंश के लिए नई मुश्किलें लेकर आई...

  • My Devil Hubby Rebirth Love - 50

    अब आगे रुद्र तुम यह क्या कर रही हो क्या तुम पागल हो गई हों छ...

  • जंगल - भाग 7

          कुछ जंगली पन साथ पुख्ता होता है, जो कर्म किये जाते है।...

श्रेणी
शेयर करे

I Hate You I Love You - 10

10

आदित्य :: What are you doing here ? ( गुस्सा करते हुए )

सिया ::: कुछ कहना है ?

आदित्य :: What ?

सिया :: तुम मुझसे इतना खींचे -खींचे क्यों रहते हों, मेरा मतलब कोई नाराज़गी है क्या ?

आदित्य ::: अगर है भी तो, तुम्हें क्या करना है ? वैसे भी दो महीने बाद मुझे तुम्हारी शक्ल नहीं देखनी पड़ेगी ।

आदित्य के मुँह से यह सुनकर सिया को मानो झटका लगा । क्या कहना है ? जल्दी कहो ?

सिया : I like you more I mean I Love ......... You (हिचकिचाते हुए )

आदित्य :: Shutup, Just Shutup ( आदित्य इतनी ज़ोर से चिल्लाया की उसका चेहरा गुस्से से तमतमाने लगा । सिया यह देखकर डर गई और दो कदम पीछे हट गई । यह तुमने मयंक को भी कहा था और पता नहीं कितने लड़को को ऐसे ही फंसाया होगा । तुम्हारी वजह से मेरे बचपन के दोस्त को उसके पापा ने हमेशा के लिए नूज़ीलैण्ड भेज दिया । He is serious about you and what have you done ? अब मैं तुम्हारी लिस्ट में हूँ । मुझे अपने प्यार में पागल करके किसी लायक नहीं छोड़ोगी । तुम्हारी वजह से मयंक को काउंसलिंग करवानी पड़ रही है । तुम मिडिल क्लॉस की प्रोबलें ही यह है कि तुम अपने सपनो से बाहर नहीं निकलती और गलती से तुम्हें कोई मिल भी जाये तो तुम पहले को यह कहकर छोड़ देती हो कि तुम उसके राजकुमार नहीं हों । मयंक से तुम्हारे कौन से सपने पूरे नहीं हुए tell me, इसलिए Miss Siya Sharma I am not an easy catch । because I already hate you so much मैं कुणाल को मना नहीं कर सकता, वरना इस कम्पनी में तुम्हारी एंट्री सपने में भी नहीं हो सकती थी । आदित्य एक ही सांस में बोल गया । सिया ने उसके मुँह से यह सुना तो उसकी आँखों में आँसू आ गए। उसे विश्वास नहीं हुआ कि आदी के मन में उसके लिए इतनी नफरत है । उसे लगा कि वह अभी बेहोश होकर गिर जायेगी । मगर उसे अभी होश में रहना है ।

सिया :: सपने नहीं देखेंगे तो ज़िंदा कैसे रहेंगे । लेकिन मेरे सपनो हिस्सा मयंक नहीं था और न ही मैंने कभी उसे अपने सपनो का पूरा करने का जरिया बनाया था। मयंक को तुम अपने बचपन का दोस्त कहते हों । और तुम्हे यह भी नहीं पता कि उसे क्या परेशानी थीं। मैंने उसे हमेशा दोस्त माना । जब उसने प्रोपोज़ किया तो मैंने उससे कहा कि हम अच्छे दोस्त बनकर रहेंगे। एक दिन उसने मुझे अपने घर पर बुलाया । मैं और वो टीवी पर कोई मूवी देख रहे थें । तभी उसने कहा."उसने मुझे कुछ दिखाना है।" सिया की आंखो के सामने मयंक आ गया।

मयंक :: आओ न कुछ दिखाता हूँ । मयंक सिया का हाथ पकड़ उसे कमरे में ले गया । कमरे में जैसे ही सिया गई, उसने देखा, बहुत सी अलमारी कमरे में हैं । बड़ा सा टेबल और कुछ हुक दीवार पर लगे हुए हैं । सिया के पूछा, "यह क्या है ?" उसने सिया के क़रीब आकर कहा,"एक गेम खेलेंगे, तुम इनमे से किसी अलमारी में छुप जाओ । जब तुम बाहर निकलोगी तो मैं तुम्हें एक जादू दिखाऊँगा । सिया को अजीब लगा, मगर मयंक के कहने पर गई अलमारी में जाने के बाद उसने कीहोल से देखा तो मयंक ने अपनी शर्ट उतारी और फिर चेहरे पर कुछ काला लगाया और हँसने लगा। उसने फ़िर दूसरी अलमारी से चाबुक निकाला और वो अलमारी पर ज़ोर ज़ोर से मारने लगा। सिया डर कर अलमारी खोल बाहर भागने को हुई तो मयंक ने उसे पकड़ लिया।

मयंक : अभी गेम शुरू हुई है । मयंक मुझे छोड़ो, जाने दो । सिया रोते हुए कहा। मेरा नाम हंटर माहू है। मैं अपना शिकार को भालू की तरह बहुत टॉर्चर करूँगा फिर वो मुझे खुद कहेगा तुम्हें मेरे साथ जो करना है, कर दो । यह कहते हुए उसने सिया को टेबल पर फ़ेंक दिया और हंटर बरसाने शुरू कर दिए। सिया ज़ोर से चिल्लाई, "कोई बचाओ, मयंक तुम पागल हो क्या?" मगर उसने उसकी एक नहीं सुनी और उसे हुक पर बाँधने की कोशिश की। तब उसने उसे धक्का मारा और दरवाजे की तरफ भागी । मयंक गुस्से में उसका पीछे भागा । मगर सिया भागकर एक ऑटो में बैठ गई। उसने ऑटो के पीछे गाड़ी दौड़ा दी । सिया किसी तरह बचकर निकली और उसने गाड़ी गुस्से में सड़क पर लगे खम्भे पर दे मारी और तब उसका एक्सीडेंट हो गया । उसने सारी बात मुस्कान को बताई तो उसने उसके घरवालों को मयंक की हरकत के बारे में बताया । उसके पापा ने उसे नूज़ीलैण्ड भेज दिया ।

आदित्य : मैं नहीं मानता ( गुस्से में )

सिया: मत मानो, यह मेरे शरीर पर जो थोड़े निशान है, वो भी देख लो । सिया ने अपनी शार्ट ड्रेस को ऊँचा उठाया तो उसके जांघो पर हल्के चोट के निशान है । आदित्य ने देखा तो कहा कि यह भी तुम्हारी कहानी का हिस्सा है ।

सिया :: तुम्हें कहानी लगती है, पर सुन लो तुम लोग हमारे सपनो के राजकुमार नहीं हों, जो हमारी मुश्किलें दूर कर दोंगे, तुम खुद मुश्किलों से घिरे हुए हो। Perfect life with imperfection vibes .. तुम भी तो अपना अकेलापन दूर करने के लिए मिडिल क्लॉस लड़कियो के साथ टाइम पास करते हों । तुम खुश होते हो, जब वो लड़कियां तुम्हारे लाए गिफ्ट्स और तुम्हारे उन पर खर्च किये पैसे की वैल्यू करती है। तुम मुझे तबसे अच्छे लगते हो जब तुम सिर्फ आदित्य थे। तुम्हें दूसरों की मदद करके ख़ुशी मिलती है, यही देखकर मैं खुश हो जाती हूँ । मगर तुमने तो बिना जाने समझे जज कर लिया और मुझसे इतनी नफरत भी कर ली। तो अब Mr Aditya Khanna यह नफरत हमेशा रखना। सिया अपने आँसू पोंछकर वहाँ से चली गई । आदित्य उसे जाता हुआ देखता रह गया । उसने ज़ोर से छत के दरवाज़े पर लात मारी ।

सिया आँसू छुपाते हुए पार्टी से बाहर निकल आयी। नकुल के बहुत कहने पर वह उसके साथ कार में बैठी ताकि वो उसे घर छोड़ सके । घर पहुंचते ही उसने अपने कमरे का दरवाजा बंद किया और फूट-फूट कर रोने लगी । उसने मुस्कान को फ़ोन करके सारी बात बताई तो उसने उससे कहा कि वो इंटर्नशिप पूरी करके निकल ले और आदी को भूल जाए । सिया ने भी सोच लिया जब इतने ख्वाब टूट जाते है तो एक और सही । यही सोच उसने बैडरूम की लाइट बंद की और आँखें बंद करके सोने की कोशिश करने लगी । पर फ़िर आँखें खोलकर रोते हुए बोली, “I Hate You too Aditya Khanna” ।