ईश्क में दर्द - 1 - लव Nisha Rani द्वारा लघुकथा में हिंदी पीडीएफ

Featured Books
श्रेणी
शेयर करे

ईश्क में दर्द - 1 - लव

कहते हैं प्यार लफ्जों में बयां नहीं होता इसे महसूस किया जाता है .....ऐसी ही कहानी है अथर्व कपूर और आराध्या रायजादा की.... अथर्व कपूर को प्यार पर भरोसा नहीं था.... और वही आराध्या की भी राय कुछ अथर्व से अलग नहीं थी.... आराध्या के चाचा चाची किसी अमीर आदमी के साथ उस की शादी करवाने के लिए तैयार हो गए .....क्योंकि उस आदमी ने उन्हें ढेर सारे पैसे दिए थे..... आराध्या उस शादी से भाग आई और रास्ते में मिली अथर्व कपूर से.... तो क्या होगा इन दोनों को प्यार पहली ही मुलाकात में या फिर होगी टशन बाजी .....जानने के लिए पढ़ ली होगी आपको मेरी कहानी...."love"

कहानी शुरू करते हैं अब.....

प्यार एक ऐसा एहसास है... जिसे शब्दों में बयान नहीं किया जा सकता ....उसे सिर्फ महसूस किया जा सकता है ... कभी भी प्यार आसानी से नहीं मिलता ...इसके लिए बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है ...प्यार कभी भी रंग -रूप ,ऊंच-नीच, अमीर -गरीब ,देखकर नहीं होता.... यह इश्क है जब दिल की सुनता है और दिल तक पहुंचता है...

सच्ची मोहब्बत में मुश्किले चाहे कितनी भी आएं .....
पर दो दिल मिलकर रहते हैं जब इश्क होता है....💗💗

मुंबई शहर....

यह ऐसा शहर है जहां पर लाखों लोग अपने सपने पूरे करने आते हैं... इसी सपनों की नगरी में बहुत लोग अपने दिल को भी खो देते हैं ...इसी सपनों की नगरी में कदम रखा अथर्व कपूर ...जो 5 साल बाद इंडिया वापस आया था...!!!

अथर्व कपूर 6 फुट 1 इंच का मस्कुलर बॉडी वाला जिसके अंदर इमोशंस नाम की चीज ही नहीं थी... पर अपने परिवार के लिए इमोशंस भर भर के थे ...उसके पैसो के पीछे ना जाने कितनी लड़कियां उसकी दीवानी थी... मुंबई का और एशिया वर्ल्ड का जाना माना बिजनेसमैन अथर्व कपूर .... उसका नाम ही दुश्मनों के लिए काफी था... उसको लड़कियों पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं था... उनके मुताबिक लड़कियां हमेशा धोखा ही देती हैं... या फिर पैसे के पीछे भागती है ...अथर्व को चाहे कितनी भी लड़कियों से नफरत कर ले ...लेकिन उनके संस्कार ने किसी भी लड़की से बदतमीजी करने की इजाजत बिल्कुल नहीं देते थे ...मुंबई का बिजनेस इनके बड़े भाई अतुल संभालते थी... जिनकी कल शादी होने वाली थी... अपने भाई की शादी अटेंड करने के लिए आज 5 साल बाद अथर्व कपूर ने इंडिया में अपना कदम रखा था...!!!

मुंबई एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही अथर्व को मीडिया वालों ने घेर लिया .... इतने सालों बाद अथर्व कपूर इंडिया वापस आया था ...तो मीडिया को अथर्व कपूर के वापस बारे में खबर तो लगनी ही थी... सभी मीडिया वाले अथर्व से कुछ ना कुछ पूछने की कोशिश कर रहे थे...

अथर्व ने आंखों पर ब्लैक चश्मा पहना हुआ था ...ब्लैक हैंड मेड सूट के साथ ब्लैक लेदर शूज पहने हुए वह बहुत ही चारमिंग और हैंडसम लग रहा था... उसने अपना एक हाथ अपने पेंट की पॉकेट में डाल रखा था...!!!!

अपने सामने मीडिया वालों को देखकर अथर्व ने अपने आंखों पर लगा हुआ चश्मा निकाला ...जैसे ही वह काला चश्मा अथर्व की आंखों से दूर हुआ... उसके आंखों को देखकर ही मीडिया वाले अपने माइक के साथ-साथ एक कदम पीछे हट गए ...अथर्व की आंखों में गुस्सा साफ साफ दिख रहा था ...जिसे देखकर अब मीडिया वालों में से कोई भी आगे आकर अथर्व से कुछ पूछने की हिम्मत नहीं कर पा रहा था... पर अथर्व ने बहुत ही शांत आवाज में कहा..," पूछो क्या पूछना चाहते हैं आप लोग..??.."

अथर्व के इतने ही शब्द मीडिया वालों के लिए चेतावनी से कम नहीं थे ...उन लोगों ने अपनी जगह से हिलने तक की हिम्मत नहीं की ...अथर्व ने उस शांत माहौल को देखा और स्माइल की उसकी स्माइल ही बहुत ही खतरनाक साबित हो रही थी...!!!

"कपिल ...." उस शांत भरे माहौल से गुस्से भरी आवाज गूंजने लगे... सभी लोगों ने उस आवाज को अच्छी तरह से सुन लिया था ...और वह इस नाम को ही पहचान चुके थे.. यह अथर्व के असिस्टेंट कपिल थे... लेकिन अभी तक कपिल एयरपोर्ट पर नहीं आई थी ...उन्हें पहले ही मुंबई भेज दिया गया था ...कपिल को अच्छी तरह से पता था कि आज अथर्व इंडिया आने वाला है ...पर ना जाने आज वह लेट कैसे हो गए... अपने बॉस को एयरपोर्ट पर मिलने के लिए...!!!

5 मिनट के बाद दूसरी तरफ से एक आदमी दौड़ता हुआ आ रहा था ....वहां खड़े हुए सभी लोगों ने उस आदमी की तरफ देखा ....और देखते ही पहचान गए कि वह और कोई नहीं कपिल था.. उसकी रफ्तार इतनी तेज थी कि उसने अपनी रफ्तार पर ब्रेक नहीं लगाई ...और जाकर सीधे अथर्व से ही टकरा गया.... अथर्व से टकराते ही कपिल का दिमाग सुन हो गया.... मानो अब वह इस धरती को खोदकर उसी में समा जाना जाता था....!!!!

कपिल ने अपने आप को जल्दी से संभाला और अपने बॉस अथर्व की तरफ देखने लगा... जब उसे महसूस हुआ कि अथर्व का चेहरा अब शांत है ...तो उसने हिम्मत करके बोलना शुरू किया...," सर सब कुछ रेडी है.."

कपिल ने इतना कहा और मीडिया वालों को एक तरफ करके अथर्व को गाड़ी तक पहुंचने में मदद करने लगा ...तब तक अथर्व को ऑलरेडी सिक्योरिटी ने घेर लिया था ...अथर्व अपने लंबे-लंबे कदम से अपने गाड़ी के पास पहुंचा ...और उस पर बैठ गया ...सड़क पर यूसीबी दौड़ने लगी जिसके आगे और पीछे दोनों तरफ सिक्योरिटी की गाड़ियां ही चल रही थी ...!!!

"कपिल मैंने जो तुम्हें काम करने को कहा था क्या तुमने वह काम पूरा कर दिया है" अथर्व में सामने देखते हुए कपिल से पूछा....!!!!

"अभी यह इंसान यहां पर शादी अटेंड करने आए है या फिर काम करने मुझे तो इनका कुछ समझ में ही नहीं आता" कपिल अपनी सोच में ही बोल रहा था तभी फिर से उसके कानों में अथर्व की आवाज गूंजी जिसमें वही सवाल फिर से कपिल से पूछा था कपिल ने जल्दी में था में जवाब दे दिया....!!!

जैसे-जैसे गाड़ी आगे जा रही थी वहां के दृश्य को देखकर अथर्व अपने यादों में खो रहा था और उसने कसके अपनी आंखें बंद कर ली मान लो कि वह इन सब को देखना बिल्कुल नहीं चाहता उसके आंखों में दर्द था जिसे वह किसी को दिखाना नहीं चाहता था कपिल जो अपने बॉस को इस तरह देख रहा था उसे भी इन बातों का कोई पता नहीं था कि आखिर क्यों उसके बॉस इंडिया नहीं आती इस बार अथर्व को इंडिया लाने के लिए बहुत ही मुश्किल से मनाया गया था और वह भी सिर्फ शादी के दिन के लिए

"Boss!Are you ok" कपिल ने हिम्मत करके पूछा कपिल का सवाल सुनकर अथर्व ने अपनी आंखें उसी तरह बंद करते हुए अपने हाथों से उसे इशारा करके शांत होने को कह दिया...

तो आप सब को क्या लगता है जरूर बताइएगा मुझे कि आखिर कौन सा दर्द छुपा है अथर्व की जिंदगी में ....जिसे वह किसी से भी शेयर नहीं कर सकता ....जब अथर्व कपूर आया ही 1 दिन के लिए है तो क्या मुलाकात होगी उसकी जिया से ...???जानने के लिए इंतजार कीजिए अगले भाग का