लबसना वाला प्यार - 6 Manisha Agarwal द्वारा फिक्शन कहानी में हिंदी पीडीएफ

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लबसना वाला प्यार - 6

ध्रुवा अपने मन की बात अंशिका को बताना चाहता था पर इतने में ही अंशिका ने कहा कि उसे तुरंत अपने घर के लिए निकलना होगा जब उसके दोस्तों ने पूछा कि अचानक ऐसा क्या हो गया तब अंशिका ने कहा कि पहले तुम मेरी फ्लाइट की टिकट बुक कर दो मैं अपना सामान पैक करती हूं मैंने सीनियर से बात कर ली है उन्होंने मुझे दो हफ्तों के लिए छुट्टी दे दी है । इतना कहकर वह तुरंत अपने हॉस्टल रूम की तरफ गई और वहां जाकर जल्दी से चेंज कर कर 15 मिनट में ही वह अपना सारा सामान लेकर नीचे आ गई। ध्रुवा और बाकी सब लगातार उससे पूछ रहे थे कि आखिर तुम इतनी हड़बड़ी में जा कहां रही हो और अचानक से घर जाने का क्या मतलब है तुम्हारे घर पर सब ठीक तो है ना यह सुनने के बाद उसने कोई जवाब नहीं दिया उसने रंजीत से कहा कि प्लीज मुझे अपनी कार से एयरपोर्ट तक छोड़ दो और फिर वह कार में बैठ गई ध्रुवा अभी भी उससे लगातार पूछ रहा था कि आखिर हुआ क्या है बात क्या है तो उसने बस इतना कहा की सगाई है और मुझे जाना होगा यह सुनने के बाद जैसे उन सब के पैरों तले से जमीन खिसक गई थी और फिर वो लोग कुछ और बोल ही नहीं पा रहे थे आखिर अंशिका अचानक से सगाई का फैसला कैसे कर सकती हैं वह तो तुम्हें पसंद करती है ना। ध्रुवा के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था बल्कि किसी के पास भी इस बात का कोई जवाब नहीं था सब लोग शांति से बैठे थे अंशिका को ड्राइविंग के दौरान वोमेट होने लगता है इसलिए वह उस वक्त अपने कानों में एयर फोन लगा लेती है रंजीत इस बात को जानता था इसलिए उसने पूरे रास्ते अंशिका से कुछ भी नहीं पूछा आधे घंटे में एयरपोर्ट आ गया उसने अंशिका से कहा कि लो यह तुम्हारा लगेज अंशिका ने अपना लगेज लेते हुए कहां कि अगर आज सगाई हो गई तो तुम सब को शादी में आना है ओके और फिर रंजीत बिना कुछ पूछे ही गाड़ी लेकर वापस लबसना आ गया अंशिका भी अपनी फ्लाइट लेकर के फ्लाइट लेकर दिल्ली पहुंच गई और फिर दिल्ली से वह अपने गांव के लिए निकल गई। इधर रंजीत वापस लबसना आ गया और सीधे-सीधे उन सब के साथ वहां पहुंच गया सबने उससे बहुत पूछा कि क्या उसकी अंशिका से कोई बात हुई क्या। तब उसने कहा हां हुई ना ।मैडम कह रही थी कि आज सगाई हो गई तो जल्दी ही शादी भी कर देंगे और फिर हम सब को भी वहां जाना है एक काम करो सब अपना अपना लगेज पैक कर लो क्योंकि जितनी खुशी से से वह हमें यह बात बता कर गई है उससे तो यही लगता है कि वह शादी के लिए हां कह ही देगी। यह सुनकर गौतम ने कहा कि ऐसा कुछ नहीं है हो सकता है कि उसके घर में किसी और की सगाई हो और टाइम नहीं होने की वजह से उसने ठीक से हमें बताया ना हो हमें गलत नहीं सोचना चाहिए यह सुनने के बाद इशिका ने कहा के एकदम सही कह रहे हैं उसने बताया था ना कि उसकी बहन के लिए रिश्ता देख रहे हैं हो सकता है यह सगाई उसकी हो पर रंजीत अभी भी अपनी बात पर अड़ा हुआ था वह कहे जा रहा था की सगाई शायद उसी की है यह सुनने के बाद ध्रुवा वहां से खड़ा होकर चला गया और फिर पास में जो गार्डन है वहां जाकर बैठ गया उसने बार-बार अंशिका को कॉल लगाया पर उसका फोन स्विच ऑफ आ रहा था उसे लगा कि शायद वह फ्लाइट में है इसीलिए ऐसा हो रहा होगा उसने लगातार थोड़ी थोड़ी देर तक फोन ट्राई करते रहा पर अंशिका का फोन बंद आ रहा था यह करते-करते रात हो गई और फिर अगले दिन उसने अगले दिन फोन प्राइस किया तो पता चला कि आज सगाई है और फोन उसके भाई ने उठाया था तब ध्रुवा को लगा कि शायद वह उसकी किस्मत में ही नहीं है इसीलिए तो जब उसने अपने दिल की बात कही थी तब उसने मना कर दिया था और जब वह अपने दिल की बात कहना चाहता है तो इसकी सगाई हो रही है इससे तो अच्छा है की वह इस बात को यही भुला दे और आगे बढ़ने की कोशिश करें।

ईधर अंशिका अपने घर पहुंची तो यह देख कर पूरा परिवार बहुत खुश हो गया के पापा ने कहा कि अच्छा हुआ तो टाइम पर आ गई वरना तेरी बहन की सगाई तेरे बिना ही हो जाती है और फिर तूने जो इतने अरमान सजाए हुए थे वह सब धरे के धरे रह जाते हैं इतना कहकर सब लोग हंसने लगी हा हा हा हा हा हा हा हा इधर अंशिका की बड़ी बहन निहारिका उसे कहने लगी की तू तो मेरी शादी का सारा काम करने वाली थी ना तो फिर आज 1 दिन पहले क्यों आई है इस तरह संभालेगी सारा काम तब अंशिका ने कहा कि मैंने जो कहा था मैं अभी भी उस बात पर अड़ीग हूं। मैंने कहा था कि मैं शादी का सारा काम संभाल लूंगी ना कि सगाई का यह कहकर वह जोर-जोर से हंसने लगी तब उसके भाई ने कहा यही होता है बनीयो का दिमाग अंशिका ने कहा कि भैया बनियों का नहीं बल्कि आईएएस का दिमाग और फिर सब लोग जोर जोर से हंसने लगे हा हा हा हा तभी उसकी मम्मी ने कहा कि सारी बात दरवाजे पर ही करोगे क्या बिचारी को अंदर तो आने दो थक कर आई है और फिर अंदर आ गई घर आकर पहले तो उसने सबके साथ खूब सारी बातें की और उसके बाद सगाई की तैयारी मैं हाथ बंटाना शुरू कर दिया सभी मेहमान आने लगे थे और फिर अगले दिन सपना सुबह सुबह अंशिका की फोन की घंटी बजी उसने फोन उठाया और कहा हाय आई एम सॉरी मैं तुम लोगों से ठीक से बात नहीं कर पाई । वह आज सब कुछ अचानक से तय हो गया इसीलिए मैं तुम लोगों को कुछ भी नहीं पता भाई तब इशिका ने कहा कि तुम सगाई कर रही हो और हमें बताया तक नहीं पता है हमें कितना बुर मैं तो पूरी रात सोए तक नहीं अब तुम ही बताओ तुम अचानक से ऐसा फैसला कैसे कर सकती हो तुमने एक बार भी मुझे बताना जरूरी नहीं समझा फोन स्पीकर पर था एक्चुअली दोनों तरफ से स्पीकर पर था अंशिका के फोन स्पीकर कौन था ऑन और उसके भाई और बहन उसके पास ही बैठे थे इशिका की बात सुनकर फोन पर जोर-जोर से हंसने की आवाज आने लगी हा हा हा हा हा हा हा हा लगातार हंसने की आवाज आने से इशिका को कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि आखिर यह हो क्या रहा है पास में बैठे धु्वा और बाकी दोस्त भी हैरान थे उन्हें कुछ भी समझ नहीं आ रहा था रंजीत ने पूछा कि इसमें हंसने वाली क्या बात है तब अंशिका ने हंसते हुए कहा कि आई एम रियली सॉरी सारा प्लान इतनी जल्दी बना की मैं कुछ सोच भी नहीं पाई और मैं पापा को मना नहीं कर पाई अभी भी पीछे से किसी के दबी दबी हंसने की आवाज आ रही थी इ इशिका कुछ पूछती या कुछ बोलते बोलती उससे पहले ही अंशिका ने कहा कि मेरी पागल दोस्त सगाई मेरी नहीं बल्कि मेरी बहन की है और मैं यहां उसी के लिए आई हूं सब कुछ बहुत जल्दी डिसाइड हो गया था इसीलिए तुम लोगों से ठीक से बात करने का टाइम नहीं मिल पाया अब तो तुम्हें समझ में आ गया ना। हां यह सुनकर ध्रुवा और बाकी सब की जान में जान आई और इन सब के चेहरे पर मुस्कुराने आ गई। इतने में ही दूसरी तरफ से अंशिका ने कहा की रिश्ता तो मेरा भी तैयार है तुम सब आ जाओ फिर मैं भी इसी मंडप में फिर ले लूंगी यह सुनकर इशिका ने कहा कि पहले अपनी बहन के ही हो जाने दे तेरी हम बाद में करवा देंगे पहले अपनी ट्रेनिंग पर फोकस कर शादी वादी बाद में सोचना यह सुनकर दोनों तरफ से जोर-जोर से हंसी की आवाज आने लगी हा हा हा हा हा हा हा अंशिका ने कहा कि फिलहाल मुझे अपनी बहन की सगाई पर ध्यान देना है इसलिए मैं फोन रखती हूं मुझे बहुत काम है बाकी बातें मैं फ्री होकर करती हूं ओके। ओके, बाय,। अंशिका के घर पर जहां हंसी के पटाखे फूट रहे थे वही इशिका और बाकी लोगों ने चैन की सांस ली और फिर सब ने एक साथ रंजीत को देखना शुरू कर दिया गौतम और इशिका ने तो तकिया उठाकर रंजीत को मारना शुरू कर दिया तब रंजीत भागते हुए कहने लगा कि मुझे जितना पता था मैंने बता दिया और उसने मुझे एयरपोर्ट पर इतना ही कहा था इसमें मेरी कोई गलती नहीं है मुझे मारना बंद करो और अब तो सब कुछ शॉट आउट हो गए है तो चलो मिलकर पार्टी करते हैं तब ध्रुवा ने कहा कि पार्टी तो जरूर करेंगे पर अभी नहीं जब तक मैं अपने दिल की बात अंशिका से नहीं कह देता तब तक हमें यह बात किसी और को पता नहीं चलने देनी है